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NIOS Class 12 Home Science Chapter 10 पारिवारिक संसाधन प्रबंधन
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पारिवारिक संसाधन प्रबंधन
Chapter: 10
| मॉडयूल – 3 संसाधन प्रबंधन |
पाठगत प्रश्न 10.1
1. आपकी मित्र डॉक्टर बनना चाहती है वह अपने माता-पिता और भाई के साथ रह रही है। उसका भाई इंजीनियर बनना चाहता है। आपकी मित्र और उसका भाई दोनों क्रमशः कक्षा 6 व 7 में पढ़ रहे हैं। कृपया बताइये:
(क) अपने लक्ष्यों की प्राप्ति हेतु उनके संसाधन।
______________________________।
उत्तर: डॉक्टर या इंजीनियर बनने के लिए आवश्यक संसाधन निम्नलिखित हैं-
(i) योग्यता और कौशल।
(ii) कक्षा 12 की परीक्षा में अच्छे नंबर लाना।
(iii) प्रवेश परीक्षा पास करना।
(iv) अच्छा स्वास्थ्य।
(v) सन्दर्भ पुस्तकें।
(vi) पढ़ने के लिए स्थान व समय।
(vii) धन।
(ख) श्रेणियां जिनमें ये संसाधन आते हैं।
________________________________।
उत्तर: संसाधनों को मानव संसाधन और अमानव संसाधन (गैर-मानव संसाधन) श्रेणियों में वर्गीकृत किया गया है-
मानव संसाधन (Human Resources): ये वे संसाधन होते हैं जो किसी भी व्यक्ति का हिस्सा होते हैं और उसी व्यक्ति द्वारा प्रयोग किए जा सकते हैं, जैसे समय, ऊर्जा, कौशल व क्षमताएं।
उपरोक्त संसाधनों में, मानव संसाधन की श्रेणी में आते हैं:
(i) योग्यता और कौशल।
(ii) कक्षा 12 की परीक्षा में अच्छे नंबर लाना।
(iii) प्रवेश परीक्षा पास करना।
(iv) अच्छा स्वास्थ्य।
अमानव संसाधन (Non-Human Resources): ये संसाधन व्यक्तियों से इतर होते हैं लेकिन वे व्यक्तियों द्वारा नियंत्रित होते हैं और उनका उपयोग भी व्यक्तियों द्वारा ही किया जाता है, जैसे धन, मकान, भूमि, भौतिक वस्तुएँ और सामुदायिक सुविधाएँ।
उपरोक्त संसाधनों में, अमानव संसाधन की श्रेणी में आते हैं:
(v) सन्दर्भ पुस्तकें।
(vi) पढ़ने के लिए स्थान व समय।
(vii) धन।
2. निम्न संसाधनों को अलग-अलग करके व्यक्तिगत और पारिवारिक संसाधनों की सूची बनाइये।
| (i) मकान। | _____________________________ |
| (ii) आपकी माँ का सिलाई का कौशल। | _____________________________ |
| (iii) साइकिल चलाने की आपकी योग्यता। | _____________________________ |
| (iv) आपके पिता की कार चलाने की क्षमता। | _____________________________ |
| (v) कार। | _____________________________ |
| (vi) आपके गांव में आपकी पैतृक सम्पत्ति। | _____________________________ |
| (vii) आपके घर के उपकरण। | _____________________________ |
| (viii) पिता का मासिक वेतन। | _____________________________ |
उत्तर:
| व्यक्तिगत संसाधन | पारिवारिक संसाधन |
| (ii) आपकी माँ का सिलाई का कौशल। | (i) मकान। |
| (iii) साइकिल चलाने की आपकी योग्यता। | (v) कार। |
| (iv) आपके पिता की कार चलाने की क्षमता। | (vi) आपके गांव में आपकी पैतृक सम्पत्ति। |
| (vii) आपके घर के उपकरण। | |
| (viii) पिता का मासिक वेतन। |
3. निम्न के लिये आवश्यक संसाधनों की सूची बनाइये।
(i) प्रतिदिन ऑफिस समय पर पंहुचना।
उत्तर: प्रतिदिन ऑफिस समय पर पहुंचने के लिए आवश्यक संसाधन हैं: समय,धन,ऊर्जा,वाहन।
(ii) आपके रा.मु.वि.सं. की परीक्षा पास करने पर अपने मित्रों को पार्टी देना।
उत्तर: परीक्षा पास करने पर मित्रों को पार्टी देने के लिए आवश्यक संसाधन हैं: धन,पकवान बनाने के लिए सामग्री, क्रॉकरी, कांटे-चम्मच,फर्नीचर,स्थान,मेजपोश इत्यादि।
पाठगत प्रश्न 10.2
1. संसाधनों से प्राप्त संतुष्टि की वृद्धि के चार तरीकों की सूची बनाइये।
(i) _________________________________।
(ii) _________________________________।
(iii) _________________________________।
(iv) _________________________________।
उत्तर: संसाधनों के उपयोग से अधिकतम संतुष्टि प्राप्त करने के विभिन्न तरीके निम्नलिखित हैं-
(i) सभी उपलब्ध संसाधनों की पहचान करें।
(ii) संसाधनों का उपयोग उचित मात्रा में करें।
(iii) अधिक महंगे संसाधन के एवज में सस्ते संसाधनों का उपयोग करें।
(iv) संसाधनों की बर्बादी न करें।
2. किसी एक संसाधन का उदाहरण दीजिये जिसे आप अपने में विकसित कर सकें।
(i) _________________________________।
(ii) _________________________________।
(iii) _________________________________।
(iv) _________________________________।
उत्तर: मानवीय संसाधन ऐसे संसाधन होते हैं जिन्हें प्राप्त किया जा सकता है और उनका संवर्द्धन या विकास भी किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, कौशल (Skills) एक ऐसा संसाधन है जिसे स्वयं में विकसित किया जा सकता है।
(i) कौशल।
(ii) ज्ञान।
(iii) कार्य करने की क्षमताएँ।
(iv) ऊर्जा।
3. वे तीन नियम कौन से हैं जिन्हें आप किसी संसाधन का उपयोग करके अधिकतम संतुष्टि प्राप्त करने के लिये अपनाते हैं?
उत्तर: अधिकतम संतुष्टि प्राप्त करने के लिए अपनाए जाने वाले तीन नियम ये हैं: प्रयोग कम करें, पुनः प्रयोग करें,पुनः चक्रण करें।
पाठगत प्रश्न 10.3
1. प्रबंधन की परिभाषा दीजिये।
उत्तर: प्रबंधन प्रक्रिया का अर्थ है: आपके पास जो कुछ है, उन वस्तुओं से इच्छित वस्तुओं को प्राप्त करना।
2. प्रबंधन के दो लाभ बताइये। प्रत्येक के लिये एक उदाहरण दीजिये।
उत्तर: प्रबंधन के कई लाभ हैं।
यहाँ दो प्रमुख लाभ और उनके उदाहरण दिए गए हैं-
(i) लक्ष्यों की प्राप्ति में सहायता:
उदाहरण: यदि आप अपने दादा-दादी के घर जाने की योजना बनाते हैं, तो आप स्टेशन देरी से पहुँचने या बिना उचित टिकट के यात्रा रद्द होने जैसी समस्याओं से बच सकते हैं और सफलतापूर्वक अपने लक्ष्य (वहाँ पहुँचना) को प्राप्त कर सकते हैं।
(ii) संसाधनों की बर्बादी रोकने में सहायता:
उदाहरण: व्यवस्था यह सुनिश्चित करती है कि कार्य का समुचित विभाजन हो और इस प्रकार समय, ऊर्जा और दूसरे संसाधनों की बचत हो।
3. योजना संबंधी तीन महत्त्वपूर्ण चीजों की सूची बनाइये।
उत्तर: योजना (Plan) में निम्नलिखित तीन महत्वपूर्ण चीजें शामिल हैं-
(i) क्रियाकलापों की सूची बनाना।
(ii) क्रियाकलापों को क्रमबद्ध करना।
(iii) किसी प्रकार के रद्दोबदल के लिए योजना में लचीलापन रखना।
4. प्रबंधन प्रक्रिया के निम्न चरणों को सही क्रम में व्यवस्थित करिये।
(i) व्यवस्था।
(ii) मूल्यांकन।
(ⅲ) योजना।
(iv) नियन्त्रण।
उत्तर: प्रबंधन के चरण सही क्रम में इस प्रकार हैं-
(ⅲ) योजना (सबसे पहले सोचना कि क्या किया जाना चाहिए)। (i) व्यवस्था (संसाधनों को जुटाना और उत्तरदायित्वों का आबंटन)। (iv) नियन्त्रण (योजना को क्रियान्वित करना और गतिविधियों को व्यवस्था के अनुसार संचालित करना)। (ii) मूल्यांकन (योजना की सफलता की जाँच करना)।
5. बताइये निम्न वक्तव्य सही है या गलत। अपने उत्तर के लिये तर्क दीजिये।
(क) योजना के लिये नियन्त्रण की आवश्यकता नहीं है।
उत्तर: गलत। तर्क: नियंत्रण आवश्यक है क्योंकि यह सुनिश्चित करता है कि कार्य योजनानुसार किया जाए। नियंत्रण का अर्थ योजना को क्रियान्वित करना होता है।
(ख) नियन्त्रण करते समय मूल्यांकन की आवश्यकता नहीं होती।
उत्तर: गलत। तर्क: यद्यपि मूल्यांकन अंतिम चरण है, परन्तु यह प्रबंधन के प्रत्येक चरण में किया जाता है, जिसमें योजना बनाना, व्यवस्था करना और नियंत्रण करना शामिल है, ताकि गलतियों की जाँच हो सके और सुधार किया जा सके।
(ग) योजनाएं स्वभावतः निश्चित होती हैं।
उत्तर: गलत। तर्क: योजना को रद्दोबदल की जरूरत पड़ने पर अंतिम समय में परिवर्तन करने के लिए लचीला भी बनाना होता है।
(घ) परिवार में प्रत्येक को अपनी योजनाएं बनाते समय दूसरों से राय लेनी चाहिये।
उत्तर: सही। तर्क: व्यवस्था करते समय कार्य का समुचित विभाजन होता है, और कार्यों को दूसरों को सौंपने की आवश्यकता होती है। ऐसे में कार्यभार सौंपने से पहले दूसरों की योग्यता और इच्छा को सुनिश्चित करना आवश्यक होता है।
(ङ) व्यवस्था करते समय योजनाओं के क्रियान्यन के लिये आपको उत्तरदायित्वों को सौंपने की आवश्यकता होती है।
उत्तर: सही। तर्क: व्यवस्था के अंतर्गत संसाधनों को एकजुट करना और उत्तरदायित्वों का आबंटन करना आता है ताकि योजना को क्रियान्वित किया जा सके।
(च) किसी योजना को पूरी करने के लिये कोई भी किसी कार्य को कर सकता है।
उत्तर: गलत। तर्क: दूसरों को कार्यभार सौंपते समय यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके पास उस कार्य को करने की आवश्यक योग्यता या क्षमता और इच्छा भी होनी चाहिए।
6. निम्न में गतिविधियों का एक-एक उदाहरण दें:
(क) व्यवस्था।
उत्तर: व्यवस्था के अंतर्गत संसाधनों को एकजूट करना और उत्तरदायित्वों का आबंटन करना आता है।
उदाहरण: यदि आपको यात्रा पर जाना है, तो टिकट खरीदने की जिम्मेदारी स्वयं को या भाई को सौंपना, या यात्रा के लिए आवश्यक वस्तुएँ, जैसे कपड़े, भोजन, तौलिया आदि एकत्रित करना।
(ख) नियंत्रण।
उत्तर: नियंत्रण का अर्थ है योजनाओं के क्रियान्वयन के दौरान गतिविधियों का संचालन करना और समायोजन करना।
उदाहरण: यदि आपने 15 तारीख को यात्रा पर जाने की योजना बनाई है, लेकिन पता चलता है कि उस दिन का टिकट उपलब्ध नहीं है, तो दूसरी ट्रेन लेने का निर्णय लेना या जाने के समय में फेरबदल करना। यह नियंत्रण के दौरान समायोजन कहलाता है।
पाठगत प्रश्न 10.4
1. निम्न के लिये महत्त्वपूर्ण चार-चार मूल्यों की सूची बनाइये।
(क) अपने लिए।
उत्तर: (i) ईमानदारी।
(ii) अच्छा स्वास्थ्य, जिसके लिए आप उचित भोजन और नियमित व्यायाम करते हैं।
(iii) समय की पाबंदी, ताकि आप अपने नियत स्थान पर पाबंदी से जा सकें।
(iv) आत्मनिर्भरता, ताकि आप अपने कार्य स्वयं करें और अपने कौशल को परिष्कृत करें।
(ख) अपने परिवार के लिए।
उत्तर: (i) दयालुता।
(ii) ईमानदारी (उदाहरण के लिए, कभी झूठ न बोलना)।
(iii) प्रसन्नता।
(iv) सामुदायिक और पारिवारिक मानक (लेना, क्योंकि कुछ मानक परिवार और समुदाय को प्रभावित करते हैं)।
(ग) अपने मित्र के लिए।
उत्तर: (i) निष्पक्षता।
(ii) समय का मूल्य, यानी समय पर मिलना।
(iii) अच्छी आदतें।
(iv) ज्ञान (ज्ञान एक संसाधन है, जिसका महत्व व्यक्ति के लिए मूल्यवान हो सकता है)।
2. मूल्य, मानक और लक्ष्यों की परिभाषा लिखिये।
उत्तर: मूल्य: मूल्य नैतिक सिद्धांत हैं या ऐसे विश्वास जो व्यक्ति के जीवन के किसी पहलू या किसी चीज़ के विषय में होते हैं।
मानक: मानक गुणवत्ता का एक स्वीकृत स्तर है। यह मूल्यों का एक मापदंड है जो व्यक्ति को कार्य करने के लिए प्रेरित करता है ताकि उसे वांछित संतुष्टि प्राप्त हो। मानक आपके मूल्यों के प्रतिबिंब हैं और भविष्य के लिए आपके उद्देश्य हैं।
लक्ष्य: लक्ष्य हमारे उद्देश्य हैं जिन्हें हम प्राप्त करना चाहते हैं और जिनके लिए हम कार्य करते हैं। लक्ष्य हमारे मूल्यों, ज़रूरतों और इच्छाओं से पैदा होते हैं।
3. नीचे दिए गए कार्यों को निम्न श्रेणियों में विभक्त कीजिये।
(क) कुछ घंटे।
(ख) कुछ दिन।
(ग) कुछ महीने।
(घ) कुछ वर्ष।
(i) भोजन बनाना। ________________________।
(ii) आलमारी साफ करना ____________________।
(iii) रा.मु.वि.सं. का दिया हुआ कार्य निपटाना ________।
(iv) रा.मु.वि.सं. द्वारा दिया गया प्रमाणपत्र प्राप्त करना ___।
(v) अपने लिये स्वेटर बुनना __________________।
(vi) बच्चों की उच्च शिक्षा ___________________।
(vii) बेटी की शादी ________________________।
उत्तर: समय के आधार पर लक्ष्यों/कार्यों का वर्गीकरण:
(i) भोजन बनाना। (क) कुछ घंटे (ii) आलमारी साफ करना। (क) कुछ घंटे (iii) रा.मु.वि.सं. का दिया हुआ कार्य निपटाना। (ग) कुछ महीने (iv) रा.मु.वि.सं. द्वारा दिया गया प्रमाणपत्र प्राप्त करना। (घ) कुछ वर्ष (v) अपने लिये स्वेटर बुनना। (ग) कुछ महीने (vi) बच्चों की उच्च शिक्षा। (घ) कुछ वर्ष (जैसे: डिग्री कोर्स की पढ़ाई) (vii) बेटी की शादी। (घ) कुछ वर्ष।
पाठगत प्रश्न 10.5
1. आपके पिता आपके परिवार को सैर के लिये ले जाना चाहते हैं। उचित स्थान व समय का चयन करते समय वह किन बातों का ध्यान रखेंगे?
उत्तर: पिता को उचित स्थान और समय का चयन करते समय निर्णय प्रक्रिया के सिद्धांतों का पालन करना होगा।
वह निम्नलिखित बातों का ध्यान रखेंगे:
(i) समस्या की पहचान: सैर के लिए उपयुक्त स्थान और समय का चुनाव करने का लक्ष्य, ज़रूरतें और इच्छाएँ क्या हैं।
(ii) संसाधनों पर विचार: वह उपलब्ध संसाधनों पर गौर करेंगे, जैसे- समय, ऊर्जा, और धन, ताकि वह यह तय कर सकें कि यात्रा कितनी लंबी या कितनी महंगी हो सकती है।
(iii) वैकल्पिक जानकारी का एकत्रीकरण: वह सैर के लिए संभावित स्थानों (विकल्पों) के बारे में जानकारी एकत्र करेंगे (उदाहरण के लिए, यात्रा की लागत, स्थान की दूरी, आदि)।
(iv) मूल्यों और लक्ष्यों के आधार पर मूल्यांकन: वह पारिवारिक लक्ष्यों और मूल्यों (जैसे- स्वास्थ्य, प्रसन्नता) के आधार पर प्रत्येक विकल्प का विश्लेषण करेंगे।
(v) संतुष्टि सुनिश्चित करना: अंत में, वह ऐसा विकल्प चुनेंगे जिससे परिवार के सभी सदस्यों को संतुष्टि मिले, ताकि सैर का उद्देश्य सफल हो सके।
2. निम्न वक्तव्यों के लिये गलत या सही लिखिये। अपने उत्तर के लिये कारण भी लिखिये:
(i) वैकल्पिक चुनावों में से कई कार्य शैलियों का चुनाव निर्णय प्रक्रिया है:
उत्तर: गलत।
कारण: निर्णय का अर्थ है “कई विकल्पों के बीच एक सही कार्य प्रणाली का चुनाव” करना। यह कई कार्य शैलियों (कई कार्य शैलियों) का चुनाव नहीं है, बल्कि सबसे उपयुक्त एक विकल्प का चुनाव है।
(ii) निर्णय प्रक्रिया का पहला चरण समस्या की ठीक प्रकार से पहचान करना है-
उत्तर: सही।
कारण: निर्णय लेने की प्रक्रिया का पहला चरण है समस्या को पहचानना।
(iii) परिवार के संसाधनों और लक्ष्यों को कई कार्यशैलियों के चुनाव के समय ध्यान में रखा जाना महत्त्वपूर्ण है-
उत्तर: सही।
कारण: परिवार को सभी विकल्पों पर गौर करते समय अपने उपलब्ध संसाधनों (जैसे- समय, ऊर्जा, और धन) तथा पारिवारिक लक्ष्यों और मूल्यों के आधार पर उनका विश्लेषण करना चाहिए।
(iv) सभी विकल्पों के विश्लेषण के बाद चुने गए विकल्प से परिवार के सभी सदस्यों को संतुष्टि मिलनी चाहिये-
उत्तर: सही।
कारण: प्रबंधन का उद्देश्य वांछित संतुष्टि प्राप्त करना है। एक सफल निर्णय वही होता है जिससे परिवार के सदस्य प्रसन्न और संतुष्ट हों।
5. निर्णय प्रक्रिया, मुख्य पारिवारिक लक्ष्यों की स्थापना हेतु एक सामाजिक प्रक्रिया है-
उत्तर: गलत।
कारण: निर्णय प्रक्रिया एक सतत चलने वाली प्रक्रिया है, जो समस्याओं का समाधान करने या लक्ष्यों तक पहुँचने के लिए सबसे उपयुक्त कार्य प्रणाली का चुनाव करने में सहायता करती है। लक्ष्य तो मूल्यों, ज़रूरतों और इच्छाओं से पैदा होते हैं, न कि निर्णय प्रक्रिया द्वारा स्थापित किए जाते हैं।
पाठान्त प्रश्न
1. संसाधन की परिभाषा दीजिये और उनका वर्गीकरण करिये।
उत्तर: संसाधन वे माध्यम हैं जिनके द्वारा आवश्यकताओं की पूर्ति की जाती है। संसाधन हमारे लक्ष्यों की प्राप्ति और हमारी आवश्यकताओं की पूर्ति के माध्यम होते हैं। हम अपने दैनिक कार्यों को करने के लिए जिन वस्तुओं या चीज़ों की आवश्यकता होती है, उन्हें संसाधन कह सकते हैं।
संसाधनों का वर्गीकरण: संसाधनों को मुख्य रूप से दो प्रकारों में वर्गीकृत किया जाता है:
(क) मानवीय संसाधन (Human Resources):
(i) ये वे संसाधन हैं जो किसी भी व्यक्ति का हिस्सा होते हैं और उसी व्यक्ति के द्वारा प्रयोग किए जा सकते हैं।
(ii) वे संसाधन जो व्यक्तियों द्वारा अधिग्रहित (acquired) और प्रयोग में लाए जाते हैं, मानवीय संसाधन कहलाते हैं।
(iii) एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में इन संसाधनों की मात्रा अलग-अलग होती है, और इन्हें प्राप्त किया जा सकता है व इनका संवर्धन भी किया जा सकता है।
(iv) उदाहरण: समय (Time), ऊर्जा (Energy), कौशल (Skill), और क्षमताएँ (Abilities)।
(ख) अमानव संसाधन (Non-Human Resources):
(i) ये संसाधन व्यक्तियों से इतर (external) होते हैं, लेकिन व्यक्तियों द्वारा नियंत्रित और उपयोग किए जाते हैं।
(ii) इनकी पहचान मानवीय संसाधनों की अपेक्षा अधिक सरलता से की जा सकती है।
(iii) ये संसाधन प्रत्येक के प्रयोग के लिए उपलब्ध होते हैं।
(iv) उदाहरण: धन (Money), मकान (House/Building), भौतिक वस्तुएँ (Physical objects), भूमि (Land), तथा सामुदायिक सुविधाएँ जैसे- पार्क, अस्पताल, सड़कें, और बसें।
2. प्रबंधन क्या है? प्रबंधन के चरणों की, उदाहरण देखकर, व्याख्या कीजिये।
उत्तर: प्रबंधन प्रक्रिया वह है जिसमें आपके पास जो कुछ है, उन वस्तुओं से इच्छित वस्तुओं को प्राप्त करना शामिल है। प्रबंधन उस प्रक्रिया को कहते हैं जिसे आप एक आरामदायक यात्रा या किसी कार्य को सफलतापूर्वक करने के लिए अपनाते हैं, जिसमें आप सभी वस्तुओं की व्यवस्था करते हैं।
प्रबंधन के चरण: सीमित संसाधनों से अपने लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए हमें एक व्यवस्थित तरीका अपनाना पड़ता है। प्रबंधन के मुख्य चार चरण होते हैं: योजना बनाना, व्यवस्था करना, नियंत्रण करना, और मूल्यांकन करना।
(क) चरण 1: योजना बनाना (Planning):
(i) यह प्रबंधन का पहला चरण है जिसमें पहले से ही यह सोचना है कि क्या किया जाना चाहिए।
(ii) सबसे सरल तरीका है कि किए जाने वाले कार्यों की एक सूची बनाएं और उन्हें क्रमबद्ध (sequentially) करें।
(iii) योजना में लचीलापन (flexibility) रखना आवश्यक है ताकि अंतिम समय पर ज़रूरत पड़ने पर परिवर्तन किया जा सके।
(iv) उदाहरण: दादा-दादी के घर जाने की यात्रा की योजना बनाते समय, सभी कार्यों (जैसे बैंक से पैसा निकालना, स्टेशन जाकर टिकट लेना, सामान पैक करना) को क्रमबद्ध करना।
(ख) चरण 2: व्यवस्था (Organizing):
(i) व्यवस्था का अर्थ है संसाधनों को एकत्र करके योजना के क्रियान्वयन के लिए उत्तरदायित्वों का आबंटन करना।
(ii) इस चरण के अंतर्गत संसाधनों को एकजुट करना और उत्तरदायित्वों का आबंटन करना आता है।
(iii) कार्यभार सौंपते समय यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जिन्हें कार्यभार सौंपा गया है, उनके पास उस कार्य को करने की आवश्यक योग्यता/क्षमता और इच्छा भी हो।
(iv) उदाहरण: यात्रा की योजना बनाते समय, यह निश्चित करना कि टिकट कौन खरीदेगा (स्वयं, भाई या माँ), और यात्रा के लिए आवश्यक कपड़े, साबुन आदि वस्तुएँ एकत्र करना।
(ग) चरण 3: नियंत्रण (Controlling):
(i) नियंत्रण का अर्थ है योजनानुसार और व्यवस्थानुसार गतिविधियों का संचालन। इसे योजना को क्रियान्वित करना भी कहते हैं।
(ii) नियंत्रण आवश्यक है ताकि कार्य योजनानुसार किया जा सके।
(iii) जैसे-जैसे कार्य होता रहता है, आपको अपनी योजना की सफलता की जाँच करते रहना चाहिए और आवश्यकता पड़ने पर समायोजन (adjustment) करना चाहिए (जैसे कि टिकट न मिलने पर ट्रेन बदलना या जाने की तारीख बदलना)।
(घ) चरण 4: मूल्यांकन (Evaluating):
(i) मूल्यांकन का अर्थ है अपनी योजना की सफलता की जाँच करना और आवश्यकता पड़ने पर सुधारात्मक कदम उठाना।
(ii) यह आपको अपनी गलतियों और कमजोरियों को समझने में सहायता करता है ताकि भविष्य में उन्हें दोहराया न जाए; इसे प्रतिपुष्टि (feedback) कहते हैं।
(iii) यद्यपि मूल्यांकन को आखिरी चरण में दिया गया है, परन्तु यह प्रबंधन के प्रत्येक चरण (योजना, व्यवस्था, नियंत्रण) में किया जाता है।
(iv) उदाहरण: भोजन बनाते समय उसे चखकर देखना कि वह ठीक बना है या नहीं, या यह देखना कि सारा कार्य योजनानुसार हुआ या नहीं।
3. प्रबंधन प्रक्रिया में तीन मुख्य प्रेरक क्या हैं?
उत्तर: प्रबंधन प्रक्रिया में तीन मुख्य प्रेरक कारक हैं-
1. मूल्य (Values)।
2. मानक (Standards)।
3. लक्ष्य (Goals)।
4. अपने जीवन का एक मुख्य लक्ष्य पहचानिये। उन मूल्यों का वर्णन कीजिये जहां से ये निकले हैं। उन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिये जो मानक आपने नियत किये हैं उनकी भी व्याख्या कीजिये।
उत्तर: यह प्रश्न आपको अपने व्यक्तिगत जीवन से संबंधित जानकारी के आधार पर उत्तर देना है। हालांकि, मैं स्रोतों से लक्ष्य, मूल्य और मानक की परिभाषाएं प्रदान कर सकता हूँ ताकि आप अपनी पहचान कर सकें।
(i) लक्ष्य (Goals): लक्ष्य आपके उद्देश्य (objectives) हैं जिन्हें आप प्राप्त करना चाहते हैं और जिनके लिए आप कार्य करते हैं। ये आपके मूल्यों, ज़रूरतों और इच्छाओं से पैदा होते हैं।
(ii) मूल्य (Values): मूल्य नैतिक सिद्धांत (moral principles) या ऐसे विश्वास हैं जो व्यक्ति के जीवन के किसी पहलू या किसी चीज़ के विषय में होते हैं। ये आपको विशेष प्रकार से व्यवहार करने के लिए प्रेरित करते हैं।
(iii) मानक (Standards): मानक गुणवत्ता का एक स्वीकृत स्तर (accepted level of quality) है। ये मूल्यों का एक मापदंड है जो व्यक्ति को वांछित संतुष्टि प्राप्त करने के लिए कार्य करने हेतु प्रेरित करता है।
5. निर्णय प्रक्रिया का महत्त्व संक्षेप में लिखिये। निर्णय प्रक्रिया के चरणों की सूची बनाइये।
उत्तर: निर्णय प्रक्रिया का महत्त्व संक्षेप में: निर्णय प्रक्रिया एक सत्त चलने वाली प्रक्रिया है। यह अत्यंत आवश्यक है कि आप सही निर्णय लेना सीखें ताकि आप समस्याओं का समाधान कर सकें, किसी लक्ष्य तक पहुँच सकें, या किसी भी स्थिति का सामना कर सकें। विभिन्न विकल्पों पर विचार-विमर्श महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सुनिश्चित करता है कि आप सही कार्यशैली अपना रहे हैं और आपने कोई ऐसा पहलू नहीं छोड़ा है जिससे आप धन, समय, ऊर्जा की बचत कर सकते हों या जो सामाजिक या भावनात्मक रूप से आपको लाभ पहुँचाए।
निर्णय प्रक्रिया के चरणों की सूची: निर्णय प्रक्रिया के चरण निम्नलिखित हैं-
(i) समस्या को पहचानना।
(ii) समस्या के विषय में सारी जानकारी एकत्र करना और एक संभावित कार्यविधि या पद्धति का प्रतिपादन करना (जैसे कि समस्या को सुलझाने के लिए समाधान ढूँढना)।
(iii) प्रत्येक वैकल्पिक कार्यविधि पर विचार विमर्श व उसका मूल्यांकन करना।
(iv) सबसे उपयुक्त कार्यविधि का चुनाव करना।
6. बिखरे हुये शब्दों को पुनगर्हित करके सही शब्द पहचानिये:
(i) अपने लक्ष्यों और जरूरतों को प्राप्त करने का साधन है: नधसास।
उत्तर: संसाधन।
(ii) इच्छित वस्तुओं को आप जिससे प्राप्त करते है: धप्रनब।
उत्तर: प्रबंधन।
(iii) प्रबंधन प्रक्रिया का पहला चरण: नाजयो।
उत्तर: योजना।
(iv) प्रबंधन में संसाधनों को एकत्रित करना और उत्तरदायित्वों का आवंटन करना: थाव्यस्व।
उत्तर: व्यवस्था।
(v) गतिविधियों का योजनानुसार क्रियान्वन व व्यवस्था: त्रयंनिण।
उत्तर: नियंत्रण।
(vi) अपनी योजना की प्रगति की जाँच करके सुधारात्मक कदम उठाना: नकल्यामू।
उत्तर: मूल्यांकन।
(vii) वैकल्पिक कार्यशैलियों के बीच सबसे उपयोगी मापक का चुनाव: ल्यमू।
उत्तर: मुल्य।
(viii) मूल्यों के मापक जो लोगों को वांछित संतुष्टि प्रदान करते हैं: नकमा।
उत्तर: मानक।
(ix) जिन उद्देश्यों को हम प्राप्त करना चाहते हैं: क्ष्यल।
उत्तर: लक्ष्य।
(x) वैकल्पिक चुनावों के बीच एक कार्यशैली का चुनाव: नियर्ण।
उत्तर: निर्णय।

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