NIOS Class 12 Home Science Chapter 31 घर का सौंदर्याकरण, कशीदाकारी के टांके

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NIOS Class 12 Home Science Chapter 31 घर का सौंदर्याकरण, कशीदाकारी के टांके

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Chapter: 31

मॉडयूल – 6A गृह व्यवस्था

पाठगत प्रश्न 31.1

1. आप फूलदान में फूल सजा रहे हैं। निम्न वाक्यों में सुधार करिये-

1. ताजगी बनाये रखने के लिये फूल सांयकाल ही तोड़े जाने चाहिये।

उत्तर: फूल प्रातःकाल ही तोड़े जाने चाहिये।

2. फूलों की सम संख्या का चुनाव करना चाहिये।

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उत्तर: फूल विषम संख्या में होने चाहिये।

3. पिन होल्डर में पिनें रखी जाती हैं।

उत्तर: पिन होल्डर फूलों की टहनियों को टिकाने लगाने के लिये प्रयोग किये जाते हैं।

4. सारे फूल एक ही ऊँचाई के होने चाहिये।

उत्तर: फूलों की टहनियों को अलग-अलग लम्बाई की काटना चाहिये।

5. कलियों को तले की ओर मध्यम आकार के बीच में और सबसे बड़े आकार के फूलों को सज्जा के ऊपरी भाग में लगाया जाना चाहिये।

उत्तर: कलियों को सबसे ऊपर, मध्यम आकार के फूलों को बीच में और सबसे बड़े फूलों को पुष्प सज्जा के सबसे निचले भाग में लगाना चाहिये।

2. रिक्त स्थानों को पूर्ति करें-

1. पुष्प सज्जा में, हरी पत्तियां __________, ___________ और प्रकृति के __________ दिखने में सहायता करती है।

उत्तर: सुंदरता बढ़ाते हैं, पृष्ठभूमि देते हैं और प्राकृतिक लगते हैं।

2. पुष्प सज्जा में सबसे ऊँची टहनी फूलदान की चौडाई से ____________ लम्बी होनी चाहिये। 

उत्तर: 1 1/2.

3. पुष्प सज्जा को ____________ रंग की पृष्ठ भूमि में रखा जाना चाहिये।

उत्तर: विपर्यास।

पाठगत प्रश्न 31.2

1. किसी पुष्प सज्जा में निम्न का मूल्यांकन करिये-

1. सभी फूल एक ही ऊँचाई पर लगे हों।

उत्तर: यदि सभी फूल एक ही ऊँचाई पर लगे हों, तो उसमें कोई लय नहीं रहेगी। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि आँखें एक स्थान से दूसरे स्थान तक गति न करके एक ही स्थान पर स्थिर रहेगी।

2. बड़े फूल ऊपरी भाग में लगे हों।

उत्तर: यदि बड़े फूल ऊपरी भाग में लगे हों, तो यह असंतुलित लगेगा। साथ ही, इसका ऊपरी हिस्सा भारी लगेगा। (इसके विपरीत, पुष्प सज्जा की विधि के अनुसार, बड़े फूलों को तल (नीचे) की ओर, मध्यम आकार के फूलों को बीच में, और कलियों को सबसे ऊपर सजाना चाहिए ताकि ऊपरी भाग अधिक भारी न लगे)।

3. सभी फूल और पत्तियां बायीं ओर लगाई गयी हों।

उत्तर: यदि सभी फूल और पत्तियां बायीं ओर लगाई गई हों, तो यह असंतुलित और एकतरफा झुका हुआ लगेगा। यह बायीं ओर भारी और दायीं ओर खाली लगेगा। (पुष्प सज्जा में पूरे संतुलन का ध्यान रखना चाहिए, ताकि यह न तो ऊपरी हिस्से में भारी हो और न ही एकतरफा)।

पाठगत प्रश्न 31.3

1. निम्न शब्दों का प्रयोग करके अच्छी रंगोली बनाने के लिये जानकारी दें-

(i) अवसर।

उत्तर: रंगोली का डिज़ाइन त्योहार या अवसर के प्रसंग के अनुसार होना चाहिए।

(ii) देहरी।

उत्तर: रंगोली साधारणतया दरवाजे की देहली (देहरी) पर, आँगन में, या घर के बरामदे में की जाती है।

(iii) विपर्यास।

उत्तर: रंगों के चयन में विपर्यासी रंगों का प्रयोग करना चाहिए।

(iv) एकसम।

उत्तर: रंगों की भरपाई समान रूप से करनी चाहिए।

(v) चपटा।

उत्तर: भरपाई करते समय सामग्री को दबा कर भरना चाहिए (ताकि वह एकसार हो जाए)।

पाठान्त प्रश्न

1. राहुल के मित्र ने उसके जन्मदिन पर पांच पीले गुलाब भेंट किए। इनको सजाने के लिये उसे किस अन्य सामान की आवश्यकता पड़ेगी? इन्हें उनके शयनकक्ष की साइड टेबल पर सजाने के लिये दिशा निर्देश दीजिये।

उत्तर: पांच पीले गुलाबों को सजाने के लिए राहुल को निम्नलिखित सामग्री की आवश्यकता होगी:

(i) फूलदान: यह कमरे की सजावट और ‘मूड’ के साथ मेल खाना चाहिए। (उदाहरण के लिए, अगर शयनकक्ष में केन का फ़र्नीचर है, तो बाँस या लकड़ी की टोकरी चीनी मिट्टी की अपेक्षा अधिक उपयुक्त रहेगी)।

(ii) पिन होल्डर या ओएसिस: ये फूलों की टहनियों को टिकाने और संतुलन प्रदान करने के लिए आवश्यक हैं। ओएसिस नौसिखियों के लिए सरल है, क्योंकि यह फूल को संतुलित करना आसान बनाता है।

(iii) हरी पत्तियाँ: ये सुंदरता बढ़ाती हैं, पृष्ठभूमि देती हैं और पुष्प सज्जा को प्राकृतिक दिखाने में सहायता करती हैं।

(iv) पानी: पिन होल्डर को ढकने और ओएसिस को भिगोने के लिए।

(v) सूखी टहनियाँ (वैकल्पिक): प्राकृतिक रूप को बढ़ाने और निखारने के लिए इनका प्रयोग किया जा सकता है।

राहुल को पुष्प सज्जा के लिए निम्नलिखित निर्देशों का पालन करना चाहिए:

(i) तैयारी: फूलदान में पिन होल्डर लगाकर उसे पानी से ढक दें, या ओएसिस को पानी में पूरी तरह भिगोकर फूलदान में रख दें।

(ii) फूलों का चुनाव: राहुल के पास पाँच (विषम संख्या) फूल हैं, जो सामान्यतः पुष्प सज्जा में प्रयोग किए जाते हैं।

(iii) टहनियों की कटाई: फूलों की टहनियों को विभिन्न लंबाई का काटें। सबसे लंबी टहनी को फूलदान की चौड़ाई से कम से कम डेढ़ गुना (1.5 गुना) लंबा होना चाहिए। फूलों की कटाई-छँटाई पानी के अंदर करनी चाहिए।

(iv) पुष्प सज्जा का आकार: पहले सज्जा का आकार निश्चित करें, यह त्रिकोणीय, अंडाकार या ‘S’ आकार का हो सकता है।

फूलों की स्थिति:

(i) फूलों को विभिन्न ऊँचाइयों पर लगाएँ।

(ii) बड़े फूलों को तल की ओर (नीचे), मध्यम आकार के फूलों को बीच में और कलियों (यदि हैं) को सबसे ऊपर सजाएँ, ताकि ऊपरी भाग भारी न लगे।

(iii) सबसे पहले लंबी टहनियों को, और फिर अन्य फूलों को उनकी लंबाई के अनुसार सजाएँ।

(iv) टहनियों को पिन होल्डर या ओएसिस में अच्छी तरह से लगाएँ ताकि वे अपने स्थान पर ठीक से खड़ी रहें और गिरें नहीं।

(v) फूलों को अपनी ओर (देखने वाले की ओर) लगाएँ ताकि उनकी सुंदरता का आनंद लिया जा सके।

(vi) पत्तियों का उपयोग: फूलों के बीच के स्थान को भरने के लिए पत्तियों का प्रयोग करें। अनुपयोगी, मुरझाई हुई या पीली पत्तियों की काट-छाँट कर लें।

(vii) समापन: पिन होल्डर और ओएसिस को पत्तियों या पत्थरों से छिपा दें।

(viii) स्थान निर्धारण: पुष्प सज्जा को विपरीत पृष्ठभूमि के सामने रखें, जहाँ से सारे फूल भली-भाँति दिखाई दें।

2. सजावटी सामग्री को सजाते समय आपको किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिये?

उत्तर: सजावटी सामग्री (जैसे पेंटिंग्स, लैंप, मूर्तियाँ, कुशन) को सजाते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:

(i) पेंटिंग्स का आकार और स्थान: पेंटिंग्स को उपलब्ध स्थान और उनके आकार के अनुसार टाँगा जाना चाहिए। बड़ी पेंटिंग को बड़ी दीवार पर और छोटी पेंटिंग को छोटी दीवार पर टाँगे। छोटी पेंटिंग्स के समूह को एक साथ टाँगा जा सकता है, लेकिन उन्हें इस प्रकार लगाएँ कि वे सब एक काल्पनिक वर्ग या आयत के अंदर आ जाएँ।

(ii) पेंटिंग्स की दिशा: पेंटिंग्स सीधी लगाई जानी चाहिए, तिरछी नहीं।

(iii) प्रकाश व्यवस्था: पेंटिंग्स की सुंदरता को उभारने के लिए उनके ऊपर लाइट लगाई जा सकती है, जो सीधे पेंटिंग पर पड़े। लैंप का रंग बाकी सजावट से मेल खाता हुआ होना चाहिए। लैंप कोनों में रखा जा सकता है या पेंटिंग के ऊपर लटकाया जा सकता है।

(iv) समान सामग्री का समूह: एक ही सामग्री से बनी वस्तुएँ (जैसे पीतल, कट ग्लास, सफेद धातु, लकड़ी) को एक साथ समूह में रखी जानी चाहिए।

(v) मूर्तियों की संख्या: सावधानी रखें कि कई मूर्तियाँ एक साथ न रखी जाएँ।

(vi) कुशन का उपयोग: कमरे में रंग खिल उठे, इसके लिए कुशन इधर-उधर लगाने चाहिए।

3. रितिका अपने मित्रों की प्रतीक्षा कर रही है। वह अपने कमरे को सजाना चाहती है। उसको इसके लिये पांच सुझाव दीजिये।

उत्तर: रितिका को अपने कमरे को सजाने के लिए निम्नलिखित पाँच सुझावों पर ध्यान देना चाहिए:

(i) स्वच्छता और व्यवस्था: सबसे पहले कमरे को साफ़-सुथरा और व्यवस्थित करें। सभी घरेलू वस्तुओं को उनके निर्धारित स्थान पर रखें।

(ii) साम्य और एकरूपता: यह अति आवश्यक है कि कमरे में फ़र्नीचर, प्रकाश व्यवस्था (लाइटिंग), और अन्य सजावटी सामान के बीच साम्य और एकरूपता बनी रहे। उदाहरण के लिए, पर्दे अन्य चीज़ों से मेल खाने चाहिए।

(iii) कलात्मक व्यवस्था: वस्तुओं को कलात्मक रूप देना आवश्यक है ताकि वे आरामदायक और सुंदर लगें। भले ही सामान कम कीमत का हो, उसे सुंदर तरीके से व्यवस्थित किया जा सकता है।

(iv) अनुपात और खाली स्थान: सुनिश्चित करें कि फ़र्नीचर कमरे के आकार के अनुपात में रखा गया हो। इतना स्थान होना चाहिए कि चलने-फिरने के लिए समुचित जगह हो।

(v) आरामदायक वातावरण और रंग: कमरा ऐसा होना चाहिए जो स्वागत योग्य और निमंत्रण देता हुआ प्रतीत हो। कमरे में ऐसे रंगों का प्रयोग करें जो एक आरामदायक वातावरण पैदा करें और आँखों को शांति पहुँचाएँ।

4. पुष्प सज्जा करते समय आप जिन सिद्धान्तों को अपनाएंगें उनके विषय में लिखिये।

उत्तर: पुष्प सज्जा करते समय निम्नलिखित आधारभूत सिद्धान्तों का पालन करना चाहिए:

(i) अनुपात: पुष्प सज्जा का आकार कमरे में या उसके पास रखी अन्य वस्तुओं (जैसे मेज) के अनुपात में होना चाहिए।

  • फूल और पत्तों को फूलदान के आकार के अनुसार होना चाहिए।
  • पुष्प सामग्री फूलदान की ऊँचाई से डेढ़ गुना (1½) ऊँची होनी चाहिए।

(ii) संतुलन: पूरी पुष्प सज्जा संतुलित होनी चाहिए।

  • इसका न तो ऊपरी हिस्सा भारी होना चाहिए और न ही यह एकतरफा झुका हुआ होना चाहिए।

(iii) लय: आपकी आँखें पूरी सज्जा के चारों ओर आसानी से घूमनी चाहिए और एक जगह स्थिर नहीं हो जानी चाहिए।

  • यह प्राप्त करने के लिए, आधारभूत आकार, रंग और टेक्स्चर आदि को थोड़ी-थोड़ी दूरी पर दोहराया जाना चाहिए।
  • फूलों को भिन्न-भिन्न ऊँचाइयों पर लगाकर भी यह लय पैदा की जाती है।

(iv) क्रम: विभिन्न आकार वाले फूलों को क्रमशः लगाना चाहिए।

  • पूरे खिले हुए फूलों को नीचे की ओर और कलियों को ऊपर की ओर लगाना चाहिए।

(v) सघनता/प्राकृतिकता: टहनियों को पास-पास लगाएँ, इससे पुष्प सज्जा प्राकृतिक नज़र आएगी।

(vi) महत्व: पुष्प सामग्री को फूलदान से अधिक महत्वपूर्ण लगना चाहिए।

  • बड़े और चमकीले फूल हमेशा आँखों को आकर्षित करते हैं।
  • इसलिए, भिन्न रंगों के कई फूल एक ही सज्जा में नहीं लगाने चाहिए; इसके बजाय, कुछ छोटे और हल्के रंगों के फूल चमकीले रंग के फूलों के साथ लगाए जाने चाहिए।

(vii) समरूपता: फूल, पत्तियाँ और फूलदान समरूप और एक दूसरे के पूरक होने चाहिए।

  • प्रत्येक पुष्प के आसपास कुछ स्थान अवश्य छोड़ना चाहिए।
मॉडयूल – 6B कशीदाकारी

पाठगत प्रश्न 31.1

1. प्रत्येक संवर्ग में सोचकर एक वस्तु के बारे में लिखें जो प्रत्येक अक्षर से प्रारंभ होती है।

(a) अपनी कशीदाकारी को प्रारंभ करने के लिये आपके पास होना चाहिये।

(i) न______।

उत्तर: नमूना।

(ii) क_______।

उत्तर: कपड़ा।

(iii) घा_______।

उत्तर: धागे।

(b) ये भराई के टांके हैं।

(i) सा _______।

उत्तर: साटिन स्टिच।

(ii) लौ_______।

उत्तर: लौंग एण्ड शॉर्ट स्टिच।

(iii) डा_______।

उत्तर: डार्निंग स्टिच।

(c) इनके सावधानीपूर्ण चुनाव से सुंदर परिणाम प्राप्त होंगे:

(i) न ________।

उत्तर: नमूना।

(ii) क ________।

उत्तर: कशीदाकारी का टांका।

(iii) रं _______।

उत्तर: रंग।

पाठान्त प्रश्न

1. ऊमा बच्चे का कम्बल बहुरंगी तितलियों से काढ़ रही है।

(a) उन दो टाकों का सुझाव दीजिये जिन्हें वह तितली के नमूने को भरने के लिये प्रयोग कर सकती है। अपने चुनाव के कारण लिखिये।

उत्तर: ऊमा तितली के नमूने को भरने के लिए निम्नलिखित दो टांकों का प्रयोग कर सकती है, क्योंकि ये कशीदाकारी में उपयोग होने वाले मुख्य टाँकों में सूचीबद्ध हैं:

(i) साटन टाँका: यह टाँका भरने के लिए उत्तम है।

कारण: साटन टाँका पैटर्न को चिकना और भरा हुआ स्वरूप प्रदान करता है (यह सामान्य कशीदाकारी ज्ञान पर आधारित है, जिसका समर्थन स्रोत में टाँके की सूची से होता है)। बच्चे के कम्बल पर यह टाँका सुंदर और मुलायम दिखाई देगा।

(ii) चेन टाँका: यह भी कशीदाकारी का एक मुख्य टाँका है।

कारण: चेन टाँका एक मजबूत और उभरा हुआ पैटर्न बनाता है, जिसका उपयोग भरने और साथ ही आउटलाइनिंग के लिए किया जा सकता है (यह सामान्य कशीदाकारी ज्ञान पर आधारित है, जिसका समर्थन स्रोत में टाँके की सूची से होता है)।

(b) किनारों को बन्द करने के लिये उसे कौन सा कशीदाकारी का टांका प्रयोग करना चाहिये? क्यों?

उत्तर: किनारों को बन्द करने (फिनिशिंग) के लिए ऊमा को कन्टे टाँके, जिसे बटनहोल टाँके या ब्लैंकेट टाँके के रूप में भी जाना जाता है, का प्रयोग करना चाहिए।

कारण: कन्टे टाँके का उपयोग किनारों को मजबूत करने और कपड़े को उधड़ने से रोकने के लिए किया जाता है, जबकि यह एक सजावटी किनारा भी प्रदान करता है (स्रोतों में यह टाँका ‘बटन’ या ‘कन्टे टाँके’ के रूप में सूचीबद्ध है, जिसका उपयोग अक्सर किनारों को सील करने के लिए किया जाता है)।

2. आप मैटी से एक शॉपिंग बैग बना रहे हैं। आप कशीदाकारी का कौन सा टांका प्रयोग करेंगे? क्यों?

उत्तर: यदि आप मैटी कपड़े से एक शॉपिंग बैग बना रहे हैं, तो आप चेन टाँका या कच्चा टाँका प्रयोग कर सकते हैं।

सुझाव: चेन टाँका।

कारण: मैटी एक मोटा और मजबूत कपड़ा होता है। चेन टाँका एक मजबूत, बोल्ड और टिकाऊ टाँका होता है। यह सजावटी और मजबूत होता है, जो शॉपिंग बैग पर प्रभावी रूप से दिखाई देगा और इस्तेमाल के दौरान टिका रहेगा।

वैकल्पिक रूप से: आप कच्चा टाँका का भी उपयोग कर सकते हैं।

कारण: कच्चा टाँका एक सरल, तेजी से बनने वाला टाँका है, जिसका उपयोग सजावट या डिज़ाइन को अस्थायी रूप से चिह्नित करने के लिए किया जाता है। हालांकि, यदि मुख्य सजावट के लिए उपयोग किया जाए, तो चेन टाँका अधिक मजबूत होता है।

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