NIOS Class 12 Home Science Chapter 2 दैनिक जीवन में नीतियाँ Solutions Hindi Medium to each chapter is provided in the list so that you can easily browse throughout different chapters NIOS Class 12 Home Science Chapter 2 दैनिक जीवन में नीतियाँ Notes and select need one. NIOS Class 12 Home Science Chapter 2 दैनिक जीवन में नीतियाँ Question Answers Download PDF. NIOS Study Material of Class 12 Home Science Notes Paper 321.
NIOS Class 12 Home Science Chapter 2 दैनिक जीवन में नीतियाँ
Also, you can read the NIOS book online in these sections Solutions by Expert Teachers as per National Institute of Open Schooling (NIOS) Book guidelines. These solutions are part of NIOS All Subject Solutions. Here we have given NIOS Class 12 Home Science Chapter 2 दैनिक जीवन में नीतियाँ, NIOS Senior Secondary Course Home Science Solutions in Hindi Medium for All Chapter, You can practice these here.
दैनिक जीवन में नीतियाँ
Chapter: 2
| मॉड्यूल – 1 गृह प्रबंधन कला व विज्ञान |
पाठगत प्रश्न 2.1
1. किन्हीं पाँच व्यक्तिगत गुणों की व्याख्या कीजिये जो अच्छी कार्य नीतियों में सहयोग देते हैं।
(क) __________________________________।
(ख) __________________________________।
(ग) __________________________________।
(घ) __________________________________।
(ङ) __________________________________।
उत्तर: निम्नलिखित पाँच व्यक्तिगत गुण अच्छी कार्य नीतियों में सहयोग देते हैं:
(क) वफादारी और ईमानदारी: वफादार व्यक्ति अपने कार्य, मालिक और संगठन के प्रति सच्चा होता है। वह किसी भी परिस्थिति में धोखा नहीं देता और हमेशा संस्था के हित में कार्य करता है।
ईमानदारी कार्यस्थल पर विश्वास और पारदर्शिता बनाए रखती है। उदाहरण: हरिओम का कर्मचारी रामू अगर वफादार होता, तो उसका व्यवहार मालिक को परेशान नहीं करता।
(ख) सत्यवादिता: सत्य बोलने वाला व्यक्ति हर जगह विश्वसनीय माना जाता है। सत्यवादिता से व्यक्ति के आचरण में विश्वास और स्थिरता आती है, जिससे वह दूसरों के सामने आदर्श बनता है। उदाहरण: सच्चाई और स्पष्टता कार्यस्थल में भरोसा बढ़ाती है और गलतफहमियाँ कम करती हैं।
(ग) आत्मसम्मान और दूसरों का सम्मान: जो व्यक्ति अपने साथ-साथ दूसरों का भी सम्मान करता है, वह हमेशा नैतिकता के मार्ग पर चलता है। सम्मानजनक व्यवहार से कार्यस्थल पर सौहार्दपूर्ण वातावरण बनता है और टीम भावना मज़बूत होती है।
(घ) समय का आदर: समय का सही उपयोग सफलता की कुंजी है। समय का आदर करने वाला व्यक्ति अपने कार्यों को निर्धारित समय पर पूरा करता है और दूसरों के कार्य में बाधा नहीं डालता। उदाहरण: रामू समय पर काम करता तो उसे नौकरी से हाथ न धोना पड़ता।
(ङ) कार्य के प्रति समर्पण और जिम्मेदारी: कार्य के प्रति समर्पित व्यक्ति अपनी जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा और लगन से निभाता है। वह अपने काम को केवल नौकरी नहीं बल्कि कर्तव्य मानकर करता है। उदाहरण: हरिओम ने अपने व्यवसाय को मेहनत से चलाया, जबकि रामू के गैरजिम्मेदार रवैये से नुकसान हुआ।
2. नीचे दिये गये कथनों को सबसे उपयुक्त उत्तर द्वारा पूर्ण कीजिये।
(i) कार्य नीति का अर्थ है:
(क) नैतिकता।
(ख) दक्षता।
(ग) योग्यता।
(घ) न्यायप्रियता।
उत्तर: (क) नैतिकता।
(ii) कार्य नीति का अर्थ है:
(क) नियम व मानकों का समूह।
(ख) मानकों का समूह।
(ग) सही निर्णय व मानक।
(घ) सही निर्णय व नियमों का समूह।
उत्तर: (क) नियम व मानकों का समूह।
(iii) कार्य स्थल के तीन घटक हैं कार्यकर्ता, कार्यस्थल व ____________
(क) नियम।
(ख) कार्य विधि।
(ग) कार्य।
(घ) सह कार्यकर्ता।
उत्तर: (ख) कार्य विधि।
3. नीचे दी गयी सूची में से साधारण नीतियों को कार्यगत नीतियों से अलग करें।
(क) नियमितता व समय की पाबंदी।
(ख) वफादारी।
(ग) नियमितता।
(घ) विश्वासपात्रता।
(ङ) गोपनीयता।
(च) आत्मसम्मान।
(छ) पर्यावरण के प्रति सम्मान।
(ज) सत्यवादिता।
उत्तर:
| साधारण नीतियाॅं | कार्यगत नीतियाॅं |
| (ख) वफादारी। | (क) नियमितता व समय की पाबंदी। |
| (च) आत्मसम्मान। | (ग) नियमितता। |
| (छ) पर्यावरण के प्रति सम्मान। | (घ) विश्वासपात्रता। |
| (ज) सत्यवादिता। | (ङ) गोपनीयता। |
पाठगत प्रश्न 2.2
1. नीचे दिये वक्तव्यों में से जो नीतिगत नहीं हैं उन्हें छाँट कर अलग करें।
(क) अपने ऑफिस से रिश्तेदारों को एस.टी.डी. कॉल करना।
(ख) बैंक क्लर्क द्वारा काउंटर को समय पर खोला जाना।
(ग) बैंक क्लर्क द्वारा आपको काउंटर दर कांउटर भेजना।
(घ) ऑफिस के वाहन में लॉग बुक भरे बिनां पार्टी में जाना।
(ङ) उपयोग के बाद पानी का नल बंद कर देना।
(च) सभी कर्मचारियों द्वारा मिलजुल कर काम करना।
(छ) समय से पहले पदोन्नति।
(ज) अपना काम करवाने के लिये किसी अधिकारी को रिश्वत देना।
(झ) कतार तोड़कर आगे निकल जाना।
उत्तर: (क) अपने ऑफिस से रिश्तेदारों को एस.टी.डी. कॉल करना।
(ग) बैंक क्लर्क द्वारा आपको काउंटर दर कांउटर भेजना।
(घ) ऑफिस के वाहन में लॉग बुक भरे बिनां पार्टी में जाना।
(छ) समय से पहले पदोन्नति।
(ज) अपना काम करवाने के लिये किसी अधिकारी को रिश्वत देना।
पाठगत प्रश्न 2.3
1. उचित शब्दों के प्रयोग से रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिये।
(क) अपने काम पर नियमित व ___________ रहें।
उत्तर: अपने काम पर नियमित व समय के पाबंद रहें।
(ख) स्वयं को ___________ और ज्ञान प्राप्त करने वाला बनाने को तैयार रहें।
उत्तर: स्वयं को सीखना और ज्ञान प्राप्त करने वाला बनाने को तैयार रहें।
(ग) अपने कार्य को अधिक ____________ बनाने के तरीके ढूंढें।
उत्तर: अपने कार्य को अधिक दक्ष बनाने के तरीके ढूंढें।
(घ) प्रत्येक प्रकार के कार्य के लिये ____________ रखें।
उत्तर: प्रत्येक प्रकार के कार्य के लिये आदर रखें।
(ङ) अपनी संस्था के प्रति ____________ रहें।
उत्तर: अपनी संस्था के प्रति वफादार रहें।
(च) अपने कार्यस्थल पर अच्छे प्रदर्शन के लिये ____________ का अनुसरण करें।
उत्तर: अपने कार्यस्थल पर अच्छे प्रदर्शन के लिये नीतियों की संहिता का अनुसरण करें।
(छ) अनैतिक व ____________ कर्मचारियों को उनके क्रियाकलापों के लिये जिम्मेदार ठहराना चाहिये।
उत्तर: अनैतिक व भ्रष्ट कर्मचारियों को उनके क्रियाकलापों के लिये जिम्मेदार ठहराना चाहिये।
(ज) ___________ की शिक्षा और नीतियाँ स्कूल व कॉलेज के पाठ्यक्रमों का हिस्सा होनी चाहिये।
उत्तर: नैतिक मूल्यों की शिक्षा और नीतियाँ स्कूल व कॉलेज के पाठ्यक्रमों का हिस्सा होनी चाहिये।
पाठान्त प्रश्न
1. स्कूलों व कॉलेजों में मूल्य व नीतियाँ क्यों पढ़ाई जानी चाहिये?
उत्तर: स्कूलों और कॉलेजों में मूल्य एवं नीतियाँ इसलिए पढ़ाई जानी चाहिए क्योंकि ये विद्यार्थियों के नैतिक, सामाजिक और व्यावहारिक विकास की नींव हैं। नीतियाँ व्यक्ति को सही-गलत में अंतर समझने, जिम्मेदारी निभाने और दूसरों के प्रति आदर रखने की प्रेरणा देती हैं, आज के युग में केवल शैक्षणिक ज्ञान पर्याप्त नहीं है; विद्यार्थियों को नैतिक शिक्षा, ईमानदारी, समय-पालन, कार्य-अनुशासन और सामाजिक संवेदनशीलता जैसी आदतें भी सिखाई जानी चाहिए। इससे विद्यार्थी एक अच्छे नागरिक, जिम्मेदार कर्मचारी और आदर्श परिवार-सदस्य बन पाते हैं।
2. आपके भाई को घर पर दूसरों की मदद न करने के बहाने बनाने की आदत है। आप उसको किस प्रकार समझायेंगे कि उसकी यह आदत गलत है?
उत्तर: मैं अपने भाई को प्यार से समझाऊँगा कि घर में सभी का सहयोग करना एक अच्छे व्यवहार और जिम्मेदारी का हिस्सा है। जब हम परिवार में एक-दूसरे की सहायता करते हैं, तो घर का वातावरण सुखद और अनुशासित बनता है। पाठ के अनुसार, नीतियाँ हमें सिखाती हैं कि हमें अपने परिवार के प्रत्येक सदस्य के प्रति आदर, वफादारी और सहयोग दिखाना चाहिए। मैं उसे बताऊँगा कि मदद न करना स्वार्थी और अनुचित आचरण है, जो किसी भी परिवार या समाज के लिए उचित नहीं है।
3. यदि आपको ज्ञात हो जाये कि आपके सहकर्मी ने दफ्तर की गोपनीय सूचना को बाहर प्रकट कर दिया है तब आप क्या करेंगे?
उत्तर: यदि मुझे पता चले कि मेरे सहकर्मी ने कार्यालय की गोपनीय सूचना बाहर दी है, तो मैं पहले उसे शांतिपूर्वक और विनम्रता से समझाऊँगा कि यह कार्य नीतियों के विरुद्ध है। गोपनीयता कार्य-नीतियों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है— पाठ में कहा गया है कि एक अच्छा कर्मचारी वह है जो ईमानदार, गोपनीयता-निष्ठ और संगठन के प्रति वफादार हो। यदि वह सुधारने को तैयार न हो, तो मैं उचित अधिकारी को यह बात बताऊँगा ताकि भविष्य में ऐसी गलती पुनः न हो।
4. एक विद्यार्थी के रूप में अपने प्रदर्शन को निखारने के लिये आवश्यक नीतिगत आदतों की सूची बनाइये।
उत्तर: एक विद्यार्थी के रूप में अपने प्रदर्शन को निखारने के लिए निम्न नीतिगत आदतें आवश्यक हैं—
(i) समय-पालन: समय पर पढ़ाई और कार्य करना।
(ii) सत्यवादिता: हमेशा सच बोलना और ईमानदारी से कार्य करना।
(iii) कार्य के प्रति सम्मान: अध्ययन को कर्तव्य समझकर करना।
(iv) आत्म-नियंत्रण: ध्यानपूर्वक पढ़ाई करना और अनुशासन बनाए रखना।
(v) जिम्मेदारी का भाव: सौंपे गए कार्य को निष्ठापूर्वक पूरा करना।
(vi) सहयोग और विनम्रता: सहपाठियों और शिक्षकों के साथ सम्मानजनक व्यवहार रखना।
(vii) सीखने की इच्छा: लगातार नई बातें सीखने की जिज्ञासा बनाए रखना।
(viii) पर्यावरण का सम्मान: विद्यालय के वातावरण को स्वच्छ और सौहार्दपूर्ण रखना।
इन आदतों का पालन करने से विद्यार्थी का नैतिक स्तर बढ़ता है और वह एक अनुशासित, सफल और आदर्श विद्यार्थी बन पाता है।

Hi! my Name is Parimal Roy. I have completed my Bachelor’s degree in Philosophy (B.A.) from Silapathar General College. Currently, I am working as an HR Manager at Dev Library. It is a website that provides study materials for students from Class 3 to 12, including SCERT and NCERT notes. It also offers resources for BA, B.Com, B.Sc, and Computer Science, along with postgraduate notes. Besides study materials, the website has novels, eBooks, health and finance articles, biographies, quotes, and more.



