NIOS Class 12 Home Science Chapter 15 पर्यावरण प्रबन्धन Solutions Hindi Medium to each chapter is provided in the list so that you can easily browse throughout different chapters NIOS Class 12 Home Science Chapter 15 पर्यावरण प्रबन्धन Notes and select need one. NIOS Class 12 Home Science Chapter 15 पर्यावरण प्रबन्धन Question Answers Download PDF. NIOS Study Material of Class 12 Home Science Notes Paper 321.
NIOS Class 12 Home Science Chapter 15 पर्यावरण प्रबन्धन
Also, you can read the NIOS book online in these sections Solutions by Expert Teachers as per National Institute of Open Schooling (NIOS) Book guidelines. These solutions are part of NIOS All Subject Solutions. Here we have given NIOS Class 12 Home Science Chapter 15 पर्यावरण प्रबन्धन, NIOS Senior Secondary Course Home Science Solutions in Hindi Medium for All Chapter, You can practice these here.
पर्यावरण प्रबन्धन
Chapter: 15
| मॉडयूल – 3 संसाधन प्रबंधन |
पाठगत प्रश्न 15.1
1. सही उत्तर का चुनाव करें।
(क) पर्यावरण है-
(i) हवा जिसमें जीव जन्तु सांस लेते हैं।
(ii) जल, भूमि व जीव जन्तु।
(iii) सभी जीवित व निर्जीव पदार्थ।
(iv) जल, भूमि और निर्जीव पदार्थ।
उत्तर: (iii) सभी जीवित व निर्जीव पदार्थ।
(ख) पर्यावरण निम्नीकरण का अर्थ, निम्न में अवांछित परिवर्तन है-
(i) आपसी मेलजोल।
(ii) जल प्रदूषण।
(iii) भूमि निम्नीकरण।
(iv) आस पास का वातावरण।
उत्तर: (iv) आस पास का वातावरण।
2. कॉलम A के वक्तव्यों का कॉलम B के वक्तव्यों से मिलान करें।
| कॉलम A | कॉलम B |
| (a) अधिक भीडभाड | (i) ईधन |
| (b) मोटर वाहन | (ii) वाहन |
| (c) विघटनाभिक प्रदूषण | (iii) रासायनिक अपशिष्ट |
| (d) हवाई जहाज | (iv) झुग्गी झोपड़ियाँ |
| (e) उद्योग | (v) वायु |
| (f) भवन निर्माण | (vi) धुआं |
| (vii) परमाणु हथियार | |
| (viii) वनोन्मूलन |
उत्तर:
| कॉलम A | कॉलम B |
| (a) अधिक भीडभाड | (iv) झुग्गी झोपड़ियाँ |
| (b) मोटर वाहन | (vi) धुआं |
| (c) विघटनाभिक प्रदूषण | (vii) परमाणु हथियार |
| (d) हवाई जहाज | (i) ईधन |
| (e) उद्योग | (iii) रासायनिक अपशिष्ट |
| (f) भवन निर्माण | (viii) वनोन्मूलन |
पाठगत प्रश्न 15.2
1. रिक्त स्थानों की पूर्ति करिये:
(i) दोषपूर्ण कृषि विधियों को अपनाने से भूमि ___________ और भूमि की ___________ कम होती है।
उत्तर: दोषपूर्ण कृषि विधियों को अपनाने से भूमि अपरदन और भूमि की उर्वरकता कम होती है।
(ii) भूकंप औऔर ज्वालामुखी से हानिकारक ____________, घुआं, ___________ और ___________ निकलती हैं।
उत्तर: भूकंप औऔर ज्वालामुखी से हानिकारक धूल, घुआं, गर्मी और हानिकरक गैसें निकलती हैं।
(ⅲ) जानवरों के चरने से भूमि _____________ हो जाती है और अंततः ___________ का अपरदन होता है।
उत्तर: जानवरों के चरने से भूमि कठोर हो जाती है और अंततः भूमि का अपरदन होता है।
(iv) अनुचित वैयक्तिक आदतें जैसे ___________ और ___________ से भूमि प्रदूषण होता है जबकि अन्य आदतें जैसे ___________ और ___________ से वायु प्रदूषण होता है।
उत्तर: अनुचित वैयक्तिक आदतें जैसे थूकना और खुले स्थानों में मल विसर्जन से भूमि प्रदूषण होता है जबकि अन्य आदतें जैसे धुम्रपान और तेज संगीत से वायु प्रदूषण होता है।
(v) बाढ़, सूखा और तेज हवाओं को ___________ आपदा कहते हैं।
उत्तर: बाढ़, सूखा और तेज हवाओं को प्राकृतिक आपदा कहते हैं।
पाठगत प्रश्न 15.3
1. कॉलम A के वाक्यों को कॉलम B की सहायता से पूरा कीजिये।
| कॉलम A | कॉलम B |
| (a) पेड़ों से | (i) भू-मंडलीय ताप में वृद्धि होती है |
| (b) रासायनिक उर्वरकों से | (ii) तापमान में परिवर्तन |
| (c) वनोन्मूलन से | (iii) भूमि की उर्वरकता कम हो जाती है |
| (d) रेफ्रिजिरेटर की गैसों से | (iv) बाढ़ व भूस्खलन होते हैं |
| (v) भूमि का अपरदन रुकता है |
उत्तर:
| कॉलम A | कॉलम B |
| (a) पेड़ों से | (v) भूमि का अपरदन रुकता है |
| (b) रासायनिक उर्वरकों से | (iii) भूमि की उर्वरकता कम हो जाती है |
| (c) वनोन्मूलन से | (iv) बाढ़ व भूस्खलन होते हैं |
| (d) रेफ्रिजिरेटर की गैसों से | (i) भू-मंडलीय ताप में वृद्धि होती है |
2. सही उत्तर का चुनाव करके रिक्त स्थानों की पूर्ति करिये।
(क) ___________ (ओजोन परत/अम्ल वर्षा/सौर ऊर्जा) आदि जानमाल और भवनों की क्षति के लिये उत्तरदायी है।
उत्तर: अम्ल वर्षा आदि जानमाल और भवनों की क्षति के लिये उत्तरदायी है।
(ख) ओज़ोन परत घटने से ____________ (त्वचा कैंसर/एनीमिया/श्वास संबंधी बीमारियां) और ____________ (हड्डियों/लीवर/आँखों) की समस्याएं हो जाती हैं।
उत्तर: ओज़ोन परत घटने से त्वचा का कैंसर और आँखों की समस्याएं हो जाती हैं।
(ग) भू-मंडलीय ताप वृद्धि के कारण ____________ (तेज हवाओं/तापमान/वर्षा) में अधिकता आई है।
उत्तर: भू-मंडलीय ताप वृद्धि के कारण तापमान में अधिकता आई है।
(घ) वायु के निम्नीकरण के कारण ____________ (श्वसन/परिसंचरण/पाचन तंत्र) की बीमारियां जैसे ____________ (पीलिया/दमा हैजा) आदि हो जाती हैं।
उत्तर: वायु के निम्नीकरण के कारण श्वसन की बीमारियां जैसे दमा हैजा आदि हो जाती हैं।
(ङ) परमाणु विस्फोटों का प्रभाव विकिरण से प्रभावित माताओं व बच्चों में वर्षों बाद भी ____________ (सामान्य जन्म भार/विकलांगता/प्रसन्नता) के रूप में देखा जा सकता है।
उत्तर: परमाणु विस्फोटों का प्रभाव विकिरण से प्रभावित माताओं व बच्चों में वर्षों बाद भी विकलांगता के रूप में देखा जा सकता है।
(च) पानी में मल विसर्जन के अनुचित तरीकों से ____________ (पीलिया, तपैदिक/टीबी/मलेरिया, टाइफायड) आदि रोग हो जाते हैं।
उत्तर: पानी में मल विसर्जन के अनुचित तरीकों से पीलिया और मलेरिया आदि रोग हो जाते हैं।
(छ) दो बीमारियां जो उद्योगों के रासायनिक कचरे के कारण होती हैं (1) __________ (2) ____________ (ल्यूकीमिया, एलर्जी, मलेरिया, दमा)।
उत्तर: दो बीमारियां जो उद्योगों के रासायनिक कचरे के कारण होती हैं (1) रक्त कैंसर, (2) एलर्जी।
पाठगत प्रश्न 15.4
1. सबसे अधिक उपयुक्त उत्तर का चुनाव करिये:
(क) पर्यावरण अनुकूल उत्पादों का अर्थ है वे उत्पाद जो-
(i) पर्यावरण के लिये अत्यंत हानिकारक है।
(ii) पर्यावरण के लिये कम हानिकारक हैं।
(iii) पर्यावरण के लिये हानिकारक नहीं है।
(iv) पर्यावरण के लिये बहुत हानिकारक नहीं है।
उत्तर: (iii) पर्यावरण के लिये हानिकारक नहीं है।
(ख) पर्यावरण अनुकूल पदार्थों को दिया जाता है-
(i) एफ.पी.ओ. (FPO) चिह्न।
(ii) एगमार्क चिहन (AGMARK)।
(iii) ISI चिह्न।
(iv) ECO चिह्न।
उत्तर: (iv) ECO चिह्न।
(ग) उत्पादों को पर्यावरण अनुकूल कहने का आधार है अनुकूल-
(i) उत्पादन, उपयोग और निपटान।
(ii) निपटान, पुनः चक्रीकरण और फेंकना।
(iii) उत्पादन, वितरण और पुर्नचक्रीकरण।
(iv) उपयोग, निपटान और वितरण।
उत्तर: (i) उत्पादन, उपयोग और निपटान।
2. नीचे कुछ पर्यावरण अनुकूल और कुछ पर्यावरण प्रतिकूल उत्पाद दिये गये हैं। उनको उचित शीर्षों में विभक्त करके लिखिये:
पॉलिथीन की थैलियां, जलीय पेंट, जूट, नायलॉन की साड़ी, सीसा रहित पेट्रोल, सौर कुकर, कुल्हड़, कच्चा मोटर का तेल, कागज की थैलिया, कैनवास।
उत्तर:
| पर्यावरण अनुकूल | पर्यावरण प्रतिकूल |
| जलीय पेंट | पॉलिथीन की थैलियां |
| जूट | नायलॉन की साड़ी |
| कुल्हड़ | कच्चा मोटर का तेल |
| कागज की थैलिया | |
| कैनवास |
3. सूची A और B का मिलान करिये और नीचे दिये गये उदाहरण का अनुसरण करिये।
| सूची A वनोन्मूलन | सूची B वनीकरण |
| (a) खुले में मल त्याग | (i) उत्सर्जन से पूर्व प्रदूषक पदार्थों को अलग किया जाये |
| (b) घरेलू कूड़ा करकट | (ii) औद्योगिक उपयोग के लिये पुर्नःचक्रण |
| (c) औद्योगिक गैसें | (iii) सुलभ शौचालय |
| (d) औद्योगिक अपशिष्ट | (iv) बगीचे के लिये खाद |
| (e) नगर पालिका का कचरा | (v) मल उपचार संयंत्र |
| (vi) भूमि उपचार संयंत्र |
उत्तर:
| सूची A वनोन्मूलन | सूची B वनीकरण |
| (a) खुले में मल त्याग | (iii) सुलभ शौचालय |
| (b) घरेलू कूड़ा करकट | (iv) बगीचे के लिये खाद |
| (c) औद्योगिक गैसें | (i) उत्सर्जन से पूर्व प्रदूषक पदार्थों को अलग किया जाये |
| (d) औद्योगिक अपशिष्ट | (vi) भूमि उपचार संयंत्र |
| (e) नगर पालिका का कचरा | (ii) औद्योगिक उपयोग के लिये पुर्नःचक्रण |
पाठगत प्रश्न 15.5
1. निम्न वक्तव्यों को सुधार कर कारण बताइये।
(i) परिवार का आकार बड़ा होने से फर्क नहीं पड़ता।
उत्तर: परिवार छोटे होने चाहिये। बड़े परिवारों में कई प्रकार की समस्यायें होती है।
(ii) समाज के सभी सदस्यों को पर्यावरण प्रबन्धन कार्यक्रमों में शामिल नहीं किया जाना चाहिये।
उत्तर: पर्यावरण प्रबंधन कार्यक्रमों में गरीब से गरीब व्यक्ति को भी शामिल किया जाना चाहिये।
(iii) घरेलू कचरे को निपटान महत्त्वपूर्ण नहीं है क्योंकि कचरे का अंतिम निपटान अच्छी तरह से किया जाता है।
उत्तर: घरेलू कूड़े करकट का उचित निपटान होना चाहिये अन्यथा इससे पर्यावरण का निम्नीकरण होता है।
(iv) बंजर भूमि को कृषि योग्य नहीं बनाया जा सकता।
उत्तर: बंजर भूमि को कृषि योग्य बनाया जा सकता है।
(v) स्वस्थ कृषि विधियों के अंतर्गत अधिक फसल और रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग आता है।
उत्तर: स्वस्थ कृषि विधियों के अंतर्गत मिश्रित फसलें और प्राकृतिक खाद का प्रयोग आता है।
2. निम्न शब्दों के लिये अक्षरों को पुर्नगठित करिये:
| (i) जंगलों का नष्ट होना | नोवलनन्मू |
| (ii) वायु को प्रदूषित करता है | नम्रपाघू |
| (iii) पुनः प्रयोग करने के लिये धातु और कांच को गलाना | णकरपुःचनक्री |
| (iv) खाना पकाने के लिये पर्यावरण अनुकूल ईंधन का प्रयोग | सबागैयो |
| (v) घरेलू कचरे का पुनःचक्रीकरण | दखा |
उत्तर:
| (i) जंगलों का नष्ट होना | वनोन्मूलन |
| (ii) वायु को प्रदूषित करता है | धूम्रपान |
| (iii) पुनः प्रयोग करने के लिये धातु और कांच को गलाना | पुनःचक्रीकरण |
| (iv) खाना पकाने के लिये पर्यावरण अनुकूल ईंधन का प्रयोग | बायोगैस |
| (v) घरेलू कचरे का पुनःचक्रीकरण | खाद |
पाठान्त प्रश्न
1. अपने दैनिक जीवन के दो उचित उदाहरणों सहित पर्यावरण निम्नीकरण की परिभाषा दीजिये।
उत्तर: हमारे आस-पास होने वाले हानिकारक परिवर्तनों को पर्यावरण निम्नीकरण कहते हैं। यदि परिवर्तन जीवन के अनुकूल नहीं होते हैं, तो वे पर्यावरण के निम्नीकरण का कारण बनते हैं।
दैनिक जीवन के दो उचित उदाहरण:
(i) कचरा फेंकना: यदि हम किसी पार्क में कचरा फेंकते जाते हैं, तो कुछ समय बाद वहाँ कूड़े का एक बड़ा ढेर लग जाता है और उस स्थान से दुर्गन्ध आने लगती है। यह स्थान चूहों, मक्खियों और मच्छरों के प्रजनन का स्थान भी बन जाता है। इस प्रकार का अवांछित परिवर्तन पर्यावरण निम्नीकरण कहलाता है, जिसे भूमि, जल और वायु में भी देखा जा सकता है।
(ii) अनुचित व्यक्तिगत आदतें: कुछ अस्वच्छ आदतें, जैसे सार्वजनिक स्थानों पर थूकना, खुले स्थानों पर मल त्याग करना, या जल स्रोतों के पास कपड़े धोना, भूमि और जल निम्नीकरण का कारण बनती हैं।
2. पर्यावरण अनुकूलन से आप क्या समझते हैं? पर्यावरण अनुकूल उत्पादों और प्रक्रियाओं के चार उदाहरण दीजिये।
उत्तर: पर्यावरण अनुकूलन (Eco-friendly) से तात्पर्य: “इको” शब्द इकोलॉजी (पारिस्थितिकी) से लिया गया है, जो पौधों, जानवरों, मनुष्यों और पर्यावरण के पारस्परिक संबंध से जुड़ा है। इको-फ्रेंडली या पर्यावरण अनुकूल उत्पादों और प्रक्रियाओं से हमारा तात्पर्य उन उत्पादों और प्रक्रियाओं से है जो पर्यावरण के लिए हानिकारक न हों। पर्यावरण अनुकूल उत्पाद और प्रक्रियाएं इन आधारों पर समझी जाती हैं: उत्पादन, उपयोग, और निपटान।
उत्पादन: उत्पादन प्रक्रिया के दौरान यदि उत्पादक सभी सुरक्षा उपायों का अनुसरण करता है और अपशिष्ट पदार्थों को जल या वायु में छोड़ने से पूर्व मल और औद्योगिक अपशिष्ट को उपचारित कर देता है, तो ऐसे उत्पाद पर्यावरण अनुकूल कहलाते हैं।
उपयोग: यदि उपयोग करते समय उत्पाद वातावरण में हानिकारक गैसों और अपशिष्टों को छोड़कर उसे दूषित नहीं करता है, तो वह पर्यावरण अनुकूल कहलाता है।
निपटान: किसी भी उत्पाद की पैकिंग और अपशिष्ट ऐसे होने चाहिए कि या तो उन्हें जीवाणु द्वारा अपघटित किया जा सके या फिर उनका पुनर्चक्रण किया जा सके।
पर्यावरण अनुकूल उत्पादों और प्रक्रियाओं के चार उदाहरण:
(i) उत्पाद: सीसा रहित पेट्रोल (पेट्रोल में सीसे की उपस्थिति हानिकारक होती है, यदि इसे हटा दिया जाए तो पेट्रोल पर्यावरण अनुकूल बन जाता है)।
(ii) उत्पाद: कागज की थैलियाँ (इन्हें विघटित किया जा सकता है और गत्ते के डिब्बे या अखबार बनाने के लिए पुनर्चक्रित किया जा सकता है)।
(iii) उत्पाद: सौर कुकर और बायोगैस (ये धुआँ रहित चूल्हों के विकल्प हैं)।
(iv) प्रक्रिया: घरेलू कचरे को खाद बनाने में प्रयोग किया जा सकता है। (ऐसी खाद भूमि की उर्वरता को बढ़ाती है)।
3. व्याख्या कीजिये कि वन किस प्रकार पर्यावरण संरक्षण में सहायता करते हैं। वनोन्मूलन के प्रभावों का विश्लेषण कीजिये।
उत्तर: वन हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे कई प्रकार से पर्यावरण संरक्षण में मदद करते हैं-
(i) वन हमें ऑक्सीजन देते हैं।
(ii) वे मौसम की परिस्थितियों को प्रभावित करते हैं, जिनके कारण वर्षा होती है और तापमान अनुकूल बना रहता है।
(iii) वन हवा और आर्द्रता को बनाए रखते हैं।
(iv) वन भूमि अपरदन (Soil Erosion) को रोकते हैं। पेड़ों की जड़ें ऊपरी उपजाऊ मिट्टी की परत को बाँध कर रखती हैं।
(v) वे झरनों, झीलों और नदियों जैसे प्राकृतिक जल स्रोतों को भी नियंत्रित करते हैं।
(vi) वन जंगली जानवरों और पक्षियों को आश्रय देते हैं।
जब पेड़ों की जड़ें ऊपरी मिट्टी की परत को बाँधने के लिए नहीं होती हैं, तो निम्नानुसार प्रभाव होते हैं:
(i) भूस्खलन (Landslides)।
(ii) बाढ़।
(iii) भूमि अपरदन (तेज हवाओं, बाढ़ या ग्लेशियरों से मिट्टी बह जाती है)।
(iv) समुद्र का जल स्तर ऊँचा हो जाता है, जिससे उपलब्ध भूमि कम हो जाती है।
(v) जलवायु परिवर्तन होता है, जिससे वर्षा नहीं होती है, और झरने, झीलें और नदियाँ सूख जाती हैं।
(vi) जंगली जानवर और पक्षी सबसे अधिक प्रभावित होते हैं और लुप्तप्राय हो जाते हैं।
4. तकनीकी विकास से किस प्रकार पर्यावरण का निम्नीकरण होता है?
उत्तर: तकनीकी विकास जीवन के हर क्षेत्र में हुआ है, जैसे कि नई मॉडल की कारें, टेलीफोन, मोबाइल फोन, और घरेलू उपकरण (वॉशिंग मशीन, माइक्रोवेव ओवन)।
ये विकास निम्नलिखित तरीकों से पर्यावरण को निम्नीकृत करते हैं-
(i) उत्पादन और प्रदूषण: इन उपकरणों का उत्पादन औद्योगिक इकाइयों में होता है। उत्पादन के दौरान रासायनिक अपशिष्ट, हानिकारक गैस (जैसे- धुआँ, सीसा, CO2, CO), और विघटनाभिक प्रदूषक पदार्थ निकलते हैं। ये प्रदूषक पदार्थ जल, वायु और भूमि पर सभी प्रकार के जीवन को नष्ट कर देते हैं।
(ii) वायु निम्नीकरण: कारखानों, खदानों, वाहनों और जहाजों से निकलता धुआँ ओजोन परत को हानि पहुँचाता है। यातायात वाहन हानिकारक गैसें (जैसे- धुआँ, सीसा, CO2, CO) वायु में छोड़ते हैं।
(iii) युद्ध और रेडियोधर्मिता: तकनीकी विकास ने परमाणु हथियारों (परमाणु बम) का निर्माण भी किया है, जिससे युद्ध के दौरान विघटनाभिक प्रदूषण होता है। यह प्रदूषण जल, वायु और भूमि के जीवन को खत्म करता है। अतः, यह तकनीकी विकास हमारे पर्यावरण को क्षति पहुँचाता है।
5. हमारे पर्यावरण पर अधिक जनसंख्या के प्रभावों की संक्षेप में व्याख्या कीजिये।
उत्तर: हमारे देश की जनसंख्या प्रतिदिन बढ़ रही है। अनियंत्रित जनसंख्या वृद्धि पर्यावरण पर अत्यधिक बोझ डालती है, विशेष रूप से भोजन, ईंधन और स्थान की माँग के रूप में।
इसके प्रमुख प्रभाव निम्नलिखित हैं-
(i) औद्योगिकीकरण और शहरीकरण: अधिक लोगों का अर्थ है रोज़गार की अधिक माँग। परिणामस्वरूप, अधिक उद्योग, बाँध, सड़कें, और रेल की पटरियाँ लगाई जाती हैं, जिससे औद्योगिकीकरण और शहरीकरण होता है।
(ii) वनों की कटाई और भवन निर्माण: स्थान की बढ़ती माँग से वनों में कटौती (वनोन्मूलन) होती है और भवन निर्माण बढ़ता है।
(iii) अस्वच्छ परिस्थितियाँ: बढ़ती जनसंख्या के कारण झुग्गी झोपड़ियों में वृद्धि होती है और अस्वच्छ रिहायशी स्थितियाँ पैदा होती हैं। झुग्गी क्षेत्रों में अक्सर पानी, बिजली, नालियाँ, और मलिनिकास की सुविधा नहीं होती है। ये सभी कारक संयुक्त रूप से हमारे पर्यावरण पर प्रभाव डालकर इसके निम्नीकरण का कारण बनते हैं।
6. वायु निम्नीकरण के निम्न प्रभावों की व्याख्या कीजिये-
(क) अम्ल वर्षा।
उत्तर: वाहनों और कारखानों से निकला धुआँ सल्फर डाइऑक्साइड और नाइट्रोजन के ऑक्साइड जैसी हानिकारक गैसें छोड़ता है। ये गैसें बादलों में उपस्थित जल वाष्प से प्रतिक्रिया करके हल्के अम्लों की रचना करती हैं, जो पृथ्वी पर अम्ल वर्षा के रूप में बरसते हैं। अम्ल वर्षा जानमाल और भवनों की क्षति के लिए उत्तरदायी है।
(ख) भू-मंडलीय ताप वृद्धि।
उत्तर: ग्रीन हाउस गैसें प्राकृतिक रूप से वायुमंडल में मौजूद रहती हैं जो सौर विकिरण को सोखती हैं। मानवीय गतिविधियों, जैसे वनोन्मूलन, जंगलों की आग, और ईंधन के जलने, के कारण टनों गैसें (जैसे CO2 और मीथेन) वायुमंडल में प्रवेश कर जाती हैं। ये गैसें सौर विकिरण को सोखकर पृथ्वी के चारों ओर एक आवरण बना देती हैं, जो विकिरण को अंतरिक्ष में परावर्तित होने से रोक देता है। इसके परिणामस्वरूप वायुमंडल के ताप में वृद्धि होती है, जिसे पूरे विश्व में अनुभव किया जाता है और इसे भूमंडलीय ताप वृद्धि कहा जाता है। इसके कारण गर्मी के मौसम में आवश्यकता से अधिक गर्मी, सर्दियों में कम ठंड, और वर्षा का पूर्वानुमान कठिन हो जाता है।
(ग) ओजोन परत का घटना।
उत्तर: ओजोन परत पृथ्वी के चारों ओर हवा की एक सुरक्षा परत है जो हमें सूर्य की हानिकारक अल्ट्रावायलेट (पराबैंगनी) किरणों के प्रभाव से बचाती है। रेफ्रिजरेटरों और अग्निशमन यंत्रों में प्रयुक्त गैसें ओजोन परत को नष्ट करती हैं। अल्ट्रावायलेट किरणों की अधिकता से त्वचा का कैंसर, आँखों की समस्याएँ जैसे मोतियाबिंद और अंधापन हो सकता है। इससे पौधों की वृद्धि भी कम हो सकती है या पौधे बौने भी हो सकते हैं।
7. पर्यावरण संरक्षण के लिये अपनी योजना प्रस्तुत कीजिये।
उत्तर: पर्यावरण संरक्षण के लिए एक व्यापक योजना, जिसमें व्यक्तिगत और सामुदायिक प्रयास शामिल हैं:
| योजना का क्षेत्र | व्यक्तिगत प्रयास |
| घर पर | 1. तीन ‘R’ का सिद्धांत अपनाएं: वस्तुओं का प्रयोग कम करें, चीजों का पुनः प्रयोग करें, और कचरे का पुनः चक्रण करें। 2. जहाँ तक संभव हो, सौर कुकर और सौर हीटर का उपयोग करें। 3. उचित सफाई व्यवस्था और स्वच्छ आदतें अपनाएं (जैसे इधर-उधर न थूकें और खुले में मल त्याग न करें)। 4. कूड़े-कर्कट और मानव मल का उचित निपटान सुनिश्चित करें। 5. परिवार नियोजन के मानदंडों को अपनाकर परिवार को छोटा रखें। 6. भविष्य के लिए पानी बचाएं (सभी कार्यों के लिए कम से कम पानी का प्रयोग करें व पानी की बर्बादी को रोकें)। 7. त्योहारों पर लाउडस्पीकर का प्रयोग न करें; संगीत की ध्वनि कम रखें। 8. धूम्रपान न करें। |
| घर से बाहर | 1. यदि संभव हो, तो अपना घर कार्यालय/स्कूल/कॉलेज के पास ही लें। 2. कार्यालय जाने के लिए कई लोग एक ही कार का प्रयोग करें (कारपूलिंग)। 3. सीसा रहित पेट्रोल और CNG का प्रयोग करें। 4. साइकिल का प्रयोग करें, यह स्वास्थ्यकर भी है। 5. जहाँ तक हो, सार्वजनिक यातायात के साधनों का प्रयोग करें। |
| प्रकृति के नज़दीक | 1. प्रत्येक व्यक्ति कम से कम एक पेड़ लगाए (और उसकी देखभाल करे)। 2. पेड़ों के गैरकानूनी काटने की जानकारी और संबंधित भ्रष्टाचार की सूचना अधिकारियों को दें। 3. वन्य जीव संरक्षण के लिए दान दें। 4. अपने मित्रों व परिवारजनों के बीच इस धारा को हरा-भरा रखने संबंधी जागरूकता फैलाएं। |
8. एक गांव में रहने वाले व्यक्ति की जीवन शैली की तुलना एक शहर में रहने वाले व्यक्ति की जीवन शैली से कीजिये।
उत्तर: स्रोत सामग्री में गाँव और शहर में रहने वाले व्यक्तियों की जीवन शैली की सीधी तुलना नहीं दी गई है, लेकिन दोनों स्थानों की पर्यावरणीय परिस्थितियों और उनसे जुड़ी समस्याओं के आधार पर उनकी जीवन शैली के परिणाम और चुनौतियाँ भिन्न हैं:
| पहलू | गाँव में रहने वाला व्यक्ति (ग्रामीण) | शहर में रहने वाला व्यक्ति (शहरी) |
| पर्यावरण की स्थिति | गाँव की परिस्थितियाँ कृषि पद्धतियों से प्रभावित होती हैं, जैसे पशुओं के चारागाह, रासायनिक खाद व कीटनाशकों का अधिक प्रयोग, और झूम खेती, जिससे मिट्टी कठोर हो जाती है और भूमि अपरदन होता है। | शहरों में तीव्र औद्योगिकीकरण, शहरीकरण, और बहुमंजिला इमारतें होती हैं। यहाँ वायु, जल और भूमि का निम्नीकरण अधिक होता है। |
| जनसंख्या घनत्व | ग्रामीण क्षेत्रों से लोग रोज़गार की खोज में शहरों और कस्बों में हजारों की संख्या में आते हैं। | शहरों में प्रायः अत्यधिक भीड़भाड़ (overcrowding) होती है। घनी आबादी वाले शहर (जैसे दिल्ली व कोलकाता) इन बीमारियों से अधिक पीड़ित होते हैं। |
| आवास और स्वच्छता | व्यक्तिगत अस्वच्छ आदतों जैसे खुले में मल त्याग या जल स्रोतों के पास कपड़े धोने से भूमि और जल प्रदूषण होता है। | लोग झुग्गी झोपड़ियों में (अक्सर कच्चे मकानों या टिन की झोपड़ियों में) रहते हैं, जिनमें पानी, बिजली, शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाएँ नहीं होती हैं। इन गंदी बस्तियों में दुर्गंधदार, गंदी गलियाँ, खुली व बंद नालियाँ, मक्खियाँ और मच्छर होते हैं। |
| स्वास्थ्य और खतरे | प्राकृतिक कारणों (जैसे बाढ़, सूखा) से जीवन की क्षति संभव है। | शहर प्रदूषणजनित बीमारियों (जैसे जुकाम, खाँसी, ब्रोंकाइटिस, दमा, फेफड़ों का कैंसर, आँखों में पानी आना) से अधिक पीड़ित रहते हैं। गंदी बस्तियों में लोग पीलिया, पेचिश, अतिसार, खुजली, टीबी, और मलेरिया जैसे रोगों से पीड़ित रहते हैं। शहरों में तेज शोर से बहरापन, उच्च रक्तचाप, तनाव, और अवसाद हो सकते हैं। |
| परिवहन | स्रोत में ग्रामीण परिवहन पर कोई विशिष्ट जानकारी नहीं है। | शहरी क्षेत्रों में लोग यातायात वाहनों (कारें, वायुयान, पानी के जहाज) का उपयोग करते हैं, जो वायु निम्नीकरण में योगदान करते हैं। कार्यालय जाने के लिए कारपूलिंग या सार्वजनिक यातायात साधनों का उपयोग करने की सलाह दी जाती है। |

Hi! my Name is Parimal Roy. I have completed my Bachelor’s degree in Philosophy (B.A.) from Silapathar General College. Currently, I am working as an HR Manager at Dev Library. It is a website that provides study materials for students from Class 3 to 12, including SCERT and NCERT notes. It also offers resources for BA, B.Com, B.Sc, and Computer Science, along with postgraduate notes. Besides study materials, the website has novels, eBooks, health and finance articles, biographies, quotes, and more.



