NIOS Class 12 Political Science Chapter 2 राष्ट्र और राज्य

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NIOS Class 12 Political Science Chapter 2 राष्ट्र और राज्य

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Chapter: 2

मॉड्यूल – 1 व्यक्ति एवं राज्य

पाठगत प्रश्न 2.1

1. रिक्त स्थान भरिए-

(क) व्युत्पत्ति के अनुसार, राष्ट्रीयता का अर्थ है, _______________ जाति विशेष से संबंधित होना।

उत्तर: व्युत्पत्ति के अनुसार, राष्ट्रीयता का अर्थ है, किसी एक जाति विशेष से संबंधित होना।

(ख) अप्रवास, अंतर्जातीय और अंतर्कुलीय विवाहों के कारण ________________ की पहचान कठिन है।

उत्तर: अप्रवास, अंतर्जातीय और अंतर्कुलीय विवाहों के कारण शुद्ध कुल की पहचान कठिन है।

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(ग) राष्ट्रीयता का विकास निश्चित रूप से एक _______________ घटना है।

उत्तर: राष्ट्रीयता का विकास निश्चित रूप से एक मनोवैज्ञानिक घटना है।

(घ) राष्ट्रीयता की व्युत्पत्ति लैटिन शब्द _______________ से हुई है।

उत्तर: राष्ट्रीयता की व्युत्पत्ति लैटिन शब्द नेट्स से हुई है।

पाठगत प्रश्न 2.2

1. रिक्त स्थान भरिए-

(क) एक ही क्षेत्र में रहने वाले लोग संभवतः एक जैसी ________________ का विकास करेंगे।

उत्तर: एक ही क्षेत्र में रहने वाले लोग संभवतः एक जैसी संस्कृत का विकास करेंगे।

(ख) नस्ल की शुद्धता ________________ तौर पर गलत है।

उत्तर: नस्ल की शुद्धता वैज्ञानिक तौर पर गलत है।

(ग) अधिकाँश यूरोपीय राष्ट्र का विकास एक समान _______________ के कारण हुआ।

उत्तर: अधिकाँश यूरोपीय राष्ट्र का विकास एक समान भाषा के कारण हुआ।

(घ) एक समान नियंत्रण से _______________ भावना को बल मिलता है।

उत्तर: एक समान नियंत्रण से एकता भावना को बल मिलता है।

(ङ) ऐतिहासिक रूप से विभिन्न जनजातियों और कुलों के ________________ से राष्ट्रीयता उभरती है।

उत्तर: ऐतिहासिक रूप से विभिन्न जनजातियों और कुलों के मिश्रण से राष्ट्रीयता उभरती है।

(च) भारत में भारतीय राष्ट्रीयता की भावना एक समान _____________ से उत्पन्न हुई।

उत्तर: भारत में भारतीय राष्ट्रीयता की भावना एक समान औपनिवेशिक शोषण से उत्पन्न हुई।

पाठगत प्रश्न 2.3

1. रिक्त स्थान भरिए-

(क) राज्य का अस्तित्व ________________ जीवन के लिए है।

उत्तर: राज्य का अस्तित्व अच्छे जीवन के लिए है।

(ख) राज्य का सार इसकी ________________ के एकाधिकार में निहित है।

उत्तर: राज्य का सार इसकी दमनकारी के एकाधिकार में निहित है।

(ग) राज्य लोगों से _______________ का अधिकार रखता है।

उत्तर: राज्य लोगों से आज्ञा पालन का अधिकार रखता है।

(घ) मार्कसवादियों के अनुसार राज्य ________________ है।

उत्तर: मार्कसवादियों के अनुसार राज्य वर्ग संगठन है।

(ङ) किसी वर्गहीन समाज में ________________ नहीं होता।

उत्तर: किसी वर्गहीन समाज में राज्य नहीं होता।

पाठगत प्रश्न 2.4

1. रिक्त स्थान भरिए-

(क) राज्य के चार घटक ________________, ________________, ________________ और _______________ हैं।

उत्तर: राज्य के चार घटक भूभाग, जनसंख्या, सरकार और प्रभुसत्ता हैं।

(ख) प्लेटो ने किसी राज्य की जनसंख्या ______________ निर्धारित की और रूसो ने ______________।

उत्तर: प्लेटो ने किसी राज्य की जनसंख्या 5040 निर्धारित की और रूसो ने 10000

(ग) देश के लिए प्रेम _______________ की भावना जागृत करता है।

उत्तर: देश के लिए प्रेम देशभक्ति की भावना जागृत करता है।

(घ) _______________, _______________ और _________________ से राज्य का भूभाग बनता है।

उत्तर: भूमि, जल, और वायु क्षेत्र से राज्य का भूभाग बनता है।

(ङ) सरकार का एकात्मक रूप छोटे राज्यों के लिए अच्छा है और _________________, ______________ बड़े राज्यों के लिए आदर्श है।

उत्तर: सरकार का एकात्मक रूप छोटे राज्यों के लिए अच्छा है और संघीय रूप बड़े राज्यों के लिए आदर्श है।

(च) वह संस्था जो नियमों और आचार-विचारों को लागू करती है ______________ है।

उत्तर: वह संस्था जो नियमों और आचार-विचारों को लागू करती है सरकार है।

(छ) प्रभुसत्ता के दो पहलू _______________ और _______________ हैं।

उत्तर: प्रभुसत्ता के दो पहलू आंतरिक और बाह्य हैं।

पाठांत प्रश्न

1. निम्नलिखित को परिभाषित कीजिए-

(क) राष्ट्र।

उत्तर: राष्ट्र वह सांस्कृतिक रूप से समांगी (एकरूप) समूह है, जिसके सदस्य अपने बीच एक विशेष प्रकार की घनिष्ठता, एकता और सांस्कृतिक चेतना अनुभव करते हैं। वे स्वयं को एक-दूसरे से अभिन्न मानते हैं और आपस में जुड़ाव की भावना इतनी प्रबल होती है कि अलगाव या बाहरी नियंत्रण उन्हें असंतुष्ट करता है। राष्ट्र की आधारशिला वंश या रक्त-संबंध नहीं, बल्कि साझा संस्कृति, एकता के प्रति जागरूकता और मनोवैज्ञानिक जुड़ाव है।

(ख) राज्य।

उत्तर: राज्य एक निश्चित भू-भाग में रहने वाले राजनीतिक रूप से संगठित लोगों का ऐसा समुदाय है, जो बाहरी नियंत्रण से स्वतंत्र होता है और जिसकी सत्ता को जनता स्वेच्छा से स्वीकार करती है। इसमें सरकार और जनता दोनों शामिल होते हैं, तथा इनके संबंधों को आवश्यक होने पर दमनकारी शक्ति से भी सुगठित रखा जाता है। राज्य का उद्देश्य अपने क्षेत्र में कानून बनाना, व्यवस्था बनाए रखना और जनता की सम्प्रभु इच्छा को व्यक्त करना होता है।

(ग) सरकार।

उत्तर: सरकार वह संस्था है जो समाज में लागू नियमों, आचार-विचारों और नीतियों को बनाकर उनका पालन सुनिश्चित करती है। यह उस सामान्य उद्देश्य का केंद्र है जिसके लिए लोग एक साथ रहते हैं। सरकार के माध्यम से सामूहिक नीतियाँ निर्धारित होती हैं, सामान्य हितों को बढ़ावा मिलता है और समाज में व्यवस्था तथा सामूहिक शक्ति की भावना बनी रहती है। सरकार के बिना राज्य का अस्तित्व संभव नहीं होता, क्योंकि उसकी अनुपस्थिति में अराजकता और संघर्ष की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। चाहे रूप कोई भी हो राजतंत्र या गणतंत्र, संसदीय व्यवस्था या अध्यक्षीय सरकार का होना राज्य के लिए अत्यंत आवश्यक है।

2. इन घटकों के नाम लिखिए जो राष्ट्रीयता के निर्माण में सहायक हैं, तथा उनमें से किन्हीं दो घटकों की व्याख्या कीजिए?

उत्तर: राष्ट्रीयता के निर्माण में सहायक घटक निम्नलिखित हैं—

(i) समान भौगोलिक क्षेत्र: एक ही क्षेत्र में रहने से लोग समान संस्कृति, जीवन-शैली, परंपराएँ और अनुभव साझा करते हैं। इससे देश के प्रति लगाव उत्पन्न होता है और राष्ट्रीय एकता मजबूत होती है। हालांकि यह आवश्यक नहीं है जैसे, यहूदी बिना एक राज्य क्षेत्र के भी एक राष्ट्रीयता माने जाते थे।

(ii) समान कुल: यह विचार दर्शाता है कि किसी राष्ट्रीयता के लोग एक सामूहिक कुल या सामाजिक समूह से संबंधित होने की भावना रखते हैं, चाहे वह वास्तविक हो या काल्पनिक। वैज्ञानिक रूप से कुलीय शुद्धता संभव नहीं, पर समान कुल की भावना भाषा, संस्कृति और परंपराओं की समानता को मजबूत बनाती है।

(iii) समान भाषा: भाषा विचार व्यक्त करने और सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने का माध्यम है। समान भाषा लोगों को साहित्य, इतिहास और अनुभवों के माध्यम से एक सूत्र में बांधती है। यूरोप के अनेक देशों में राष्ट्रीयता के विकास में भाषा का बहुत बड़ा योगदान रहा है। हालांकि, कुछ आधुनिक राष्ट्र बहुभाषीय भी हैं।

(iv) समान धर्म: धर्म कभी-कभी राष्ट्रीय भावना को मजबूती देता है। समान धर्म लोगों को एकजुट कर सकता है, जैसा कि इंग्लैण्ड ने प्रोटेस्टेंट धर्म की रक्षा के लिए कार्य किया। लेकिन यह आवश्यक घटक नहीं है, क्योंकि आधुनिक राष्ट्र बहुधर्मी हैं। कई बार धर्म विभाजन भी करता है, जैसे— भारत-पाकिस्तान का विभाजन।

(v) समान राजनीतिक व्यवस्था: एक राज्य में समान कानून, सरकार और राजनीतिक ढाँचा लोगों को एकसूत्र में बांधते हैं। युद्ध या संकट के समय यह एकता और देशभक्ति की भावना को मजबूत करता है। लोग समान शासन व्यवस्था में रहते हुए राष्ट्र की एकता का अनुभव करते हैं।

(vi) आर्थिक कारक: आर्थिक गतिविधियाँ लोगों को निकट लाती हैं और आपसी निर्भरता बढ़ाती हैं। मार्क्सवादी विचारधारा के अनुसार, राष्ट्रीयता पूंजीवाद के विकास के बाद उभरती है। हालांकि आर्थिक कारक महत्वपूर्ण हैं, लेकिन अकेले आर्थिक कारण राष्ट्रीयता का निर्माण नहीं कर सकते।

(vii) एकसमान अधिनस्तता: अफ्रीका और एशिया के देशों में विदेशी शासन के अधीन रहने से लोगों में साझा संघर्ष की भावना उत्पन्न हुई, जिससे राष्ट्रीयता का विकास हुआ। भारत में ब्रिटिश उपनिवेशवाद के विरुद्ध साझा अनुभव ने भारतीय राष्ट्रीयता को मजबूत किया।

(viii) एकसमान राजनीतिक अभिलाषाएं: एक साथ राष्ट्र बनने की इच्छा भी राष्ट्रीयता का प्रमुख कारक है। जैसे— पोल्स नागरिक 1919 से पहले ही स्वतंत्र पोलैण्ड के इच्छुक थे। 1919 की पेरिस शांति वार्ता में आत्मनिर्णय के सिद्धांत को मान्यता मिली। राजनीतिक आकांक्षाएँ लोगों को एकजुट करके राष्ट्रीयता की भावना पैदा करती हैं।

3. राज्य किसे कहते हैं? संक्षेप में राज्य के घटकों का उल्लेख कीजिए।

उत्तर: राजनीति विज्ञान के अध्ययन का केन्द्र बिन्दु राज्य है। परंतु इसे गलत तरीके से राष्ट्र, समाज और सरकार के पयार्यवाची की तरह प्रयोग किया जाता है। ‘राज्य’ शब्द का प्रयोग राज्य प्रबंधन तथा राजकीय सहायता आदि के लिए भी किया जाता है। जैसे कि भारतीय संघ के राज्य या अमेरिका को बनाने वाले 50 राज्य। परंतु राजनीति विज्ञान में हम इस शब्द का प्रयोग अलग प्रकार से करते हैं। इसका एक विशेष अर्थ होता है।

राज्य के चार मूल घटक होते हैं—

(i) जनसंख्या: राज्य एक मानव संस्था है और लोग ही राज्य का निर्माण करते हैं। राज्य चलाने के लिए जनसंख्या आवश्यक होती है। इसकी कोई निश्चित संख्या नहीं होती, पर यह इतनी होनी चाहिए कि राज्य को सहयोग दे सके और शासन का संचालन हो सके।

(ii) भू-भाग: राज्य का एक निश्चित क्षेत्र होना आवश्यक है। निश्चित भूमि से ही सरकार को अपना अधिकार क्षेत्र मिलता है। भूमि का आकार छोटा या बड़ा हो सकता है, पर बिना भू-भाग के राज्य का अस्तित्व संभव नहीं।

(iii) सरकार: सरकार वह संस्था है जो कानून बनाती है, व्यवस्था बनाए रखती है और लोगों को एक संगठित रूप में चलाती है। सरकार के बिना राज्य में अराजकता फैल जाएगी। इसलिए सरकार राज्य का अनिवार्य तत्व है।

(iv) प्रभुसत्ता: राज्य तभी पूर्ण राज्य कहलाता है जब उसके पास सर्वोच्च शक्ति हो—जो आंतरिक रूप से स्वतंत्र और बाहरी नियंत्रण से मुक्त हो। 1947 से पहले भारत के पास प्रभुसत्ता नहीं थी, इसलिए वह पूर्ण राज्य नहीं था।

4. क्या निम्नलिखित राज्य है? एक पंक्ति लिखकर अपने उत्तर की पुष्टि करें।

(क) भारत।

उत्तर: हाँ, क्योंकि इसमें राज्य होने के चारों घटक हैं।

(ख) संयुक्त राष्ट्र।

उत्तर: नहीं, क्योंकि इसमें राज्य क्षेत्र और प्रभुसत्ता के घटक नहीं है।

(ग) बिहार।

उत्तर: नहीं, क्योंकि इसमें प्रभुसत्ता नहीं है।

(घ) संयुक्त अमेरिका।

उत्तर: हाँ, क्योंकि उसमें राज्य होने के चारों घटक हैं।

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