NIOS Class 10 Hindi Chapter 16 अपना-पराया

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NIOS Class 10 Hindi Chapter 16 अपना-पराया

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Chapter: 16

पाठगत प्रश्न – 16.1

सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:

1. अभी आपने पाँच ज्ञानेंद्रियों की जानकारी प्राप्त की। निम्नलिखित में से कौन-सा कार्य ज्ञानेंद्रियाँ नहीं कर सकती:

(क) सूँघना।

(ख) खाना।

(ग) सुनना।

(घ) देखना।

उत्तर: (ग) सुनना।

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2. शरीर में अपनी अनेक सुरक्षा व्यवस्थाएँ हैं, तो बताइए कि छींक आने और नाक से पानी बहने से हमें–

(क) हानिकर पदार्थों से मुक्ति मिलने की संभावना होती है।

(ख) नाक में तकलीफ़ और जलन होती है।

(ग) कहीं बाहर जाने पर अपशकुन होता है।

(घ) मौसम के बदलने की सूचना मिलती है।

उत्तर: (ग) कहीं बाहर जाने पर अपशकुन होता है।

3. मस्तिष्क का कार्य नहीं है।

(क) पूर्व सूचनाओं के आधार पर नई जानकारी का विश्लेषण।

(ख) नई सूचनाओं को स्मृति-कोष में सुरक्षित करना।

(ग) शरीर के लिए आवश्यक ऑक्सीजन का अवशोषण करना।

(घ) कर्मेदियों को स्थिति के अनुरूप कार्य करने का आदेश देना।

उत्तर: (क) पूर्व सूचनाओं के आधार पर नई जानकारी का विश्लेषण।

पाठगत प्रश्न – 16.2

निम्नलिखित कथनों के सामने सही (✔) और गलत (x) का निशान लगाइए:

(क) लार भोजन को सुपाच्य तो बनाती ही है, रोगाणुओं को भी समाप्त कर देती है।

उत्तर: सही।

(ख) हमारी त्वचा पसीने द्वारा शरीर की नमी को नष्ट कर देती है।

उत्तर: गलत।

(ग) बहुत-सी कोशिकाएँ मिलकर ऊतकों का निर्माण करती है।

उत्तर: सही।

(घ) नाक में रहने वाले श्लेष्मा के सहारे रोगाणु हमारे शरीर में प्रवेश कर जाते हैं।

उत्तर: गलत।

(ङ) पानी पीने से शरीर में रोगाणुओं की उपस्थिति कम हो जाती है।

उत्तर: सही।

(च) शौचालय जाने के बाद गुप्तांगों को साफ पानी से धोकर सुखाने से संक्रमण से बचा जा सकता है।

उत्तर: सही।

पाठगत प्रश्न – 16.3

सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:

1. नसों की दीवार बनी होती है।

(क) कोशिकाओं से।

(ख) तरल त्वचा से।

(ग) कच्चे माँस से।

(घ) तरल ऊतकों से।

उत्तर: (घ) तरल ऊतकों से।

2. रक्त की श्वेत कणिकाएँ।

(क) रोगाणुओं का भोजन बन जाती हैं।

(ख) रोगाणुओं को ऊतक तरल तक पहुँचाती है।

(ग) रोगाणुओं से लड़ती है।

(घ) निष्क्रिय रहती है।

उत्तर: (ग) रोगाणुओं से लड़ती है।

पाठगत प्रश्न – 16.4

दिए गए विकल्पों में से उचित विकल्प चुनकर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:

1. टीकों के माध्यम से शरीर में पहुँचाए जाते हैं।

(क) एंटीबायटिक।

(ख) रोगाणुओं के विष।

(ग) विटामिन।

(घ) प्रतिपिंड।

उत्तर: (ख) रोगाणुओं के विष।

2. डिप्थीरिया रोग शरीर के किस अंग में होता है।

(क) आँख में।

(ख) नाक में।

(ग) कान में।

(घ) गले में।

उत्तर: (घ) गले में।

3. एडस में।

(क) शरीर पर बड़े-बड़े रिसने वाले जख्म हो जाते हैं।

(ख) शरीर की प्रतिरक्षात्मक व्यवस्था कमजोर होने लगती है।

(ग) शरीर में प्रत्तिपिंडों की अधिकता हो जाती है।

(घ) शरीर की कोशिकाओं में असामान्य वृद्धि हो जाती है।

उत्तर: (ख) शरीर की प्रतिरक्षात्मक व्यवस्था कमजोर होने लगती है।

पाठगत प्रश्न – 16.5

सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:

1. शरीर में ददोरे पड़ जाने पर आप।

(क) अधिक मात्रा में पानी का सेवन करेंगे।

(ख) प्रोटीन को बढ़ाने की कोशिश करेंगे।

(ग) एलर्जी के लिए डॉक्टर से सपंर्क करेंगे।

(घ) नष्ट होने का इंतजार करेंगे।

उत्तर: (ग) एलर्जी के लिए डॉक्टर से सपंर्क करेंगे।

2. निम्नलिलिखित में से राती और पल धन टिए।

(क) शरीर कुछ प्रोटीन ग्रहण नहीं कर पाता।

उत्तर: सही।

(ख) एलर्जी हर किसी को एक जैसी होती है।

उत्तर: गलत।

(ग) शरीर में कुछ विद्रोही कोशिकाएँ भी पैदा हो जाती है।

उत्तर: सही।

(घ) रोगों से लड़ने के लिए शरीर की प्रतिरक्षात्मक व्यवस्था पर भरोसा करना चाहिए।

उत्तर: गलत।

पाठांत प्रश्न

1. ज्ञानेंद्रियों से क्या अभिप्राय है?

उत्तर: ज्ञानेन्द्रियाँ मनुष्य के वे अंग है जो देखने, सुनने, महसूस करने, स्वाद-ताप-रंग अदि का पता लगाते हैं। मानव शरीर में त्वचा, आँख, कान, नाक और जिव्हा आदि पाँच प्रकार की ज्ञानेन्द्रियाँ होती है। त्वचा महसूस करने का, आँखे देखने का, कान सुनने का, नाक गंध का पता लगाने का और जिह्वा स्वाद को परखने का काम करती है।

2. कुछ खाने-पीने से पहले हाथों को अच्छी तरह क्यों धोना चाहिए?

उत्तर: रोगाणुओं से स्वयं को बचाने के लिए हमें स्वच्छ हवा, साफ पानी तथा अच्छी तरह धोकर या पकाकर ही खाद्य सामग्री का प्रयोग करना चाहिए। नित्य अच्छी तरह नहाना चाहिए तथा कुछ खाने-पीने से पहले अच्छी तरह हाथ धो लेने चाहिए।

3. ‘श्लेष्मा’ किसे कहते हैं और इसका क्या काम होता है?

उत्तर: स्लेष्मा शरीर में पायी जाने वाली एक अवयविक द्रव्य होती है। सांस लेते वक्त शरीर के अंदर जानेवाले कण जैसे धूल, बैक्टीरिया या वायरस श्लेष्मा में फंस जाते है। श्लेष्मा का मुख्य काम शरीर को बेहन और स्थिरता प्रदान करना होता है, साथ ही रक्त, पित्त और वात को संतुलित रखने में भी मदद करती है।

4. ‘अपना पराया’ पाठ में शरीर रूपी दुर्ग की बाहरी दीवार किसे कहा गया है और क्यों?

उत्तर: अपान पराया” पाठ में शरीर-किले (शरीर रूपी दुर्ग) की बाहरी दीवार को “त्वचा” कहा गया है। त्वचा को शरीर की सबसे बाहरी परत माना जाता है, जो इसे बाहरी क्षति और नुकसान से बचाती है। वायु और वस्त्रादि के स्पर्श से अपने ऊपर आकर जमने वाले असंख्य रोगाणुओं को यह बाहर ही रोके रहती है। जिस तरह किले की दीवारें बाहरी हमलों से बचाने के लिए होती हैं, उसी तरह त्वचा शरीर के लिए एक सुरक्षात्मक परत के रूप में कार्य करती है, जो इसे चोट, बीमारी और पर्यावरणीय तनाव जैसे बाहरी कारकों से बचाती है।

5. बगल (काँख) या जाँघ में गिलटियाँ क्यों फूल जाती हैं? 

उत्तर: एक ही प्रकार की कोशिकाओं से ऊतक बनते हैं। इन ऊतकों में एक तरल पदार्थ रहता है, जिसे ऊतक तरल कहते हैं। नसों की दीवार इन ऊतकों से बनी होती है। ऊतक तरल पहले तो अपनी ही बारीक-बारीक नलियों (नसो) में बहता है, फिर अंततः रक्त में मिल जाता है। रोगाणुओं के ऊतक तरल से रक्त में पहुँचने से पहले शरीर की एक और प्रतिरक्षात्मक व्यवस्था सक्रिय हो जाती है। हाथ में कहीं पर भी फोडा-फुंसी हो या चोट लगे, तो बगल में, पैर में होने पर जाँघ में और गले में किसी संक्रमण के होने पर गले में कुछ गिलटियों फूल जाती हैं।

6. वाइस से लड़ते/लड़ती हैं-।

(क) श्वेत कोशिकाएँ।

(ख) ऊतक।

(ग) प्रतिपिंड।

(घ) टॉक्सिन।

उत्तर: (ग) प्रतिपिंड।

7. एच०आई०वी० संक्रमित व्यक्ति को।

(क) समाज से प्रेम की आवश्यकता है।

(ख) समाज से दूर रहना चाहिए।

(ग) अपने पाप की सजा मिलती है।

(घ) अन्य लोगों को नहीं छूना चाहिए।

उत्तर: (ख) समाज से दूर रहना चाहिए।

8. टीके किस सिदधांत पर कार्य करते हैं कुछ वाक्यों में समझाइए।

उत्तर: टीके स्वास्थ्य विज्ञान में रोग प्रतिरोधक शक्ति विकसित करने के लिए कार्य करते हैं। इनका मुख्य उद्देश्य होता है शरीर को विशेष प्रकार के रोग के खिलाफ प्रतिरक्षा प्रदान करना। टीके शरीर में इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं, ताकि जब वायरस या बैक्टीरिया शरीर में प्रवेश करें, तो वे उन्हें सहला नहीं सकें। यह एक प्रकार की प्राकृतिक रोग प्रतिरोधक प्रक्रिया होती है जिसे इम्यूनिजेशन कहा जाता है।

9. टीके लगवाना क्यों जरूरी है? ऐसे आठ रोगों के नाम लिखिए, जिनके ठीक उपलब्ध है।

उत्तर: टीके लगवाना इसलिए जरूरी है क्योंकि वह स्वास्थ्य की रक्षा करता है। टीकों के द्वारा शरीर में संबधित रोग के कमज़ोर किए गए रोगाणु अथवा रोगाणुओँ के विष को हल्का करके शरीर में पहुँचा दिया जाता है। हमारा शरीर विष से बचने के लिए प्रतिपिंड बनाने लग जाता है। जब पर्याप्त संख्या में लोगों को किसी संक्रमण के खिलाफ़ टीका लगाया जाता है, तो उन लोगों तक इसका फैलना ज़्यादा मुश्किल हो जाता है यह प्रतिपिंड रोगाणुओं के समाप्त हो जाने पर भी शरीर में बने रहते हैं। जब वास्तव में उस रोग का संक्रमण होता है तो यह प्रतिपिंड उनसे लड़कर हमारे शरीर को रोग से बचा लेते हैं।

ऐसे आठ रोगों के नाम है-

(i) बीसीजी।

(ii) पोलियो।

(iii) डीपीटी।

(iv) हेपेटाइसिस बी।

(v) हैजा।

(vi) डीटी।

(vii)  टेटिनस टॉक्साइड।

(vii) विटामिन ए।

10. एड्स किस वायरस से और कैसे संक्रमित होता है?

उत्तर: एड्स ऐसी ही बीमारी है, जिसमें रोगी के शरीर की प्रतिरोध-क्षमता धीरे-धीरे समाप्त होती जाती है। एड्स एच०आई०वी० वायरस के संक्रमण से होता है। यह संक्रमण संक्रमित व्यक्ति के खून या उससे यौन- संबंधों के जरिये दूसरे तक पहुँचता है। एड्स रोगी के प्रति समाज को प्रेम और सहानुभूति का भाव रखना चाहिए।

11. पारिभाषिक शब्दावली से आप क्या समझते है?

उत्तर: किसी भी विषय पर बोलते या लिखते समय उस विषय की आवश्यकता के अनुसार भाषा के रूप में कुछ परिवर्तन आ जाता है, पर विज्ञान के विषय का विश्लेषण करने के लिए हमें विज्ञान-संबंधी वस्तुओं, संकल्पनाओं, परिभाषाओं और अवधारणाओं के लिए विशेष प्रकार के शब्दों का प्रयोग करना पड़ता है। विषय-संबंधी इन अवधारणापरक शब्दों को पारिभाषिक शब्द कहते हैं। प्राय पारिभाषिक शब्दों का प्रयोग उसी विषय या उससे संबंधित मिलते-जुलते विषयों में ही किया जाता है।

12. ‘अपना-पराया पाठ में प्रयुक्त किनहीं आठ पारिभाषिक शब्दों का उल्लेख कीजिए।

उत्तर: ‘अपना-पराया पाठ में प्रयुक्त किनहीं आठ पारिभाषिक शब्दों है – 

(i) ऊतक – एक जैसा काम करने वाली कोशिकाओं के समूह से बने पिंड।

(ii) दांत – मेरे दांत में दर्द हो रहा है, मुझे देंतीग्रांविस्ट के पास जाना पड़ेगा।

(iii) कान – सीता के  कान में एक छोटी सी चोट लग गई है।

(iv) प्रतिपिंड – विशेष प्रकार के रोगाणुओं से लड़ने के लिए शरीर में बने पिंड।

(v) छत – सावन के मौसम में, छत से पानी के बूंद-बूंद गिर रही थी।

(vi) श्लेष्मा – चिपचिपा लसदार पदार्थ, जो नाक से बहकर निकलता है।

(vii) प्रजनन – अपने जैसे जीवों को जन्म देने की प्रक्रिया।

(viii) संवार – निकिता ने अपने बालों को संवारने के लिए एक नया हेयर स्टाइल आजमाया।

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