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NIOS Class 12 Hindi Chapter 17 अंडमान डायरी: श्रीकांत वर्मा
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अंडमान डायरी: श्रीकांत वर्मा
Chapter: 17
HINDI
प्रथम पृष्ठ – पुस्तक – 1 बोध प्रश्न 17.1
सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प छाँटकर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
1. ‘काला पानी’ का अर्थ है-
(क) मूँगिया पहाड़ी द्वीप।
(ख) हरा-नीला पानी।
(ग) सुदूर निष्कासित जिसके लौटने की कोई उम्मीद नहीं।
(घ) पोर्ट ब्लेयर में बहाए गए आँसू।
उत्तर: (ग) सुदूर निष्कासित जिसके लौटने की कोई उम्मीद नहीं।
2. लेखक के अनुसार ‘काला’ क्या था-
(क) हमारे पूर्वज जो क्रांतिकारी थे।
(ख) समुद्र का गहरा पानी।
(ग) असह्य भोगी जानेवाली यंत्रणा।
(घ) समुद्र पर आसन मार कर बैठा कछुआ-सदृश्य द्वीप।
उत्तर: (क) हमारे पूर्वज जो क्रांतिकारी थे।
3. लेखक के अनुसार कुरूप, बदशक्ल, मनहूस क्या है-
(क) कारागृह।
(ख) अंग्रेज़।
(ग) मूँगिया पहाड़ी द्वीप।
(घ) समुद्र।
उत्तर: (ख) अंग्रेज़।
पाठगत प्रश्न 17.1 |
1. सेल्यूलर जेल के कमरे की संरचना कैसी थी-
(क) हवादार।
(ख) नींद लेने की सुखद जगह।
(ग) एक पतली-सी सूरज की किरण पहुँचने वाली तंग कोठरी।
(घ) स्वप्नगृह।
उत्तर: (ग) एक पतली-सी सूरज की किरण पहुँचने वाली तंग कोठरी।
2. फाँसीघर के सामने लेखक को किस नाटककार का स्मरण होता है-
(क) कालिदास।
(ख) भारतेंदु।
(ग) मोहन राकेश।
(घ) शेक्सपियर।
उत्तर: (घ) शेक्सपियर।
3. समुद्र पर मँडरा रही चिड़ियाँ कैसी प्रतीत हुई-
(क) पूर्वजों की मृतात्माओं की तरह।
(ख) कोठरी में कैद आत्मा की तरह।
(ग) नील गगन में स्वच्छंद प्राणी की तरह।
(घ) मनमोहक दृश्य की तरह।
उत्तर: (क) पूर्वजों की मृतात्माओं की तरह।
पाठगत प्रश्न 17.2 |
1. पाठ से पाँच तत्सम शब्दों का चयन करें।
उत्तर: द्वीप, निष्कासित, यंत्रणा, कारागृह, दशक।
2. पाठ से पाँच उर्दू शब्दों का चयन करें।
उत्तर: बदशक्ल, मनहूस, उम्मीद, जुर्म, तलाश।
3. ‘फूंक-फूंक कर पीना’ मुहावरे का अर्थ है:
(क) जल्दीबाजी।
(ख) सावधानीपूर्वक।
(ग) लापरवाही।
(घ) आश्चर्यचकित।
उत्तर: (ख) सावधानीपूर्वक।
4. कॉमेडी का शाब्दिक अर्थ है-
(क) सुखांत।
(ख) हास-परिहास।
(ग) कर्मयोगी।
(घ) काम।
उत्तर: (क) सुखांत।
17.8 पाठांत प्रश्न: |
1. लेखक ने ‘काला पानी’ किसे कहा है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: लेखक ने ‘काला पानी’ उस स्थान को कहा है, जहाँ भारतीय स्वतंत्रता सेनानियों और क्रांतिकारियों को ब्रिटिश शासन के दौरान दंडस्वरूप भेजा जाता था। यह अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह है, जो अपनी प्राकृतिक सुंदरता के बावजूद अमानवीय यातनाओं और अत्याचारों के लिए कुख्यात था। अंग्रेजों ने यहां ‘सेल्यूलर जेल’ जैसी अमानवीय कारागार का निर्माण किया, जहां सेनानियों को अत्यधिक कठोर परिस्थितियों में कैद रखा गया। ‘काला पानी’ का मतलब सुदूर निष्कासन है, जहां से लौटने की कोई उम्मीद नहीं होती। लेखक के अनुसार, यह पानी काला नहीं है; बल्कि क्रांतिकारियों पर किए गए अत्याचार और उनकी पीड़ा इसे काला बनाते हैं।
2. लेखक के अनुसार अंडमान में द्वीपों की संख्या कितनी है? लिखिए।
उत्तर: लेखक के अनुसार, अंडमान में द्वीपों की संख्या तीन सौ से अधिक है।
3. गोरे शासक देशभक्त क्रांतिकारियों को किस जेल में रखते थे? प्रस्तुत कीजिए।
उत्तर: गोरे शासक देशभक्त क्रांतिकारियों को अंडमान के पोर्ट ब्लेयर में स्थित सेल्यूलर जेल में रखते थे।
4. फाँसी से पहले कैदी के साथ क्या औपचारिकताएँ निभायी जाती थीं? वर्णन कीजिए।
उत्तर: अंग्रेज फांसी से पूर्व उदारता का दिखावा करते थे। फांसी के पहले तड़के कैदी को फांसी घर के बाहर बने चबूतरे पर लाया जाता था। मृत्यु से पूर्व वे व्यक्ति को खुली हवा में सांस लेने की छूट देते थे। वह धार्मिक होने का भी अभिनय करते थे। फांसी पाने वाले को स्नान ध्यान कराया जाता तथा धर्मानुसार गीता, बाईबल, कुरान के पाठ की सुविधा दी जाती थी। उनकी अंतिम इच्छा पूछी जाती। अंतिम इच्छा के रूप में हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने ‘आजादी’ का जय घोष किया होगा। लेकिन उनकी इच्छा के विरुद्ध उन्हें फांसी के तख्ते पर चढ़ा दिया जाता था।
5. वे कौन थे जो शेक्सपियर को घर भूल आए थे?
उत्तर: “वे जो शेक्सपियर को घर भूल आए थे” वह लोग थे, जो ब्रिटिश साम्राज्य के तहत अंडमान में काले पानी की सजा भोग रहे थे — यानी भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और क्रांतिकारी। ये लोग शेक्सपियर के नाटकों की तरह जीवन में ट्रेजेडी और कॉमेडी को उलटकर जी रहे थे। जहाँ शेक्सपियर के नाटकों में ट्रेजेडी और कॉमेडी स्पष्ट रूप से अलग होते थे, वहीं इन भारतीय क्रांतिकारियों के जीवन में ट्रेजेडी और कॉमेडी का अंतर धुंधला हो गया था।
6. ‘फाँसीघर’ में एक साथ कितने व्यक्तियों को फाँसी देने की व्यवस्था थी?
उत्तर: ‘फाँसीघर’ में एक साथ तीन व्यक्तियों को फाँसी देने की व्यवस्था है।
7. सबसे खतरनाक कैदी किसे माना जाता था?
उत्तर: सबसे खतरनाक कैदी वीर सावरकर को माना जाता था। वे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान नेता और क्रांतिकारी थे, जिन्हें अंग्रेज़ों ने काले पानी भेज दिया था। उनका साहस, नेतृत्व और स्वतंत्रता के प्रति उनका समर्पण उन्हें एक खतरनाक और प्रभावशाली कैदी बनाता था।
8. लेखक के मन में किसके प्रति पूर्वाग्रह था?
उत्तर: “अंडमान डायरी” के लेखक श्रीकांत वर्मा के मन में ब्रिटिश साम्राज्य और अंग्रेज़ों के प्रति पूर्वाग्रह (प्रति पूर्व से बनी हुई नकारात्मक या सकारात्मक राय) था। उन्होंने अपने लेख में इंग्लैंड के शासकों को “क्रूर”, “अमानुषिक” और “स्वतंत्रता संग्रामियों के दुश्मन” के रूप में चित्रित किया। लेखक ने अंडमान की सेल्यूलर जेल में स्वतंत्रता सेनानियों को दी गई यातनाओं और दमन के बारे में गहराई से वर्णन किया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि उनका मन अंग्रेज़ों के प्रति नफ़रत और घृणा से भरा हुआ था।
9. जेल के बाहर किस स्वाधीनता सेनानी की प्रतिमा थी?
उत्तर: जेल के बाहर सावरकर की प्रतिमा थी।
10. किसे सावरकर के सांप्रदायिक होने का तर्क मंजूर नहीं है? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: लेखक श्रीकांत वर्मा को सावरकर के सांप्रदायिक होने का तर्क मंजूर नहीं है। लेखक पहले सावरकर के प्रति पूर्वाग्रह से ग्रसित थे क्योंकि सावरकर का संबंध ‘हिंदू महासभा’ से होने के कारण वे सांप्रदायिक घोषित कर दिए गए। लेखक सेल्यूलर जेल में उनकी कोठरी के सामने खड़े होकर अपराधबोध से ग्रसित हो जाता है। सावरकर वह व्यक्ति थे जो हाथों पैरों में हथकड़ी बेडी पहने बरसों इस भयानक कोठरी के अंधेरे में कैद रहे, मगर उनकी न वाणी अवरुद्ध हुई न आत्मा। सावरकर के जीवन के आखिरी दो दशक राजनीतिक एकांकीपन और अपयश में बीते। सावरकर के योगदान पर आजाद भारत में गुमनामी की रोशनाई पोत दी गई। देश की आजादी के लिए अपने जीवन को समर्पित करने वाले संवरकर सांप्रदायिक नहीं हो सकते।
11. जेल से लौट कर किसने अपने कमरे में बत्ती नहीं जलायी?
उत्तर: जेल से लौट कर श्रीमंत वर्मा ने कमरे में बत्ती नहीं जलायी।