NIOS Class 10 Hindi Chapter 8 चंद्रगहना से लौटती बेर

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NIOS Class 10 Hindi Chapter 8 चंद्रगहना से लौटती बेर

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Chapter: 8

पाठगत प्रश्न – 8.1

सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:

1. कवि ने चने को गुलाबी मुरैठा बाँधे बैठा हुआ क्यों कहा है?

(क) चना बहुत प्रसन्न है।

(ख) चना विवाह के लिए तैयार है।

(ग) चना पकने को है।

(घ) चने को मिलने जाना है।

उत्तर: (ख) चना विवाह के लिए तैयार है।

2. हृदय का दान से क्या अभिप्राय है?

(क) हृदय का इलाज कराना।

(ख) प्यार करना।

(ग) भला चाहना।

(घ) इज्जत देना।

उत्तर: (ख) प्यार करना।

3. फाग गाता मास फागुन आ गया है पाक्ति में कौन-सा अलकार है।

(क) यमक।

(ख) उपमा।

(ग) मानवीकरण।

(घ) रूपक।

उत्तर: (ग) मानवीकरण।

4. प्रेन की प्रिय भूमि उपजाऊ अधिक हैं- किसके लिए कहा गया है?

(क) सरसों के लिए।

(ख) व्यापारिक भूमि के लिए।

(ग) ग्रामीण परिवेश के लिए।

(घ) अलसी के लिए।

उत्तर: (ग) ग्रामीण परिवेश के लिए।

पाठगत प्रश्न – 8.2

सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:

1. तालाब के तल में भूरी घास लहरियों क्यों लेती है? क्योंकि-

(क) तालाब का पानी हिलता है।

(ख) तालाब के नीचे हवा है।

(ग) घास घुँघराली है।

(घ) मछलियों घास को हिला।

उत्तर: (क) तालाब का पानी हिलता है।

2. चाँच गाल सभा-सा क्यों लग रहा है?

(क) पानी के हिलने के कारण।

(ख) पानी के ठहर होने के कारण।

(ग) नछलियों के चलने के कारण।

(घ) बगुली के मय के कारण।

उत्तर: (क) पानी के हिलने के कारण।

3. बगुला किसका प्रतीक है?

(क) शोषित का।

(खा) मजदूर का।

(ग) भूख व्यक्ति का।

(घ) शोषक का।

उत्तर: (घ) शोषक का।

4. काले माथे वाली चिड़िया प्रतीक है-

(क) सादे लोगों की।

(ग) पठित वर्ग की।

(ख) चालाक लोगों की।

(घ) श्रमिक वर्ग की।

उत्तर: (ख) चालाक लोगों की।

पाठगत प्रश्न – 8.3

सर्वाधिक उपयुक्त विकल्प चुनकर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:

1. कविता में सरसों का सयानी होने का संकेत किससे मिलता है?

(क) हठीली होने से।

(ख) ब्याह-मंडप में पधारने से।

(ग) हृदय दान देने से।

(घ) पीले फूल आने से।

उत्तर: (घ) पीले फूल आने से।

2. नीचे विकल्पों में शब्द तथा उसमें आए पंचम व्यंजन दिए गए हैं। इस दृष्टि से कौन-सा युग्म गलत है-

(क) कंचन – ञ

(ख) अनंत – न

(ग) पंडित – ण

(घ) अंजन – ङ 

उत्तर: (घ) अंजन – ङ 

पाठात प्रश्न

1. निम्नलिखित पंक्तियों का अर्थ लिखिए:

(क) बीच में अलसी हठीली 

देह की पतली कमर की है लचीली,

उत्तर: प्रस्तुत पंक्ति का अर्थ यह है कि चने के खेत के निकट ही अलसी का खेत, जिसमें अलसी पास पास ही उगी हुई है। अलसी का पौधा दुबला पतला और लचीला होने के कारण हवा से इधर- उधर हिलते रहने से है।

(ख) फाग गाता मास फागुन

आ गया है आज जैसे।

उत्तर: इस पंक्ति का अर्थ यह है कि सरसों जब फूलती है तो पूरा खेत ही पीला हो जाता है। तो पीली सरसों ब्याह के मंडप में पधार चुकी है। वहीं गुलाबी साफा बाँधे चना पहले से ही बैठा है। विवाह की हलचल में फागुन का महीना कैसे चुप रहता? यह फाग गाता हुआ आ पहुँचा है। फाग का गाना, चने का सजना, सरसों का हाथ पीले करना, इन सबमें एक-दूसरे का हो जाने की ललक है।

(ग) श्वेत पखों के झपाटे मार फौरन

टूट पड़ती है मरे जल के हृदय पर,

उत्तर: इस पंक्ति का अर्थ यह है कि उपयुक्त पंक्ति से कवि का आशय है कि जिस प्रकार श्वेत पंखों वाली चिड़िया मौका देखकर तालाब के पानी में मछली के दिखते ही झपट्टा मार कर ले उड़ती है।

2. कविता के आधार पर चने के सौंदर्य का चित्रण कीजिए और बताइए कि उसे किन-किन रूपों में दर्शाया गया है?

उत्तर: कवि ने यहाँ चने के पौधों का मानवीकरण किया है। चने का पौधा बहुत छोटा-सा है। उसके सिर पर फूला हुआ गुलाबी रंग का फूल ऐसा प्रतीत हो रहा है मानो वह अपने सिर पर गुलाबी रंग की पगड़ी बाँधकर, सज-धज कर स्वयंवर के लिए खड़ा हो।

3. सरसों को हो गई सबसे सयानी क्यों कहा गया है? तर्क सहित उत्तर दीजिए।

उत्तर: कवि ने सरसों को हो गई सबसे सयानी इसीलिए कहा है कि सरसों अब सयानी हो गई है। ‘सयानी होना’ के तीन अर्थ हैं- एक तो समझदार होना, दूसरा यौवन पा लेना और तीसरा चतुर होना। यहाँ सरसों के विषय में उसे सयानी कह कर कवि ने युवती होने की ओर संकेत किया है और बताया है कि वह विवाह-योग्य हो गई है इसीलिए उसने अपने हाथ पीले कर लिए है। हाथ पीले करना एक मुहावरा है, जिसका अर्थ शादी कर लेना है।

4. व्यापारिक नगर की अपेक्षा ग्रामीण आबल को प्रेम के लिए उर्वर क्यों माना गया।

उत्तर: व्यापारिक नगर की अपेक्षा ग्रामीण आबल को प्रेम के लिए उर्वर माना गया है क्योंकि ग्रामीण अंचल में एक अलग सी सादगी है। यहाँ पर किसी भी चीज़ का कोई दिखावा नहीं होता है। गांव की हर चीज़ में हमें प्रकृति का स्पर्श मिल जाता है। और जैसा कि हम जानते ही हैं कि प्रेम कभी भी दिखावे में नहीं होता है।

5. एक चाँदी का बड़ा-सा गोल खंभा का चित्र अपने शब्दों में स्पष्ट कीजिए।

उत्तर: चांदी का बड़ा सा गोल खंभा में कवि को सूक्ष्म कल्पना का आभास मिलता है क्योंकि जलाशय के स्वच्छ पानी में दिन के समय सूर्य की किरणें पड़ती है तो गोल और लंबा चमकदार खंभा दिखाई पड़ता है चमक तथा आकार में समानता के कारण किरणों में खंबे की कल्पना करना कभी को संकल्पना का आभास दिलाता है।

6. बगुला समाज के किस वर्ग का प्रतीक है और किन विशेषताओं को रेखांकित करता है? क्या आज के समाज में यह उदाहरण प्रासंगिक है?

उत्तर: बगुला समाज के ढोंगी लोगों का प्रतीक है, जो दिखावा कुछ करते हैं और उनका आचरण कुछ और ही होता है। इसलिए कहावत भी है- बगुला भगत कविता में भी ढोंगी बगुला ध्यान लगाकर खड़ा है, किंतु मछली को देखते ही उसे झट पकड़ कर, चट गटक जाता है। चिडिया के चतुर विशेषण पर गौर कीजिए, यह कुछ चालाक लोगों की ओर संकेत करती है। चालाक चिडिया, मछली को झपट कर उठा लेती है। प्रकृति के ये दृश्य भी समाज के व्यवहार की ओर संकेत करते हैं। समाज में कुछ कपटी, चालाक और धूर्त लोग दूसरों का शोषण करते हैं, किंतु इनकी अधिकता नहीं है। विशेष बात तो यह है कि प्रकृति का प्यार भरा रूप अधिक आकर्षक है।

7. चंद्रगहना से लौटती बेर कविता के माध्यम से कवि ने क्या संदेश दिया है? क्या आप उससे संतुष्ट है? उदाहरण सहित उत्तर दीजिए।

उत्तर: कवि ने इस कविता के माध्यम से समाज में अन्याय और विवादों को उजागर करने का प्रयास किया है। यह कविता व्यक्तिगत और सामाजिक स्तर पर एक समर्थन है, जो संघर्षों और विवादों के खिलाफ एकता और शांति की आवश्यकता को दर्शाती है। अलसी कहती है कि जो मुझे छुए उसे मैं अपना हृदय दे दूँ। इसी प्रकार सरसों को सयानी लड़की बनाकर प्रस्तुत किया है, जिसके हाथ पीले होने हैं, वह मंडप में ब्याह रचाने के लिए बैठी है।

उदाहरण: चंद्रगहना से लौटती बेर,

मध्य रात्रि के अंधकार में।

कौन रोक सकता है इसे?

सृष्टि का संघर्ष यहाँ अपार है।

कौन देख सकता है इसे?

चाँद की गोद में लिपटे रोशनी को?

जो समय की बेर से उभर आया,

उसे कोई नहीं रोक सकता।

8. हृदयहीन पत्थर किन लोगों का प्रतीक है? क्या आज के समाज से ऐसे उदाहरण दे सकते हैं?

उत्तर: हृदयहीन पत्थर शोषक चालाक और हृदयहीन व्यक्तियों के प्रतीक है। 

9. निम्नलिखित पंक्तियों को ध्यान से पढ़िए और पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए:

छोटे-से आंगन में 

माँ ने लगाए हैं 

तुलसी के बिरवे दो 

पिता ने उगाया है

बरगद छतनार 

में अपना नन्हा गुलाब 

कहाँ रोप दूँ। 

केदारनाथ सिंह

(1) ‘तुलसी के बिरवे’ और ‘छतनार बरगद के संकेतों को स्पष्ट कीजिए।

उत्तर: ‘छतनार बरगद’ पिता की शक्ति और सुरक्षा का प्रतिनिधित्व करता है, क्योंकि बरगद का पेड़ अपनी विशाल छत्रछाया और छाया के लिए जाना जाता है।

(2) ‘मैं अपना नन्हा गुलाब/कहाँ रोप दूँ?’ से कवि का क्या आशय है।

उत्तर: गुलाब जिसे पोषित और विकसित करने की आवश्यकता है। कवि इस प्रतिभा या विचार को विकसित करने के लिए उपयुक्त वातावरण की तलाश कर रहा है।

(3) ‘गुलाब’ किसका प्रतीक है?

उत्तर: गुलाब प्रेम का प्रतीक है।

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