NIOS Class 12 Political Science Chapter 18 भारत में चुनाव प्रक्रिया

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Chapter: 18

मॉड्यूल – 4 व्यवहार में लोकतंत्र

पाठगत प्रश्न 18.1

चार विकल्पों में से सही पर (√) निशान लगाएं-

1. स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव करवाने का दायित्व–

(क) भारत के सर्वोच्च न्यायाधीश पर है।

(ख) चुनाव आयोग पर है।

(ग) राष्ट्रपति पर है।

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(घ) नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक पर है।

उत्तर: (ख) चुनाव आयोग पर है।

2. मुख्य चुनाव आयुक्त की नियुक्ति-

(क) भारत का सर्वोच्च न्यायाधीश करता है।

(ख) राष्ट्रपति करता है।

(ग) कानून मंत्री करता है।

(घ) प्रधानमंत्री करता है।

उत्तर: (ख) राष्ट्रपति करता है।

रिक्त स्थानों को भरिए-

3. मुख्य चुनाव आयुक्त को ________________ वर्ष की अवधि के लिए नियुक्त किया जाता है।

उत्तर: मुख्य चुनाव आयुक्त को छः वर्ष की अवधि के लिए नियुक्त किया जाता है।

4. मुख्य चुनाव आयुक्त को हटाने की विधि ________________ को हटाने की विधि के समान है।

उत्तर: मुख्य चुनाव आयुक्त को हटाने की विधि उच्चतम न्यायालय का न्यायाधीश को हटाने की विधि के समान है।

5. निम्नलिखित राजनीतिक दलों और संबंधित चुनाव चि‌ह्नों का मिलान करें:

राजनीतिक दलसंबंधित चुनाव
(क) भाजपासाइकिल
(ख) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेसकमल
(ग) तेलुगु देशमहाथ

उत्तर: 

राजनीतिक दलसंबंधित चुनाव
(क) भाजपाकमल
(ख) भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेसहाथ
(ग) तेलुगु देशमसाइकिल

6. निम्नलिखित में से किसे मध्यावधि चुनाव कहते हैं?

(क) वर्ष के मध्य में होने वाले चुनाव को।

(ख) कार्यक्रम से बाहर चुनाव करवाना।

(ग) सत्तारूढ़ पार्टी को विश्वास मत प्राप्त न होने के कारण अवधि के दौरान कभी भी चुनाव करवाना।

उत्तर: (ग) सत्तारूढ़ पार्टी को विश्वास मत प्राप्त न होने के कारण अवधि के दौरान कभी भी चुनाव करवाना।

7. मतदाता होने के लिए निम्नलिखित में से क्या अनिवार्य है-

(क) व्यक्ति 21 वर्ष की आयु का होना चाहिए।

(ख) व्यक्ति भारत का नागरिक होना चाहिए।

(ग) व्यक्ति के पास दसवीं कक्षा उत्तीर्ण करने का प्रमाण पत्र होना चाहिए।

उत्तर: (ख) व्यक्ति भारत का नागरिक होना चाहिए।

पाठगत प्रश्न 18.2

1. चुनावों के लिए अधिसूचना कौन जारी करता है-

(क) चुनाव आयोग।

(ख) रिटर्निंग अधिकारी।

(ग) राष्ट्रपति।

उत्तर: (ग) राष्ट्रपति।

2. नामांकन पत्र भरने की अन्तिम तिथि कौन-सा दिन होता है-

(क) चौथा।

(ख) पांचवा।

(ग) सातवां।

उत्तर: (ग) सातवां।

3. चुनाव कार्यक्रम कितने दिन तक का होता है-

(क) सात दिन।

(ख) 20 दिन।

(ग) एक महीना।

उत्तर: (ग) एक महीना।

4. नामांकन पत्रों को उचित ढंग से कितने मतदाताओं द्वारा प्रस्तावित और अनुमोदित किया जाना चाहिए-

(क) सम्बन्धित क्षेत्र के दो मतदाताओं द्वारा।

(ख) सम्बन्धित क्षेत्र के तीन मतदाताओं द्वारा।

(ग) सम्बन्धित क्षेत्र के चार मतदाताओं द्वारा।

(घ) सम्बन्धित क्षेत्र के छह मतदाताओं द्वारा।

उत्तर: (क) सम्बन्धित क्षेत्र के दो मतदाताओं द्वारा।

5. चुनाव प्रचार कब रोक दिया जाता है-

(क) मतदान से 12 घण्टे पहले।

(ख) मतदान से 24 घण्टे पहले।

(ग) मतदान से 48 घण्टे पहले।

उत्तर: (ग) मतदान से 48 घण्टे पहले।

6. पोलिंग बूथ (मतदान केन्द्र) पर काम करने वाले अधिकारी कौन होते हैं-

(क) चुनाव अधिकारी।

(ख) रिटर्निंग अधिकारी।

(ग) पीठासीन अधिकारी।

उत्तर: (क) चुनाव अधिकारी।

7. एक ई.वी.एम. अधिकतम कितने उम्मीदवारों के लिए पर्याप्त होती है-

(क) दस।

(ख) 16

(ग) 20

उत्तर: (ख) 16

पाठगत प्रश्न 18.3

1. भारतीय चुनाव प्रक्रिया की कुछ कमियां हैं—

(क) ________________।

उत्तर: धन-बल।

(ख) ________________।

उत्तर: बाहुबल।

(ग) _________________।

उत्तर: जाति और धर्म की भूमिका।

(घ) _________________।

उत्तर: सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग।

2. भारत में लागू किए गए अति महत्वपूर्ण चुनाव सुधार हैं—

(क) _______________।

उत्तर: मतदान की आयु घटाना।

(ख) _______________।

उत्तर: सुरक्षा राशि को बढ़ाना।

(ग) _______________।

उत्तर: फोटो पहचान पत्र लागू करना।

(घ) _______________।

उत्तर: इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन का प्रयोग व्यापक रूप से शुरू करना।

पाठांत प्रश्न

1. भारत के चुनाव आयोग के क्या कार्य हैं?

उत्तर: भारत में स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव करवाना निर्वाचन आयोग का प्रमुख कार्य है।

इसके अंतर्गत आयोग निम्नलिखित कार्य करता है—

(i) चुनाव क्षेत्रों का परिसीमन करना: निर्वाचन आयोग देश को विभिन्न चुनाव क्षेत्रों में बाँटने का कार्य करवाता है। यह काम परिसीमन आयोग द्वारा किया जाता है, जिसे निर्वाचन आयोग सचिवीय सहायता प्रदान करता है।

(ii) मतदाता सूचियों का निर्माण और संशोधन: निर्वाचन आयोग संसद एवं विधान सभा चुनावों के लिए मतदाता सूची तैयार करता है। समय–समय पर साधारण चुनाव, उपचुनाव और मध्यावधि चुनाव से पहले इन सूचियों को संशोधित किया जाता है। आयोग के संगणक घर-घर जाकर योग्य नागरिकों का पंजीकरण करते हैं।

(iii) राजनीतिक दलों को मान्यता देना: निर्वाचन आयोग राजनीतिक दलों को राष्ट्रीय या राज्य स्तर के दल के रूप में मान्यता प्रदान करता है। चुनावों में प्राप्त मतों के आधार पर दलों की स्थिति तय होती है।

(iv) चुनाव चिह्न आवंटित करना: निर्वाचन आयोग राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों को चुनाव चिह्न प्रदान करता है, जिससे मतदाता विशेषकर निरक्षर मतदाता— उम्मीदवारों को पहचान सकें और समान नाम वाले उम्मीदवारों में भेद कर सकें।

2. लोक सभा अथवा विधान सभा चुनावों के दौरान अपनाई जाने वाली चुनावी प्रक्रिया का संक्षेप में वर्णन करें।

उत्तर: भारत में चुनाव कानून और निर्धारित विधि के अनुसार कई चरणों में सम्पन्न होते हैं।

चुनाव प्रक्रिया का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है—

(i) चुनाव की अधिसूचना: चुनाव आयोग की सिफारिश पर राष्ट्रपति/राज्यपाल चुनाव की अधिसूचना जारी करते हैं। इसके बाद उम्मीदवारों को नामांकन भरने के लिए 7 दिन का समय मिलता है।

(ii) नामांकन पत्र भरना: उम्मीदवार निर्धारित प्रपत्र में अपना विवरण भरकर, दो प्रस्तावकों के हस्ताक्षर के साथ नामांकन पत्र रिटर्निंग अधिकारी के पास जमा करता है। साथ ही शपथ लेना भी आवश्यक है।

(iii) सुरक्षा (जमानत) राशि जमा करना: लोकसभा के लिए ₹10,000 और विधानसभा के लिए ₹5,000 की जमानत राशि जमा करनी होती है। एस.सी./एस.टी. उम्मीदवारों के लिए यह राशि आधी होती है।

(iv) नामांकन की जांच और नाम वापसी: रिटर्निंग अधिकारी नामांकन पत्रों की जांच करता है और त्रुटिपूर्ण पत्र रद्द कर सकता है। जांच के अगले दिन नाम वापस लेने की अंतिम तिथि होती है।

(v) चुनाव प्रचार: प्रत्याशी जनसभाओं, रैलियों, घोषणापत्र, घर-घर सम्पर्क और मीडिया के माध्यम से प्रचार करते हैं। मतदान से 48 घंटे पहले प्रचार बंद हो जाता है।

(vi) आदर्श आचार संहिता: चुनाव आयोग द्वारा निर्धारित आचार संहिता लागू होती है, जिसमें धार्मिक स्थलों का उपयोग, घृणा भाषण और सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग पर रोक शामिल है।

(vii) चुनाव खर्च की जांच: उम्मीदवारों के खर्च पर सीमा निर्धारित होती है। परिणाम के 45 दिनों के भीतर खर्च का लेखा-जोखा जमा करना अनिवार्य है।

(viii) मतदान और गिनती: मतदाता गुप्त मतदान के माध्यम से वोट देते हैं। मतपेटियाँ/ईवीएम सुरक्षित रखी जाती हैं और फिर उम्मीदवारों की उपस्थिति में गिनती होती है। सर्वाधिक मत पाने वाले उम्मीदवार को विजयी घोषित किया जाता है।

(ix) ईवीएम का उपयोग: छेड़छाड़-रोधी इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों का उपयोग किया जाता है, जिनसे मतदान और गिनती दोनों तेज और सरल होते हैं।

3. भारत की चुनाव व्यवस्था की कमियों को संक्षेप में लिखें। व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए सुधार संबंधी सुझाव दीजिए।

उत्तर: भारत की चुनाव प्रणाली को विश्व-भर में सराहा गया है, परन्तु इसके बावजूद इसमें कुछ प्रमुख कमियाँ पाई जाती हैं—

(i) धन-बल का प्रभाव: चुनावों में भारी मात्रा में काला धन खर्च किया जाता है। राजनीतिक दल व्यापारियों और कंपनियों से नकद धन लेते हैं और मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए रिश्वत, शराब और परिवहन जैसी सुविधाएँ देते हैं।

(ii) बाहु-बल और अपराधीकरण: अपराधी तत्व मतदाताओं को डराकर, धमकाकर वोट करवाते हैं। कई अपराधी स्वयं चुनाव लड़ते हैं, जिससे राजनीति का अपराधीकरण और चुनावी हिंसा बढ़ती है।

(iii) जाति और धर्म का दुरुपयोग: राजनीतिक दल टिकट देते समय जातीय व धार्मिक समीकरण देखते हैं। मतदाता भी जाति-धर्म के आधार पर वोट करते हैं, जिससे साम्प्रदायिकता चुनावों में बढ़ती है।

(iv) सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग: सत्तारूढ़ दल सरकारी संसाधनों का उपयोग अपने लाभ के लिए करते हैं। इस कारण सभी दलों को समान अवसर नहीं मिलता।

आयोग और समितियों द्वारा सुझाए व लागू किए गए सुधार इस प्रकार हैं—

(i) मतदान आयु 21 वर्ष से घटाकर 18 वर्ष करना युवाओं की भागीदारी बढ़ी और लोकतंत्र मज़बूत हुआ।

(ii) सुरक्षा राशि बढ़ाना: असंजीदा और गैर-गंभीर उम्मीदवारों को चुनाव लड़ने से रोकने में मदद मिली।

(iii) फोटो पहचान पत्र लागू करना: जाली और बोगस मतदान पर रोक लगाई जा सकी।

(iv) इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) का उपयोग: हेराफेरी, बूथ कैप्चरिंग और जाली मतदान की संभावना कम हुई; गिनती तेज और पारदर्शी बनी।

(v) गड़बड़ी पाए जाने पर पुनः मतदान का प्रावधान: किसी केंद्र पर गिनती में अंतर पाए जाने पर चुनाव आयोग उस केंद्र का चुनाव रद्द कर पुनः मतदान करवा सकता है।

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