NCERT Class 9 Hindi Kshitij Chapter 11 ग्राम श्री

NCERT Class 9 Hindi Kshitij Chapter 11 ग्राम श्री Solutions to each chapter is provided in the list so that you can easily browse through different chapters NCERT Class 9 Hindi Kshitij Chapter 11 ग्राम श्री Notes and select need one. NCERT Class 9 Hindi Kshitij Chapter 11 ग्राम श्री Question Answers Download PDF. NCERT Class 9 Hindi Kshitij Bhag – 1 Texbook Solutions.

NCERT Class 9 Hindi Kshitij Chapter 11 ग्राम श्री

Join Telegram channel

Also, you can read the NCERT book online in these sections Solutions by Expert Teachers as per Central Board of Secondary Education (CBSE) Book guidelines. CBSE Class 9 Hindi Kshitij Bhag – 1 Textual Solutions are part of All Subject Solutions. Here we have given NCERT Class 9 Hindi Kshitij Chapter 11 ग्राम श्री Notes, CBSE Class 9 Hindi Kshitij Bhag – 1 Textbook Solutions for All Chapters, You can practice these here.

Chapter: 11

क्षितिज

काव्य-खंड

प्रश्न-अभ्यास

1. कवि ने गाँव को ‘हरता जन मन’ क्यों कहा है?

उत्तर: कवि ने गाँव को ‘हरता जन मन’ इसलिए कहा है क्योंकि प्राकृतिक सौन्दर्य लोगों के मन को हर लेता है अर्थात् अपनी ओर आकर्षित कर लेता है चारों ओर फैली हरियाली से धरती आनंदित हो उठी है। गाँव का नैसर्गिक सौंदर्य हर किसी के हृदय को मोह लेता है।

2. कविता में किस मौसम के सौंदर्य का वर्णन है?

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Join Now

उत्तर: कविता में वसंत ऋतु के सौंदर्य का वर्णन है। इसी ऋतु में सरसों के पीले फूल खिलते हैं और इस मौसम में चारों तरफ़ हरियाली होती है। 

3. गाँव को ‘मरकत डिब्बे सा खुला’ क्यों कहा गया है?

उत्तर: गाँव का वातावरण मरकत के खुले खज़ाने की तरह हरा-भरा और विस्तृत प्रतीत होता है। इसलिए गाँव को ‘मरकत डिब्बे सा खुला’ कहा गया है।

4. अरहर और सनई के खेत कवि को कैसे दिखाई देते हैं?

उत्तर: अरहर और सनई के खेत कवि को सोने की किंकणिया जैसी दिखाई दे रहे हैं।

5. भाव स्पष्ट कीजिए-

(क) बालू के साँपों से अंकित।

गंगा की सतरंगी रेती।

उत्तर: प्रस्तुत पंक्तियों में गंगा नदी के किनारे फैली रेत पर सूर्य की किरणें पड़ती हैं तो रेत चमक उठती है। यह रेत रंग-बिरंगी दिखती है। “सतरंगी रेती” का अर्थ है कि सूर्य की किरणों के प्रभाव से बालू अलग-अलग रंगों में चमकती है, जिससे वह बहुरंगी दिखाई देती है। इस प्रकार, यह पंक्ति गंगा तट की प्राकृतिक सुंदरता को उजागर करती है।

(ख) हँसमुख हरियाली हिम-आतप। 

सुख से अलसाए-से सोए।

उत्तर: इन पंक्तियों में गाँव की हरियाली का वर्णन प्रस्तुत किया गया है। सूरज की रोशनी में जगमगाती हुई, मानो मुस्कुराती सी प्रतीत होती है। सर्दी की धूप भी खिली-खिली है, ऐसे में महसूस होता है जैसे दोनों ही आलस्य में डूबकर सोए हुए हों।

6. निम्न पक्तियों में कौन-सा अलंकार है? 

तिनकों के हरे हरे तन पर। 

हिल हरित रुधिर है रहा झलक।

उत्तर: हरे हरे – पुनरुक्ति अलंकार है।

हिल हरित – अनुप्रास अलंकार है।

तिनकों के तन पर – मानवीकरण अलंकार है।

7. इस कविता में जिस गाँव का चित्रण हुआ है वह भारत के किस भू-भाग पर स्थित है?

उत्तर: इस कविता में उत्तरी भारत के गाँव का चित्रण हुआ है। उत्तरी भारत, भारत के खेतौ प्रधान राज्यों में प्रमुख है।

रचना और अभिव्यक्ति

8. भाव और भाषा की दृष्टि से आपको यह कविता कैसी लगी? उसका वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।

उत्तर: प्रस्तुत कविता भाव और भाषा दोनों की ही दृष्टि से अत्यंत सहज और आकर्षक है। इस कविता में प्रकृति का मनमोहक और सुंदर चित्रण किया गया है। कवि ने प्रकृति को मानव-सुलभ गुणों से अभिव्यक्त किया है। कविता की भाषा सरल, मधुर और प्रवाहपूर्ण है, जो पाठकों के मन को सहज ही आकर्षित करती है। अलंकारों का प्रयोग कर के कविता के सौंदर्य में और वृ‌द्धि हुई है।

9. आप जहाँ रहते हैं उस इलाके के किसी मौसम विशेष के सौंदर्य को कविता या गद्य में वर्णित कीजिए।

उत्तर: मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ। हमारा गाँव यमुना नदी से केवल एक से डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस क्षेत्र में सर्दी और गर्मी, दोनों ही अपने चरम पर होती हैं। मुझे गर्मी का मौसम अधिक प्रिय है, क्योंकि इस दौरान यमुना के दोनों किनारों पर सब्जियों की खेती होती है, जिससे चारों ओर हरियाली छा जाती है। इन खेतों में जाकर खीरा, ककड़ी, खरबूजा, तरबूज आदि तोड़कर खाने का अपना अलग ही आनंद होता है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This will close in 0 seconds

Scroll to Top