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NCERT Class 11 Biology Chapter 17 गमन एवं संचलन
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गमन एवं संचलन
Chapter: 17
अभ्यास
1. कंकाल पेशी के एक साकोमियर का चित्र बनाएं और विभिन्न भागों को चिह्नित करें।
उत्तर:
2. पेशी संकुचन के सर्पी तंतु सिद्धांत को पारिभाषित करें।
उत्तर: स्लाइडिंग फिलामेंट सिद्धांत मांसपेशियों के संकुचन की प्रक्रिया को समझाने वाला एक वैज्ञानिक सिद्धांत है, जिसके अनुसार पतले तंतु मोटे तंतुओं पर फिसलते हैं, जिससे पेशीतंतुक (सरकोमियर) की लंबाई घट जाती है। प्रत्येक मांसपेशी रेशा वैकल्पिक रूप से हल्के और गहरे रंग के बैंड से मिलकर बना होता है, जिनमें संकुचित प्रोटीन पाए जाते हैं। हल्के रंग के बैंड में एक्टिन नामक पतला प्रोटीन होता है, जिसे I-बैंड कहा जाता है, जबकि गहरे रंग के बैंड में मायोसिन नामक घना प्रोटीन होता है, जिसे A-बैंड कहा जाता है।
हर I-बैंड को एक प्रत्यास्थ रेखा, Z-रेखा, दो भागों में विभाजित करती है। पतले तंतु (एक्टिन) Z-रेखा से जुड़े होते हैं। वहीं, A-बैंड का मध्य भाग, जो पतले तंतुओं द्वारा ढका नहीं होता, H-ज़ोन कहलाता है।
जब मांसपेशी संकुचित होती है, तो मायोसिन के सिर (क्रॉस-ब्रिज) एक्टिन तंतुओं के साथ संपर्क करते हैं और उन्हें सरकोमियर के केंद्र की ओर खींचते हैं। इस प्रक्रिया में Z-रेखाएँ भी केंद्र की ओर आती हैं, जिससे सरकोमियर की लंबाई कम हो जाती है। संकुचन के दौरान A-बैंड की लंबाई अपरिवर्तित रहती है, जबकि I-बैंड छोटा हो जाता है और H-ज़ोन पूरी तरह गायब हो सकता है।
3. पेशी संकुचन के प्रमुख चरणों का वर्णन करें।
उत्तर: सामान्य अवस्था में सार्कोमियर में ATP और मैग्नीशियम आयन उपस्थित रहते हैं, जबकि कैल्शियम आयन बहुत कम मात्रा में होते हैं। एक्टिन तंतु, ट्रोपोमायोसिन नामक प्रोटीन के साथ इस प्रकार जुड़े रहते हैं कि वे मायोसिन के साथ संपर्क नहीं कर सकते।
जब किसी पेशी तंतु को तंत्रिका आवेग द्वारा प्रोष्ठ उद्दीपन (threshold stimulus) प्राप्त होता है, तब एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम (ER) से Ca²⁺ (कैल्शियम आयन) मुक्त होकर सार्कोमियर में प्रवेश करते हैं। ये आयन ट्रोपोमायोसिन से जुड़कर उसकी स्थिति बदल देते हैं, जिससे एक्टिन तंतु मायोसिन के संपर्क में आ जाते हैं और सक्रिय हो जाते हैं।
इसी समय, ATP का जल विघटन (hydrolysis) होता है, जिससे ऊर्जा मुक्त होती है। इस ऊर्जा के प्रयोग से मायोसिन के सिर (heads) एक्टिन से जुड़कर सेतु बंध (cross bridges) बनाते हैं। परिणामस्वरूप, एक्टिन तंतु मायोसिन तंतुओं पर फिसलते हुए सार्कोमियर के केंद्र की ओर खिंचते हैं। इस क्रिया में एक्टिन और मायोसिन मिलकर एक्टोमायोसिन (actomyosin) नामक यौगिक का निर्माण करते हैं। परिणामस्वरूप, पेशी तंतु की लंबाई घट जाती है, अर्थात् वह संकुचित हो जाता है।
जब उद्दीपन समाप्त हो जाता है, तो सक्रिय पंपिंग प्रक्रिया द्वारा Ca²⁺ आयनों को वापस एंडोप्लाज्मिक रेटिकुलम में भेज दिया जाता है। इससे ट्रोपोमायोसिन दोबारा एक्टिन से जुड़ जाता है और एक्टिन-मायोसिन के सेतु बंधन टूट जाते हैं। मांसपेशी तंतु अपनी मूल स्थिति, यानी विश्राम की अवस्था, में लौट आता है।
मृत्यु के बाद, शरीर में ATP का निर्माण बंद हो जाता है। इसके कारण Ca²⁺ आयन वापस ER में नहीं जा पाते, जिससे सेतु बंधन बने रहते हैं और मांसपेशियाँ सिकुड़ी रहती हैं। यही कारण है कि मृत्यु के बाद शरीर अकड़ जाता है, जिसे रिगर मॉर्टिस (rigor mortis) कहा जाता है।
4. ‘सही’ या ‘गलत’ लिखें:
(क) एक्टिन पतले तंतु में स्थित होता है।
उत्तर: सही।
(ख) रेखित पेशीरेशे का H-क्षेत्र मोटे और पतले, दोनों तंतुओं को प्रदर्शित करता है।
उत्तर: गलत ।
(ग) मानव कंकाल में 206 अस्थियाँ होती हैं।
उत्तर: सही ।
(घ) मनुष्य में 11 जोड़ी पसलियाँ होती हैं।
उत्तर: गलत ।
(च) उरोस्थि शरीर के अधर भाग में स्थित होती है।
उत्तर: सही ।
5. इनके बीच अंतर बताएं:
(क) एक्टिन और मायोसिन।
उत्तर:
एक्टिन | मायोसिन |
(i) A और 1 दोनों बैंड में पाया जाता है। | (i) ये केवल A बैंड में पाए जाते हैं। |
(ii) मायोसिन फिलामेंट्स की तुलना में पतला (0.005 मिमी), लेकिन छोटा (2-2.6 मिमी)। | (ii) एक्टिन फिलामेंट्स की तुलना में मोटा (0.01 मिमी) और लंबा (4.5 मिमी)। |
(iii) प्रत्येक मायोफाइब्रिल में लगभग 300 पेशी तन्तु होते हैं। | (iii) प्रत्येक मायोफाइब्रिल में लगभग 1500 मायोसिन तन्तु होते हैं। |
(iv) सेतु बन्धन अनुपस्थित होता है। जिसके परिणामस्वरूप एक चिकनी सतह बनती है। | (iv) क्रॉस सेतु उपस्थित हैं, जिसके परिणामस्वरूप एक खुरदरी सतह बन जाती है। |
(v) इसमें तीन प्रोटीन होते हैं: एक्टिन, ट्रोपोमाइसिन और ट्रोपोनिन । | (v) इसमें दो प्रोटीन होते हैं: मायोसिन और मेरोमायोसिन। |
(ख) लाल और श्वेत पेशियाँ।
उत्तर:
लाल पेशी तन्तु | श्वेत पेशीय तन्तु |
(i) मायोग्लोबिन (myoglobin) पाया जाता है। | (i) मायोग्लोबिन नहीं पाया जाता। |
(ii) ये पतले, गहरे, लाल रंग के होते हैं। | (ii) ये मोटे तथा हल्के रंग के होते हैं। |
(iii) सार्कोप्लास्मिक तालिका कम होती है। | (iii) सार्कोप्लास्मिक तालिका अधिक होती है। |
(iv) रक्त कोशिकाएँ अपेक्षाकृत अधिक संख्या में पाई जाती हैं। | (iv) रक्त कोशिकाएँ अपेक्षाकृत कम संख्या में पाई जाती हैं। |
(v) उनमें थोड़ा सा लैक्टिक एसिड जमा हो जाता है। | (v) वे भारी परिश्रम से लैक्टिक एसिड जमा करते हैं। |
(ग) अंस एवं श्रोणि मेखला।
उत्तर:
अंस मेखला | श्रोणि मेखला |
(i) प्रत्येक अर्धांश में स्कैपुला तथा क्लैविकल अस्थियाँ होती हैं। | (i) प्रत्येक अर्द्धश में इलियम, इस्चियम और प्यूबिस अस्थियाँ होती हैं। |
(ii) चपटे स्कैपुला में ग्लेनाइड गुहा होती है। इसमें अग्रपाद की ह्यूमस का शीर्ष लगा होता है। | (ii) उक्त अस्थियों के सन्धि तल पर ऐसीटेबुलम गुहा होती है। इसमें पश्चपाद की फीमर का शीर्ष लगा होता है। |
(iii) प्रत्येक क्लैविकल को सामान्यतः जत्रुक कहते हैं। | (iii) श्रोणि मेखला के दोनों अर्धांश मिलकर प्यूबिक संलयन बनाते हैं। |
(iv) स्कैपुला और क्लैविकल को हड्डी के किसी अन्य रूप में अलग नहीं किया जाता है। | (iv) प्रत्येक अनाम हड्डी में तीन हड्डियाँ होती हैं: इलियम, इस्चियम और प्यूबिस। |
(v) यह बांह की हड्डियों के लिए अभिव्यक्ति प्रदान करता हैं । | (v) यह पैर की हड्डियों को जोड़ता है। |
6. स्तंभ I का स्तंभ II से मिलान करे:
स्तंभ I | स्तंभ II |
(i) चिकनी पेशी | (क) मायोग्लोबिन |
(ii) ट्रोपोमायोसिन | (ख) पतले तंतु |
(iii) लाल पेशी | (ग) सीवन (suture) |
(iv) कपाल | (घ) अनैच्छिक |
उत्तर:
स्तंभ I | स्तंभ II |
(i) चिकनी पेशी | (घ) अनैच्छिक |
(ii) ट्रोपोमायोसिन | (ख) पतले तंतु |
(iii) लाल पेशी | (क) मायोग्लोबिन |
(iv) कपाल | (ग) सीवन (suture) |
7. मानव शरीर की कोशिकाओं द्वारा प्रदिर्शित विभिन्न गतियाँ कौन सी है?
उत्तर: संचलन सजीवों का एक विशिष्ट लक्षण है। मानव शरीर की कोशिकाओं द्वारा प्रदर्शित विभिन्न प्रकार की गतियाँ हैं:
(i) मीबीय संचलन: रक्त में मौजूद ल्यूकोसाइट्स अमीबीय संचलन दिखाते हैं। ऊतक क्षति के दौरान, ये रक्त कोशिकाएं प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया शुरू करने के लिए संचार प्रणाली से चोट वाली जगह की ओर जाती हैं।
(ii) सिलिअरी मूवमेंट: प्रजनन कोशिकाएं जैसे शुक्राणु और अंडाणु सिलिअरी मूवमेंट दिखाते हैं। फैलोपियन ट्यूब के माध्यम से गर्भाशय की ओर डिंब का मार्ग इस गति से सुगम होता है।
(iii) पेशीय गति: पेशीय कोशिकाएं पेशीय गति प्रदर्शित करती हैं।
8. आप किस प्रकार से एक कंकाल पेशी और हृद पेशी में विभेद करेंगे?
उत्तर: कंकाल पेशी और हृद पेशी में अंतर:
कंकाल पेशी | हृद पेशी |
(i) वे अंगों, शरीर की दीवारों, जीभ, ग्रसनी और अन्नप्रणाली की शुरुआत में पाए जाते हैं। | (i) वे हृदय की दीवार, फुफ्फुसीय नसों और बेहतर वेना कावा में मौजूद होते हैं। |
(ii) पेशी तन्तु के चारों ओर स्पष्ट सार्कोलेमा होता है। | (ii) सार्कोलेमा स्पष्ट नहीं होता। |
(iii) वैकल्पिक हल्के और गहरे रंग के बैंड मौजूद हैं। | (iii) फीके बैंड मौजूद हैं। |
(iv) ये स्वैच्छिक मांसपेशियां हैं। | (iv) ये अनैच्छिक मांसपेशियां हैं। |
(v) रेखित पेशियाँ ऐच्छिक तथा थकने वाली होती हैं। | (v) हृद पेशियाँ अनैच्छिक तथा न थकने वाली होती हैं। |
9. निम्नलिखित जोड़ों के प्रकार बताएं:
(क) एटलस/अक्ष (एक्सिस)।
उत्तर: धुरी जोड़।
(ख) अंगूठे के कार्पल/मेटाकार्पल।
उत्तर: सैडल जोड़।
(ग) फैलेंजेज की बीच।
उत्तर: कब्जा संधि |
(घ) फीमर एसिटैबुलम।
उत्तर: कंदुक खल्लिका संधि ।
(च) कपालीय अस्थियों के बीच।
उत्तर: रेशीय जोड़।
(छ) श्रोणि मेखला की प्युबिक अस्थियों के बीच।
उत्तर: उपास्थियुक्त रेशेदार जोड़।
10. रिक्त स्थानों में उचित शब्दों को भरें:
(क) सभी स्तनधारियों में (कुछ को छोड़कर) _________ ग्रीवा कशेरुक होते हैं।
उत्तर: सात।
(ख) प्रत्येक मानव पाद में फैलेंजंज की संख्या _________ है।
उत्तर: 14
(ग) मायोफाइब्रिल के पतले तंतुओं में 2 ‘F’ एक्टिन और दो अन्य दूसरे प्रोटीन, जैसे _______ और _______ होते हैं।
उत्तर: ट्रोपोनिन और ट्रोपोमायोसिन।
(घ) पेशी रेशा में कैल्सियम ________ में भंडारित रहता है।
उत्तर: सार्कोप्लाजमिक जालिका।
(च) ________ और _______ पसलियों की जोड़ियों को प्लानी पसलियाँ कहते हैं।
उत्तर: 11 वीं और 12 वीं।
(छ) मनुष्य का कपाल ______ अस्थियों से बना होता है।
उत्तर: 8

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