NCERT Class 6 Social Science Chapter 8 विविधता में एकता या ‘एक में अनेक

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NCERT Class 6 Social Science Chapter 8 विविधता में एकता या ‘एक में अनेक

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Chapter: 8

हमारी सांस्कृतिक विरासत एवं ज्ञान परंपराएँ

महत्वपूर्ण प्रश्न

1. भारतीय परिदृश्य में ‘विविधता में एकता’ का क्या अर्थ है?

उत्तर: भारतीय परिदृश्य में ‘विविधता में एकता’ का यह अर्थ है कि विभिन्न सांस्कृतिक, भाषाई, धार्मिक और जातीय समूहों के बीच उनकी विविध पृष्ठभूमि के बावजूद सद्भाव और एकता का अस्तित्व। यह सिद्धांत इस बात को रेखांकित करता है कि कैसे भारत का विशाल और विविध सांस्कृतिक परिदृश्य शांतिपूर्ण ढंग से सह-अस्तित्व में है, मतभेदों का जश्न मनाते हुए अपने लोगों के बीच अपनेपन और आपसी सम्मान की भावना को बढ़ावा देता है। यह विचार है कि परंपराओं, भाषाओं और रीति-रिवाजों की बहुलता के बावजूद, एक अंतर्निहित एकता है जो राष्ट्र को एक साथ बांधती है, जिससे एक सामूहिक राष्ट्रीय पहचान बनती है।

2. भारत की विविधता के कौन-से पक्ष सर्वाधिक उल्लेखनीय हैं?

उत्तर: भारत की विविधता के उल्लेखनीय पहलू:

(i) भारत सैकड़ों भाषाओं और बोलियों का घर है, देश भर में 325 भाषाओं की पहचान की गई है और 25 लिपियाँ प्रयुक्त की जाती हैं।

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(ii) विभिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग रीति-रिवाज, परंपराएं और धार्मिक प्रथाएं हैं, फिर भी दिवाली, होली और ईद जैसे आम त्योहार पूरे देश में मनाए जाते हैं।

(iii) भारत में व्यंजनों की एक विस्तृत श्रृंखला है, प्रत्येक राज्य के अपने विशिष्ट व्यंजन और खाना पकाने की शैली है, फिर भी चावल, गेहूं और विभिन्न दालें जैसे कुछ प्रमुख खाद्य पदार्थ पूरे देश में समान हैं।

3. हम विविधता में निहित एकता का कैसे पता लगाते हैं?

उत्तर: विविधता में एकता” वाक्यांश सद्भाव और शांति को दर्शाता है। यह सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न समूहों के बीच प्रयोग किया जाता है कि सहिष्णुता एक समान हो। जाति, पंथ, नस्ल और राष्ट्रीयता सभी विविधता के उदाहरण हैं। भारतीय साहित्य बहुत विविध है एवं विश्व के सबसे धनी साहित्यों में से एक है। भाषा, लेखन शैली की तकनीक आदि में अंतर होने के बावजूद सदियों से भारतीय साहित्य ने विश्व के महत्वपूर्ण विषयों एवं चिंताओं को साझा किया है। यह कहा जा सकता है कि हमारा भारत पूरे विश्व में अनूठा है। इसके जैसा कोई दूसरा राष्ट्र नहीं है। भले ही यहाँ कई जाति धर्म के लोग रहते है किन्तु इनमें किसी भी प्रकार कोई मतभेद नहीं है। यहाँ के लोग एक दूसरे के तीज – त्यौहार को सामूहिक रूप आयोजित करते हैं, और सभी उसका आन्नद लेते हैं। यही हमारी अनेकता में एकता की पहचान है। जिसे संसार में कोई न तो बदल सकता है, और ना ही कोई इसकी जगह ले सकता है।

प्रश्न, क्रियाकलाप और परियोजनाएँ

1. पाठ के आरंभ में दिए गए दो उद्धरणों पर कक्षा में चर्चा कीजिए।

उत्तर: विद्यार्थी स्वयं करें।

2. राष्ट्रगान को पढ़िए। इसमें आप विविधता एवं एकता को कहाँ-कहाँ देखते हैं? इस पर दो अथवा तीन अनुच्छेद लिखिए।

उत्तर: राष्ट्रगान, “जन गण मन” पढ़ने के बाद हमे कई तरीकों से एकता दिखाई देते है। इसमें सार्वभौमिक अपील है, समावेशी भाषा का उपयोग किया गया है, विविधता का जश्न मनाया गया है, साझा इतिहास और संघर्षों को स्वीकार किया गया है, और देशभक्ति की प्रेरणा दी गई है। यह राष्ट्रगान देश के सभी नागरिकों को एकजुट करने और एक साझा उद्देश्य की ओर प्रेरित करने का कार्य करता है।

3. पंचतंत्र की कुछ कहानियाँ चुनिए और चर्चा कीजिए कि उनके संदेश किस प्रकार आज भी प्रासंगिक हैं। क्या आप अपने क्षेत्र से संबंधित कोई अन्य कहानियाँ भी जानते हैं?

उत्तर: जब बंदर मगरमच्छ की असली योजना का पता लगाता है, तब वह उसे पेड़ पर वापस जाने के लिए कहता है, और कहता है कि वह अपना दिल घर पर ही छोड़ आया है। इस कथन में बंदर का उद्देश्य मगरमच्छ को यह समझाना था कि वह बहुत मूर्ख है; उसने अपनी पत्नी के स्पष्ट धोखे पर विश्वास किया और इसके परिणामस्वरूप अपने दोस्त को मारने के लिए तैयार हो गया। बंदर यह बताना चाहता था कि अगर मगरमच्छ अपनी सोच में बदलाव करता और उसकी बातों पर ध्यान देता, तो वह खुद को एक बड़ी मुसीबत से बचा सकता था। यह कहानी यह भी सिखाती है कि कभी-कभी हमें अपने अच्छे दोस्त की बातों पर विश्वास करना चाहिए, बजाय किसी और के बहकावे में आने के।

4. अपने क्षेत्र से कुछ लोककथाएँ एकत्रित कीजिए एवं उनके संदेशों पर चर्चा कीजिए।

उत्तर: लोककथाएँ समाज को नैतिकता और जीवन की मूल्यों का पाठ पढ़ाती हैं। पंचतंत्र की “कौआ, कछुआ और हिरण” मित्रता और सामूहिक कोशिश का महत्व सिखाती है, जबकि “सिंह और चूहा” हर किसी के महत्व और दया के प्रतिफल की ओर इशारा करती है। राजस्थान की “सत्यानाशी बकरी” लालच के दुष्परिणाम बताती है, और झारखंड की “बिरसा मुंडा की वीरता” अन्याय के खिलाफ खड़े होने की प्रेरणा देती है। बंगाल की “दही बेचने वाली लड़की” यथार्थवादी सोच और मेहनत का महत्व समझाती है। ये कहानियाँ सांस्कृतिक धरोहर और नैतिक शिक्षा का अनमोल स्रोत हैं।

5. क्या आपने किसी प्राचीन कहानी को कला के माध्यम से दशति या चित्रित होते हुए देखा है? यह एक मूर्तिकला, चित्रकला, नृत्य प्रस्तुति या कोई चलचित्र भी हो सकता है। अपने सहपाठियों के साथ कक्षा में चर्चा कीजिए।

उत्तर: विद्यार्थी स्वयं करें। 

6. भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा स्वतंत्रता से पहले भारत के कई भागों की यात्रा के उपरांत कही गई निम्न पंक्तियों पर कक्षा में चर्चा कीजिए-

हर जगह मुझे एक सांस्कृतिक पृष्ठभूमि मिली, जिसने उनके जीवन पर प्रभावशाली असर डाला। भारत के महाकाव्य, रामायण एवं महाभारत और अन्य प्राचीन पुस्तके, लोकप्रिय अनुवादों और व्याख्याओं में जनता के बीच व्यापक रूप से जानी जाती थीं। उनमें उपस्थित प्रत्येक लोकप्रिय घटना, कहानी और नैतिकता की बातें जनमानस के अंतर्मन पर अंकित थी जो कि उसे सार्थक एवं समृद्ध बनाती थी। निरक्षर ग्रामीणों को भी सैकड़ों श्लोक कंठस्थ थे एवं उनकी आपसी बातचीत में इन महाकाव्यों अथवा कुछ पुरानी कालजयी कहानियों के संदर्भों की प्रचुरता होती थी जो नैतिकता को प्रतिस्थापित करती थीं।

उत्तर: विद्यार्थी स्वयं करें। 

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