NCERT Class 6 Social Science Chapter 10 आधारभूत लोकतंत्र – भाग 1: शासन Solutions, in Hindi Medium to each chapter is provided in the list so that you can easily browse through different chapters NCERT Class 6 Social Science Chapter 10 आधारभूत लोकतंत्र – भाग 1: शासन Notes and select need one. NCERT Class 6 Social Science Chapter 10 आधारभूत लोकतंत्र – भाग 1: शासन Question Answers Download PDF. NCERT Class 6 Solutions for Social Science Governance and Democracy.
NCERT Class 6 Social Science Chapter 10 आधारभूत लोकतंत्र – भाग 1: शासन
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आधारभूत लोकतंत्र – भाग 1: शासन
Chapter: 10
शासन और लोकतंत्र
महत्वपूर्ण प्रश्न
1. ‘शासन’ का अर्थ क्या है?
उत्तर: शासन का अर्थ यह है कि शासन की प्रक्रिया, संस्थाएं, प्रथाएं, और नियम। शासन की प्रक्रिया के ज़रिए आम मुद्दों पर फ़ैसले लिए जाते हैं और उन्हें नियंत्रित किया जाता है। शासन में अधिकार, नियंत्रण, और प्रशासन से जुड़े सिद्धांत और कानून शामिल हैं।
2. हमें सरकार की आवश्यकता क्यों होती है?
उत्तर: हमें सरकार की आवश्यकता इसलिए होती है कि समाज के कामकाज के लिए कानून आवश्यक हैं। सरकार अपने लोगों को सुरक्षा प्रदान करती है। सरकार बुनियादी ढाँचा प्रदान करने के लिए जिम्मेदार है जैसे सड़कें बनाना और उनका रखरखाव करना, अस्पताल और स्कूल चलाना।
3. ‘लोकतंत्र’ का अर्थ क्या है? यह क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर: लोकतंत्र का अर्थ यह है कि एक ऐसी शासन प्रणाली, जिसमें सत्ता का संचालन जनता द्वारा चुने गए प्रतिनिधियों के माध्यम से होता है। यह शासन व्यवस्था जनता की भागीदारी, समानता, और स्वतंत्रता पर आधारित होती है।
लोकतंत्र महत्वपूर्ण इसलिए होती है क्योंकि यह सभी को समान अधिकार देता है, समाज में न्याय और स्वतंत्रता को बढ़ावा देता है, और विभिन्न विचारधाराओं के बावजूद शांति और स्थिरता बनाए रखता है। यह व्यवस्था नागरिकों को उनकी जरूरतों और आकांक्षाओं को पूरा करने का माध्यम प्रदान करती है, जिससे समाज का समग्र विकास सुनिश्चित होता है।
प्रश्न, क्रियाकलाप और परियोजनाएँ |
1. स्वयं परखिए – लोकतंत्र का क्या अर्थ है? प्रत्यक्ष लोकतंत्र और प्रतिनिधि लोकतंत्र के बीच क्या अंतर है?
उत्तर: लोकतंत्र एक ऐसी शासन प्रणाली है जिसमें सभी को अपनी बात कहने का अधिकार होता है। यह सीधे या निर्वाचित प्रतिनिधियों के माध्यम से किया जा सकता है। राजतंत्र या धर्मतंत्र जैसी अन्य प्रणालियों के विपरीत, लोकतंत्र समानता, भागीदारी और मौलिक अधिकारों जैसे सिद्धांतों पर आधारित है।
प्रत्यक्ष लोकतंत्र | प्रतिनिधि लोकतंत्र |
प्रत्यक्ष लोकतंत्र में जनता स्वयं निर्णय लेने की प्रक्रिया में सीधे भाग लेती है। | प्रतिनिधि लोकतंत्र में जनता अपने प्रतिनिधियों को चुनती है, जो उनके हितों की रक्षा के लिए नीतियां बनाते और निर्णय लेते हैं। |
हर व्यक्ति को नीतियों और कानूनों पर मतदान का अधिकार होता है। | यह प्रणाली बड़ी जनसंख्या वाले देशों में उपयोगी होती है। |
2. सरकार के तीन अंग कौन-से हैं? उनकी क्या अलग-अलग भूमिकाएँ हैं?
उत्तर: सरकार के तीन अंग है– विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका।
(i) विधायिका वह अंग है जो नए कानून बनाती है और कभी-कभी पुराने कानूनों में संशोधन तथा वर्तमान कानून को निरस्त भी करती है। यह कार्य जनता के प्रतिनिधियों की सभा द्वारा किया जाता है। भारतीय शास्न प्रणाली का हम आगे अवलोकन करेंगे।
(ii) कार्यपालिका वह अंग है जो कानूनों को लागू करती है। इसके अंतर्गत राष्ट्र-राज्य के प्रमुख (राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री या मुख्यमंत्री), मंत्रीगण और ऐसे अभिकरण (एजेंसी) आते हैं जिनका दायित्व कानून को लागू करवाना होता है।
(iii) न्यायपालिका न्यायालयों की प्रणाली है जो इस बात का निर्णय करती है कि क्या किसी ने कानून तोड़ा है और यदि तोड़ा है, तो उस पर क्या कार्रवाई की जाए? या फिर, यदि आवश्यक हो, तो उसे क्या दंड दिया जाना चाहिए? कभी-कभी यह इस बात की भी जाँच करती है कि क्या कार्यपालिका द्वारा लिया गया कोई निर्णय ठीक है या नहीं; अथवा विधायिका द्वारा पारित किया गया कोई कानून भली-भाँति परखा गया है और सभी के हित में है या नहीं।
3. भारत के परिप्रेक्ष्य में हमें त्रिस्तरीय सरकार की आवश्यकता क्यों है?
उत्तर: भारत में परिप्रेक्ष्य में हमें त्रिस्तरीय सरकार की आवश्यकता इसलिए होती है क्योंकि यह सत्ता को केंद्रीकृत होने से रोकती है और शासन को अधिक प्रभावी, उत्तरदायी, और समावेशी बनाती है। यह न केवल विविधताओं को स्वीकार करती है बल्कि उन्हें सशक्त बनाकर राष्ट्र की एकता और विकास को सुनिश्चित करती है।
4. परियोजना 2019 की कोविड महामारी के दौरान लगा लॉकडाउन आपको याद होगा। उस समय उठाए गए सभी कदमों की सूची बनाइए। उस स्थिति को संभालने में सरकार के कौन-कौन से स्तर सम्मिलित थे? उसमें सरकार के प्रत्येक अंग की क्या भूमिका थी?
उत्तर: 2019 की कोविड महामारी के दौरान लॉकडाउन जैसी अभूतपूर्व स्थिति को संभालने में केंद्र, राज्य, और स्थानीय सरकारों के साथ-साथ कार्यपालिका, विधायिका, और न्यायपालिका का समन्वय अत्यंत महत्वपूर्ण था। इसने महामारी के प्रभाव को कम करने में मदद की और समाज के विभिन्न वर्गों की आवश्यकताओं को पूरा किया।