NCERT Class 10 Hindi Sparsh Chapter 12 अब कहाँ दूसरे के दुख से दुखी होने वाले

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NCERT Class 10 Hindi Sparsh Chapter 12 अब कहाँ दूसरे के दुख से दुखी होने वाले

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Chapter – 12

स्पर्श
गद्य खंड

बोध-प्रश्न

मौखिक

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-

1. बड़े-बड़े बिल्डर समुद्र को पीछे क्यों धकेल रहे थे?

उत्तर: बड़े-बड़े बिल्डर समुद्र को इसलिए धकेल रहे थे कि ताकि वे समुद्र के किनारे की जमीन पर कब्ज़ा कर सकें और उस पर बड़ी-बड़ी इमारतें खड़ीकर लोगों को बसा सकें।

2. लेखक का घर किस शहर में था?

उत्तर: लेखक का घर ग्वालियर शहर में था।

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3. जीवन कैसे घरों में सिमटने लगा है?

उत्तर: एकल परिवारों का चलन होने के कारण जीवन डिब्बों जैसे फलैटों में सिमटने लगा है।

4. कबूतर परेशानी में इधर-उधर क्यों फड़फड़ा रहे थे?

उत्तर: कबूतर के जोड़े ने रोशनदान में दो अंडे दिए थे। उनमें से एक को बिल्ली ने फोड़ दिया और दूसरा सँभाल कर रखते हुए लेखक की माँ से फूट गया। अपने अंडे फूटने से दुखी होने से कबूतर फड़फड़ा रहे थे।

लिखित

(क) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-

1. अरब में लशकर को नूह के नाम से क्यों याद करते हैं?

उत्तर: अरब में लशकर को नूह के नाम से इसलिए याद करते हैं क्योंकि वे हमेशा दूसरों के दुःख में दुखी रहते थे। अपने करुणा भाव के कारण ही वे ‘नूह’ के नाम से याद किए जाते हैं।

2. लेखक की माँ किस समय पेड़ों के पत्ते तोड़ने के लिए मना करती थीं और क्यों?

उत्तर: लेखक की माँ दिन छिपने या सूरज ढलने के बाद पेड़ों के पत्ते तोड़ने के लिए मना करती थीं क्योंकि उस समय के बाद  ऐसा करने पर पेड़ों को दुख होगा और वे रोते हुए बद्‌दुआ देते हैं।

3. प्रकृति में आए असंतुलन का क्या परिणाम हुआ?

उत्तर: प्रकृति में आए असंतुलन का मानव जीवन पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है अनेक बीमारियाँ मानव को झेलना पड़ता है। और प्राकृतिक आपदा जैसे कि बहुत अधिक गर्मी, बेवक्त की बारिश, बाढ़, भूकंप, अतिवृष्टि, साइकलोन आदि अनेक प्राकृतिक आपदाओं का सामना करना पड़ता है।

4. लेखक की माँ ने पूरे दिन का रोज़ा क्यों रखा?

उत्तर: लेखक की माँ धार्मिक विचारों वाली महिला थी। वे मनुष्य से ही नहीं पशु-पक्षियों तक से प्रेम करती थीं। उनके घर की दालान में कबूतर ने दो अंडे दिए थे। उनमें से एक अंडा बिल्ली ने गिराकर फोड़ दिया था। दूसरा अंडा सँभालते समय उनके हाथ से टूट गया। अंडा टूटने का पछतावा करने के लिए उन्होंने पूरे दिन का रोज़ा रखा।

5. लेखक ने ग्वालियर से बंबई तक किन बदलावों को महसूस किया? पाठ के आधार पर स्पष्ट कीजिए।

उत्तर: लेखक का घर पहले ग्वालियर में था। लेकिन फिर बम्बई के वसर्जिवा में आकर रहने लगा। लेखक कहते हैं कि पहले सभी लोग प्रेम पूर्वक एक साथ रहते थे घर भी बहुत बड़े बड़े होते थे उनमें खेलने के लिए आंगन भी होता था परंतु अब ऐसा कुछ भी नहीं है अब घर भी डिब्बे के सामान छोटे होते हैं और ना ही अब कोई एक साथ रहता है सब अपने अपने परिवार के साथ अलग-अलग रहते हैं। अब चारों तरफ केवल इमारतें ही इमारतें नजर आती हैं। पहले के समान खुले घर नहीं है। अब पशु पक्षियों के भी रहने तक की जगह नहीं है पहले जब पक्षी घोंसला बना लेते थे तो उनका ध्यान रखा जाता था और पशुओं को पाला जाता था। किंतु अब ऐसा कुछ नहीं देखा जा सकता है।

6. ‘डेरा डालने’ से आप क्या समझते हैं? स्पष्ट कीजिए।

उत्तर: ‘डेरा डालने’ का अर्थ हैं की अस्थायी रूप से निवास करना। बड़ी-बड़ी इमारतें बनने के कारण पक्षियों को घोंसले बनाने की जगह नहीं मिल रही है। वे इमारतों में ही डेरा डालने लगे हैं।

7. शेख अयाज़ के पिता अपने बाजू पर काला च्योंटा रेंगता देख भोजन छोड़ कर क्यों उठ खड़े हुए?

उत्तर: शेख अयाज़ के पिता अत्यंत दयालु और सहृदय व्यक्ति थे। एक बार वे कुएँ से स्रान करके लौटे और भोजन करने बैठ गए। अचानक उन्होंने देखा कि एक काला च्योंटा उनकी बाजू पर रेंग रहा है। उन्होंने भोजन वहीं छोड़ दिया और उसे छोड़ने उसके घर कुएँ के पास चल पड़े ताकि उस बेघर को उसका घर मिल सके।

(ख) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-

1. बढ़ती हुई आबादी का पर्यावरण पर क्या प्रभाव पड़ा?

उत्तर: बढ़ती हुई आबादी के कारण प्रकृति का संतुलन बिगड़ता जा रहा है जो मानव जीवन के लिए एक खतरा है। जनसंख्या तेजी से बढ़ने के कारण रहने के स्थान की कमी होती जा रही है जिस कारण वनों की अंधाधुंध कटाई की जा रही है और समुद्र को भी कम कर उन पर अधिक मात्रा मे इमारतें बनाने की कोशिश की जा रही है जिससे प्रकृति अपना संतुलन खोती नजर आ रही है। इसी कारण प्रकृति मनुष्य द्वारा किए गए इस गलत कार्य का उन्हें समय-समय पर दंड देती रहती है। प्रकृति जब भी अपना संतुलन खोती है तो मनुष्य को उसका दंड भुगतना पड़ता है जिसे हम प्राकृतिक आपदा कहते हैं जैसे बाढ़ आना, तूफान, आंधी, तेज गर्मी, बेमौसम बरसात का होना और जलवायु परिवर्तन आदि सभी प्रकृति के असंतुलन के कारण होते है। जो सभी जीव जगत के लिए एक खतरा साबित होते हैं।

2. लेखक की पत्नी को खिड़की में जाली क्यों लगवानी पड़ी?

उत्तर: लेखक ने घर की खिड़की में जाली इसलिए लगवाई क्योंकि उसके घर कबूतर ने घोंसला बना लिया था जिसमें दो कबूतर के बच्चे थे और कबूतर उनको दाना खिलाने के लिए  खिड़की से आते जाते रहती थी। इस आवाजाही में कई वस्तुएँ गिरकर टूट जाती थीं। इसके अलावा वे लेखक की पुस्तकें और अन्य वस्तुएँ गंदी कर देते थे। कबूतरों से होने वाली परेशानी से बचने के लिए लेखक की पत्नी को खिड़की में जाली लगवानी पड़ी। और घोसले को बाहर की और सरका दिया था। 

3. समुद्र के गुस्से की क्या वजह थी? उसने अपना गुस्सा कैसे निकाला?

उत्तर: समुद्र को गुस्सा इस कारण आया क्योंकि कई सालों से बिल्डर अपना स्वार्थ देखते हुए समुद्र को पीछे की ओर धकेलते जा रहे थे। समुंद्र की जगह पर बड़ी-बड़ी इमारतें बना रहे थे समुंद्र आकार में बहुत छोटा होता जा रहा था। उसने बहुत कोशिश की कि मनुष्य ऐसे ही मान जाए किंतु मनुष्य नहीं माने और अपने काम में लगे रहे। जिस कारण समुद्र को गुस्सा आ गया और उसने गुस्सा निकालने के लिए तीन जहाज फेंक दिए। एक वार्लकि समुद्र के किनारे, दूसरा बांद्रा में कार्टर रोड के सामने और तीसरा गेट वे ऑफ इंडिया पर जिस कारण सब कुछ टूट फूट कर बिखर गया।

4. ‘मट्टी से मट्टी मिले, 

खो के सभी निशान, 

किसमें कितना कौन है, 

कैसे हो पहचान’

इन पंक्तियों के माध्यम से लेखक क्या कहना चाहता है? स्पष्ट कीजिए।

उत्तर: इन पंक्तियों के माध्यम से कवि यह कहना चाहता है कि सब प्राणियों की रचना अनेक तरह की मिट्टियों से हुई है, पर ये मिट्टियाँ आपस में मिलकर अपनी स्वाभाविकता रंग-गंध आदि खो चुकी हैं। अब वे सब मिलकर एक हो चुकी हैं। अब किस व्यक्ति में कौन-सी किस्म की मिट्टी कितनी है, इसकी पहचान कैसे की जाए। इसी तरह मनुष्य में भी सद्‌गुणों और दुर्गुणों का मेल है। किसमें कितना सद्गुण है और कितना दुर्गुण है यह कह पाना कठिन है।

(ग) निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए-

1. नेचर की सहनशक्ति की एक सीमा होती है। नेचर के गुस्से का एक नमूना कुछ साल पहले बंबई में देखने को मिला था।

उत्तर: प्रकृति अत्यंत सहनशील और उदार स्वभाववाली है। वह मनुष्य की ज्यादतियों और छेड़‌छाड़ को एक सीमा तक सहन करती है पर जब पानी सिर के ऊपर हो जाता है तब प्रकृति अपनी विनाशलीला दिखाना शुरू करती है। इस क्रोध में जो भी उसके सामने आता है, वह किसी को नहीं छोड़ती है। प्रकृति ने समुद्री तूफ़ान का रूप धारण कर अपने सीने पर तैरते तीन जहाजों को उठाकर समुद्र से बाहर फेंक दिया।

2. जो जितना बड़ा होता है उसे उतना ही कम गुस्सा आता है।

उत्तर: इतिहास गवाह रहा है कि बड़े लोग प्रायः शांत स्वभाव वाले उदार और महान होते हैं। वे क्रोध से दूर ही रहते हैं। उनकी सहनशीलता भी अधिक होती है परंतु जब उन्हें क्रोध आता है तो यह क्रोध विनाशकारी होता है। यही स्थिति विशालाकार समुद्र की होती है जो पहले तो सहता जाता है, परंतु क्रोधित होने पर भारी तबाही मचाता है।

3. इस बस्ती ने न जाने कितने परिंदों-चरिंदों से उनका पर छीन लिया है। इनमें से कुछ शहर छोड़कर चले गए हैं। जो नहीं जा सके हैं उन्होंने यहाँ-वहाँ डेरा डाल लिया है।

उत्तर: बस्तियों के फैलाव और बड़ी-बड़ी इमारतों को बनाने के चक्कर में मनुष्य ने पेड़ों को काटकर ना जाने कितने पक्षियों को उनके घरों से बेघर कर दिया। उनके ऐसा करने की वजह से कुछ की तो जातियाँ ही नष्ट हो गई। और कुछ पक्षियों के द्वारा इमारतों पर अपना डेरा बसा लिया गया।

4. शेख अयाज के पिता बोले, ‘नहीं, यह बात नहीं है। मैंने एक घरवाले को बेघर कर दिया है। उस बेघर को कुएँ पर उसके घर छोड़ने जा रहा हूँ।’ इन पंक्तियों में में में छिपी हुई उनकी भावना को स्पष्ट कीजिए।

उत्तर: शेख अयाज़ के पिता बोले, नहीं, यह सही नहीं है मैंने एक चीटा को उसके घर वालों से अलग कर दिया जो कि बिल्कुल गलत है मैने एक घर वाले को बेघर कर दिया है। मैं उसे उसके घर वापस छोड़ कर अवश्य आऊंगा। इन पंक्तियों के द्वारा उनकी भावनाओं का पता चलता है कि वह पशु पक्षियों से कितना प्रेम करते हैं उनका उनके प्रति कितना लगाव है। वे पक्षियों की भावनाओं को अच्छी तरह से समझते हैं। वे किसी भी पशु पक्षी को किसी भी प्रकार का दुख देना नहीं चाहते उनका मानना है कि मनुष्य और पशु पक्षी सब एक समान होते हैं जितना दुख मनुष्य को होता है उतना ही पशु-पक्षियों को भी होता है।

भाषा अध्ययन

1. उदाहरण के अनुसार निम्नलिखित वाक्यों में कारक चिह्नों को पहचानकर रेखांकित कीजिए और उनके नाम रिक्त स्थानों में लिखिए: जैसे-

(क) माँ ने भोजन परोसा।कर्ता
(ख) मैं किसी के लिए मुसीबत नहीं हैं।____________
(ग) मैंने एक घर वाले को वेधर कर दिया।____________
(घ) कबूतर परेशानी में इधर-उधर फड़फड़ा रहे थे।____________
(ङ) दरिया पर जाओ तो उसे सलाम किया करो।____________

उत्तर: 

(क) माँ ने भोजन परोसा।कर्ता
(ख) मैं किसी के लिए मुसीबत नहीं हैं।संप्रदान
(ग) मैंने एक घर वाले को वेधर कर दिया।कर्म
(घ) कबूतर परेशानी में इधर-उधर फड़फड़ा रहे थे।अधिकरण
(ङ) दरिया पर जाओ तो उसे सलाम किया करो।अधिकरण

2. नीचे दिए गए शब्दों के वहुवचन रूप लिखिए –

चींटी, घोड़ा, आवाज़, बिल, फ़ौज, रोटी, बिंदु, दीवार, टुकड़ा।

उत्तर: चींटी – चीटियाँ।

घोड़ा – घोड़ें।

आवाज़ – आवाजें।

बिल – बिल।

फ़ौज – फ़ौजें।

रोटी – रोटियाँ।

बिंदु – बिंदुओं।

दीवार – दीवार।

टुकड़ा – टुकड़े।

3. ध्यान दीजिए नुक्ता लगाने से शब्द के अर्थ में परिवर्तन हो जाता है। पाठ में ‘दफा’ शब्द का प्रयोग हुआ है जिसका अर्थ होता है बार (गणना संबंधी), कानून संबंधी। यदि इस शब्द में नुक्ता लगा दिया जाए तो शब्द बनेगा ‘दफ्ता’ जिसका अर्थ होता है दूर करना, हटाना। यहाँ नीचे कुछ नुक्तायुक्त और नुक्तारहित शब्द दिए जा रहे हैं उन्हें ध्यान से देखिए और अर्थगत अंतर को समझिए।

सजा – सज़ा नाज  – नाज़

जरा – ज़रा तेज – तेज़

निम्नलिखित वाक्यों में उचित शब्द भरकर वाक्य पूरे कीजिए-

(क) आजकल ………. बहुत खराब है। (जमाना/ज़माना)

उत्तर: ज़माना।

(ख) पूरे कमरे को …………. दो। (सजा/सज़ा) 

उत्तर: सजा।

(ग) …………चीनी तो देना। (जरा/ज़रा)

उत्तर: ज़रा।

(घ) माँ दही ……… भूल गई। (जमाना/ज़ामाना)

उत्तर: जमाना।

(ङ) दोषी को ………. दी गई। (सजा / सज़ा)

उत्तर: सज़ा।

(च) महात्मा के चेहरे पर …………… था। (तेज/तेज़)

उत्तर: तेज।

योग्यता विस्तार

1. पशु-पक्षी एवं वन्य संरक्षण केंद्रों में जाकर पशु-पक्षियों की सेवा सुश्रूषा के संबंध में जानकारी प्राप्त कीजिए।

उत्तर: पशु-पक्षी एवं वन्य संरक्षण केंद्रों में जाकर उनकी सेवा और सुश्रूषा के संबंध में जानकारी प्राप्त करना एक महत्वपूर्ण कदम है। स्थानीय पशु-पक्षी संरक्षण केंद्र या वन्यजीव अभयारण्य का पता लगाएं। संरक्षण केंद्रों में जाकर यह समझा जा सकता है कि पशु-पक्षियों की देखभाल कैसे की जाती है, उनके लिए भोजन और पानी की व्यवस्था किस प्रकार होती है, और स्वास्थ्य समस्याओं के लिए क्या उपाय अपनाए जाते हैं। यह भी जानना आवश्यक है कि केंद्र पशु अधिकारों और नैतिकता का पालन कर रहा हो। इन केंद्रों में जाकर सेवा कार्यों में भाग लेने से न केवल पशु-पक्षियों की मदद होती है, बल्कि उनके संरक्षण में अपनी भूमिका निभाने का अवसर भी मिलता है।

परियोजना कार्य

1. अपने आसपास प्रतिवर्ष एक पौधा लगाइए और उसकी समुचित देखभाल कर पर्यावरण में आए असंतुलन को रोकने में अपना योगदान दीजिए।

उत्तर: अपने जन्मदिन पर पौधे लगाएँ तथा पर्यावरण संतुलन में योगदान दें।

2. किसी ऐसी घटना का वर्णन कीजिए जब अपने मनोरंजन के लिए मानव द्वारा पशु पक्षियों का उपयोग किया गया हो।

उत्तर: ग्रामीण क्षेत्रों विशेषकर पिछड़े ग्रामीण क्षेत्रों में मेले मनोरंजन का उत्तम साधन माने जाते हैं। इस साल मुझे दीपावली की छुट्टियों में अपने एक सहपाठी के साथ उसके गाँव जाने का अवसर मिला जो महोबा उत्तर प्रदेश में है। इस गाँव में दीपावली के एक दिन पूर्व मेला लगता है, जहाँ लोग दीपावली की खरीददारी करते हैं। इसी मेले में मैंने देखा कि कुछ लोग नर भेड़ों को लड़ा रहे थे। ये भेड़े एक-दूसरे पर उछल-उछल कर सीगों से हमलाकर रहे थे जिससे उनके सिर टकराने से उत्पन्न टक की आवाज साफ सुनी जा सकती थी। करीब आधे घंटे बाद जब उनमें एक गिर गया तो दूसरे को उसके मालिक ने पकड़ लिया। उसकी जीत हो गई थी। यह मेरे लिए अ‌द्भुत अवसर था जब मैंने मनुष्य को अपने मनोरंजन हेतु नर भेड़ों को लड़ाते देखा।

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