Assam Jatiya Bidyalay Class 7 Hindi Chapter 12 इनसे सीखो, Assam Jatiya Vidyalaya | অসম জাতীয় বিদ্যালয় হিন্দী Class 7 Question Answer to each chapter is provided in the list of SEBA so that you can easily browse through different chapters and select needs one. Assam Jatiya Bidyalay Chapter 12 इनसे सीखो Class 7 Hindi Question Answer can be of great value to excel in the examination.
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इनसे सीखो
Chapter – 12
অসম জাতীয় বিদ্যালয়
इनसे सीखो
अभ्यास-माला
प्रोश्नो कविता से
१. प्रस्तुत कविता के कवि का नाम लिखों।
उत्तरः प्रस्तुत कविता के कवि श्रीनाथ सिंह हैं।
२. प्रस्तुत कविता को कंठस्थ करके श्रेणी में सुनाओ।
उत्तर : छात्र खुद करें।
३. संक्षेप में उत्तर दो :
(i) फुल हमें क्या सिखाता है?
उत्तरः फूल हमें नित हंसना सिखाता है।
(ii) फलों से लदी डालियाँ हमें क्या सिखाती है?
उत्तरः फलों से लदी डालियाँ हमें नित शीश झुकाना सिखाती है।
(iii) दूध तथा पानी से क्या सीख मिलती है?
उत्तर: दूध तथा पानी से हमें सबसे मिलने और मिलाने की सीख मिलती है।
(iv) दीपक हमें क्या सिखाता है?
उत्तर: दीपक हमें अँधेरा हरना सिखाता है।
(v) धुआँ हमें क्या सिखाता है?
उत्तरः धुआँ हमें सदा ऊँचा चढ़ना सिखाता है।
४. अर्थ समझा कर लिखो :
(i) लता और पेड़ों से सीखो,
सबको गर्ले लगाना।
वर्षा की बूँदों से सीखो,
सबका हृदय जुड़ाना।
उत्तर: लता और पेड़ों से सबको गले से लगाने का शिक्षा लेना चाहिए। वर्षा की बुँदों से सबका हृदय जुड़ाने की शिक्षा लेना चाहिए। जैसे लता पेड़ को पकड़ उपर चढ़ती है और वर्षा की बुँद सबको आनन्द देती है।
(ii) सूरज की किरणों से सीखो,
जगना और जगाना
अपने गुरु से सीखों बच्चों,
उत्तम विद्या पाना।
उत्तरः सूरज की किरणों से जगना और जगाना की शिक्षा लेना चाहिए, जैसे सुबह होते ही सूरज अपने समय के अनुसार उठ जाते हैं। अपने गुरु से उत्तम विद्या पाने का शिक्षा लेना चाहिए, जैसे गुरु अपने शिष्य को नि:स्वार्थ भाव से ज्ञान देते हैं।
भाषा-अध्ययन :
५. समानार्थ शब्द लिखो :
सूरज | हवा |
दीपक | पानी |
फूल | पेड़ |
शीश | वर्षा |
किरण | पृथ्वी |
उत्तर:
सूरज : सूर्य, रवि, भास्कर | हवा : वायु, पवन |
दीपक: दीप, दीया | पानी : जल, जीवन |
फूल : पुष्प, कुसुम | पेड़ : विटप, वृक्ष |
शीश : मस्तक, सिर | वर्षा : वृष्टि |
किरण : ज्योति | पृथ्वी : भूमि, धरती |
६. वाक्य बनाओ :
बूँद, गले लगना, नित, चरित्र
उत्तरः बूँद : वर्षा की बूँद से शिक्षा लो।
गले लगना : लता जैसे पेड़ से लिपट जाती है उसी प्रकार सबको गले लगाना चाहिए।
नित : फूलों से नित हँसना सीखो।
चरित्र : सत्पुरुषों के जीवन से अपना चरित्र गढ़ना सीखो,
७. आओ सीखें :
प्रस्तुत कविता में बार-बार ‘से’ उपशब्द का प्रयोग हुआ है। फूलों से सूरज की किरणों से, लताओं से भौरों से, वर्षा की बूँदों से आदि कई शब्दों के साथ ‘से’ का प्रयोग देखा जाता है। जब कोई काम किसी के माध्यम से हो तो ‘से’ विभक्ति का प्रयोग होता है। ‘से’ विभक्ति का प्रयोग ‘करण’ कारक के साथ होता है। जैसे –
(i) हम गाड़ी से स्कुल जाएँगे।
(ii) हम चाकू से सब्जीयाँ काटते हैं।
(iii) हम बस से कोलकाता जाएँगे।
ध्यान देने की बात :
‘से’ विभक्ति का प्रयोग सिर्फ करण कारक के साथ नहीं होता, अपादान कारक के साथ भी होता है। अपादान का अर्थ है अलग होना।
कुछ उदाहरण देखो :
पेड़ से पत्ता गिरा।
राजेश महेश से छोटा है।
दिल्ली कोलकाता से दूर है।
लड़की छत से गिरी।
इस कारक को पहचानने के लिए क्रिया के साथ कहाँ से / किससे जोड़कर प्रश्न किया जाता है।
८. निम्नलिखित शब्दों के स्त्रीलिंग रूप लिखो :
पुरुष, माली, बकरा, नाई, सुनार, बेटा
उत्तर : पुरुष : नारी।
माली : मालिन।
बकरा : बकरी।
नाई : नाईन।
सुनार : सुनारिन।
बेटा : बेटी।
Thank you