Assam Jatiya Bidyalay Class 7 Hindi Chapter 1 हम प्रभात की नई किरण है, Assam Jatiya Vidyalaya | অসম জাতীয় বিদ্যালয় হিন্দী Class 7 Question Answer to each chapter is provided in the list of SEBA so that you can easily browse through different chapters and select needs one. Assam Jatiya Bidyalay Chapter 1 हम प्रभात की नई किरण है Class 7 Hindi Question Answer can be of great value to excel in the examination.
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हम प्रभात की नई किरण है
Chapter – 1
অসম জাতীয় বিদ্যালয়
1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो: (তলত দিয়া প্ৰশ্নৰ উত্তৰ দিয়া )
i. प्रभात की नई किरण कौन है ? (প্ৰভাতৰ নতুন পোহৰ কোন হয়?)
उत्तर: प्रभात की नई किरण हमारे देश के नवीन बालक-बालिकाएँ है जो भविष्य में हमारे देश की गरीमा को उजागर करेंगे।
ii. प्रताप और शिव कौन है? इनसे हम कौन-सी प्रेरणा लेते है?
(প্রতাপ আৰু শিৱা কোন? তেখেতসকলৰ পৰা আমি কি শিকিব পাৰোঁ?)
उत्तर: महाराणा प्रताप और शिवाजी देश के वीर राजा थे जिन्होंने भारत को गुलामी की बेड़ियों से आजाद करना चाहा परन्तु शहीद हो गए।
इससे हमें यह शिख मिलती है कि भले ही हमे रोटियाँ न मिले, घाँस खाना पड़े तब भी हम अपना मस्तक किसी के आगे नहीं झुकाएंगे और किसी की गुलामी नहीं करेंगे।
iii. प्रस्तुत कविता का मूल उद्देश्य क्या है? (এই কবিতাটিৰ মূল উদ্দেশ্য কি?)
उत्तर: यह कविता लिखने के पीछे का मूल उद्देश्य हमारे देश के नवीन बालक-बालिकाओं को प्रेरित करना है। वह यह भी कहते है कि हमें अत्मनिर्भर बनना चाहिए और किसी की गुलामी नहीं करनी चाहिए।
iv. प्रस्तुत कविता से हमे क्या सीख मिलती है ? (এই কবিতাটোৰ পৰা আমি কি শিক্ষা পাওঁ?)
उत्तर: इस कविता से हमें यह सीख मिलती है कि हमारे वतन के नन्हें-मुन्ने बालक-बालिकाएँ ही हमारे देश का भविष्य है। वह सुबह की नई किरण की भाति है जो हरदिन एक नया प्रकाश लाकर हमारे जिन्दगी को रौशन करते हैं।
2. व्याख्यामूलक प्रश्न (ব্যাখ্যামূলক প্ৰশ্ন)
(क) “हम प्रहरी उँचे हिमगिरि के,
सुरभि स्वर्ग को लेते है।”.
(i) यह पद्यांश किस कवितासे उद्धत है? इसके कवि कौन है ?
(এই বাক্যবোৰ কোনটো কবিতাৰ পৰা লোৱা হৈছে? ইয়াৰ কবি কোন?)
उत्तर: यह पद्यांश ‘हम प्रभात की नई किरण है’ नामक कविता से उद्धत है।
इसके कवि श्रीरामधारी सिंह ‘दिनकर’जी है।
(ii) कवि मे देश के बालक-बालिकाओं को हिमगिरि के प्रहरी क्यो कहा है? (কবিয়ে শিশুবোৰক হিমগিৰিৰ চকীদাৰ বুলি কিয় কৈছে?)
उत्तर: कवि ने देश के बालक-बालिकाओं को हिमगिरि के प्रहरी इसलिए कहा है क्योंकि यही बच्चे भविष्य में सैनिक बनकर देश के दुश्मनो से रक्षा करेंगे।
(iii) यहाँ स्वर्ग की सुरभि से क्या मतलब है? (ইয়াত স্বৰ্গৰ গোন্ধ মানে কি বুজোৱা হৈছে?)
उत्तर: यहाँ स्वर्ग के सुरभि का तात्पर्य यह है कि जब बच्चे सैनिक बनकर हमारे देश की शान हिमालय पर पहुँचकर उसकी रक्षा करेंगे, तब उन्हें स्वर्ग जैसे महक का अनुभव होगा।
(ख) “हम नवीन भारत के सैनिक
धीर, वीर, गंभीर अचल ।”
(i) प्रस्तुत पद्यांश में कवि ने भारतीय सैनिको की प्रशंसा किस तरह से की है? (এই বাক্যত কবিয়ে ভাৰতৰ সৈনিকৰ প্ৰশংসা কেনেকৈ কৰিছে?)
उत्तर: इस पद्यांश में कवि ने भारतीय सैनिको की प्रशंसा बड़े हो सुन्दर तरीके से की है। कवि ने सैनिको के विभिन्न गुण जैसे धीरज, गंभीरता और वीरता के बारे में बताया है।
(ii) कवि ने यहाँ भारत की गरिमा की रक्षा हेतु किसे प्रोत्साहित किया है? (ইয়াত কবিয়ে ভাৰতৰ গৌৰৱৰ ৰক্ষাৰ কাৰণে কাক উৎসাহিত কৰিছে?)
उत्तर: कवि ने यहाँ भारत की रक्षा हेतु नन्हे बालक-बालिकाओं को प्रोत्साहित किया है।
(iii) प्रस्तुत पद्यांश में कवि ने सैनिकों को कौन से गुण धारण करने के लिए कहा है? (এই কবিতাশাৰীত কবিয়ে সৈনিকবোৰক কি গুণ শিকিবলৈ কৈছে?)
उत्तर: प्रस्तुत पद्यांश में कवि ने सैनिकों को धीरज, वीरता, गंभीरता और अडिग रहना जैसे गुणों को धारण करने के लिए कहा है।
3. कविता का मूलभाव सरल हिन्दी में लिखो। (কবিতাটিৰ মূলভাব লিখা)
उत्तर: इस कविता के माध्यम से कवि रामधारी सिंह ‘दिनकरजी’ हमारे भारत देश के गौरव और प्रतिष्ठा को उजागर करना चाहते हैं। कबि कहते है कि हमारे देश के नन्हे बालक-बालिकाएँ ही हमारे देश का भविष्य है और इसलिए उन्होंने इस कविता के द्वारा बच्चों को प्रेरित किया है। कवि कहते है जो हर एक नए दिन के तरह एक नया प्रकाश है। वच्चो नए भारत के ऐसे सैनिक है जो गंभीर, साहसी, अडिग है और जिनसे धीरज है।
बच्चे हमारे देश की शान हिमालय के पहरेदार है और वह स्वर्ग की महक को ग्रहण करते है। वह पृथ्वी के शांतिदूत है जो सबको छाँव प्रदान करते है। वीर पुत्रो को जन्म देनेवाली माँ की आखों के वह तारे है। बच्चे हमारी देश की नदियो तथा हिन्द महासागर के भी रखवाले है।
कवि ने बालक-वालिकाओ की तुलना हमारे देश के महान राजा शिवाजी और महाराणा प्रताप से कहते हुए कहा है कि वह भले ही घास की बनी हुई रोटियाँ खा लेंगे परन्तुं किसी भी अत्याचारी मनुष्य के सामने अपने घुटने टेककर उनकी गुलामी नहीं करेगे।
4. निम्नलिखित शब्दों से अलग, वाक्य बनाओ : (তলত দিয়া শব্দবোৰেৰে বেলেগ বেলেগ বাক্য সাজা)
दिन-दीन, अविराम-अभिराम, कमल-कलम, अंक-अंग
उत्तर: दिन – दीपावली के दिन दीए जलाएँ जाते है।
दीन – हमें दीन दुखियारों कि मदद करनी चाहिए।
अविराम – पृथ्वी अविराम घुमती रहती है।
अभिराम – ताजमहल एक अभिराम इमारत है।
कमल – कमल हमारा राष्ट्रीय फूल है।
कलम – रीना ने मेरा कलम ले लिया है।
अंक – राहुल को परीक्षा में 99% अंक मिला है।
अंग – हमारे शरीर के अंग निरंतर काम करते रहते है।
5. निम्नलिखित शब्दों के समानार्थक शब्द लिखो : (তলত দিয়া শব্দৰ সমান অর্থ লিখা)
प्रभात, रखवाला, धरणी, किरण, प्रहरी
उत्तर: प्रभात – सुबह।
रखवाला – पेहरेदार।
धरणी – पृथ्वी।
किरण – प्रकाश।
प्रहरी – पेहरेदार।
Inside Questions
1. “हम प्रभात की नई किरण है” कविता के कवि कौन है ?
(“আমি প্রভাতৰ নতুন পোহৰ” কবিতাৰ কবি কোন?)
उत्तर: “हम प्रभात की नई किरण है” कविता के कवि रामधारी सिंह दिनकर है।
2. हमारे देश के भविष्य कौन है ? (আমাৰ দেশৰ ভৱিষ্যৎ কোন?)
उत्तर: हमारे देश के भविष्य हमारे देश के नन्हे बालक बालिकाएँ है।
3. यह कविता के माध्यम से कवि क्या उजागर करना चाहते है ? (এই কবিতাৰ মাধ্যমেৰে কবিয়ে আমাক কি বুজাব খুজিছে?)
उत्तर: कवि हमारे देश की गौरव और प्रतिष्ठा को उजागर करना चाहते है।
4. हमारे देश की शान ‘हिमालय’ के पेहरेदार कौन है ? (‘হমাৰে দেশ কী চান’ কবিতাৰ হিমালয়ৰ চকীদাৰ কোন?)
उत्तर: हमारे देश की शान ‘हिमालय’ के पेहरेदार हमारे देश के बच्चे है।
5. कवि ने वीर प्रसू किसे कहा है? (কবিয়ে ৱীৰ প্ৰসু বুলি কাক কৈছে?।)
उत्तर: कवि ने वीर पुत्री को जन्म देनेवाली माँ को ‘वीर प्रसू’ कहा है।
6. शिवाजी और महाराना प्रताप की तुलना किससे किया गया गया है और क्यों? (শিৱাজী আৰু মহাৰাণা প্রতাপৰ তুলনা কাৰ লগত আৰু কিয় কৰা হৈছে?)
उत्तर: शिवाजी और महाराणा प्रताप की तुलना हमारे देश के बालक बालिकाओं से कि गई है क्योंकि हमारे देश के बालक भले ही घास की रोटियाँ खा लेंगे परन्तु वह अत्याचारी मनुष्य के सामने घुटने नहीं टेकेंगे और गुलामी नहीं करेंगे।