NCERT Class 9 Hindi Chapter 11 आदमी नामा

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NCERT Class 9 Hindi Chapter 11 आदमी नामा

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आदमी नामा

Chapter: 11

स्पर्श भाग – 1 (काव्य भाग)

उपर्युक्त काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर का सही उत्तर चुनकर लिखिए-

1. मुफलिस-ओ-गदा’ शब्द का क्या अर्थ है?

(क) गरीब-भिखारी 

(ख) अमीर व्यक्ति

(ग) बादशाह

(घ) सामान्य आदमी

उत्तर: (क) गरीब-भिखारी।

2. ‘जरदार’ शब्द किसके लिए आया है?

(क) जरी वाला 

(ख) मालदार

(ग) गरीब

(घ) आम आदमी

उत्तर: (ख) मालदार।

3. ‘निअमत’ शब्द क्या बताता है?

(क) स्वादिष्ट भोजन 

(ख) सूखे टुकड़े

(ग) आदमी

(घ) सामान्य

उत्तर: (क) स्वादिष्ट भोजन।

4. इस कविता के रचयिता हैं?

(क) नजीर

(ख) अकबराबादी

(ग) नज़ीर अकबराबादी

(घ) अकबर शरीफ

उत्तर: (ग) नज़ीर अकबराबादी।

5. मसजिद किसने बनाई है? 

(क) आदमी ने

(ख) कारीगर ने

(ग) ख़ुदा ने

(घ) मौलवी ने

उत्तर: (क) आदमी ने।

6. आदमी ही क्या काम करता है?

(क) नमाज पढ़ता है

(ख) कुरान शरीफ का अर्थ बताता है

(ग) दोनों (क) और (ख)

(घ) इमाम

उत्तर: (ग) दोनों (क) और (ख)।

7. बुरा आदमी क्या काम करता है?

(क) जूतियाँ चुराने का

(ख) मसजिद जाने का

(ग) नमाज पढ़ने का

(घ) कुछ न करने का

उत्तर: (क) जूतियाँ चुराने का।

8. इस कविता के रचयिता कौन है?

(क) नजीर अहमद 

(ख) नजीर अकबराबादी

(ग) फिदा हुसैन

(घ) अमानुद्दौला

उत्तर: (ख) नजीर अकबराबादी।

9. ‘जान को बारे है’ का क्या अर्थ है?

(क) जान न्यौछावर करता है

(ख) जान लेता है

(ग) तलवार मारता है

(घ) कुछ नहीं करता

उत्तर: (क) जान न्यौछावर करता है।

10. ‘पगड़ी उतारना’ का क्या अर्थ है?

(क) सम्मान करना

(ख) अपमान करना

(ग) पगड़ी बाँधना

(घ) पगड़ी उछालना

उत्तर: (ख) अपमान करना।

11. कौन-सा आदमी अच्छा होता है?

(क) चिल्लाने वाला

(ख) पुकारने वाला

(ग) मदद के लिए दौड़ने वाला 

(घ) सुनने वाला

उत्तर: (ग) मदद के लिए दौड़ने वाला।

12. इस पद्यांश की भाषा कैसी है?

(क) ब्रज

(ख) अवधी

(ग) उर्दू-हिन्दी मिश्रित

(घ) फारसी

उत्तर: (ग) उर्दू-हिन्दी मिश्रित।

13. कुछ लोग कैसे होते हैं?

(क) शरीफ

(ख) कमीने

(ग) दोनों (क) और (ख) 

(घ) बुरे

उत्तर: (ग) दोनों (क) और (ख)।

14. कुछ लोग क्या करते हैं?

(क) काले कारनाम

(ख) अच्छे काम

(ग) बुरे काम

(घ) कुछ नहीं

उत्तर: (क) काले कारनाम।

15. ‘कारे दिलपजीर’ का क्या अर्थ है?

(क) काले

(ख) दिल को लुभाने वाले

(ग) अच्छे

(घ) दिल बहलाने वाले

उत्तर: (ख) दिल को लुभाने वाले।

16. आदमी मुरीद कब बन जाता है? 

(क) जब दूसरों के गुणों से प्रभावित होता है

(ख) जब वह बुराई छोड़ देता है

(ग) जब उसका अहं मिट जाता है

(घ) जब वह काम करता है

उत्तर: (क) जब दूसरों के गुणों से प्रभावित होता है।

काव्यांशों पर आधारित विषय बोध, अर्थबोध और सराहना संबंधी प्रश्न

प्रश्न 1. दुनिया में जो बादशाह बना हुआ है, वह भी क्या है? 

उत्तर: दुनिया में जो बादशाह बना हुआ है, वह भी एक आदमी हो है।

प्रश्न 2. ‘मुफ़लिस-ओ-गदा’ का क्या अर्थ है? 

उत्तर: ‘मुफ़लिस-ओ-गदा’ का अर्थ है-गरीब भिखारी।

प्रश्न 3. जरबार बेनवा’ कौन है?

उत्तर: ‘जरदार’ मालदार (अमीर) आदमी को कहते हैं। ‘बेनवा’ कमजोर को कहते हैं।

प्रश्न 4. ‘निअमत’ का क्या अर्थ है?

उत्तर: ‘निअमत’ का अर्थ है-स्वादिष्ट भोजन। 

प्रश्न 5. अंतिम पंक्ति का क्या आशय है?

उत्तर: गरीब आदमी सूखी रोटी के टुकड़े चबाकर अपना पेट भर रहा है। वह भी एक आदमी ही है।

प्रश्न 6. मसजिद का निर्माण कौन करता है?

उत्तर: मसजिद का निर्माण आदमी ही करता है।

प्रश्न 7. दूसरे प्रकार के आदमी क्या काम करते हैं?

उत्तर: दूसरे प्रकार के आदमी मसजिद तथा अन्य धार्मिक स्थलों से जूतियाँ चुराने का काम करते हैं।

प्रश्न 8. आदमी क्या पढ़ते हैं?

उत्तर: आदमी कुरान-शरीफ और नमाज पढ़ते हैं।

प्रश्न 9. अच्छा आदमी क्या काम करता है?

उत्तर: अच्छा आदमी दूसरे आदमी पर अपनी जान न्यौछावर करता है अर्थात् उसकी भरपूर सहायता करता है।

प्रश्न 10. बुरा आदमी क्या काम करता है?

उत्तर: बुरा आदमी दूसरे पर तलवार से वार कर उसे मारने का प्रयास करता है।

प्रश्न 11. ‘पगड़ी उतारने’ का क्या आशय है? 

उत्तर: ‘पगड़ी उतारने’ का आशय है-बेइजती करना बुरा आदमी दूसरे का अपमान करने से बाज नहीं आता।

प्रश्न 12. जो दूसरे की पुकार सुनकर दौड़ा जाता है, वह आदमी कैसा है?

उत्तर: दूसरे की पुकार सुनकर दौड़ा जाने वाला व्यक्ति अच्छा भला होता है। ऐसा व्यक्ति सज्जन कहलाता है।

प्रश्न 13. इस काव्यांश में क्या बताने की कोशिश की गई है? 

उत्तर: इस काव्याश में आदमी आदमी में अंतर बताने की कोशिश की गई है। प्रत्येक मनुष्य का स्वभाव अलग है।

प्रश्न 14. ‘अशराफ़’ शब्द का अर्थ स्पष्ट करो।

उत्तर: ‘अशराफ’ शब्द ‘शक’ शब्द का बहुवचन रूप है, अर्थात् शरीफ़ो।

प्रश्न 15. ‘कमीने’ कैसे आदमी होते हैं? 

उत्तर: ‘कमीने’ घटिया किस्म के आदमी होते हैं।

प्रश्न 16. कारे दिलपसीर’ का अर्थ स्पष्ट कीजिए।

उत्तर: ‘कारे दिलपदीर’ का अर्थ है-दिल को लुभाने वाले काम अर्थात् जो काम दिल को अच्छे लगे।

प्रश्न 17. काव्यांश में प्रयुक्त मुहावरे छाँटकर लिखो।

उत्तर: 1. जान वारना

2. तंग मारना

3. पगड़ी उतारना।

प्रश्न-अभ्यास

(पाठ्य-पुस्तक के प्रश्नोत्तर)

प्रश्न 1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए: 

(क) पहले छंद में कवि की दृष्टि आदमी के किन-किन रूपों का बखान करती है? क्रम से लिखिए।

उत्तर: पहले छंद में कवि की दृष्टि आदमी के अग्रलिखित रूपों का बखान करती है:

1. एक आदमी बादशाह के रूप में भी होता है।

2. दूसरा आदमी गरीब भिखारी के रूप में भी होता है।

3. एक आदमी मालदार अर्थात् धनी होता है।

4. अन्य आदमी कमजोर भी होता है।

5. एक आदमी को खाने को स्वादिष्ट व्यंजन मिलते हैं।

6. दूसरे आदमी को सूखी रोटियाँ चबानी पड़ती हैं।

(ख) चारों छंदों में कवि ने आदमी के सकारात्मक और नकारात्मक रूपों को परस्पर किन-किन रूपों में रखा है? अपने शब्दों में स्पष्ट कीजिए।

उत्तर: 

सकारात्मक रूपनकारात्मक रूप
1. एक आदमी शाही किस्म के ठाट-बाट भोगता है।1. दूसरे आदमी को गरीबी में दिन बिताने पड़ते हैं।
2. एक आदमी धन-दौलत से मालामाल होता है।2. दूसरा आदमी कमजोरी झेलता है।
3. एक आदमी को स्वादिष्ट भोजन खाने को मिलता है।3. दूसरे को सूखी रोटियाँ चबानी पड़ती हैं।
4. आदमी ही मसजिद बनाता है, कुरान-शरीफ पढ़ता है।4. आदमी ही मसजिद से जूतियाँ चुराता है।
5. एक आदमी दूसरे पर अपनी जान न्यौछावर करता है।5. दूसरा आदमी दूसरे को मार डालता है।
6. कुछ आदमी शरीफ हैं।6. कुछ आदमी कमीने स्वभाव के हैं।

(ग) ‘आदमीनामा’ शीर्षक कविता के इन अंशों को पढ़कर आपके मन में मनुष्य के प्रति क्या धारणा बनती है?

उत्तर: ‘आदमीनामा’ शीर्षक कविता के अंशों को पढ़कर हमारे मन में मनुष्य के प्रति यह धारणा बनती है कि इस दुनिया में भिन्न-भिन्न स्वभाव के आदमी मिलते हैं। कुछ आदमी बहुत अच्छे होते हैं तो कुछ हद दर्जे के कमीने हैं। कुछ आदमी संत-फकीर स्वभाव के होते हैं तो कुछ घोर स्वार्थी, चोर और हत्यारे तक होते हैं। सभी आदमी एक समान नहीं होते।

(घ) इस कविता का कौन-सा भाग आपको सबसे अच्छा लगा और क्यों?

उत्तर: इस कविता का निम्नलिखित भाग हमें सबसे अच्छा लगा-

दुनिया में बादशाह है सो है वह भी आदमी,

और मुफलिस-ओ-गदा है सो है वो भी आदमी।

जरदार बेनवा है सो है वो भी आदमी 

निअमत जो खा रहा है सो है वो भी आदमी 

टुकड़े चबा रहा है सो है वो भी आदमी।

इसके अच्छा लगने का कारण यह है कि इसमें आदमी के विपरीत रूप दर्शाए गए हैं।

(ङ) आदमी की प्रवृत्तियों का उल्लेख कीजिए।

उत्तर: आदमी की प्रवृत्तियाँ अनेक प्रकार की हैं 

-आदमी अपने स्वभाव के अनुसार बर्ताव करता है। 

– आदमी को कहीं सुख मिलता है, तो कहीं दुख भोगना पड़ता है।

– कई आदमी शरीफ होते हैं तो कई कमीने स्वभाव के होते हैं।

– आदमी के अंदर ही आदमीयत और हैवानियत, दोनों रूप छिपे होते हैं।

– आदमी दूसरे की मदद को भी तैयार रहता है। 

प्रश्न 2. निम्नलिखित अंशों की व्याख्या कीजिए-

(क) दुनिया में बादशाह है सो है वह भी आदमी 

और मुफलिस-ओ-गदा है सो है वो भी आदमी।

उत्तर: दुनिया में सभी प्रकार के लोग पाए जाते हैं। कुछ बादशाह जैसा ठाठ-बाट भोगते हैं तो कुछ गरीबी और भुखमरी का जीवन जीते हैं। दोनों की स्थिति में जमीन-आसमान का अंतर है।

(ख) अशराफ और कमीने से ले शाह ता वजीर 

ये आदमी ही करते हैं सब कारे दिलपजीर।

उत्तर: इस दुनिया में कुछ लोग हद दर्जे के शरीफ होते हैं तो कुछ कमीने स्वभाव के होते हैं। कुछ बादशाह हैं तो कुछ वजीर होते हैं। कुछ स्वामी तो कुछ सेवक होते हैं। कुछ लोगों के दिल काले होते हैं।

प्रश्न 3. निम्नलिखित में अभिव्यक्त व्यंग्य को स्पष्ट कीजिए:

(क) पढ़ते हैं आदमी ही कुरआन और नमाज याँ

और आदमी ही उनकी चुराते हैं जूतियाँ

जो उनको ताड़ता है सो है वो भी आदमी।

उत्तर: कवि आदमी के स्वभाव और कर्म पर व्यंग्य करते हुए कहता है कि कुछ अच्छे आदमी मसजिद में कुरान शरीफ पढ़ने का पवित्र काम करते हैं तो कुछ इतने कमीने होते हैं कि वे लोगों के जूते तक चुरा ले जाते हैं। इन आदमियों को फटकारने वाला भी आदमी ही होता है अर्थात् आदमियों का स्वभाव भिन्न-भिन्न होता है।

(ख) पगड़ी भी आदमी की उतारे है आदमी 

चिल्ला के आदमी को पुकारे है आदमी 

और सुनके दौड़ता है सो है वो भी आदमी।

उत्तर: आदमी के स्वभाव पर यह व्यंग्य किया गया है कि एक आदमी ऐसा भी होता है जो दूसरों की पगड़ी उतारने अर्थात् अपमान करने में जरा भी नहीं झिझकता। वह चिल्लाकर बोलता है अर्थात् शिष्टता का निर्वाह नहीं करता। इसके विपरीत, उसकी आवाज को सुनकर दौड़कर आने वाला भी एक आदमी ही होता है।

भाषा-अध्ययन

1. नीचे लिखे शब्दों का उच्चारण कीजिए और समझिए कि किस प्रकार नुक्ते के कारण उनमें अर्थ परिवर्तन आ गया है-

(क)(ख)
राज़ (रहस्य)फन (कौशल)
राज (राज्य)फन (साँप का मुँह)
ज़रा (थोड़ा)फुलक (आकाश)
जरा (बुढ़ापा)फलक (लकड़ी का तख्ता)

ज़फ़ से युक्त दो-दो शब्दों को और लिखिए।

उत्तर: 

(क)(ख)
ज़फ़
बाज़कफ़
बाजकफ
नाज़फख
नाजफख

2. निम्नलिखित मुहावरों का प्रयोग वाक्यों में कीजिए:

1. टुकड़े चबाना, 

उत्तर: टुकड़े चबाना: गरीबी में मुझे ये सूखे टुकड़े चबाने पड़ रहे हैं।

2. पगड़ी उतारना, 

उत्तर: पगड़ी उतारना: तुम्हें भरी सभा में मोहनलाल की पगड़ी नहीं उतारनी चाहिए थी।

3. मुरीद होना, 

उत्तर: मुरीद होना: मैं तो प्रवचन सुनकर तुम्हारा मुरीद हो गया हूँ।

4. जान वारना, 

उत्तर: जान वारना: मैं अपने परिवारजनों पर जान वारता हूँ।

5. तेग मारना। 

उत्तर: तेग मारना: दुष्ट स्वभाव के लोग ही दूसरों को तेग मारते हैं।

योग्यता-विस्तार

अगर ‘बंदरनामा’ लिखना हो तो आप किन-किन सकारात्मक और नकारात्मक बातों का उल्लेख करेंगे?

उत्तर:

बंदर नाच दिखाता है।    

बंदर काट खाता है।

बंदर भागता है।

बंदर चीजें छीन ले जाता है।

अन्य बातें विद्यार्थी स्वयं लिखें।

परीक्षा उपयोगी अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न

(क) लघुत्तरात्मक प्रश्न

प्रश्न 1. आदमी ने मसजिद का निर्माण क्यों किया है?

उत्तर: आदमी ने मसजिद का निर्माण इसलिए किया है। ताकि वह वहाँ जाकर खुदा की इबादत कर सके, वहाँ जाकर वह कुरआन पढ़ता है तथा नमाज़ अदा करता है।

प्रश्न 2. आदमी आदमी के साथ कैसा व्यवहार करता है? ‘आदमीनामा’ कविता के आधार पर लिखिए। 

उत्तर: आदमी आदमी के साथ विविध रूप में व्यवहार करता है। कभी वह दूसरे आदमी पर अपनी जान न्यौछावर करता है तो कभी वह आदमी पर तलवार चलाता है तथा कई बार उसे बेइज्ज़त करता है।

प्रश्न 3. ‘आदमीनामा’ कविता के संदर्भ में आदमी कौन-कौन से अच्छे और बुरे काम करता है?

उत्तर: आदमी के अच्छे काम: दूसरों की मदद करना, कुरान शरीफ पढ़ना।

आदमी के बुरे काम: दूसरों को मारना, दूसरों की बेइज्जती करना, मंदिर- मसजिद से जूतियाँ चुराना आदि।

प्रश्न 4. ‘टुकड़े चबाने’ से आप क्या समझते हैं?

उत्तर: टुकड़े चबाने से आशय है-सूखी रोटियाँ खाना अर्थात् अत्यंत गरीबी में अभावग्रस्त जीवन व्यतीत करना। ऐसे व्यक्ति को खाने के भी लाले पड़े रहते हैं।

प्रश्न 5. ‘आदमीनामा’ कविता में कवि ने आदमी के स्वभाव की किस विचित्रता को दर्शाया है?

उत्तर: इस कविता में कवि ने आदमी की इस विचित्रता को दर्शाया है-कभी वह किसी पर अपनी जान न्यौछावर करता है तो कभी वह दूसरे की जान ले लेता है। कभी वह किसी की सहायता के लिए दौड़ा जाता है तो कभी उसकी पगड़ी उतारने पर उतारू हो जाता है।

प्रश्न 6. आदमी कौन-कौन सी अच्छाइयाँ करता है?

उत्तर: आदमी मंदिर-मसजिद बनाता है। वह दूसरों की मदद करता है। दूसरों की पुकार पर दौड़ा चला जाता है। वह दूसरों को लुभाने वाले काम भी करता है।

प्रश्न 7. ‘आदमीनामा’ कविता को पढ़कर आपकी दृष्टि में आदमी का आधुनिक रूप कैसा प्रतीत होता है?

उत्तर: ‘आदमीनामा’ कविता को पढ़कर हमारी दृष्टि में आदमी का आधुनिक रूप हमें स्वार्थी और एकांगी प्रतीत होता है। आज का आदमी आत्मकेन्द्रित होकर रह गया है। उसमें परोपकार की भावना लुप्त होती जा रही है।

प्रश्न 8. ‘तेग मारना से’ आप क्या समझते हैं? 

उत्तर: ‘तेग मारना’ से हम यह समझते हैं- कातिलाना हमला करना। इस हमले में वह दूसरे का खून करने का प्रयास करता है।

प्रश्न 9. ‘आदमीनामा’ कविता का मूल स्वर क्या है?

उत्तर: ‘आदमीनामा’ कविता का मूल स्वर है- इस संसार में सभी प्रकार के आदमी मिल जाते हैं। कुछ आदमी अच्छे हैं तो कुछ बुरे। सभी लोग अपनी-अपनी विशेषताएँ तथा खामियाँ रखते हैं। कुछ लोग तो हद दर्जे के कमीने होते हैं। कुछ दूसरों की मदद करने को आगे रहते हैं। हमें आदमी के दोनों रूपों को स्वीकार करने को तैयार रहना होगा।

प्रश्न 10. नजीर के अनुसार इस दुनिया के लोगों में किस तरह का अंतर दिखाई देता है?

उत्तर: नजीर के अनुसार इस दुनिया में बादशाह किस्म के अमीर लोग हैं तो इसके विपरीत बहुत गरीब लोग भी हैं। दुनिया में अमीर-गरीब दोनों तरह के लोग मौजूद हैं। कुछ लोग मालदार हैं और वे स्वादिष्ट भोजन खाते हैं तो कुछ लोग इतने गरीब हैं कि वे सूखे टुकड़े चबाने को मजबूर हैं।

प्रश्न 11. मस्जिद से जुड़े लोग किस-किस प्रकार के होते हैं?

उत्तर: कवि बताता है कि एक आदमी वह होता है जो मस्जिद का निर्माण करता है तो दूसरा आदमी मस्जिद में नमाज़ पढ़ने वाला इमाम भी होता है। एक आदमी ही कुरान शरीफ का अर्थ समझाता है, उसे हम खुतवाख्वाँ कहते हैं। ये सभी अच्छे आदमी होते हैं। कुछ बुरे लोग मस्जिद से जूतियाँ चुराने का काम भी करते हैं। कोई आदमी उनको तोड़ता-फटकारता भी है।

प्रश्न 12. स्वभाव के आधार पर लोग किस-किस प्रकार के पाए जाते हैं?

उत्तर: कवि बताता है कि समाज में कुछ आदमी शरीफ होते हैं तो कुछ कमीने किस्म के भी होते हैं। कुछ लोग राजा किस्म के स्वभाव वाले होते हैं तो कुछ चापलूस किस्म के लोग भी होते हैं। सभी आदमी एक समान नहीं होते।

(ख) निबंधात्मक प्रश्न

प्रश्न 1. आदमीनामा कविता का प्रतिपाद्य/मूल भाव अपने शब्दों में लिखिए।

उत्तर: ‘आदमीनामा’ कविता में नजीर अकबराबादी ने आदमी के विभिन्न रूपों को दर्शाया है। इस संसार में कुछ आदमी बहुत अच्छे हैं तो कुछ हद दर्जे के कमीने हैं। कुछ लोग मंदिर-मसजिद बनाने तथा धार्मिक प्रवचन करने का काम करते हैं तो कुछ वहाँ से जूतियाँ तक चुरा ले जाते हैं। कुछ लोग दूसरों की मदद करने को तैयार रहते हैं तो कुछ दूसरे को जान से मार डालने तक से नहीं हिचकिचाते। दुनिया में कुछ लोग शाही सुख भोगने वाले हैं तो कुछ भुखमरी में रह रहे हैं। सभी लोग अपनी-अपनी विशेषताएँ तथा कमियाँ रखते हैं। सभी लोग एक समान नहीं हो सकते।

प्रश्न 2. आदमी-आदमी का अंतर दर्शाने के लिए कवि ने कौन-कौन से उदाहरण दिए हैं?

उत्तर: आदमी-आदमी का अंतर दर्शाने के लिए कवि ने निम्नलिखित उदाहरण दिए हैं-

(1) बादशाह और दीन दरिद्र का। एक मालदार है तो दूसरा अत्यधिक गरीब है। 

(2) मसजिद बनाने वाला आदमी और कुरआन तथा नमाज पढ़ने वाला आदमी धार्मिक प्रवृत्ति के आदमी होते हैं जबकि उनकी जूतियाँ चुराने वाले लोग भी होते हैं।

(3) एक आदमी दूसरे को तलवार से मारता है तो अन्य आदमी उसकी रक्षा के लिए दौड़ा जाता है। 

(4) इस संसार में शरीफ़ आदमी भी हैं तो कुछ कमीने किस्म के लोग भी मौजूद हैं।

प्रश्न 3. ‘आदमीनामा’ कविता में कवि ने क्या समझाना चाहा है?

उत्तर: ‘आदमीनामा’ कविता में शायर नज़ीर अकबराबादी ने आदमी के विभिन्न रूपों के दर्शन उदाहरण सहित कराए हैं। यह दुनिया बड़ी रंग-बिरंगी है। इसमें तरह-तरह के लोग रहते हैं। कुछ बहुत अमीर हैं तो कुछ बहुत गरीब। कुछ लोग शाही जिंदगी जी रहे हैं तो कुछ भुखमरी की यंत्रणा झेल रहे हैं। कुछ को अति स्वादिष्ट भोजन उपलब्ध है तो कुछ रोटी के सूखे टुकड़े चबाकर अपना पेट भर रहे हैं। यहाँ कुछ लोग निर्माणकारी कार्य करते हैं तो कुछ विध्वंसकारी कामों में लगे रहते हैं। कुछ धार्मिक लोग अच्छी-अच्छी बातें बताते हैं तो कुछ कमीने किस्म के लोग भी हैं जो धार्मिक स्थलों से जूतियाँ चुराने का काम करते हैं। कुछ आदमी दूसरों पर जान न्यौछावर करने को तैयार रहते हैं तो कुछ लोग दूसरों पर वार करके मारते भी हैं। यहाँ सभी प्रकार के लोग हैं। यही बात कवि ने समझाई है।

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