NIOS Class 12 Hindi Chapter 11 दो कलाकार: मन्नू भंडारी

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NIOS Class 12 Hindi Chapter 11 दो कलाकार: मन्नू भंडारी

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दो कलाकार: मन्नू भंडारी

Chapter: 11

HINDI

प्रथम पृष्ठ – पुस्तक – 1 बोध प्रश्न 11.1

आशा है आपको कहानी पसंद आई होगी। अब दिए गए विकल्पों में से सही विकल चुनकर इस कहानी पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए:

1. ‘तो इसे दिखाने के लिए मेरी नींद खराब कर दी, बदतमीज़ कहीं की’ अरुणा के इस कथन से कौन-सा भाव प्रकट होता है।

(क) क्रोध।

(ख) प्रेम।

(ग) नाराजगी।

(घ) ईर्ष्या।

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उत्तर: (ग) नाराजगी।

2. जिस चित्र में सड़क, आदमी, ट्राम, बस, मोटर, मकान सब एक-दूसरे पर चढ़े नज़र आते हैं, उसे चित्रा किसका प्रतीक बताती है?

(क) यातायात समस्या का।

(ख) जनसंख्या की बढ़ोतरी का।

(ग) दुनिया के कंफ्युजन का।

(घ) सड़क दुर्घटना का।

उत्तर: (ग) दुनिया के कंफ्युजन का।

3. अरुणा की भक्त कहकर किसे ताना दिया गया है-

(क) सविता को।

(ख) वार्डन को।

(ग) प्रिंसिपल को।

(घ) शीला का।

उत्तर: (घ) शीला का।

4. दोपहर से ही भूखी अरुणा ने रात को भी भोजन नहीं किया, क्योंकि- 

(क) फुलिया दाई के बच्चे के दुख के कारण भूख मर गई थी।

(ख) भोजन समाप्त हो चुका था।

(ग) चित्रा को कष्ट नहीं देना चाहती थी।

(घ) भोजन ठंडा था।

उत्तर: (क) फुलिया दाई के बच्चे के दुख के कारण भूख मर गई थी।

5. जब अरुणा रात देर से लौटी तो चित्रा-

(क) सो रही थी।

(ख) पढ़ रही थी।

(ग) बातें कर रही थी।

(घ) चिंता में थी कि अभी तक अरुणा लौटी क्यों नहीं।

उत्तर: (घ) चिंता में थी कि अभी तक अरुणा लौटी क्यों नहीं।

6. चित्रा की सबसे बड़ी इच्छा है-

(क) विदेश जाने की।

(ख) प्रसिद्धि पाने की।

(ग) धन प्राप्ति की।

(घ) समाज का ढाँचा बदलने की।

उत्तर: (ख) प्रसिद्धि पाने की।

7. निम्नलिखित में से सही कथन है-

(क) अपने विदेश जाने की बात पर चित्रा उदास हो जाती है।

(ख) अरुणा के डाँटने पर चित्रा नाराज हो जाती है।

(ग) विदेश जाकर भी चित्रा का स्वभाव नहीं बदलता।

(घ) चित्रा अरुणा के बच्चों पर कोई ध्यान नहीं देती।

उत्तर: (ग) विदेश जाकर भी चित्रा का स्वभाव नहीं बदलता।

पाठगत प्रश्न 11.1

दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प चुनकर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए:

1. कथानक के विस्तार में मुख्य भूमिका होती है-

(क) संवाद-घटनाओं की।

(ख) हास्य-वर्णन की।

(ग) भाषा-शैली की।

(घ) चरित्र-चित्रण की।

उत्तर: (क) संवाद-घटनाओं की।

2. ‘दो कलाकार’ की कथावस्तु का मूल संदेश है-

(क) चित्रकला का महत्वहीन सिद्ध करना।

(ख) समाज सेवा को भी चित्रकला के बराबर सिद्ध करना।

(ग) कला साधना की अपेक्षा समाज सेवा को महत्व देना।

(घ) कला और समाज सेवा में प्रतिस्पर्धा दिखाना।

उत्तर: (ग) कला साधना की अपेक्षा समाज सेवा को महत्व देना।

3. यदि मृत भिखारिन के बच्चे वाली घटना नहीं होती तो–

(क) कहानी अधूरी ही रह जाती।

(ख) अरुणा की स्वभावगत विशेषता प्रकट न हो पाती।

(ग) कला और सेवा में जुटी सखियों के विवाद का फैसला न हो पाता।

(घ) इनमें से कोई भी नहीं।

उत्तर: (ख) अरुणा की स्वभावगत विशेषता प्रकट न हो पाती।

4. ‘दो कलाकार’ कहानी में किस काल-खंड का वातावरण दिखाई देता है-

(क) प्राचीन।

(ख) आधुनिक।

(ग) मध्यकालीन।

(घ) मिलाजुला।

उत्तर: (ख) आधुनिक।

पाठगत प्रश्न 11.2

1. अरुणा की कर्मनिष्ठा से कौन ईर्ष्या करता है-

(क) चित्रा।

(ख) सविता।

(ग) शीला।

(घ) मनोज।

उत्तर: (ख) सविता।

2. किस घटना से अरुणा कई दिनों तक उदास रहती है-

(क) भिखारिन की मृत्यु से।

(ख) फुलिया दाई के बच्चे को नहीं बचा पाने से।

(ग) बाढ़ के दिनों में भी चित्रा के चित्र बनाने से।

(घ) चित्रा के हॉस्टल छोड़ने की घटना से।

उत्तर: (ख) फुलिया दाई के बच्चे को नहीं बचा पाने से।

3. अरुणा चपरासी, दाई आदि के बच्चों को पढ़ाती है, क्योंकि वह–

(क) यश चाहती है।

(ख) समाज-सेवा करना चाहती है।

(ग) पैसा चाहती है।

(घ) हॉस्टल से बाहर रहना चाहती है।

उत्तर: (ख) समाज-सेवा करना चाहती है।

4. अरुणा के व्यक्तित्व की विशेषता नहीं है-

(क) संबंधों के प्रति जागरुकता।

(ख) व्यक्तिगत उपलब्धियों से लगाव।

(ग) करुणावान होना।

(घ) सकर्मक होना।

उत्तर: (ख) व्यक्तिगत उपलब्धियों से लगाव।

पाठगत प्रश्न 11.3

दिए गए विकल्पों में से उचित विकल्प चुनकर निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए:

1. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन गलत है-

(क) ‘दो कलाकार’ का आरंभ लेखक की टिप्पणी से हुआ है।

(ख) ‘दो कलाकार’ के संवादों में पात्रों की आत्मीयता झलकती है।

(ग) ‘दो कलाकार’ के संवाद बहुत बड़े न होकर छोटे हैं।

(घ) ‘दो कलाकार’ के संवादों से पात्रों का स्वभाव अभिव्यक्त हुआ है।

उत्तर: (क) ‘दो कलाकार’ का आरंभ लेखक की टिप्पणी से हुआ है।

2. कहानी के उद्देश्य को स्पष्ट करने में सर्वाधिक योगदान रहा है:

(क) संवादों और चरित्रों का।

(ख) घटनाओं और संवादों का।

(ग) चरित्रों और घटनाओं का।

(घ) वातावरण और चरित्रों का।

उत्तर: (ख) घटनाओं और संवादों का।

3. कहानी का मूल उद्देश्य है-

(क) चित्रकला को श्रेष्ठ बताना।

(ख) चित्रकला का विरोध करना।

(ग) समाज-सेवा को श्रेष्ठ बताना।

(घ) हर कला को श्रेष्ठ बताना।

उत्तर: (ग) समाज-सेवा को श्रेष्ठ बताना।

पाठगत प्रश्न 11.4

1. अरुणा के इस कथन में भाषा की कौन-सी विशेषता है, ‘क्यों बड़-बड़ करती है, ले मैं आ गई। चल, बना चाय।’

(क) संस्कृत-निष्ठता।

(ख) आत्मीयता।

(ग) औपचारिकता।

(घ) कृत्रिमता।

उत्तर: (ख) आत्मीयता।

2. नयी कहानी की भाषा बोल-चाल की है। इस कथन के आधार पर ‘दो कलाकार’ कहानी में बोल-चाल की भाषा के दो उदाहरण दीजिए:

(क) _________________।

उत्तर: क्यों बड़-बड़ करती है।

(ख) _________________।

उत्तर: ऐ ! रूनी उठ।

11.8 पाठांत प्रश्न

1. ‘दो कलाकार’ शीर्षक की सार्थकता पर टिप्पणी लिखिए।

उत्तर: ‘दो कलाकार’ आधुनिक काल-खंड में भारतीय समाज के वातावरण को दर्शाती है। चित्रा और अरुणा दो सहेलियाँ हैं जो हॉस्टल में रहती है। लेखिका ने उन्हें हॉस्टल में रहते हुए दिखाकर आधुनिक भारतीय समाज के वातावरण को प्रस्तुत किया है, क्योंकि आधुनिक काल से पहले लड़कियों का इस तरह से कहीं बाहर रहना और अपनी मर्जी से काम करना प्रचलन में नहीं था। यहां दोनों सहेलियाँ स्वतंत्र हैं, खुले विचारों की है। दोनों अपने पुरुष मित्रों के बारे में खुलकर बातें करती है और इसे बुरा नहीं मानतीं। आधुनिक शिक्षा और सोच के कारण किस तरह हमारे समाज में बदलाव आया है उससे समाज में महिलाओं की आज़ादी, उन्हें भी पुरुषों की तरह अपने जीवन का निर्णय लेने और समय से काम करने की परंपरा विकसित हुई है। इस कहानी में इस काल खंड की प्रवृत्तियों को साफ देखा जा सकता है। दोनों पात्रों में भरपूर आत्मविश्वास और निर्णय लेने की क्षमता है।

2. अरुणा को बच्चे क्यों बुलाने आए?

उत्तर: अरुणा को बच्चे इसलिए बुलाने आए क्योंकि वे उसकी देखभाल करने वाले व्यक्ति के रूप में उसे अपना आदर्श मानते थे। अरुणा का स्वभाव और उसके द्वारा किए गए कार्यों ने बच्चों को प्रभावित किया और वे उसे अपनी प्रेरणा मानते हुए उसे सम्मान देने के लिए बुलाने आए। यह दृश्य अरुणा के व्यक्तित्व की उदारता और बच्चों के साथ उसके अच्छे संबंधों को दर्शाता है।

3. अरुणा देर रात हॉस्टल में कहाँ से लौटी थी और क्यों? स्पष्ट कीजिए।

उत्तर: अरुणा देर रात हॉस्टल में अस्पताल से लौटी थी और वह अस्पताल अपनी सहेली की तबियत खराब होने के कारण गई थी। अपनी सहेली की देखभाल करने और उसकी सहायता करने के बाद, अरुणा देर रात हॉस्टल वापस आई थी।

4. देर रात आने पर अरुणा ने भोजन क्यों नहीं किया? कारण प्रस्तुत कीजिए।

उत्तर: देर से हॉस्टल आने पर अरुणा ने भोजन इसलिए नहीं किया, क्योंकि वह फुलिया दाई के बच्चे की मृत्यु के कारण भूख मर गई थी। अरुणा एक समाज सेविका थी और उसे फुलिया दाई के बच्चे की बीमारी की सूचना मिली थी। यह सूचना पाकर अरुणा फुलिया दाई के बच्चे की सेवा में जुट गई थी।

5. कहानी में से उन पक्तियों को छाँटिए जो कहानी के उद्देश्य को स्पष्ट करती हैं।

उत्तर: इस कहानी का उद्देश्य समाज-सेवा को कला का दर्जा देना है और कला को सकर्मकता से जोड़ना है। यानी कहानीकार की नज़र में वही कलाकार बड़ा है जो निष्क्रिय होकर कला में ही न डूबा रहे, बल्कि समाज के जरूरतमंदों की सहायता करे। साथ ही वह व्यक्ति सच्चा कलाकार है जो इन ज़रूरतमंदों की सहायता करता है। सच्ची कला हमें संवेदनशील और करुणावान बनाती है जिसके कारण ही सामाजिक कार्यों के लिए प्रेरित होते है। अतः इस कहानी में चित्रों की अपेक्षा समाज सेवा में कला की सच्ची संवेदना है। दूसरों की पीड़ा से अनुप्रेरित होने के कारण समाज-सेवा, चित्रकला से अधिक उपयोगी है। इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए कहानीकार ने ऐसी स्थितियों और घटनाओं का चयन किया है, जिसमें दोनों ही पक्ष हिस्सा लेते हैं, और अपने-अपने कार्यों को श्रेष्ठ होने का दावा करते हैं।

6. मृत भिखारिन और उसके सूखे शरीर से चिपके हुए दो बच्चों वाली घटना सर्वाधिक महत्वपूर्ण क्यों है? विवेचन कीजिए।

उत्तर: मृत भिखारिन और उसके सूखे शरीर से चिपके हुए दो बच्चों की घटना सर्वाधिक महत्वपूर्ण इसलिए थी क्योंकि यह हमारे समाज में व्याप्त गरीबी, भूखमरी, और असमानता की गंभीरता को उजागर करती है। वह चाह कर भी स्वयं को वहां से दूर नहीं कर पाई। वह वहीं रुकी और उस दृश्य को देखकर उसने उनका चित्र कागज पर चित्रण किया। यह उसके अंदर का कलाकार था जो चित्र के रूप में उभर कर हमारे सामने आया।

7. अरुणा और चित्रा में से यथार्थवादी कौन हैं और आदर्शवादी कौन? उदाहरणों से अपने मत की पुष्टि कीजिए।

उत्तर: ‘दो कलाकार’ कहानी में अरुणा यथार्थवादी है और चित्रा आदर्शवादी है। अरुणा यथार्थता के धरातल पर कार्य करती है, और चित्रा आशावादी है, क्योंकि पेंटिंग आदि बनाकर अपनी आशाओं को प्रकट करती है, कि कुछ अच्छा होगा। उदाहरण के लिए, जब वे अपनी आकांक्षाओं पर चर्चा करते हैं, तो अरुणा एक साधारण जीवन से संतुष्ट होती है, जबकि चित्रा अधिक शानदार और परिपूर्ण जीवन का सपना देखती है। अरुणा का यथार्थवादी दृष्टिकोण चित्रा के आदर्शवादी स्वभाव के लिए एक आवरण के रूप में कार्य करता है, जो उनके अलग-अलग विश्वदृष्टिकोणों को उजागर करता है।

8. अरुणा में कौन से गुण थे जिनसे प्रिंसिपल तथा वार्डन भी उसका रौब मानती थी?

उत्तर: अरुणा अक्सर सामाजिक कार्यों में सलग्न रहती थी। अरुणा कभी बाढ़ पीड़ितों के लिए चंदा इकट्ठा करती हैं तो कभी अपने आस-पास के गरीब बच्चों को पढ़ाती हैं। उसकी बुद्धिमत्ता, समझदारी, नेतृत्व क्षमता, आत्मविश्वास, अनुशासन, और सहयोग भावना के कारण अरुणा में समाज सेवा का उत्साह इतना हैं कि वह भूख-प्यास की भी परवाह नहीं करती सक्रियता से उसमे लगी रहती हैं। अरुणा का आत्मविश्वास भी अटूट है, जिससे वह हर चुनौती का सामना करने में सक्षम थी। अनुशासन उसका एक और महत्वपूर्ण गुण है, वह हमेशा समय की पाबंदी और नियमों का पालन करती थी, उसके इस कार्य को देखकर प्रधानाचार्य और वार्डन उससे प्रभावित थे।

9. ‘कहानी में आम बोलचाल की भाषा का प्रयोग किया गया है।’ सिद्ध कीजिए।

उत्तर: ‘कहानी में आम बोलचाल की भाषा का प्रयोग किया गया है जो पाठक को कहानी के पात्रों से सहजता से जुड़ने का अवसर प्रदान करता है। कहानी में पात्रों के संवाद स्वाभाविक और सरल होते हैं, जिससे यह प्रतीत होता है कि वे सामान्य जीवन में इस प्रकार बात करते होंगे। उदाहरण के रूप में, जब मोहिनी और कन्हैया आपस में बात करते हैं, तो उनका भाषा का स्तर कहीं भी ऊँचा या बनावटी नहीं है, बल्कि वे अपनी बातों को सीधे और सच्चे ढंग से व्यक्त करते हैं।

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