NCERT Class 12 Geography Chapter 20 परिवहन एवं संचार

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NCERT Class 12 Geography Chapter 20 परिवहन एवं संचार

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Chapter: 20

मानव भूगोल के मूल सिद्धांत

अभ्यास

1. नीचे दिए गए चार विकल्पों में से सही उत्तर का चयन कीजिए:

(i) पारमहाद्वीपीय स्टुवर्ट महामार्ग किनके मध्य से गुजरता है?

(क) डार्बिन और मेलबोर्न।

(ख) एडमंटन और एंकॉरज।

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(ग) बैंकूवर और सेंट जॉन नगर।

(घ) चेगडू और ल्हासा।

उत्तर: (क) डार्बिन और मेलबोर्न।

(ii) किस देश में रेलमागों के जाल का सघनतम घनत्व पाया जाता है?

(क) ब्राजील।

(ख) कनाडा।

(ग) संयुक्त राज्य अमेरिका।

(घ) रूस।

उत्तर:(ग) संयुक्त राज्य अमेरिका।

(iii) बृहद ट्रंक मार्ग होकर जाता है-

(क) भूमध्य सागर हिंद महासागर से होकर।

(ख) उत्तर अटलांटिक महासागर से होकर।

(ग) दक्षिण अटलांटिक महासागर से होकर।

(घ) उत्तर प्रशांत महासागर से होकर।

उत्तर: (ख) उत्तर अटलांटिक महासागर से होकर। 

(iv) ‘बिग इंच’ पाइप लाइन के द्वारा परिवहित किया जाता है।

(क) दूध।

(ख) जल।

(ग) तरल पेट्रोलियम गैस (LPG)।

(घ) पैट्रोलियम।

उत्तर: (घ) पैट्रोलियम।

(v) चैनल टनल जोड़ता है-

(क) लंदन – बर्लिन।

(ख) बर्लिन – पेरिस।

(ग) पेरिस – लंदन।

(घ) बार्सीलोना – बर्लिन।

उत्तर: (ग) पेरिस – लंदन। 

2. निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए:

(i) पर्वतों मरुस्थलों तथा बाढ़ संभावित प्रदेशों में स्थल परिवहन की क्या-क्या समस्याएँ हैं?

उत्तर: पर्वतीय, मरुस्थलीय तथा बाढ़ संभावित क्षेत्रों में स्थल परिवहन की समस्याएँ निम्नलिखित हैं-

1. पर्वतीय क्षेत्र: (i) तीव्र ढलान और घुमावदार मार्ग निर्माण में कठिनाई पैदा करते हैं।

(ii) भूस्खलन और बर्फबारी से रास्ते बंद हो जाते हैं।

(iii) कम जनसंख्या के कारण निवेश की कमी होती है।

2. मरुस्थलीय क्षेत्र: (i) रेगिस्तानों में धूल मिट्टी के कारण सड़कों का निर्माण मुश्किल है।

3. बाढ़ संभावित क्षेत्र: (i) जलभराव से सड़कें-पुल डूब जाते हैं।

(ii) बार-बार मरम्मत की आवश्यकता होती है।

(iii) कीचड़ और टूट-फूट यातायात को बाधित करते हैं।

(ii) पारमहाद्वीपीय रेलमार्ग क्या होता है?

उत्तर: पारमहाद्वीपीय रेलमार्ग वे रेलमार्ग होते हैं जो पूरे महाद्वीप को पार करते हुए इसके दोनों छोरों को जोड़ते हैं। इनका निर्माण आर्थिक और राजनीतिक कारणों से विभिन्न दिशाओं में लंबी यात्राओं की दूरी सुविधा प्रदान करना और माल ढुलाई को सुगम बनाया जा सके।

(iii) जल परिवहन के क्या लाभ हैं?

उत्तर: जल परिवहन के लाभ है-

(i) जल परिवहन के महत्त्वपूर्ण लाभों में से एक यह है कि इसमें मार्गों का निर्माण नहीं करना पड़ता। 

(ii)  महासागर एक दूसरे से जुड़े हुए होते हैं। इनमें विभिन्न आकार के जहाज़ चल सकते हैं। 

(iii) ऊर्जा की बचत यह परिवहन का सबसे ऊर्जा-कुशल तरीका है, क्योंकि जहाज़ कम ईंधन में ज़्यादा माल ले जा सकते हैं।

3. नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर 150 शब्दों से अधिक न दें:

(i) “एक सुप्रबंधित परिवहन प्रणाली में विभिन्न एक-दूसरे की संपूरक होती है” इस कथन को स्पष्ट कीजिए।

उत्तर: परिवहन के विभिन्न तरीके प्रतिस्पर्धी नहीं हैं लेकिन प्रकृति में पूरक हैं। विशिष्ट परिस्थितियों में सभी का अपना महत्व है।

एक अच्छी तरह से प्रबंधित परिवहन प्रणाली में, विभिन्न प्रकार निम्नलिखित तरीकों से एक दूसरे के पूरक हैं–

1. जब भारी मशीनरी को दूसरे देशों से आयात किया जाना है तो परिवहन का कोई अन्य साधन जल परिवहन जितना सहायक नहीं हो सकता है।

2. जब तत्काल टेलीग्राम विदेशों में वितरित किए जाने हैं, तो हवाई परिवहन सबसे उपयोगी है।

3. जब हल्के वजन वाले उच्च मूल्य के सामान वितरित किए जाते हैं तो हवाई परिवहन दूसरों की तुलना में बेहतर साबित होता है।

4. भारी माल और यात्रियों को लंबी दूरी तक ले जाने में रेलवे परिवहन अधिक उपयोगी है। लाभ: बड़े पैमाने पर माल और यात्रियों का परिवहन, अपेक्षाकृत सस्ता। उदाहरण: कोयला, अनाज, लोहा आदि की लंबी दूरी तक ढुलाई।

5. सड़क परिवहन द्वार से द्वार सेवा, कम दूरी की यात्रा सड़क परिवहन द्वारा माल की आवाजाही और कम दूरी पर लोगों के लिए उपयोगी है। लाभ: लचीलापन, स्थानीय वितरण में सहायक।

(ii) विश्व के ये कौन-से प्रमुख प्रदेश हैं जहाँ वायुमार्ग का सघन तंत्र पाया जाता है?

उत्तर: वायु परिवहन, परिवहन का सबसे तेज़ साधन है, लेकिन यह बहुत महंगा है। तेज़ होने के कारण, यह लंबी दूरी की यात्रा के लिए यात्रियों द्वारा पसंद किया जाता है। मूल्यवान कार्गो को विश्वव्यापी पैमाने पर तेजी से स्थानांतरित किया जा सकता है। यह अक्सर दुर्गम क्षेत्रों में पहुंचने का एकमात्र साधन है।

वायु परिवहन परिवहन का आधुनिक साधन है। इसके माध्यम से मूल्यवान और संवेदनशील माल को विश्व स्तर पर बेहद तेज़ी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँचाया जा सकता है।

वायु परिवहन उन दुर्गम क्षेत्रों में पहुँचने का एकमात्र साधन बन गया है, जहाँ अन्य परिवहन के माध्यमों की पहुँच कठिन या असंभव है—जैसे ऊँचे पहाड़ी क्षेत्र, बर्फीले मैदान, अथवा रेगिस्तानी इलाके। इसने वास्तव में दुनिया में एक संपर्क क्रांति ला दी है, जिसमें भौगोलिक बाधाओं को पार कर, दूरस्थ क्षेत्रों को भी वैश्विक नेटवर्क से जोड़ा गया है।

उत्तरी गोलार्ध में वायु परिवहन के अंतर-महाद्वीपीय मार्गों का एक प्रमुख पूर्व-पश्चिम बेल्ट विकसित हुआ है। इस क्षेत्र में विशेष रूप से पूर्वी अमेरिका, पश्चिमी यूरोप, और दक्षिण-पूर्व एशिया में वायुमार्गों का अत्यंत घना तंत्र मौजूद है।

दुनिया के लगभग 60% वायुमार्ग पर संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) का ही प्रभुत्व है। न्यूयॉर्क, लंदन, पेरिस, एम्स्टर्डम, फ्रैंकफर्ट, रोम, मॉस्को, कराची, नई दिल्ली, मुंबई, बैंकॉक, सिंगापुर, टोक्यो, सैन फ्रांसिस्को, लॉस एंजेल्स और शिकागो जैसे प्रमुख नगर वैश्विक हवाई परिवहन के नोडल प्वाइंट बन चुके हैं, जहाँ से विभिन्न महाद्वीपों के लिए हवाई मार्ग केंद्रित और अभिसारित होते हैं।

(iii) वे कौन सी विधाएँ हैं जिनके द्वारा साइबर स्पेस मनुष्यों के समकालीन आर्थिकी और सामाजिक स्पेस की वृद्धि करेगा?

उत्तर: साइबर स्पेस इलेक्ट्रॉनिक कम्प्यूटरीकृत अंतरिक्ष की दुनिया है। यह वर्ल्ड वाइड वेब (www) जैसे इंटरनेट द्वारा शामिल किया गया है। यह प्रेषक और रिसीवर के भौतिक आंदोलन के बिना कंप्यूटर नेटवर्क पर जानकारी को संप्रेषित या एक्सेस करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल दुनिया है। इसे इंटरनेट के रूप में भी जाना जाता है।

साइबर स्पेस मनुष्य के समकालीन आर्थिक और सामाजिक स्पेस की वृद्धि करने के विधाएँ हैं–

1. ई-मेल के माध्यम से कार्यस्थल और व्यक्तिगत संवाद आसान हो गया है।

2. ई-कॉमर्स ने ऑनलाइन खरीद-बिक्री, फंड ट्रांसफर, आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन और डिजिटल मार्केटिंग को नई दिशा दी है।

3. ई-शिक्षा ने डिजिटल माध्यम से कहीं भी, कभी भी सीखने को संभव बनाया है।

4. ई-गवर्नेंस के अंतर्गत सरकारें नागरिकों, व्यापारों और अन्य सरकारी इकाइयों के साथ डिजिटल माध्यम से जुड़ रहे हैं, जिससे पारदर्शिता और दक्षता बढ़ी है।

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