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NCERT Class 12 Geography Chapter 21 अंतर्राष्ट्रीय व्यापार
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अंतर्राष्ट्रीय व्यापार
Chapter: 21
मानव भूगोल के मूल सिद्धांत
अभ्यास
1. नीचे दिए गए चार विकल्पों में से सही उत्तर चुने:
(i) संसार के अधिकांश महान पत्तन इस प्रकार वर्गीकृत किए गए हैं-
(क) नौसेना पत्तन।
(ख) विस्तृत पत्तन।
(ग) तैल पत्तन।
(घ) औद्योगिक पत्तन।
उत्तर: (ख) विस्तृत पत्तन।
(ii) निम्नलिखित महाद्वीपों में से किस एक से विश्व व्यापार का सर्वाधिक प्रवाह होता है?
(क) एशिया।
(ख) यूरोप।
(ग) उत्तरी अमेरिका।
(घ) अफ्रीका।
उत्तर: (क) एशिया।
2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 30 शब्दों में दीजिए:
(i) विश्व व्यापार संगठन के आधारभूत कार्य कौन-से हैं?
उत्तर: विश्व व्यापार संगठन (WTO) के आधारभूत कार्य निम्नलिखित हैं-
1. अंतर्राष्ट्रीय व्यापार नियमों का क्रियान्वयन और निगरानी: WTO सदस्य देशों के बीच बने व्यापार समझौतों का पालन सुनिश्चित करता है।
2. व्यापार विवादों का समाधान: यदि सदस्य देशों के बीच व्यापार से संबंधित कोई विवाद उत्पन्न होता है, तो WTO उसका निष्पक्ष समाधान करता है।
3. व्यापार वार्ताओं का मंच प्रदान करना: WTO सदस्य देशों को आपसी व्यापार नियमों में सुधार हेतु वार्ता करने का मंच प्रदान करता है।
4. व्यापार नीतियों की निगरानी: सदस्य देशों की व्यापार नीतियों की समय-समय पर समीक्षा कर उनकी पारदर्शिता सुनिश्चित करता है।
5. विकासशील देशों को सहायता: WTO विकासशील और अविकसित देशों को तकनीकी सहायता एवं प्रशिक्षण प्रदान करता है।
6. वैश्विक व्यापार को सरल और मुक्त बनाना: WTO का उद्देश्य सदस्य देशों के बीच व्यापार में बाधाओं को हटाकर उसे अधिक स्वतंत्र और सुगम बनाना है।
(ii) ऋणात्मक भुगतान संतुलन का होना किसी देश के लिए क्यो हानिकारक होता है?
उत्तर: ऋणात्मक भुगतान संतुलन का होना किसी देश के लिए हानिकारक होता है, क्योंकि इससे देश की विदेशी मुद्रा भंडार पर दबाव पड़ता है, आर्थिक स्थिरता प्रभावित होती है, आयात महंगे हो जाते हैं और आर्थिक अस्थिरता उत्पन्न होती है।
(iii) व्यापारिक समूहों के निर्माण द्वारा राष्ट्रों को क्या लाभ प्राप्त होते हैं?
उत्तर: व्यापारिक समूहों के निर्माण द्वारा राष्ट्रों को प्रादेशिक स्तर पर व्यापार को बढ़ावा मिलता है, जिससे राष्ट्र कम खर्च एवं सस्ते मूल्य पर वस्तु को प्राप्त करते हैं। राजनीतिक स्थिरता, आपसी सहयोग और सांस्कृतिक आदान-प्रदान जैसे लाभ मिलते हैं, जिससे समग्र आर्थिक और सामाजिक विकास संभव होता है।
3. नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर 150 शब्दों से अधिक में न दें:
(i) पत्तन किस प्रकार व्यापार के लिए सहायक होते हैं? पत्तनों का वर्गीकरण उनकी अवस्थिति के आधार पर कीजिए।
उत्तर: पत्तन व्यापार के मुख्य केन्द्र होते हैं जो समुद्री पत्तन जहाज के लिए गोदी, लादने, उतारने तथा भंडारण हेतु सुविधाएँ प्रदान करते हैं, नदी या झील मार्गों से वस्तुओं के आयात-निर्यात को संभव बनाते हैं। इसि प्रकार पत्तन व्यापार के लिए सहायक होते हैं।
पत्तनों के अवस्थिति के आधार पर पत्तनों का वर्गीकरण-
(i) अंतर्देशीय पत्तन: ये पत्तन समुद्री तट से दूर अवस्थित होते हैं। ये समुद्र से एक नदी अथवा नहर द्वारा जुड़े होते हैं। ऐसे पत्तन चौरस तल वाले जहाज़ या बजरे द्वारा ही गम्य होते हैं। “उदाहरणस्वरूप, मानचेस्टर एक नहर द्वारा समुद्र से जुड़ा है; मेम्फिस मिसीसिपी नदी पर स्थित एक महत्वपूर्ण अंतर्देशीय पत्तन है; राइन नदी पर कई प्रमुख पत्तन स्थित हैं, जैसे– मैनहीम तथा ड्यूसबर्ग; वहीं, कोलकाता हुगली नदी पर स्थित है, जो गंगा नदी की एक प्रमुख शाखा है।”
(ii) बाह्य पत्तन: ये गहरे जल के पत्तन हैं जो वास्तविक पत्तन से दूर बने होते हैं। ये उन जहाजों, जो अपने बड़े आकार के कारण उन तक पहुँचने में अक्षम हैं “ये पत्तन समीपवर्ती पैतृक पत्तनों को सेवाएँ प्रदान करते हैं। उदाहरणस्वरूप, एथेंस (यूनान) का बाह्य पत्तन पिरेइअस एक उच्चकोटि का संयोजन प्रस्तुत करता है।”
(ii) अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से देश कैसे लाभ प्राप्त करते हैं?
उत्तर: अंतर्राष्ट्रीय व्यापार से देश को मिलने वाले लाभ है-
1. आर्थिक विकास: अंतरराष्ट्रीय व्यापार से देशों का आर्थिक विकास होता है और सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) बढ़ता है।
2. रोज़गार: व्यापार से रोज़गार के अवसर बढ़ते हैं।
3. उद्योगों का विकास: अंतर्राष्ट्रीय माँग के अनुसार उत्पादन बढ़ता है, जिससे औद्योगिक विकास होता है।
4. तकनीक और ज्ञान का आदान-प्रदान: विकसित देशों से तकनीकी और प्रबंधन संबंधी ज्ञान प्राप्त होता है।
5. उपभोक्ताओं के लिए विकल्प: उपभोक्ताओं को विभिन्न देशों के गुणवत्तापूर्ण और विविध उत्पाद मिलते है।
6. संसाधनों का प्रभावी उपयोग: देश अपने प्राकृतिक और मानव संसाधनों का दक्षतापूर्वक उपयोग कर लाभ कमाते हैं।
7. वैश्विक संबंधों में सुधार: व्यापारिक सहयोग से देशों के बीच शांति, विश्वास और मैत्रीपूर्ण संबंध बनते हैं।
8. आर्थिक स्थिरता: आयात-निर्यात संतुलन से देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होती है।

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