NCERT Class 9 Hindi Chapter 15 नए इलाके में खुशबू रचते हैं हाथ

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NCERT Class 9 Hindi Chapter 15 नए इलाके में खुशबू रचते हैं हाथ

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नए इलाके में खुशबू रचते हैं हाथ

Chapter: 15

स्पर्श भाग – 1 (गघ-भाग)

उपर्युक्त काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर का सही उत्तर चुनकर लिखिए-

1. यह काव्यांश किस कविता से अवतरित है?

(क) नया बसा इलाका

(ख) नए इलाके में

(ग) मेरो खोज

(घ) पीपल का पेड़

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उत्तर: (ख) नए इलाके में।

2. इस कविता के रचयिता हैं-

(क) अरुण कमल

(ख) अरुण नकुल

(ग) विमल कमल

(घ) अरुण उदय

उत्तर: (क) अरुण कमल।

3. कवि को क्या समस्या आ रही है?

(क) वह अक्सर रास्ता भूल जाता है

(ख) उसे पुराने निशान याद नहीं रहते

(ग) वह अपना घर खोजता रहता है

(घ) उपर्युक्त सभी

उत्तर: (घ) उपर्युक्त सभी।

4. उसका मकान कैसा था?

(क) इकमजिला

(ख) दो मंजिला

(ग) लोहे के फाटक वाला 

(घ) रंगीन

उत्तर: (क) इकमजिला।

5. कविता में क्या प्रश्न उठाया गया है?

(क) पूरे इलाके में नया निर्माण हो रहा है 

(ख) बूढ़े व्यक्ति के सामने पहचान का संकट उपस्थित हो जाता है

(ग) रोज कुछ न कुछ घटता रहता है

(घ) उपर्युक्त सभी

उत्तर: (ख) बूढ़े व्यक्ति के सामने पहचान का संकट उपस्थित हो जाता है।

6. इस कविता में किस ऋतु का वर्णन है?

(क) वसंत

(ख) पतझड़

(ग) (क)-(ख) दोनों

(घ) किसी का नहीं

उत्तर: (ग) (क)-(ख) दोनों।

7. सावन-भादों किस ऋतु के मास होते हैं? 

(क) वर्षा के

(ख) गर्मी के

(ग) सर्दी के

(घ) शरद के

उत्तर: (क) वर्षा के।

8. ‘स्मृति’ शब्द कैसा है?

(क) तत्सम

(ख) तद्भव

(ग) देशज

(घ) विदेशी

उत्तर: (क) तत्सम।

9. यह पद्यांश किस कविता से लिया गया है?

(क) खुशबू रचते हैं हाथ 

(ख) खुशबू वाले हाथ

(ग) खुशबूदार हाथ

(घ) खुशबू वाले

उत्तर: (क) खुशबू रचते हैं हाथ।

10. खुशबूदार पदार्थ बनाने वाले कहाँ रहते हैं?

(क) गलियों के बीच

(ख) नाला के पास

(ग) कूड़े-कर्कट के ढेरों के बाद

(घ) उपर्युक्त सभी

उत्तर: (घ) उपर्युक्त सभी।

11. वहाँ का वातावरण कैसा होता है?

(क) खुशबूदार

(ख) बदबूदार

(ग) मिला-जुला

(घ) पता नहीं

उत्तर: (ख) बदबूदार।

12. खुशबू रचने वालों के हाथ कैसे होते हैं?

(क) उमरी नसों वाले

(ख) घिसे नाखूनों वाले

(ग) पोपल के पत्ते जैसे

(घ) उपर्युक्त सभी

उत्तर: (घ) उपर्युक्त सभी।

13. ‘पीपल के पत्ते से नए-नए हाथ’ में किनकी ओर संकेत है? 

(क) छोटे-छोटे बच्चों के कोमल हाथों की ओर 

(ख) चिकने पतों को और

(ग) नए पत्तों की ओर

(घ) खुशबुदार हाथों की ओर

उत्तर: (क) छोटे-छोटे बच्चों के कोमल हाथों की ओर।

14. ‘जुही की से खुशबूदार हाथ में किस अलंकार का प्रयोग है?

(क) रूपक

(ख) उपमा

(ग) यमक

(घ) रलेप

उत्तर: (ख) उपमा।

15. खुशबूदार पदार्थ बनाने वालों के हाथ कैसे होते हैं?

(क) गंदे

(ख) कटे-पिटे

(ग) जख्मी

(घ) उपर्युक्त सभी

उत्तर: (घ) उपर्युक्त सभी।

16. इस कविता में कवि का क्या उद्देश्य है? 

(क) खुशबूदार पदार्थ बनाने वालों की दयनीय दशा दर्शाना 

(ख) खुशबूदार पदार्थों की रचना प्रक्रिया बताना

(ग) बच्चों का वर्गीकरण करना

(घ) कुछ विशेष नहीं

उत्तर: (क) खुशबूदार पदार्थ बनाने वालों की दयनीय दशा दर्शाना।

17. इस गली में क्या चीज बनती है?

(क) प्रसिद्ध अगरबत्तियाँ

(ख) केवड़ा

(ग) गुलाब

(घ) घुप

उत्तर: (क) प्रसिद्ध अगरबत्तियाँ।

18. यहाँ का वातावरण कैसा है?

(क) स्वच्छ

(ख) गदा मोहल्ला

(ग) गंदे लोग

(घ) दोनों (ख) और (ग)

उत्तर: (घ) दोनों (ख) और (ग)।

19. इस गंदगी के बीच हाथ क्या रचते हैं?

(क) खुशबू की चीज

(ख) बदबू की चीज

(ग) सामान्य चौज

(घ) कुछ नहीं

उत्तर: (क) खुशबू की चीज।

20. इस कविता के रचयिता कौन है?

(क) कमल

(ख) अरुण कमल

(ग) जफर

(घ) विशाल

उत्तर: (ख) अरुण कमल।

काव्यांशों पर आधारित विषय बोध, अर्थ बोध और सराहना संबंधी प्रश्न

प्रश्न 1. कवि क्या खोजता है?

उत्तर: कवि अपने पुराने पीपल के पेड़ को खोजता है। वह अपने पुराने उस घर को खोजता है जो दह गया था।

प्रश्न 2. कवि जमीन के खाली टुकड़े को क्यों ढूंढ़ता है?

उत्तर: कवि ने उस जगह को अपने घर के लिए मुड़ने की पहचान बना रखा था। वहाँ से उसे मुड़ना था।

प्रश्न 3. कवि चलते समय आगे-पीछे क्यों चल देता है? 

उत्तर: कवि अनिश्चितता के कारण अपने घर को ढूँढते- ढूँढते कई बार एक घर पीछे चल देता तो कई बार दो घर आगे निकल जाता है। वह सही तरह से सोच नहीं पाता।

प्रश्न 4. कवि को अपनी स्मृति पर भरोसा क्यों नहीं है? 

उत्तर: इस संसार में हर रोज कुछ-न-कुछ बनता-टूटता रहता है। हर जगह परिवर्तन हो रहा है। पुरानी स्मृति भी धोखा खा जाती है। विश्वासपूर्वक कुछ नहीं कहा जा सकता। पुरानी यादें धोखा खा जाती हैं।

प्रश्न 5. यह दुनिया कितने समय में पुरानी पड़ जाती है? 

उत्तर: यह दुनिया एक ही दिन में पुरानी पड़ जाती है।

प्रश्न 6. इस काव्यांश में किनकी, किस समस्या को उठाया गया है? 

उत्तर: खुशबूदार चीजों को बनाने वाले लोग गंदी बस्तियों के नाते-कूड़े के ढेर के पास रहने को अभिशप्त है। इस काव्यांश में उनको इसी समस्या को उठाया गया है। 

प्रश्न 7. उनके रहने के स्थान के आस-पास का वातावरण कैसा होता है?

उत्तर: उनके रहने के स्थान के आस-पास बदबू फैली रहती है। वहाँ कूड़े-करकट के ढेर जमा रहते हैं। उनके पर नालों के पास बने रहते हैं। वहाँ रहना अत्यंत कठिन है। 

प्रश्न 8. गंदे स्थानों पर रहकर भी ये लोग किस काम में व्यस्त रहते हैं?

उत्तर: गंदे स्थानों पर रहकर भी ये लोग खुशबूदार पदार्थों की रचना करते हैं। ये अगरबत्तियाँ बनाते हैं, जिनसे वातावरण में खुशबू फैलती है।

प्रश्न 9. ‘पीपल के पत्ते से नए-नए हाथ में किस अलंकार का प्रयोग है?

उत्तर: इसमें उपमा अलंकार का प्रयोग है। बच्चों के हाथों को पीपल के पत्तों के समान नए-नए बताया गया है। ‘नए-नए’ में पुनरुक्ति प्रकाश अलकार है।

प्रश्न-अभ्यास

(पाठ्य पुस्तक के प्रश्नोत्तर)

1. नए इलाके में

प्रश्न 1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए- 

(क) नए बसते इलाके में कवि रास्ता क्यों भूल जाता है?

उत्तर: नए बसते इलाके में कवि रास्ता इसलिए भूल जाता है, क्योंकि वहाँ का पुराना स्वरूप गायब होता चला जारहा है। वहाँ नित्य नया निर्माण हो रहा है। नए मकान बन रहे हैं। इनके बीच रास्ता तलाशना अत्यंत कठिन है, अतः वह रास्ता भूल जाता है।

(ख) कविता में कौन-कौन से पुराने निशानों का उल्लेख किया गया है?

उत्तर: कविता में निम्नलिखित पुराने निशानों का उल्लेख है-

(1) पीपल का पेड़

(2) ढहा हुआ मकान

(3) जमीन का खाली टुकड़ा

(4) बिना रंग वाले लोहे के फाटक वाला इकमंजिला मकान।

(ग) कवि एक घर पीछे या दो घर आगे क्यों चल देता है?

उत्तर: कवि एक घर पीछे या दो घर आगे इसलिए चल देता है, क्योंकि वह नित्य नए बन रहे मकानों के बीच अपने ठिकाने को प्रायः भूल जाता है। उसे दिशा-भ्रम हो जाता है। वह स्मृति के सहारे चलना चाहता है, जो अब संभव नहीं है।

(घ) ‘वसंत का गया पतझड़’ और ‘बैसाख का गया भादों को लौटा’ से क्या अभिप्राय है?

उत्तर: ‘वसंत का गया पतझड़’ और ‘बैसाख का गया भादों’ से अभिप्राय है एक लंबा अंतराल हो जाना। दोनों ऋतुओं के बीच काफी समय गुजर गया है। इसी प्रकार परिवर्तन के दौर में काफी कुछ घट गया है। अब नया निर्माण हो रहा है, पुराना मिटता जा रहा है।

(ङ) कवि ने इस कविता में ‘समय की कमी’ की ओर क्यों इशारा किया है? 

उत्तर: कवि ने इस कविता में ‘समय की कमी’ की ओर इशारा इसलिए किया है कि परिवर्तन के इस दौर में सभी अपने-अपने ढंग से व्यस्त हैं। सभी के पास समय का अभाव हैं। परिस्थितियाँ तेजी से बदल रही हैं।

(च) इस कविता में कवि ने शहरों की किस विडंबना की ओर संकेत किया है?

उत्तर: इस कविता में कवि ने शहरों की इस विडंबना की ओर संकेत किया है कि वहाँ के लोगों के पास समय का सदा अभाव रहता है। वहाँ कोई किसी से जान-पहचान रखना नहीं चाहता। दरवाजा खटखटाने पर भी कोई किसी की सहायता करने को तैयार नहीं होता। वहाँ अब पूर्व परिचितों का अकाल-सा पड़ गया है। वहाँ सभी अपने-अपने कामों में व्यस्त रहते हैं।

प्रश्न 2. व्याख्या कीजिए-

(क) यहाँ स्मृति का भरोसा नहीं 

एक ही दिन में पुरानी पड़ जाती है दुनिया।

उत्तर: कवि परिवर्तन के दौर की विशेषता का उल्लेख करते हुए कहता है कि अब जीवन को स्मृति के सहारे नहीं जिया जा सकता। अब वह कई बार धोखा दे जाती है। यह दुनिया रोज नए रंग बदलती है। यह एक ही दिन में पुरानी पड़ जाती है। यहाँ कुछ भी स्थायी नहीं है।

(ख) समय बहुत कम है तुम्हारे पास 

आ चला पानी ढहा आ रहा अकास 

शायद पुकार ले कोई पहचान ऊपर से देखकर।

उत्तर: व्यक्ति के पास समय का अभाव है। नई परिस्थितियों में सभी काम में व्यस्त हैं। रोज नए परिवर्तन हो रहे हैं। ऐसे बदलते वातावरण में भी आशा की एक किरण अवश्य रहती है। कि संभवतः कोई तुम्हें पहचान कर पुकार ले।

योग्यता विस्तार

पाठ में हिन्दी महीनों के कुछ नाम आए हैं। आप सभी हिंदी महीनों के नाम क्रम से लिखिए।

उत्तर: हिंदी महीनों के नाम क्रम से इस प्रकार हैं-

1. चैत्र, 2. बैशाख, 3. जेठ (ज्येष्ठ), 4. आषाढ़, 5. सावन, 6. भादों, 7. क्वार, 8. कार्तिक, 9 अगहन, 10 पूस, 11. माह (माघ), 12. फागुन।

2. खुशबू रचते हैं हाथ

प्रश्न 1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए: 

(क) ‘खुशबू रचने वाले हाथ’ कैसी परिस्थितियों में तथा कहाँ-कहाँ रहते हैं?

उत्तर: खुशबू रचने वाले हाथ अत्यंत विषम परिस्थितियों में, गंदे मुहल्लों में, गलियों में, कूड़े के ढेर के इर्द-गिर्द तथा नाले के पार रहते हैं। वे नारकीय वातावरण में जीवन बिताते हैं। उनके घर गंदे हैं। उनके कपड़े गंदे हैं तथा उनका शरीर गंदा रहता है।

(ख) कविता में कितने तरह के हाथों की चर्चा हुई है?

उत्तर: कविता में निम्नलिखित हाथों की चर्चा हुई हैं- 

1. उभरी नसों वाले हाथ

2. घिसे नाखूनों वाले हाथ

3. पीपल के पत्ते से नए-नए हाथ

4. जूही की डाल से खुशबूदार हाथ

5. गंदे कटे-पिटे हाथ

6. जख्म से फटे हुए हाथ

7. खुशबू रचने वाले हाथ।

(ग) कवि ने यह क्यों कहा है कि ‘खुशबू रचते हैं हाथ’?

उत्तर: कवि ने ऐसा इसलिए कहा है क्योंकि इन गरीब श्रमिकों के हाथ खुशबूदार अगरबत्तियों का निर्माण करते हैं। लगता है कि इनके हाथ खुशबू की रचना करते हैं। इनसे दूसरों के जीवन में खुशबू फैलती है।

(घ) जहाँ अगरबत्तियाँ बनती हैं, वहाँ का माहौल कैसा होता है?

उत्तर: जहाँ अगरबत्तियाँ बनती हैं वहाँ का माहौल अत्यंत गंदा है। सुगंधित अगरबत्तियाँ बनाने वाले लोग गंदे मोहल्लों में रहते हैं। ये लोग स्वयं भी गंदे होते हैं तथा दुनिया-भर की गंदगी के बीच रहते हैं। इनका माहौल रहने योग्य नहीं होता। पर यहाँ रहना इनकी विवशता है।

(ङ) इस कविता को लिखने का मुख्य उद्देश्य क्या है?

उत्तर: इस कविता को लिखने का मुख्य उद्देश्य यह है कि उन लोगों के जीवन के यथार्थ को जाना जा सके, जो दूसरों के जीवन में खुशबू बिखेरते हैं। इन खुशबू रचने वाले लोगों के नारकीय जीवन की झाँकी प्रस्तुत कर कवि इस सामाजिक और आर्थिक विषमता को मिटाने के प्रति लोगों को सचेष्ट करना चाहता है। कवि चाहता है कि श्रमिक वर्ग को भी जीने के लिए उचित वातावरण मिले।

प्रश्न 2. (क) व्याख्या कीजिए- 

(i) पीपल के पत्ते से नए-नए हाथ

जूही की डाल से खुशबूदार हाथ।

उत्तर: कवि उन बच्चों की ओर हमारा ध्यान आकर्षित कराना चाहता है, जिनके हाथ पीपल के नए-नए पत्तों की तरह कोमल होते हैं। उनके हाथों में जूही की डाल जैसी खुशबू भी होती है। पर अगरबत्ती बनाते-बनाते उनके हाथों की कोमलता एवं सुगंध गायब हो जाती है। उनके कोमल हाथ खुरदरे हो जाते हैं।

(ii) दुनिया की सारी गंदगी के बीच 

दुनिया की सारी खुशबू 

रचते रहते हैं हाथ।

उत्तर: खुशबू की रचना करने वाले लोग स्वयं कितने गंदे वातावरण में रहते हैं, इसकी कल्पना तक कठिन है। वे दुनिया भर की गंदगी के बीच रहते हैं। वहीं रहकर वे दुनिया को खुशबूदार बनाने का काम करते हैं। उनके हाथों में कमाल का जादू है। ये ही हाथ खुशबूदार अगरबत्तियों का निर्माण करते हैं पर स्वयं नारकीय जीवन जीने को विवश हैं।

(ख) कवि ने इस कविता में ‘बहुवचन’ का प्रयोग अधिक किया है। इसका क्या कारण है?

उत्तर: कवि ने इस कविता में ‘बहुवचन’ का प्रयोग अधिक किया है; जैसे-गलियों, नालों, नाखूनों, गंदे हाथ, अगरबत्तियाँ, मुहल्लों, गंदे लोग आदि।

बहुवचन का प्रयोग करने का कारण यह है कि इस प्रकार के लोग, स्थान, वस्तुएँ एक नहीं हैं अपितु ये एक समूह के रूप में हैं। यह एक सामूहिक समस्या है। ऐसे लोग अनेक स्थलों पर काम करते दिखाई दे जाते हैं। बहुवचन के प्रयोग से कवि के कथ्य में बल आ गया है।

(ग) कवि ने हाथों के लिए कौन-कौन से विशेषणों का प्रयोग किया है?

उत्तर: कवि ने हाथों के लिए निम्नलिखित विशेषणों का प्रयोग किया है।

1. उभरी नसों वाले (हाथ)

2. नाखूनों वाले (हाथ)

3. पत्तों से नए-नए (हाथ)

4. खुशबूदार (हाथ)

5. गंदे कटे-पिटे (हाथ)

6. फटे हुए

7. खुशबू रचते (हाथ)।

योग्यता-विस्तार

अगरबत्ती बनाना, माचिस बनाना, मोमबत्ती बनाना, लिफाफे बनाना, पापड़ बनाना, मसाले कूटना आदि लघु उद्योगों के विषय में जानकारी एकत्रित कीजिए।

उत्तर: छात्र-छात्री स्वयं करें।

परीक्षा उपयोगी अन्य महत्त्वपूर्ण प्रश्न

(क) लघुत्तरात्मक प्रश्न

1. नए इलाके में

प्रश्न 1. ‘नए इलाके में’ कविता का प्रतिपाद्य स्पष्ट कीजिए।

उत्तर: ‘नए इलाके में’ शीर्षक कविता अरुण कमल द्वारा रचित है। इस कविता में कवि ऐसी दुनिया के बारे में बताता है, जो एक दिन में ही पुरानी पड़ जाती है। संसार परिवर्तन के दौर से गुजर रहा है। यहाँ कुछ भी स्थायी नहीं है। यहाँ पल-पल में सब कुछ बदलता चला जाता है। इस बदलती दुनिया में स्मृतियों के सहारे जिंदा नहीं रहा जा सकता। पुरानी स्मृतियों में खोए रहने से दिशा-भ्रम हो जाता है।

प्रश्न 2. कवि किन बातों से धोखा खा जाता है? 

उत्तर: कवि जब पुरानी चीजों को खोजने के प्रयास में लग जाता है, तब वह धोखा खा जाता है। कवि पुराने निशान खोजता है। पीपल का पुराना पेड़ ढूँढता है, खाली जमीन के टुकड़े को तलाशता है, अपने गिरे हुए मकान को पहचानने की कोशिश करता है तथा एक अन्य पुराने मकान को ढूँढ़ता है ताकि पुरानी चीजों और स्थानों में ताल-मेल बिठा सके। पर वह इसमें असफल रहता है और धोखा खा जाता है।

प्रश्न 3. ‘नए इलाके में कवि क्या ढूँढ़ रहा था और उसे वह क्यों नहीं मिला?

उत्तर: कवि नए इलाके में अपना घर ढूँढ़ रहा था। उसे अपना घर इसलिए नहीं मिला, क्योंकि वहाँ नित्य नए मकान और रास्तों का निर्माण हो रहा था जिनके कारण कवि अपने घर को पहचान नहीं पाता। वह कभी एक घर आगे तथा कभी एक घर पीछे पहुँच जाता है। उसकी याददाश्त भी कमजोर हो गई है।

2. खुशबू रचते हैं हाथ

प्रश्न 1. ‘खुशबू रचते हैं हाथ’ कविता का प्रतिपाद्य लिखिए।

उत्तर: इस कविता का प्रतिपाद्य है-श्रमिकों की दीन-हीन दशा की ओर समाज का ध्यान आकर्षित कराना। कवि उनके रहने और काम करने की विषम परिस्थितियों की ओर हमारा ध्यान दिलाता है। दूसरों की जिंदगी में खुशबू फैलाने वाले लोग स्वयं दुर्गंधमय वातावरण में जीते हैं। वे नारकीय जीवन जीने के लिए विवश हैं। ये कूड़े-करकट के ढेरों के इर्द-गिर्द रहते हैं। इनके जीवन में गंदगी-ही-गंदगी है, पर ये सुगंधित अगरबत्तियाँ बनाते हैं। हमारा कर्तव्य है कि हम इनके रहने की स्थितियों में अपेक्षित सुधार लाएँ।

प्रश्न 2. खुशबू रचने वालों को गंदे मुहल्ले के गंदे लोग क्यों कहा गया है?

उत्तर: खुशबू रचने वालों को गंदे मुहल्ले के गंदे लोग इसलिए कहा गया है, क्योंकि जो हाथ खुशबू फैलाने वाली अगरबत्तियों का निर्माण करते हैं, वे स्वयं बदबूदार बस्तियों में रहते हैं। उन्हें गंदी गलियों के बीच, अनेक नालों को पार करने के बाद कूड़े-करकट और गंदगी के ढेरों के पास रहना पड़ता है। उनके आस-पास का वातावरण गंदा होता है। 

प्रश्न 3. ‘खुशबू रचते हैं हाथ’ कविता का उद्देश्य बताएँ अथवा केन्द्रीय भाव बताएँ।

उत्तर: खुशबू रचते हैं हाथ’ कविता का उद्देश्य है- श्रमिकों की दुर्दशा का चित्रण करना। यह कविता सामाजिक विषमताओं को बेनकाब करती है। काम करने वाले मजदूर दूसरों की जिंदगी को तो खुशहाल बनाते है, पर स्वयं गंदगी के वातावरण में रहने को विवश हैं।

प्रश्न 4. किस-किस तरह के हाथ खुशबू रचते हैं?

उत्तर: उभरी नसों वाले हाथ अर्थात् अधिक उम्र वाले लोग, पीपल के नए-नए पत्तों के समान हाथ अर्थात् बच्चों के कोमल हाथ, जूही की खुशबूदार डालियों जैसे हाथ (बच्चे), कटे-फटे व गंदे हाथ, घाव युक्त हाथ खुशबू रचते हैं।

प्रश्न 5. ‘खुशबू रचते हैं हाथ’ कविता क्या संदेश देती है?

उत्तर: यह कविता संदेश देती है कि श्रमिक वर्ग को भी रहने, खाने और अच्छे वातावरण में काम करने की सुविधाएँ मिलनी चाहिए। आखिर में वे हमारी तरह मनुष्य हैं। 

प्रश्न 6. कवि ने समय की कमी की ओर क्यों इशारा किया है?

उत्तर: इस कविता में कवि ने समय की कमी की ओर संकेत इसलिए किया है, क्योंकि समय परिवर्तनशील है। समय तेजी से बदल रहा है। परिस्थितियाँ तेजी से बदल रही हैं। ऐसे में किसी के साथ आत्मीय संबंध बनाने का किसी के पास अवसर नहीं है। कवि अपने आपको नितांत अकेला और असहाय पाता है।

प्रश्न 7. ‘खुशबू रचते हैं हाथ’ कविता में कवि किस समस्या की ओर ध्यान आकर्षित करना चाहता है और क्यों?

उत्तर: ‘खशबू रचते हैं हाथ’ कविता में कवि ने सामाजिक-आर्थिक विषमता की समस्या की ओर हमारा ध्यान आकर्षित किया है। यह एक विडंबना ही है कि खुशबूदार चीजें बनाने वाले लोग सबसे गंदे और बदबूदार इलाकों में रहने को विवश हैं। इनके दयनीय जीवन की स्थिति की ओर ध्यान आकर्षित किया गया है। ये लोग उपेक्षित जीवन क्यों जीते हैं? यह प्रश्न चिंता का विषय है।

प्रश्न 8. जो लोग खुशबू की रचना, सजाने, सँवारने का काम करते हैं, उनके हाथ कैसे होते हैं?

उत्तर: जो लोग खुशबू की रचना करते हैं, सजाने-सँवारने का काम करते हैं उनके हाथ उभरी नसों वाले घिसे नाखूनों वाले होते हैं। इनके हाथ गंदे, कटे-पिटे और जख्म से फटे होते हैं। हाँ, यहाँ काम करने वाले बच्चों के हाथ अवश्य पीपल के पत्तों जैसे कोमल होते हैं। उन्हें जूही की डाल से खुशबूदार कहा जा सकता है।

(ख) निबंधात्मक प्रश्न

प्रश्न 1. ‘नए इलाके में’ कविता का कथ्य क्या है? 

उत्तर: ‘नए इलाके में’ कविता अरुण कमल द्वारा रचित हैं। इस कविता में जब कवि नए इलाके में जाता है तो उसे सभी कुछ बदला-बदला सा लगता है। बदलाव प्रकृति का नियम है। कवि एक ऐसी दुनिया में प्रवेश करता है जो एक ही दिन में पुरानी पड़ जाती है। यह कविता हमें इस यथार्थ का ज्ञान कराती है कि जीवन में कुछ भी स्थायी नहीं होता। यहाँ की दुनिया पल-पल में बदलती रहती है। इसमें व्यक्ति सदा-सदा के लिए अपनी पुरानी स्मृतियों के सहारे नहीं रह सकता। उसे परिवर्तन को स्वीकार करना ही पड़ता है अन्यथा वह सही ढंग से जी नहीं पाएगा। हम देखते हैं कि बस्ती में नित्य नए मकान बनते हैं, पुराने टूटते हैं। यहाँ रोज कुछ-न-कुछ बनता है, कुछ-न-कुछ घटता रहता है। एक ही दिन में यह दुनिया पुरानी पड़ जाती है। हमें समय की और बदलाव की पुकार को सुनना और समझना ही होगा, तभी हम जी सकेंगे।

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