NCERT Class 12 Geography Chapter 9 भौगोलिक परिप्रेक्ष्य में चयनित कुछ मुद्दे एवं समस्याएँ

NCERT Class 12 Geography Chapter 9 भौगोलिक परिप्रेक्ष्य में चयनित कुछ मुद्दे एवं समस्याएँ Solutions Hindi Medium to each chapter is provided in the list so that you can easily browse through different chapters NCERT Class 12 Geography Chapter 9 भौगोलिक परिप्रेक्ष्य में चयनित कुछ मुद्दे एवं समस्याएँ and select need one. NCERT Class 12 Geography Chapter 9 भौगोलिक परिप्रेक्ष्य में चयनित कुछ मुद्दे एवं समस्याएँ Question Answers Download PDF. NCERT Class 12 Geography Bharat Log Aur Arthavyabastha Texbook Solutions in Hindi.

NCERT Class 12 Geography Chapter 9 भौगोलिक परिप्रेक्ष्य में चयनित कुछ मुद्दे एवं समस्याएँ

Join Telegram channel

Also, you can read the NCERT book online in these sections Solutions by Expert Teachers as per Central Board of Secondary Education (CBSE) Book guidelines. CBSE Class 12 Geography Bharat Log Aur Arthavyabastha Textual Solutions in Hindi Medium are part of All Subject Solutions. Here we have given NCERT Class 12 Geography Bharat Log Aur Arthavyabastha Notes, CBSE Class 12 Geography Bharat Log Aur Arthavyabastha in Hindi Medium Textbook Solutions for All Chapters, You can practice these here.

Chapter: 9

भारत लोग और अर्थव्यवस्था

अभ्यास

1. नीचे दिए गए चार विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए।

(i) निम्नलिखित में से सर्वाधिक प्रदूषित नदी कौन-सी है?

(क) ब्रह्मपुत्र।

(ख) सतलुज।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Join Now

(ग) यमुना।

(घ) गोदावरी।

उत्तर: (ग) यमुना।

(ii) निम्नलिखित में से कौन-सा रोग जल जन्य है?

(क) नेत्रश्लेष्मला शोथ।

(ख) अतिसार।

(ग) श्वसन संक्रमण।

(घ) श्वासनली शोथ।

उत्तर: (ख) अतिसार।

(iii) निम्नलिखित में से कौन-सा अम्ल वर्षा का एक कारण है?

(क) जल प्रदूषण।

(ख) भूमि प्रदूषण।

(ग) शोर प्रदूषण।

(घ) वायु प्रदूषण।

उत्तर: (घ) वायु प्रदूषण।

(iv) प्रतिकर्ष और अपकर्ष कारक उत्तरदायी है-

(क) प्रवास के लिए।

(ख) भू-निम्नीकरण के लिए।

(ग) गंदी बस्तियाँ।

(घ) वायु प्रदूषण।

उत्तर: (क) प्रवास के लिए।

2. निम्नलिखित प्रश्नों का उत्तर लगभग 30 शब्दों में दें।

(i) प्रदूषण और प्रदूषकों में क्या भेद है?

उत्तर: प्रदूषण और प्रदूषकों में भेद है-

प्रदूषणप्रदूषक
जब किसी वातावरण (जैसे – वायु, जल, मृदा, ध्वनि आदि) में हानिकारक या अवांछनीय तत्वों की अधिकता हो जाती है, जिससे जीव-जंतुओं व मानव जीवन पर बुरा प्रभाव पड़ता है, तो उसे प्रदूषण कहते हैं।प्रदूषक वो पदार्थ होते हैं जो इस प्रक्रिया में शामिल होते हैं, उदाहरण- धुआँ, विषैले रसायन आदि।
प्रदूषण एक ऐसी प्रक्रिया होती है जिससे पर्यावरण की गुणवत्ता में गिरावट आती है।ये प्राकृतिक या मानवजनित हो सकते हैं और जब वातावरण में इनकी मात्रा सामान्य सीमा से अधिक हो जाती है, तो ये हानिकारक सिद्ध होते हैं।

(ii) वायु प्रदूषण के प्रमुख स्रोतों का वर्णन कीजिए।

उत्तर: वायु प्रदूषण के प्रमुख स्रोत हैं- वाहनों से निकलने वाला धुआँ, औद्योगिक इकाइयों, घरेलू ईंधन का जलना, निर्माण कार्यों से उड़ती धूल और प्लास्टिक का जलना।

(iii) भारत में नगरीय अपशिष्ट निपटान से जुड़ी प्रमुख समस्याओं का उल्लेख कीजिए।

उत्तर: भारत में नगरीय अपशिष्ट निपटान से जुड़ी प्रमुख समस्याओं का उल्लेख निचे किया गया है-

1. उचित व्यवस्था की कमी।

2. कचरा अलग न करना पुनर्चक्रण की कमी।

3. खुले में जहाँ-तहा कूड़ा फेंकना।

4. नालियों के अवरुद्ध होने जैसी समस्याएँ है।

(iv) मानव स्वास्थ्य पर वायु प्रदूषण के क्या प्रभाव पड़ते हैं?

उत्तर: मानव स्वास्थ्य पर वायु प्रदूषण के प्रभाव है- वायु प्रदूषण से दमा, फेफड़ों की बीमारी, आंखों में जलन होना, त्वचा में रोग, दिल की बीमारियों और कैंसर जैसी समस्याएं हो सकती हैं।

3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 150 शब्दों में दें।

(i) भारत में जल प्रदूषण की प्रकृति का वर्णन कीजिए।

उत्तर: भारत में जल प्रदूषण की प्रकृति का वर्णन है- बढ़ती जनसंख्या और औद्योगीकरण है। नदियों, तालाबों और अन्य जल सोतों में घरेलू और औद्योगिक कोड़ा, कृषि रसायन, प्लास्टिक अथवा सीवेज के बहाव के कारण जल की गुणवत्ता बहुत खराब हो गई है। यमुना, गंगा, गोदावरी आदि प्रमुख नदियाँ प्रदूषित हो चुकी हैं। इन नदियों में भारी धातुएं, जैविक कचरा, बैक्टीरिया, विषाणु आदि मिलते हैं। इससे न केवल जलीय जीवों का जीवन खतरे में है बल्कि मनुष्यों को भी जल जनित बीमारियों जैसे- अतिसार, हैजा और पेचिश का सामना करना पड़ता रहता है। सरकार द्वारा नमामि गंगे योजना और नदियों की सफाई अभियान चलाए जा रहे हैं लेकिन जागरूकता और सहभागिता के बिना यह प्रयास संभव नहीं हो सकता।

(ii) भारत में गंदी बस्तियों की समस्याओं का वर्णन कीजिए।

उत्तर: भारत में गंदी बस्तियों की समस्याएं है भारत की नगरीकरण प्रक्रिया के दौरान गंदी बस्तियाँ बढ़ी हैं। वे बस्तियाँ अत्यधिक जनसंख्या का घनत्ववली होती हैं, जिनमें बिजली, जल, सफाई जैसी मूलभूत सुविधाएँ नहीं होती। इन क्षेत्रों में कच्चे मकान, खुले शौचालय, कूड़े का ढेर, दूषित पानी और अस्वच्छता आम बात होती है। इसके कारण संक्रामक रोग तेजी से फैलते हैं। शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं भी नगण्य होती हैं। बच्चों की शिक्षा और महिलाओं की सुरक्षा गंभीर समस्याएं हैं। गंदी बस्तियों में रहने वाले अधिकतर लोग अनौपचारिक क्षेत्र में काम करते हैं और सामाजिक-आर्थिक रूप से कमजोर होते हैं। इन्हें मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सरकार को पुनर्वास, स्वास्थ्य सेवा, स्वच्छता और शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाएं आदि उपलब्ध करानी चाहिए।

(iii) भू-निम्नीकरण को कम करने के उपाय सुझाइए।

उत्तर: भू-निम्नीकरण को कम करने के उपाय:

1. वनों की कटाई को बदं कराना और वृक्षारोपण को बढ़ावा देना।

2. सतत कृषि पद्धतियों को अपनाना जैसे कि फसल चक्र जैविक खेती।

3. वर्षा जल संचयन और टेरेस फार्मिंग को अपनाना।

4. बंजर भूमि को उपजाऊ बनाने के लिए मृदा सुधार तकनीकें अपनाना।

5. चराई पर नियंत्रण और बांधों का निर्माण करना।

6. जन जागरूकता बढ़ाना तबही लोग मिट्टी के संरक्षण के महत्व को समझेंगे।

इन्ही उपायों को अपनाकर भू-निम्नीकरण को कम कर सकते हैं वं रोक सकते है और मिट्टी की उत्पादकता को बनाए रखा जा सकता है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

This will close in 0 seconds

Scroll to Top