Sankardev Class 5 Hindi Chapter 14 राखी is the answer to each chapter is provided in the list so that you can easily browse throughout different chapters Sankardev Sishu Niketan Class 5 Hindi Chapter 14 राखी and select need one.
Sankardev Class 5 Hindi Chapter 14 राखी
Also, you can read the Assam Board book online in these sections Solutions by Expert Teachers as per SCERT (CBSE) Book guidelines. These solutions are part of Sankardev Sishu Niketan All Subject Solutions. Here we have given Assam Board Sankardev Vidya Niketan 5 Hindi Chapter Class 14 राखी Solutions for All Subjects, You can practice these here…
ब्राह्मण और धूर्त
Chapter – 14
HINDI
SANKARDEV SISHU VIDYA NIKETAN
मूलभाव: राखी का पर्व भारत में बड़े उल्लास से मनाया जाता है। यह भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक है। प्रस्तुत पाठ में राखी के महत्व पर प्रकाश डाला गया है।
মূলভাৱঃ ৰাখীৰ পৰ্ব ভাৰতত উলহ – মালহেৰে পালন কৰা হয় ৷ ই ভায়েক আৰু ভনীয়েকৰ মৰমৰ প্ৰতীক। এই পাঠটোত ৰাখীৰ গুৰুত্বৰ ওপৰত আলেকপাত কৰা হৈছে।
शब्दार्थ:
कलाई — हाथ (হাত); डोरा — (দৌৰা) धागा, सूता (সূতা)
सावन – श्रावण (শাওঁণ); पूनम – पूर्णिमा পূর্ণিমা)
प्रचलन — (প্রচलন) चलन होना
साहसी — (সাহসী, বীৰ) जिसमें साहस हो, वीर
न्यौछावर — (অপণ কৰা, সমপণ) लुटा देना, सभी कुछ देना
दाँत खट्टे करना — (পৰাজয় হোৱা) हरा देना
अभ्यास
1. (क) इंद्र क्यों चिंतित था?
उत्तरः देवताओं और राक्षसों के बीच हुई लड़ाई में देवता हार गये। थे। इसलिए इंद्र चिंतित था ।
(ख) गुरु वृहस्पति के पास जाकर इंद्र ने उन्हें क्या कहा?
उत्तरः गुरु वृहस्पति के पास जाकर इंद्र ने कहा — “गुरुदेव, राक्षस हमें हराते जा रहे हैं। उनसे जीतने का कोई उपाय बताइए, नहीं तो हमारा स्वर्ग हमसे छिन जाएगा।”
(ग) इंद्राणी ने इन्द्र को दायी कलाई पर क्या बाँधा?
उत्तरः इंद्राणी ने इन्द्र की दायी कलाई पर रक्षाबंधन बाँधा, जिससे युद्ध में उनकी रक्षा होगी।
(घ) हम रक्षा बंधन किस तरह मनाते है?
उत्तरः सावन महीने की पूर्णिमा को रक्षा बंधन का त्योहार मनाया जाता है। जब भी किसी नारी पर कोई मुसीबत आती है तो वह किसी साहसी पुरुष को अपना भाई मानकर उसको राखी बाँध देती थी या उसके पास राखी भेज देती थी। वह पुरुष राखी की इज्जत करता था और अपनी बहन की रक्षा के लिए प्राण तक न्यौछावर कर देता था।
(ङ) हुमायूँ और कर्णवती का प्रसंग लिखो।
उत्तरः एकबार रानी कर्णवती ने बादशाह हुमायूँ को राखी भेजी थी। हुमायूँ मुसलमान था, फिर भी उसने राखी की इज्जत करते हुए कर्णवती की रक्षा के लिए सेना लेकर चल पड़ा। उसने दुश्मनों को हराया और मेवाड़ की रक्षा की।
2. अर्थ लिखकर वाक्य में प्रयोग करो:
प्रचलन होना: (चलन होना) — अंग्रेज आने के बाद भारत में रेलगाड़ी का प्रचलन हुआ।
प्राण: (जीव, आत्मा) — नदी में कुदकर साहसी लड़के ने बच्चे के प्राण बचाए।
न्यौछावर करना: (लुटा देना) — देश की रक्षा के लिए वीर अपना सबकुछ न्यौछावर करते हैं।
दाँत खट्टे करना: (हंरादेना) — कार्गिल युद्ध में भारतीय सेनाओं ने पाकिस्तानी सेनाओं के दाँत खट्टे कर दिए थे।
इज्जत करना: (सम्मान करना) — हमें बड़ों को इज्जत करना सीखना चाहिए।