NIOS Class 12 Geography Chapter 20 प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफ.डी.आई.), परिवहन, संचार और व्यापार Solutions to each chapter is provided in the list so that you can easily browse throughout different chapters NIOS Class 12 Geography Chapter 20 प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफ.डी.आई.), परिवहन, संचार और व्यापार Notes and select need one. NIOS Class 12 Geography Chapter 20 प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफ.डी.आई.), परिवहन, संचार और व्यापार Question Answers Download PDF. NIOS Study Material of Class 12 Geography Paper Code 316.
NIOS Class 12 Geography Chapter 20 प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफ.डी.आई.), परिवहन, संचार और व्यापार
Also, you can read the NIOS book online in these sections Solutions by Expert Teachers as per National Institute of Open Schooling (NIOS) Book guidelines. These solutions are part of NIOS All Subject Solutions. Here we have given NIOS Class 12 Geography Chapter 20 प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफ.डी.आई.), परिवहन, संचार और व्यापार Solutions, NIOS Senior Secondary Course Geography Solutions for All Chapter, You can practice these here.
प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफ.डी.आई.), परिवहन, संचार और व्यापार
Chapter: 20
| TEXTUAL QUESTION ANSWER |
पाठगत प्रश्न 20.1
1. एफ.डी.आई. शब्द का अर्थ है
(a) विदेशी डिजिटल निवेश।
(b) प्रत्यक्ष विदेशी निवेश।
(c) फॉर्स डायरेक्ट निवेश।
(d) फ्री डिजिटल निवेश।
उत्तर: (b) प्रत्यक्ष विदेशी निवेश।
2. एफ.डी. आई. (F.D.I.) में सबसे ज्यादा हिस्सा किस देश का है?
(a) अमेरीका।
(b) संयुक्त अरब अमीरात।
(c) सिंगापुर।
(d) स्विट्जरलैंड।
उत्तर: (c) सिंगापुर।
पाठगत प्रश्न 20.2
1. 2019-20 में भारत में रेलवे स्टेशनों की संख्या बताएं।
उत्तर: 7325
2. सघन रेल तंत्र वाले कोई दो क्षेत्र लिखिए।
उत्तर: उत्तरी मैदान, पूर्वी तटीय क्षेत्र, गुजरात के मैदान आदि।
3. भारत में सड़कों का जाल एक समान क्यों नहीं है?
उत्तर: भारत में सड़कों का जाल एक समान नहीं है क्योंकि यहाँ की भू-आकृति (Physical features), जलवायु परिस्थितियाँ (climatic conditions) और जनसंख्या घनत्व (population density) अलग-अलग क्षेत्रों में भिन्न-भिन्न है। पहाड़ी, रेगिस्तानी, और घने जंगल वाले क्षेत्रों में सड़कें बनाना कठिन और महंगा होता है, जबकि मैदानी और घनी आबादी वाले क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण आसान और अधिक होता है। इसलिए, इन कारणों से भारत के अलग-अलग हिस्सों में सड़कों का जाल असमान है।
4. चार-धाम परियोजना की कुल लंबाई कितनी है?
उत्तर: चार-धाम परियोजना की कुल लंबाई 889 किमी है।
पाठगत प्रश्न 20.3
1. हल्दिया और प्रयागराज के बीच जलमार्ग का क्या नाम है?
उत्तर: राष्ट्रीय जलमार्ग।
2. भारत में कितने अनुसूचीबद्ध परिवहन संचालक है?
उत्तर: भारत में 15 अनुसूचीबद्ध परिवहन संचालक है?
3. आर.सी.एस. उड़ान योजना किस वर्ष शुरू की गई थी?
उत्तर: 2016
4. भारत में डाकघरों की संख्या बताइए।
उत्तर: 159392
5. 2021-22 में भारत का व्यापार घाटा कितना रहा।
उत्तर: (-) 14,25,753 करोड़।
| पाठांत प्रश्न |
1. प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को परिभाषित कीजिए।
उत्तर: प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) का मतलब है किसी एक देश की कंपनी या व्यक्ति द्वारा दूसरे देश में स्थित किसी कंपनी में किया गया निवेश, जिसमें उस कंपनी के प्रबंधन में नियंत्रणकारी हिस्सेदारी हासिल की जाती है। दूसरे शब्दों में, यह एक देश से दूसरे देश में पूंजी का प्रवाह है जिसका उद्देश्य किसी विदेशी कंपनी में स्वामित्व और नियंत्रण स्थापित करना है।
एफडीआई के कुछ प्रमुख पहलू:
(i) स्वामित्व और नियंत्रण: एफडीआई में, निवेशक का विदेशी कंपनी में स्वामित्व होता है और वह उसके प्रबंधन और निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में भी नियंत्रण रखता है।
(ii) दीर्घकालिक निवेश: एफडीआई आमतौर पर एक दीर्घकालिक निवेश होता है, जिसका उद्देश्य विदेशी व्यवसाय में स्थायी उपस्थिति स्थापित करना होता है।
(iii) पूंजी, प्रौद्योगिकी और कौशल का प्रवाह: एफडीआई न केवल पूंजी का प्रवाह है, बल्कि यह प्रौद्योगिकी, कौशल और प्रबंधन के तरीकों का भी प्रवाह है।
(iv) आर्थिक विकास में भूमिका: एफडीआई विकासशील देशों में आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि यह पूंजी, प्रौद्योगिकी और रोजगार के अवसर प्रदान करता है।
2 भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के दो चरणों की व्याख्या कीजिए
उत्तर: भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के दो प्रमुख चरण हैं:
(i) उदारीकरण से पहले (1991 से पहले): भारत में FDI के प्रति एक प्रतिबंधात्मक नीति थी। सरकार ने विदेशी निवेश को सीमित करने के लिए कई नियम और प्रतिबंध लगाए थे। इस चरण में FDI का प्रवाह कम था।
(ii) उदारीकरण के बाद (1991 के बाद): 1991 में आर्थिक उदारीकरण के बाद, भारत ने FDI के प्रति अपनी नीति में बदलाव किया। सरकार ने FDI को बढ़ावा देने के लिए कई क्षेत्रों में निवेश की अनुमति दी और नियमों को सरल बनाया। इस चरण में FDI का प्रवाह बढ़ा है और भारत एक आकर्षक निवेश गंतव्य बन गया है।
3. भारत में एफ.डी.आई. के क्षेत्रीय प्रतिरूप पर प्रकाश डालिए
उत्तर: भारत में एफ.डी.आई. का क्षेत्रीय प्रतिरूप, यानि कि प्रत्यक्ष विदेशी निवेश का भौगोलिक वितरण, एक महत्वपूर्ण पहलू है जो देश के आर्थिक विकास को प्रभावित करता है। मुख्य रूप से, महाराष्ट्र, कर्नाटक, और गुजरात जैसे राज्य एफ.डी.आई. को आकर्षित करने में अग्रणी रहे हैं, जबकि पूर्वी और उत्तरी-पूर्वी क्षेत्रों में निवेश अपेक्षाकृत कम रहा है।
(i) बुनियादी ढांचा: बेहतर सड़कें, बंदरगाह, हवाई अड्डे, और बिजली आपूर्ति एफ.डी.आई. को आकर्षित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
(ii) औद्योगिक नीतियां: सरकार द्वारा प्रदान किए जाने वाले प्रोत्साहन, कर लाभ, और आसान नियामक प्रक्रियाएं एफ.डी.आई. को आकर्षित करती हैं।
(iii) श्रम बाजार: कुशल और सस्ते श्रम की उपलब्धता एफ.डी.आई. के लिए एक महत्वपूर्ण कारक है।
(iv) राजनीतिक स्थिरता: राजनीतिक स्थिरता और मजबूत कानून व्यवस्था निवेशकों को आकर्षित करती है।
(v) आर्थिक विकास: आर्थिक विकास की दर और बाजार का आकार एफ.डी.आई. के लिए एक महत्वपूर्ण कारक है।
4. भारत में रेल नेटवर्क के वितरण की व्याख्या कीजिए।
उत्तर: भारत में रेल नेटवर्क का वितरण भौगोलिक, आर्थिक और प्रशासनिक कारकों से प्रभावित है। उत्तरी मैदानों में समतल भूमि, उच्च जनसंख्या घनत्व और कृषि-औद्योगिक गतिविधियों के कारण घने रेल नेटवर्क हैं। इसके विपरीत, पहाड़ी क्षेत्रों और पठारी क्षेत्रों में, रेलवे का नेटवर्क कम है, क्योंकि निर्माण अधिक कठिन और महंगा है।
(i) भौगोलिक कारक: समतल भूमि: उत्तरी मैदानों में समतल भूमि के कारण रेलवे का निर्माण अपेक्षाकृत आसान और सस्ता होता है, जिससे घने रेल नेटवर्क का विकास हुआ है।
(ii) पहाड़ी क्षेत्र: हिमालय जैसे पहाड़ी क्षेत्रों में, रेल नेटवर्क का निर्माण कठिन और खर्चीला होता है, जिसके परिणामस्वरूप विरल रेल नेटवर्क होता है।
(iii) नदियाँ: नदियों पर पुलों के निर्माण की आवश्यकता के कारण, नदी-तट वाले क्षेत्रों में रेलवे का निर्माण कुछ हद तक चुनौतीपूर्ण हो जाता है।
(iv) आर्थिक कारक: औद्योगिक और कृषि विकास: जिन क्षेत्रों में औद्योगिक और कृषि गतिविधियाँ अधिक होती हैं, वहाँ रेलवे की मांग अधिक होती है, जिससे रेलवे नेटवर्क का विकास होता है।
(v) जनसंख्या घनत्व: उच्च जनसंख्या घनत्व वाले क्षेत्रों में, यात्री और माल ढुलाई की अधिक मांग होती है, जिससे रेलवे का विकास होता है।
5. सड़क परिवहन क्यों महत्वपूर्ण है?
उत्तर: सड़क परिवहन बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह माल और यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने का एक किफायती और सुविधाजनक तरीका है। यह देश के आर्थिक विकास और सामाजिक एकीकरण के लिए भी आवश्यक है।
सड़क परिवहन के कुछ प्रमुख महत्व इस प्रकार हैं:
(i) आर्थिक विकास: सड़क परिवहन उद्योगों, व्यवसायों और कृषि क्षेत्रों को कच्चे माल और तैयार उत्पादों को पहुंचाने में मदद करता है, जिससे आर्थिक गतिविधियां बढ़ती हैं।
(ii) सामाजिक एकीकरण: सड़कें दूरदराज के क्षेत्रों को जोड़ती हैं, जिससे लोगों को शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और अन्य आवश्यक सेवाओं तक पहुंचने में आसानी होती है।
(iii) लचीलापन: सड़क परिवहन अन्य परिवहन साधनों की तुलना में अधिक लचीला है, जिससे यह विभिन्न प्रकार के सामान और यात्रियों को ले जाने के लिए उपयुक्त है।
6. संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
(i) राष्ट्रीय राजमार्ग।
उत्तर: राष्ट्रीय राजमार्ग भारत में प्रमुख सड़कें हैं जो देश के विभिन्न हिस्सों को जोड़ती हैं। ये राजमार्ग यातायात के लिए महत्वपूर्ण हैं और देश की आर्थिक विकास में योगदान करते हैं।
(ii) भारतमाला परियोजना।
उत्तर: भारतमाला परियोजना भारत सरकार की एक प्रमुख सड़क विकास परियोजना है। इसका उद्देश्य देश में सड़क परिवहन को बेहतर बनाना और आर्थिक गलियारों का विकास करना है। इस परियोजना के तहत राष्ट्रीय राजमार्गों का विकास और विस्तार किया जा रहा है।
(iii) आर.सी.एस.-उड़ान।
उत्तर: आर.सी.एस.-उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) भारत सरकार की एक पहल है जिसका उद्देश्य देश के छोटे शहरों और कस्बों में हवाई सेवाएं बढ़ाना है। यह परियोजना देश में हवाई परिवहन को अधिक सुलभ और किफायती बनाने के लिए शुरू की गई है।
7. संचार और सूचना प्रौद्योगिकी कैसे भारत में सकारात्मक बदलाव ला रहा है? व्याख्या कीजिए
उत्तर: संचार और सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) भारत में कई सकारात्मक बदलाव ला रहा है:
(i) डिजिटल इंडिया: डिजिटल इंडिया पहल के माध्यम से सरकार ने देश को डिजिटल रूप से सशक्त बनाने का लक्ष्य रखा है, जिससे नागरिकों को ऑनलाइन सेवाएं आसानी से मिल सकें।
(ii) ई-गवर्नेंस: आईटी के माध्यम से सरकारी सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध होने से पारदर्शिता और दक्षता बढ़ी है।
(iii) शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार: आईटी के माध्यम से शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं ऑनलाइन उपलब्ध होने से इन क्षेत्रों में पहुंच और गुणवत्ता में सुधार हुआ है।
(iv) आर्थिक विकास: आईटी क्षेत्र ने भारत में रोजगार के अवसर बढ़ाए हैं और आर्थिक विकास में योगदान दिया है।
(v) संचार में सुधार: मोबाइल और इंटरनेट के विस्तार ने संचार को आसान और सुलभ बनाया है, जिससे लोगों के बीच जुड़ाव बढ़ा है।
8. भारत में व्यापार पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
उत्तर: भारत में व्यापार एक महत्वपूर्ण आर्थिक गतिविधि है जो देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान करती है। यहाँ कुछ प्रमुख बिंदु हैं:
(i) आंतरिक व्यापार: भारत में आंतरिक व्यापार में विभिन्न प्रकार के सामानों का व्यापार होता है, जैसे कि कृषि उत्पाद, औद्योगिक उत्पाद, और सेवाएं।
(ii) निर्यात और आयात: भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार में भी सक्रिय है, जहाँ वह विभिन्न देशों के साथ व्यापार करता है। प्रमुख निर्यात में आईटी सेवाएं, कपड़ा, और औषधियाँ शामिल हैं।
(iii) ई-कॉमर्स: ई-कॉमर्स का विकास भारत में व्यापार के नए अवसर पैदा कर रहा है, जिससे ऑनलाइन व्यापार बढ़ रहा है।
(iv) व्यापार नीतियाँ: सरकार व्यापार को बढ़ावा देने और विनियमित करने के लिए नीतियाँ बनाती है।

Hi! my Name is Parimal Roy. I have completed my Bachelor’s degree in Philosophy (B.A.) from Silapathar General College. Currently, I am working as an HR Manager at Dev Library. It is a website that provides study materials for students from Class 3 to 12, including SCERT and NCERT notes. It also offers resources for BA, B.Com, B.Sc, and Computer Science, along with postgraduate notes. Besides study materials, the website has novels, eBooks, health and finance articles, biographies, quotes, and more.



