NIOS Class 12 Geography Chapter 18 खनिज और ऊर्जा संसाधन

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NIOS Class 12 Geography Chapter 18 खनिज और ऊर्जा संसाधन

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Chapter: 18

TEXTUAL QUESTION ANSWER

पाठगत प्रश्न 18.1

1. 1950-51 में उत्पादित खनिजों का मूल्य कितना था?

(a) 756 मिलियन रुपये।

(b) 852 मिलियन रुपये।

(c) 892 मिलियन रुपये।

(d) 1050 मिलियन रुपये।

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उत्तर: (c) 892 मिलियन रुपये।

2. 2022 में भारत में बिजली उत्पादन की स्थापित क्षमता कितनी थी?

(a) 510,330 मेगावाट।

(b) 410,339 मेगावाट।

(c) 637.545 मेगावाट।

(d) 324.534 मेगावाट।

उत्तर: (b) 410,339 मेगावाट।

3. निम्नलिखित में से किस एक खनिज में भारत आत्म निर्भर नहीं हैं?

(a) राक फास्फेट।

(b) बाक्साइट।

(c) क्रोमोइट।

(d) लौह अयस्क।

उत्तर: (a) राक फास्फेट।

पाठगत प्रश्न 18.2

1. निम्नलिखित में से कौन-सी पट्टी भारत में खनिज वितरण की पट्टी नहीं है?

(a) उत्तर पूर्वी पठार।

(b) दक्षिण पश्चिमी पठार।

(c) उत्तर पश्चिमी पठार।

(d) दक्षिण-पूर्वी पठार।

उत्तर: (d) दक्षिण-पूर्वी पठार।

2. निम्नलिखित में से कौन-सा खनिज अलौह खनिज है?

(a) मैंगनीज।

(b) बाक्साइट।

(c) क्रोमाइट।

(d) पायराइट।

उत्तर: (b) बाक्साइट।

3. निम्नलिखित में से किस को ‘लाल अयस्क’ कहा जाता है?

(a) हेमेटाइट।

(b) पायराइट।

(c) मेग्नेटाइट। 

(d) लिमोनाईट।

उत्तर: (c) मेग्नेटाइट।

4. लौह अयस्क के उत्पादन में भारत का विश्व में कौन-सा स्थान है?

(a) पहला।

(b) सातवां।

(c) तीसरा।

(d) चौथा।

उत्तर: (c) तीसरा।

पाठगत प्रश्न 18.3

1. निम्नलिखित में से कौन-सी नदी घाटी गोंडवाना कोयला क्षेत्र में शामिल नहीं है?

(a) गोदावरी।

(b) झेलम।

(c) सोन।

(d) दामोदर।

उत्तर: (b) झेलम।

2. किस खनिज को तरल सोना कहा जाता है?

(a) कोयला।

(b) प्राकृतिक गैस।

(c) पेट्रोलियम।

(d) थोरियम।

उत्तर: (c) पेट्रोलियम।

3. भारत में कितने तेल शोधन संयंत्र स्थापित हैं?

(a) 26

(b) 29

(c) 23

(d) 32

उत्तर: (c) 23

4. कौन-से राज्य में यूरेनियम पाया जाता है?

(a) राजस्थान। 

(b) छत्तीसगढ़।

(c) झारखण्ड।

(d) हिमाचल प्रदेश। 

उत्तर: (c) झारखण्ड।

5. कुल क्षमता में जल विद्युत की हिस्सेदारी कितने प्रतिशत हैं?

(a) 15.4 प्रतिशत।

(b) 11.4 प्रतिशत।

(c) 22.00 प्रतिशत।

(d) 16.5 प्रतिशत।

उत्तर: (b) 11.4 प्रतिशत।

पाठगत प्रश्न 18.4

1. 2017 में राष्ट्रीय ऊर्जा नीति की रचना किसने की थी?

(a) नीति आयोग।

(b) एन.टी.पी.सी.।

(c) ऊर्जा दक्षता ब्यूरा (BEE)।

(d) खनन मंत्रालय।

उत्तर: (a) नीति आयोग।

2. राष्ट्रीय ऊर्जा नीति निम्नलिखित में से किस पर आधारित थी?

(a) एकीकृत ऊर्जा नीति 2003।

(b) एकीकृत ऊर्जा नीति 2002।

(c) एकीकृत ऊर्जा नीति 1998।

(d) एकीकृत ऊर्जा नीति 2006।

उत्तर: (d) एकीकृत ऊर्जा नीति 2006।

3. राष्ट्रीय ऊर्जा नीति 2017 का लक्ष्य निम्नलिखित में से किस वर्ष तक सार्वभौमिक विद्युतीकरण का लक्ष्य प्राप्त करना था?

(a) 2018

(b) 2019

(c) 2025

(d) 2022

उत्तर: (d) 2022

पाठांत प्रश्न

1. भारतीय अर्थ व्यवस्था के लिए खनिज और ऊर्जा संसाधन क्यों महत्वपूर्ण हैं?

उत्तर: भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए खनिज और ऊर्जा संसाधन बहुत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये विकास के लिए आवश्यक कच्चा माल और ऊर्जा प्रदान करते हैं। ये संसाधन औद्योगिक विकास, बुनियादी ढांचे के विकास, और ऊर्जा सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण हैं। 

खनिज संसाधन:

(i) कच्चा माल: खनिज, जैसे कि लौह अयस्क, बॉक्साइट, कोयला, और अन्य धातुएं, विभिन्न उद्योगों के लिए आवश्यक कच्चे माल हैं।

(ii) औद्योगिक विकास: खनिज संसाधनों की उपलब्धता औद्योगिक विकास को बढ़ावा देती है। भारत में लगभग 87 खनिजों का उत्पादन होता है, जिनमें से 4 ईंधन, 10 धातुएं और 47 गैर-धातुएं हैं।

(iii) बुनियादी ढांचा: खनिज, जैसे कि सीमेंट उद्योग के लिए चूना पत्थर और इमारती पत्थर, बुनियादी ढांचे के विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं।

(iv) विदेशी मुद्रा आय: खनिजों का निर्यात विदेशी मुद्रा अर्जित करने में मदद करता है।

(v) रोजगार सृजन: खनन उद्योग रोजगार के अवसर पैदा करता है।

(vi) राष्ट्रीय सुरक्षा: कुछ खनिज, जैसे कि यूरेनियम और थोरियम, परमाणु ऊर्जा और रक्षा उद्योगों के लिए महत्वपूर्ण हैं।

ऊर्जा संसाधन:

(i) आर्थिक विकास: ऊर्जा, जैसे कि कोयला, पेट्रोलियम, और प्राकृतिक गैस, आर्थिक गतिविधियों के लिए आवश्यक है।

(ii) औद्योगिक उत्पादन: ऊर्जा, उद्योगों को चलाने के लिए आवश्यक है, जिससे औद्योगिक उत्पादन बढ़ता है।

(iii) परिवहन: ऊर्जा, परिवहन क्षेत्र के लिए आवश्यक है, जिससे वस्तुओं और सेवाओं का परिवहन आसान होता है।

(iv) बिजली उत्पादन: ऊर्जा, बिजली उत्पादन के लिए आवश्यक है, जो घरों, उद्योगों और अन्य क्षेत्रों को रोशन करती है।

(v) वैकल्पिक ऊर्जा: भारत में सौर, पवन, और भूतापीय ऊर्जा जैसे वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों का विकास किया जा रहा है, जो ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ावा देते हैं।

(vi) खनिज और ऊर्जा संसाधनों का संरक्षण: खनिज और ऊर्जा संसाधन सीमित हैं और गैर-नवीकरणीय हैं, इसलिए उनका संरक्षण आवश्यक है। नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों का उपयोग करके, ऊर्जा दक्षता में सुधार करके, और खनिजों का पुनर्चक्रण करके संसाधनों का संरक्षण किया जा सकता है।

2. भारत में निम्नलिखित खनिजों और खनिज उत्पादन और वितरण का वर्णन कीजिए।

(a) बाक्साईट।

उत्तर: भारत में खनिज संसाधनों की विविधता है, और यहाँ कुछ प्रमुख खनिजों के उत्पादन और वितरण का वर्णन है:

(i) भारत में बॉक्साइट के बड़े भंडार हैं, जो मुख्य रूप से ओडिशा, आंध्र प्रदेश, और गुजरात में पाए जाते हैं।

(ii) बॉक्साइट का उपयोग एल्यूमीनियम के उत्पादन में किया जाता है।

(iii) भारत में बॉक्साइट के उत्पादन में ओडिशा का योगदान सबसे अधिक है।

(b) लौह अयस्क।

उत्तर: (i) भारत में लोहे के अयस्क के बड़े भंडार हैं, जो मुख्य रूप से ओडिशा, झारखंड, और कर्नाटक में पाए जाते हैं।

(ii) लोहे के अयस्क का उपयोग इस्पात उद्योग में किया जाता है।

(iii) भारत में लोहे के अयस्क के उत्पादन में ओडिशा का योगदान सबसे अधिक है।

(c) पेट्रोलियम।

उत्तर: (i) भारत में पेट्रोलियम के भंडार मुख्य रूप से बॉम्बे हाई, गुजरात, और असम में पाए जाते हैं।

(ii) पेट्रोलियम का उपयोग ईंधन और पेट्रोकेमिकल्स के उत्पादन में किया जाता है।

(iii) भारत में पेट्रोलियम के उत्पादन में बॉम्बे हाई का योगदान सबसे अधिक है।

3. पारम्परिक और अपारम्परिक ऊर्जा के बीच उपयुक्त उदाहरणों की सहायता से अंतर कीजिए।

उत्तर: पारम्परिक और अपारम्परिक ऊर्जा के बीच अंतर निम्नलिखित है:

अंतर पारम्परिक ऊर्जाअपारम्परिक ऊर्जा
अर्थ पारम्परिक ऊर्जा  ये ऊर्जा स्रोत लंबे समय से उपयोग में हैं और मुख्य रूप से जीवाश्म ईंधन जैसे कोयला, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस पर आधारित होते हैं। उदाहरण: कोयला से बिजली उत्पादन, पेट्रोल से वाहन चलाना।अपारम्परिक ऊर्जा  ये ऊर्जा स्रोत नवीकरणीय होते हैं और पर्यावरण पर कम प्रभाव डालते हैं। उदाहरण: सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, जलविद्युत ऊर्जा।
उद्देश्य पारम्परिक ऊर्जा जीवाश्म ईंधन आधारित, सीमित संसाधन।अपारम्परिक ऊर्जा नवीकरणीय, पर्यावरण अनुकूल।

4. दो कारण देकर स्पष्ट कीजिए कि हमें अपारम्परिक ऊर्जा संसाधनों को वरीयता क्यों देनी चाहिए।

उत्तर: हमें अपारंपरिक ऊर्जा संसाधनों को पारंपरिक ऊर्जा संसाधनों पर वरीयता देनी चाहिए क्योंकि वे पर्यावरण के अनुकूल और नवीकरणीय होते हैं। पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों जैसे जीवाश्म ईंधन के उपयोग से प्रदूषण और ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन होता है, जबकि अपारंपरिक स्रोतों जैसे सौर और पवन ऊर्जा से ऐसा नहीं होता है। इसके अतिरिक्त, पारंपरिक ऊर्जा स्रोत सीमित हैं, जबकि अपारंपरिक ऊर्जा स्रोत नवीकरणीय हैं और लंबे समय तक उपलब्ध रहते हैं। 

दो कारण:

(i) पर्यावरण संरक्षण: पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों, जैसे कोयला और पेट्रोलियम, के उपयोग से वायु और जल प्रदूषण होता है, साथ ही ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन भी होता है जो जलवायु परिवर्तन का कारण बनता है। अपारंपरिक ऊर्जा स्रोत, जैसे सौर और पवन ऊर्जा, प्रदूषणकारी नहीं होते हैं और पर्यावरण के लिए बेहतर विकल्प हैं।

(ii) संसाधनों का संरक्षण: पारंपरिक ऊर्जा स्रोत सीमित हैं और एक दिन खत्म हो जाएंगे, जबकि अपारंपरिक ऊर्जा स्रोत, जैसे सौर और पवन ऊर्जा, नवीकरणीय हैं और निरंतर उपलब्ध रहते हैं। 

इसलिए, पर्यावरण और भविष्य की पीढ़ियों के लिए, हमें अपारंपरिक ऊर्जा संसाधनों को प्राथमिकता देनी चाहिए। 

5. पवन और सौर ऊर्जा में अंतर कीजिए।

उत्तर: पवन और सौर ऊर्जा में अंतर निम्नलिखित है:

अंतर               पवन ऊर्जा                    सौर ऊर्जा
अर्थ पवन ऊर्जा यह ऊर्जा पवन की गति से उत्पन्न होती है। पवन चक्कियों का उपयोग करके पवन की गतिज ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है।सौर ऊर्जा  यह ऊर्जा सूर्य की किरणों से प्राप्त होती है। सौर पैनलों का उपयोग करके सूर्य की ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में परिवर्तित किया जाता है।
उद्देश्य पवन ऊर्जा पवन की गति से उत्पन्न, पवन चक्कियों का उपयोग।सौर ऊर्जा सूर्य की किरणों से उत्पन्न, सौर पैनलों का उपयोग।

6. भारत के मानचित्र पर निम्नलिखित को चिहिन्त कीजिए।

(i) झरिया और रानीगंज कोयला क्षेत्र।

(ii) अंकलेश्वर और डिगबोई तेल क्षेत्र।

(iii) मथुरा और पानीपत तेल शोधन संयंत्र।

(iv) तालचेर और कोरबा ताप विद्युत संयंत्र।

(v) कैगा और कोटा परमाणु ऊर्जा संयंत्र।

(vi) भाखड़ा और नागार्जुन सागर जल विद्युत संयंत्र।

उत्तर:

7. भारत के रूपरेखा मानचित्र पर निम्नलिखित दिखाएं

(i) सिंहभूम लौह अयस्क क्षेत्र।

(ii) तमिलनाडु का बॉक्साइड उत्पादक क्षेत्र।

(iii) तवा घाटी और नेवेली कोयला क्षेत्र।

(iv) बॉम्बे हाई और सिबसागर तेल क्षेत्र।

(v) बीना और तातिपाका तेल शोधन संयंत्र।

(vi) तालचेर और कोरबा थर्मल पावर प्लांट।

उत्तर: विद्यार्थी स्वयं करो।

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