NCERT Class 7 Social Science Samajik Aur Rajniti Jeevan Chapter 6 संचार माध्यमों को समझना

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NCERT Class 7 Social Science Samajik Aur Rajniti Jeevan Chapter 6 संचार माध्यमों को समझना

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Chapter: 6

सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन-२

इकाई चार: संचार माध्यम

1. पृष्ठ 64 पर दिए गए कोलाज में से संचार माध्यमों के छह अलग-अलग प्रकारों को छाँटिए।

उत्तर: (i) टी.वी.।

(ii) रेडियो।

(iii) कम्प्यूटर।

(iv) अखबार।

(v) इंटरनेट।

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(vi) सी.डी. प्लेयर।

2. अपने परिवार के बड़े लोगों से पूछिए कि जब टी.वी. नहीं था, तब वे रेडियो पर क्या सुनते थे? उनसे पूछिए कि आपके क्षेत्र में पहले-पहले टी.वी. कब आया था? केबल टी.वी. कब शुरू हुआ?

उत्तर: हमारे परिवार के बुजुर्ग जब टी.वी. नहीं था तब रेडियो पर गाना, समाचार और नाटक सुना करते थे। सबसे पहले टी.वी. नब्बे के दशक में आया था। टी.वी. के लगभग दस साल बाद केबल टी.वी. का भी धीरे-धीरे प्रचलन होने लगा।

3. आपके पड़ोस में कितने लोग इंटरनेट का प्रयोग करते हैं?

उत्तर: हमारे पड़ोस में लगभग प्रत्येक लोग इंटरनेट का प्रयोग करते हैं।

4. ऐसी तीन चीज़ों की सूची बनाइए, जो संसार के किन्हीं अन्य भागों से संबंधित हैं और जिनके बारे में आपने टेलीविजन देखकर जाना है।

उत्तर: हमने जिनके बारे में टेलीविजन देखकर जाना है, जो संसार के किन्हीं अन्य भागों से संबंधित हैं वे निम्न हैं:

(i) दुबई का खलीफा बुर्ज-दुनिया की सबसे ऊँची इमारत जो संयुक्त अरब अमीरात के दुबई शहर में स्थित है।

(ii) नेपाल का भूकम्प।

(iii) पेरिस का एफिल टॉवर।

5. अपने प्रिय टी.वी. कार्यक्रम के दौरान विज्ञापित होने वाली तीन चीज़ों की सूची बनाइए।

उत्तर: (i) दंतमंजन का विज्ञापन।

(ii) क्रीम विज्ञापन।

(iii) दूरभाष का विज्ञापन।

6. एक समाचारपत्र लीजिए और उसमें दिए गए विज्ञापनों की संख्या गिनिए। कुछ लोग कहते हैं कि समाचारपत्रों में बहुत अधिक विज्ञापन होते हैं। क्या आप सोचते हैं कि यह बात सही है? यदि हाँ, तो क्यों?

उत्तर: समाचार पत्रों में अलग-अलग दिनों में अलग-अलग विज्ञापन होते है। सबसे ज्यादा विज्ञापन रविवार के दिन होता है। सबसे ज्यादा विज्ञापन हिन्दुस्तान टाइम्स में होता है। रविवार के दिन इस समाचार पत्र में 1000 से ज्यादा विज्ञापन होते हैं। यह बात सही है कि समाचार पत्रों में ज्यादा विज्ञापन होते हैं।

इसके कई कारण हैं:

(i) विज्ञापन से समाचार पत्रों को काफी अधिक आय प्राप्त होती है।

(ii) विज्ञापनों से समाचार पत्र के पेज बढ़ जाते हैं।

7. क्या दोनों समाचारपत्रो में दिया गया उपर्युक्त विवरण एक जैसा है? आपके विचार से इनमें क्या-क्या समानताएँ और अंतर हैं?

उत्तर: दोनों समाचार पत्रों में दिया गया विवरण अलग-अलग है। हमारे विचार से इन दोनों में यह समानता है कि दोनों सरकार के प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों के बंद करने के सरकारी निर्णय के प्रभावों का वर्णन कर रहे हैं। लेकिन दोनों में अन्तर यह है कि जहाँ ‘न्यूज ऑफ इण्डिया’ की रिपोर्ट यह बता रही है कि सरकार का यह निर्णय लोकहितकारी है क्योंकि उनकी इकाइयाँ गैर कानूनी हैं तथा इकाइयों के बंद होने से शहर में प्रदूषण का स्तर काफी कम हो जाएगा।

दूसरी तरफ ‘डेली न्यूज सर्विस’ की रिपोर्ट में इस बात पर बल दिया गया है कि शहर के आवासीय क्षेत्र में एक लाख कारखानों के बंद होने से लोगों की रोजी-रोटी छिन जाएगी। इसके अतिरिक्त उनके पुनर्स्थापन के लिए पर्याप्त प्रयत्न नहीं किए गए हैं।

8. यदि आप न्यूज़ ऑफ इंडिया में दिया गया विवरण पढ़ेंगे तो इस मुद्दे के बारे में क्या सोचेंगे?

उत्तर: विद्यार्थी स्वयं करें।

9. क्या आप ऐसा सोचते हैं कि किसी विषय के दोनों पक्षों को जानना महत्त्वपूर्ण है? क्यों?

उत्तर: हमारे विचार में किसी भी विषय के दोनों पक्षों को समझना अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि किसी भी मुद्दे से जुड़ी सकारात्मक और नकारात्मक दोनों पहलुओं को जानना जरूरी है। जब हम दोनों पक्षों के बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं, तभी हम किसी निष्कर्ष पर पहुँच सकते हैं। यदि हमारे पास किसी विषय के बारे में नकारात्मक जानकारी है, तो हमारी सोच उस विषय के प्रति नकारात्मक हो जाएगी, जबकि सकारात्मक जानकारी होने पर हमारी धारणा उस विषय के प्रति सकारात्मक बन जाएगी। इसलिये, किसी भी विषय के बारे में सही दृष्टिकोण अपनाने के लिए दोनों पक्षों को जानना जरूरी है।

10. मान लीजिए कि आप किसी समाचारपत्र के पत्रकार है, अब आप उपर्युक्त दोनों विवरणों से एक संतुलित रिपोर्ट तैयार कीजिए।

उत्तर: कारखाना मालिक और मजदूर सरकार के प्रदूषण फैलाने वाली इकाइयों के बंद करने के निर्णय का विरोध कर रहे हैं। उनके हिंसात्मक विरोध ने आज शहर की गतिविधियों को अवरुद्ध कर दिया है।

सरकार के इस निर्णय के सम्बन्ध में दो प्रकार के मत सामने आए हैं। एक मत सरकार के निर्णय का पक्षधर है। इसके अनुसार यद्यपि सरकार ने यह निर्णय जल्दबाजी में लिया है तथापि कारखाना मालिकों को पहले से ही ज्ञात था कि उनकी इकाइयाँ गैर कानूनी हैं। दूसरे, प्रदूषण फैलाने वाले कारखानों को शहर के मध्य से हटाया जाना आवश्यक है क्योंकि इनके हटने से शहर का प्रदूषण स्तर कम हो जाएगा। दूसरा पक्ष, कारखाना मालिकों और मजदूरों का है। उनका कहना है कि प्रथमत: कारखानों के बंद होने से उनकी रोजी-रोटी छिन जाएगी। दूसरे, नगर निगम आवासीय क्षेत्रों में लगातार नए कारखाने लगाने के लिए लाइसेंस देता रहा है। तीसरे, उनके पुनर्स्थापन के लिए पर्याप्त प्रयत्न नहीं किए गए हैं।

11. संचार माध्यमों के द्वारा एजेंडा तय करते हुए झोपड़पट्टियों के स्थान पर फ़ैशन वीक की खबर देने से क्या नतीजा निकलता है?

उत्तर: समाचार पत्र को झोपड़पट्टियों में बहुत कम पढ़ा जाता है, इसलिए समाचार पत्र झोपड़पट्टियों से संबंधित बहुत ही कम खबर को छापते हैं। दूसरी तरफ फ़ैशन वीक युवाओं के लिए आकर्षण का केन्द्र है, इसलिए फैशन वीक की खबरों को समाचार पत्र में जगह मिलती है।

12. क्या आप किसी ऐसे विषय के बारे में जानते हैं, जो आपको इसलिए महत्त्वपूर्ण नहीं लगा, क्योंकि संचार माध्यमों में उसे दिखाया नहीं गया था?

उत्तर: शहर में बढ़ती बेरोजगारी तथा अपराधों की समस्या को संचार माध्यमों द्वारा न दिखाये जाने से मुझे यह विषय महत्त्वपूर्ण नहीं लगा।

अभ्यास

1. प्रजातंत्र में संचार माध्यम किस प्रकार महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं?

उत्तर: प्रजातंत्र में संचार माध्यमों की भूमिका:

(i) संचार माध्यमों से नागरिक जान सकते हैं कि सरकार किस प्रकार काम कर रही है।

(ii) वह सरकार की नीतियों की समालोचना करते हैं।

(iii) संचार माध्यम ही यह निश्चित करते हैं कि किन बातों पर जनता का ध्यान केन्द्रित किया जाना है।

(iv) इससे ध्वनि और चित्रों की गुणवत्ता में सुधार आता है, लेकिन तकनीक इससे भी अधिक कुछ करती है।

(v) यह देश और विदेश से संबंधित अनेक मुद्दी तथा समस्याओं के बारे में लोगों को सूचित करता है।

(vi) यह लोगों में सरकार की नीतियों को लोकप्रिय बनाता है।

2. क्या आप इस रेखाचित्र को एक शीर्षक दे सकते हैं? इस रेखाचित्र से आप संचार माध्यम और बड़े व्यापार के परस्पर संबंध के बारे में क्या समझ पा रहे हैं?

उत्तर: संचार माध्यम और बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठानों के मध्य संबंध:

(i) अधिकांश टी.वी. चैनल और समाचार पत्र प्रायः किसी न किसी बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठान द्वारा संचालित किये गए होते हैं क्योंकि संचार माध्यमों के संचालन के लिए अधिक धन की आवश्यकता होती है।

(ii) जनसंचार माध्यम लगातार धन कमाने के विभिन्न तरीकों के बारे में सोचते रहते है। एक तरीका जिसके द्वारा जनसंचार माध्यम धन अर्जित करते हैं, विभिन्न वस्तुओं के विज्ञापन का है, जैसे कारें, चॉकलेट, कपड़े, मोबाइल फ़ोन आदि।

3. आप पढ़ चुके हैं कि संचार माध्यम किस प्रकार एजेंडा बनाते हैं। इनका प्रजातंत्र में क्या प्रभाव पड़ता है? अपने विचारों के पक्ष में दो उदाहरण दीजिए।

उत्तर: प्रजातंत्र के नागरिक के रूप में हमारे जीवन में संचार माध्यम बहुत महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, क्योंकि संचार माध्यमों के द्वारा ही हम सरकार के कामों से संबंधित विषयों के बारे में सुनते हैं। संचार माध्यम निश्चित करते हैं कि किन बातों पर ध्यान केंद्रित किया जाना है और इस तरह वह एजेंडा निश्चित कर देते हैं। यदि कभी सरकार चाहे, तो संचार माध्यम को किसी घटना की खबर छापने से रोक सकती है। इसे सेंसरशिप कहा जाता है। आजकल संचार माध्यम और व्यापार का घनिष्ठ संबंध होने से प्रायः संतुलित रिपोर्ट का प्रकाश में आना कठिन है। इसे ध्यान में रखते हुए हमारे लिए यह सजगता महत्त्वपूर्ण है कि समाचार से प्राप्त ‘तथ्यात्मक जानकारी’ भी प्रायः पूर्ण नहीं होती है और एकपक्षीय हो सकती है। वस्त्रों का नया रूपाकार देने वाले डिजायनरों ने फ़ैशन वीक में धनवानों के समक्ष अपने नए वस्त्र प्रदर्शित करके सभी समाचार पत्रों के मुख पृष्ठ पर स्थान पा लिया, जबकि उसी सप्ताह मुंबई में अनेक झोंपड़पट्टियों को गिरा दिया गया, पर किसी ने इस पर जरा सा भी ध्यान नहीं दिया।

4. कक्षा परियोजना के रूप में समाचारों में से कोई एक शीर्षक चुनकर उस पर ध्यान केंद्रित कीजिए और अन्य समाचारपत्रों में से उससे संबंधित विवरण छाँटिए। दूरदर्शन समाचार पर भी इस विषय पर प्रसारित सामग्री देखिए। दो समाचारपत्रों के विवरण की तुलना करके उनमें समानता और भिन्नता की रिपोर्ट लिखिए। निम्नलिखित प्रश्न पूछना सहायक हो सकता है-

(क) इस लेख में क्या जानकारी दी जा रही है?

(ख) कौन-सी जानकारी इसमें छोड़ दी गई है?

(ग) यह लेख किसके दृष्टिकोण को ध्यान में रखकर लिखा गया है?

(घ) किसके दृष्टिकोण को छोड़ दिया गया है और क्यों?

उत्तर: विद्यार्थी स्वयं करें।

5. विज्ञापनों के प्रकार के बारे में (अकेले, जोड़ी या समूह में) प्रोजेक्ट बनाएँ। कुछ उत्पादों के बारे में वाणिज्यिक विज्ञापन एवं सार्वजनिक स्वास्थ्य, सड़क सुरक्षा, जल व ऊर्जा को बचाने की जरूरत के बारे में सामाजिक विज्ञापन बनाएँ।

उत्तर: विद्यार्थी स्वयं करें।

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