Class 9 Ambar Bhag 1 Chapter 18 पिपलांत्री: एक आदर्श गांव answer to each chapter is provided in the list so that you can easily browse throughout different chapter Assam Board Class 9 Hindi Ambar Bhag 1 Chapter 18 पिपलांत्री: एक आदर्श गांव and select needs one.
Class 9 Hindi (MIL) Ambar Bhag 1 Chapter 18 पिपलांत्री: एक आदर्श गांव
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पिपलांत्री: एक आदर्श गांव
पाठ – 18
Group – B: गद्य खंड
बौध एवं विचार
1. सही विकल्प का चयन कीजिए:
(क) पिपलांत्री गांव राजस्थान के किस जिले में स्थित है?
(i) जयपुर।
(ii) बीकानेर।
(iii) राजसंपद।
(iv) श्री गंगानगर।
उत्तर:- राजसंपद।
(ख) पिपलांत्री गांव का नाम गिरीश वर्ल्ड रिकॉर्ड में क्यों दर्ज हुआ है?
(i) आदर्श गांव होने के कारण।
(ii) पर्यावरण संरक्षण के कारण।
(iii) संगमरमर पत्थर के कारण।
(iv) 111 वृक्ष लगाने के कारण।
उत्तर:- संगमरमर पत्थर के कारण।
(ग) किस भाषा में पिपलांत्री नामक एक सिनेमा भी बना है?
(i) अंग्रेजी।
(ii) हिंदी।
(iii) असमिया।
(iv) बांग्ला।
उत्तर:- हिंदी।
(घ) यूनियन बैंक ऑफ़ इंडिया ने पिपलांत्री गांव के लड़के लड़कियों की पढ़ाई के लिए कितने रुपए दिए हैं?
(i) 40 लाख।
(ii) 50 लाख।
(iii) 60 लाख।
(iv) 70 लाख।
उत्तर:- 60 लाख।
2. पूर्ण वाक्य में उत्तर दीजिए:
(क) पिपलांत्री गांव जयपुर से कितनी दूरी पर स्थित है?
उत्तर:- लगभग 350 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
(ख) महाराणा प्रताप के जन्म स्थान का नाम क्या है?
उत्तर:- उदयपुर।
(ग) ‘ट्री सिस्टर्स’ नमक सिनेमा का निर्माण किसके द्वारा हुआ है?
उत्तर:- अर्जेंटीना के सिनेमा बनाने वाले एक दल के द्वारा ट्री सिस्ट नमक सिनेमा का निर्माण हुआ था।
(घ) श्यामसुंदर पालीवाल की माता जी का देहांत कब हुआ था?
उत्तर:- जब श्याम सुंदर पालीवाल की मात्रा 6 वर्ष के थे।
(ङ) श्यामसुंदर पालीवाल ने पिपलांत्री गांव के मुखिया का पद कब संभाला?
उत्तर:- श्यामसुंदर पालीवाल सन 2005 से 2010 तक गांव के मुखिया रहे।
(च) पिपलांत्री गांव को राष्ट्रपति पुरस्कार कब मिला?
उत्तर:- सन 2007 में।
3. निम्नलिखित प्रश्नों के संक्षिप्त उत्तर दीजिए:
(क) पिपलांत्री गांव की अवस्थिति के बारे में आप क्या जानते हैं?
उत्तर:- राजस्थान की राजधानी जयपुर से लगभग 350 किलोमीटर की दूरी पर एक गांव बसा हुआ है उसका नाम है पिपलांत्री। पिपलांत्री का नाम आज केवल भारत में ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में विख्यात है लोग अपने-अपने गांव को पिपलांत्री की तरह ही एक आदर्श गांव बनाने का प्रयास करते हैं।
(ख) पिपलांत्री गांव पहले किन समस्याओं से ग्रस्त था?
उत्तर:- पिपलांत्री गांव एक समय प्रदूषण एवं कृषि कार्य हेतु आवश्यक पानी की कमी जैसी समस्याओं से जूझ रहा था। इससे एकदम वीडियो की दशा दयनीय हो गई थी प्राकृतिक संपदा में धनी होने के बावजूद भी यहां के लोग बड़ी कठिनाई से अपना जीवन-यापन करते थे।
(ग) पिपलांत्री गांव की उपलब्धियों को किन-किन कक्षाओं के पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है।
उत्तर:- पिपलांत्री गांव की सफलता में कार्यकाल आपको से जुड़ी जानकारी को डेनमार्क की प्राथमिक शिक्षा के पाठ्यक्रम तथा सातवीं एवं आठवीं कक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है।
(घ) “किरण निधि योजना” क्या है और इसकी शुरुआत कैसे हुई?
उत्तर:- श्यामसुंदर पालीवाल की बेटी जो पहले से बीमार थी उसकी अचानक मौत हो गई लड़की के अकाल मृत्यु से शोकाकुल परिवार ने इसे ईश्वर की इच्छा समझकर उसकी स्मृति में एक पेड़ लगाया उसी दिन से गांव में पेड़ लगाने का एक नया नियम शुरू हुआ गांव में जन्म लेने वाली प्रत्येक लड़की के नाम पर सार्वजनिक तौर पर 111 पर लगाए जाएंगे इस निधि को किरण निधि योजना का नाम दिया गया।
(ङ) श्यामसुंदर पालीवाल ने पिपलांत्री वासियों को कौन-कौन से दायित्व सौंपे?
उत्तर:- श्याम सुंदर पालीवाल ने पिपलांत्री वासियों को सौंपे गए दायित्व निम्नलिखित प्रकार है:
(i) पुत्री का पालन पोषण पुत्र के समान ही होगा।
(ii) जल का संरक्षण करना।
(iii) पेड़ पौधे लगाना तथा अपनी संतान की तरह उनकी देखभाल करना।
(iv) तथा कृषि कार्य के द्वारा अपनी अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति करना।
(च) पिपलांत्री गांव में लड़की के जन्म पर लोग क्या करते हैं?
उत्तर:- पिपलांत्री गांव में लड़की के जन्म पर 111 पर लगाए जाते हैं तथा उसकी देखभाल की जाती है।
(छ) पिपलांत्री गांव में रक्षाबंधन का त्यौहार किस प्रकार मनाया जाता है?
उत्तर:- रक्षाबंधन के दिन गांव की महिलाएं एवं लड़कियां वृक्षों को रक्षासूत्र बांधकर उनकी सुरक्षा की कामना करती है।
(ज) जल संरक्षण से क्या लाभ है?
उत्तर:- जल संरक्षण से दोहरा लाभ होता है। पहले यह कि इसे पुन उपयोग में ला सकते हैं और दूसरा यह भूमिगत जल स्तर को बढ़ाने में सहायक होता है।
(झ) पिपलांत्री गांव पर संगमरमर पत्थर की खुदाई का क्या प्रभाव पड़ा?
उत्तर:- पिपलांत्री गांव पर संगमरमर पत्थर की खुदाई का गहरा प्रभाव पड़ा। पर्यावरण का विनाश होने लगा प्राकृतिक संपदा पर व्यापारियों ने अधिकार जमा लिया पर्यावरण दूषित होने लगा पेड़ पौधों की संख्या घटने लगी खेती बाड़ी के लिए जल मिलना मुश्किल हो गया और जल भी प्रदूषित होने लगा।
(ञ) पिपलांत्री गांव में सरकारी सहायता से क्या-क्या बनाया गया है?
उत्तर:- सभी सड़कों को पक्का करवा दिया गया। मंत्रियों ने गांव में विद्यालय की स्थापना करवाई ग्राम पंचायत एवं आंगनबाड़ी का कार्यालय बनवाया गया। शुद्ध पेयजल की व्यवस्था की गई। तथा गांव के विकास के लिए कई सरकारी योजनाएं शुरू की गई।
4. निम्नलिखित प्रश्नों के सम्यक उत्तर दीजिए:
(क) प्राकृतिक संपदा में धनी होने के बावजूद पिपलांत्री गांव के लोग बड़ी कठिनाई से जीवन-यापन करते थे क्यों?
उत्तर:- प्राकृतिक संपदा में धनी होने के बावजूद भी यहां के लोग बड़ी कठिनाई से अपना जीवन यापन करते थे क्योंकि संगमरमर का खनन कार्य आरंभ करने के फल स्वरुप पर्यावरण का विनाश होने लगा दूसरी और प्राकृतिक संपदा पर व्यापारियों ने अधिकार जमा लिया संगमरमर प्राप्त के लिए दिन-रात चल रहे खनन कार्य के फल स्वरूपी प्लांत्रिक गांव का परिवेश दूषित होने लगा।
शुद्ध वायु ना मिलने से लोगों में हाहाकार मच गया पेड़ पौधों की संख्या तेजी से घटने लगी वर्ष की मात्रा में कमी आ गई नतीजा यह हुआ कि गांव में खेती-बड़ी करने के लिए लोगों को पानी मिलना मुश्किल हो गया। नदी और जल से भी खनन कार्य के को प्रभाव से अछूते नहीं रहे इनका जल भी प्रदूषित होने लगा ऐसे होकर लोग उन्हें नदियों और जलाशय का प्रदूषित जल पीने वालों तथा अन्य कार्यों में भी इस जल का प्रयोग करने लगे परिणामस्वरूप लोग तरह-तरह की बीमारियों के शिकार होने लगे दूसरी और वनस्पति के अभाव में भूमिका जलस्तर बहुत नीचे चला गया।
धरती की उर्वराशक्ति कम हो गई पक्षियों एवं अन्य जीव जंतुओं की संख्या घट गई। पिपलांत्री वासियों को अन्य कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
(ख) श्यामसुंदर पालीवाल ने पिपलांत्री गांव का कायापलट कैसे किया?
उत्तर:- उन्होंने गांव की हालत सुधारने के लिए कठिन संघर्ष शुरू किया। भूमिगत जल स्तर 800 फीट नीचे चला गया था। गांव वासियों ने तो जल प्राप्ति की आशा ही छोड़ दी थी। लेकिन 2005 में जब श्याम सुंदर पालीवाल ने गांव के मुखिया का पद संभाला तब उनके सफल नेतृत्व में गांव की हालत में बहुत सुधार हुआ।
उन्होंने प्रत्येक गांव वासियों को चार दायित्व दिए थे:-
(i) पुत्री का पालन पोषण पुत्र के समान ही होगा जल का संरक्षण करना।
(ii) पेड़ पौधे लगाना तथा अपनी संतान की तरह उसकी देखभाल करना।
(iii) कृषि कार्य के द्वारा अपनी अपनी आवश्यकता की पूर्ति करना।
(iv) गवासियों ने इन दायित्व का ईमानदारी एवं तत्परता से पालन किया उनके द्वारा आरंभ किए गए कार्यों के फल स्वरुप गांव के परिदृश्य में आहिस्ता आहिस्ता बदलाव आने लगा।
(ग) पिपलांत्री गांव में लड़कियों के जन्म और ललन-पालन के संबंध में क्या-क्या नियम और इसका अनुपालन किस प्रकार किया जाता है?
उत्तर:- श्याम सुंदर पालीवाल के निर्देश अनुसार पिपलांत्री गांव में जब भी लड़की का जन्म होता तो पूरे गांव में उत्साह मनाया जाता लोग दुखी होने के बजाय खुश होते हैं उन्होंने इसके लिए अनेकों नियम बनाएं नियम इस प्रकार है-
(i) लड़की के नाम पर 111 पेड़ लगाए जाएंगे श्याम सुंदर पालीवाल ने ऐसा नियम बना दिया कि गांव का कोई भी व्यक्ति भ्रूण हत्या नहीं कर सकता।
(ii) दूसरा नियम यह की जिससे लाड़ प्यार एवं यत्न से बेटी का लालन-पालन होगा उसी लाड़ प्यार एवं यत्न से उन 111 पौधे की देखभाल की जाएगी।
(iii) तीसरा की लड़कियों को शिक्षा पाने से वंचित नहीं किया जाएगा।
(iv) चौथा किसी भी हालत में बालिकाओं का विवाह वाल्यकाल में नहीं किया जाएगा।
(v) पांचवा लड़की के नाम से बैंक में जमा 31000 रुपए से उसकी पढ़ाई लिखाई अथवा उसके विवाह के कार्य में ही खर्च किया जाएगा। लड़की के जन्म के समय लगाए गए वृक्ष गांव की संपत्ति होंगे इन सभी नियमों एवं उससे संबंधित शर्तों को बाकायदा एवं स्टांप पेपर पर लिखा गया तथा प्रत्येक गांव वासियों को उन नियमों को स्वीकृति स्वरूप अपने हस्ताक्षर किया।
(घ) हमारे देश में लड़का लड़की के अनुपात में अंतर होने के क्या कारण है?
उत्तर:- हमारे देश में विभिन्न राज्य में आज भी लड़कियों के प्रति उपेक्षा की भावना देखी जाती है। कुछ लोग लड़की के जन्म लेते ही उसे जंगल या झाड़ियां में फेंक देना चाहते हैं। वहीं कुछ लोग ऐसे भी है जो लड़कियों को मां के गर्भ में ही मार देना चाहते हैं। हालांकि भ्रूण हत्या एक गंभीर अपराध है फिर भी बहुत से लोग गर्भस्थ शिशु का चोरी छुपे लिंग परीक्षण करते हैं जब यह पता चलता है की मां के गर्भ में पल रहा शिशु एक लड़की है तो उसका गर्भपात करा देते हैं।
(ङ) “पिपलांत्री: एक आदर्श” गांव पाठ से आपको क्या शिक्षा मिलती है?
उत्तर:- इस कहानी से हमें यह शिक्षा मिलती है की इच्छाशक्ति साहस धैर्य एवं नियमबद्धता से असंभव कार्य भी संभव हो सकता है।
5. आशय स्पष्ट कीजिए:
(क) धैर्य एकाग्रता साहस एवं नियमबध्द तरीके से किया गया कठिन और असंभव काम भी आसानी से संपन्न हो जाता है।
उत्तर:- अप पंक्तियां अंबर भाग 1 के पिपलांत्री: एक आदर्श गांव नामक पाठ से ली गई है इसके लेखक ज्योति प्रसाद बूढ़ा गोसाई जी है।
उक्त पंक्ति द्वारा लेखक क्या कहना चाहते हैं कि देर से किया गया असंभव काम भी आसानी से संपन्न हो जाता है। संगमरमर के पत्थर के खनन कार्य से गांव की दसा दयनीय हो गई थी। प्राकृतिक संपदा से धनी होने के बावजूद भी यहां के लोग बड़ी कठिनाई से अपना जीवन यापन करते थे। जल प्रदूषित होने लगा असाहय होकर लोग उन्हें नदियों और जलाशय को प्रदूषित जल पीने वालों तथा अन्य कार्य में भी उसे जल का उपयोग करने लगे गांव वासियों ने तो जल प्राप्ति की आशा ही छोड़ दी श्याम सुंदर पालीवाल ने अपनी धैर्य तथा साहस से गांव का काया पलट कर दिया।
(ख) परंतु विनाश की ख्वाहिश से विकास के सोपान पर कदम बढ़ाने वाला यह पिपलांत्री गांव आज संसार के लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
उत्तर:- अप पंक्तियां अंबर भाग 1 के पिपलांत्री: एक आदर्श गांव नामक पाठ से ली गई है इसके लेखक ज्योति प्रसाद बूढ़ा गोसाई जी है।
उक्त पंक्ति द्वारा लेखक यह कहना चाहते हैं कि संगमरमर पत्थर के खनन द्वारा प्रदुषित हुआ गांव आज विनाश के कगार पर होकर भी आकर्षण का कारण बना हुआ है। प्राकृतिक सुंदरता तथा पर्यावरण ने सबका ध्यान अपनी और आकर्षित कर रखा है। पिपलांत्री गांव में बेटी की जन्म पर 111 पर लगाए जाते हैं तथा उनका पालन पोषण एक शिशु की भांति किया जाता है। प्राकृतिक सुंदरता से धनि थह गांव आज हर किसी के आकर्षण का कारण बना हुआ है।
(ग) पेड़ लगा देने मात्र से ही हम प्राकृतिक को नहीं बचा सकते अपने संतान की तरह उसका पालन पोषण करना तथा जल-संरक्षण जैसे कार्य पर भी बोल देना आवश्यक है।
उत्तर:- अप पंक्तियां अंबर भाग 1 के पिपलांत्री: एक आदर्श गांव नामक पाठ से ली गई है इसके लेखक ज्योति प्रसाद बूढ़ा गोसाई जी है।
उक्त पंक्तियां द्वारा लेखक यह कहना चाहते हैं कि पेड़ पौधों को लगाने के हिसाब से तुझको देखभाल करना भी आवश्यक है। क्योंकि पेड़ पौधे किसी भी शुष्क प्रदेश को हरियाली से भर देते हैं वहां की भूमि को उपजाऊ बना देते हैं तथा भूमि का जलस्तर को ऊपर तक लाने में मदद करते हैं।
भाषा एवं व्याकरण:
1. निम्नलिखित मुहावरों से वाक्य बनाइए:
हाथ फैलाना, कायापलट होना, हाथ पर हाथ धरकर बैठना, मुँह ताकना, फूला न समाना हाथ फैलाना
उत्तर: हाथ फैलाना: (दूसरे को सहायता लेना या माँगना) रुपये के लिए रवि हमेशा दूसरों के सामने हाथ फैलाता है।
कायापलट होना: (पूरी तरह बदल जाना) देखते–ही–देखते दिल्ली की कायापलट हो गई।
हाथ पर हाथ: (कुछ न करना) मेहनत करो, इस तरह हाथ पर हाथ।
धरकर बैठना: धरकर बैठने से कुछ नहीं होगा।
मुँह ताकना: (दूसरे से मदद की उम्मीद रखना) वह रुपये के लिए हमेशा दूसरों का मुँह ताकता है।
फूला न समाना: (बहुत खुश होना) कक्षा में प्रथम आकर महेश फूला नहीं समा रहा है।
2. निम्नलिखित सामासिक शब्दों का विग्रह करते हुए समास–भेद भी लिखिए:
जिलांतर्गत, महाराणा, नियमबद्ध, विश्वविद्यालय, जल–स्तर, गाँववासी, भ्रूणहत्या, पालन–पोषण, लड़का–लड़की, रक्षासूत्र, प्राणवायु, महाराष्ट्र, शोकाकुल, नवयुवक
उत्तर:
सामासिक शब्द | विग्रह | भेद |
जिलांतर्गत | जिला के अंतर्गत | तत्पुरुष समास। |
महाराणा | महान है जो राणा (राजा) | कर्मधारय समास। |
नियमबद्ध | नियमों से बंधा हुआ | तत्पुरुष समास। |
विश्वविद्यालय | विश्व का विद्यालय | तत्पुरुष समास। |
जल-स्तर | जल का स्तर | तत्पुरुष समास। |
गाँववासी | गाँव का वासी | तत्पुरुष समास। |
भ्रूणहत्या | भ्रूण की हत्या | तत्पुरुष समास। |
पालन-पोषण | पालन और पोषण | द्वन्द्व समास। |
लड़का-लड़की | लड़का और लड़की | द्वन्द्व समास। |
रक्षासूत्र | रक्षा रूपी सूत्र | कर्मधारय समास। |
प्राणवायु | प्राण के लिए वायु | तत्पुरुष समास। |
महाराष्ट्र | महान है जो राष्ट्र | कर्मधारय समास। |
शोकाकुल | शोक में डूबा हुआ | तत्पुरुष समास। |
नवयुवक | नया है जो युवक | कर्मधारय समास। |
3. निम्नलिखित शब्दों के एक–एक समानार्थी (पर्यायवाची) शब्द लिखिए:
मनुष्य, पत्थर, साहस, संघर्ष, नदी, जलाशय, वृक्ष, जल, हवा, जंगल
उत्तर: मनुष्यः मानव।
साहसः हिम्मत।
नदीः सरिता।
वृक्षः पेड़।
हवाः वायु।
पत्थरः पाषाण।
संघर्षः युद्ध।
जलाशयः तालाब।
जलः पानी।
जंगलः वन।
1. कवि का परिचय दीजिए?
उत्तर: ज्योति प्रसाद बुढ़ागोहाई का जन्म धेमाजी जिले के विषय माछखोवा तहसील के बरबाम गोहाई गांव में हुआ था। उन्होंने धेमाजी यूनिवर्सिटी से समाजशास्त्र विभाग में M.A ki डिग्री हासिल की।