Assam Jatiya Bidyalay Class 8 Hindi Chapter 5 शक्तिपीठ: कामाख्या, Assam Jatiya Vidyalaya | অসম জাতীয় বিদ্যালয় Hindi Class 8 Question Answer to each chapter is provided in the list of SEBA so that you can easily browse through different chapters and select needs one. Assam Jatiya Bidyalay Chapter 5 शक्तिपीठ: कामाख्या Class 8 Hindi Question Answer can be of great value to excel in the examination.
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शक्तिपीठ: कामाख्या
Chapter – 5
অসম জাতীয় বিদ্যালয়
EXERCISE QUESTION ANSWER
शब्दार्थ :
सर्वोपरि | सबसे उपर |
परिभ्रमण | यात्रा, परिक्रमा |
प्रख्यात | प्रसिद्ध |
अभ्यास माला
प्रश्न – १ : सम्पूर्ण वाक्य में उत्तर दो :
(क) कामाख्या मंदिर किस पहाड़ पर स्थित है ? समुद्र- पृष्ट से इस मंदिर की ऊँचाई कितना है ?
उत्तर : कामाख्या मंदिर ‘नीलाचल’ पहाड़ पर स्थित है। इस मंदिर की ऊँचाई समुद्र-पृष्ट से 260 मी. की है।
(ख) ‘कामाख्या’ शब्द किस भाषा से आया है ? खासी लोग देवी को किस नाम से पुकारते थे ?
उत्तर : ‘कामाख्या’ शब्द ऑष्ट्रिक भाषा से आया है। खासी लोग देवी को ‘का-मेइखा’ नाम से पुकारते थे।
(ग) कामख्या मंदिर का निर्माण सर्वप्रथम किसने करवाया था ?
उत्तर : कामाख्या मंदिर का निर्माण सर्वप्रथम दैत्यराज नरकासुर ने करवाया था।
(घ) कामाख्या मंदिर का पुनः निर्मान किसने कब करवाया था ?
उत्तर: कामाख्या मंदिर का पूनः निर्माण कोच राजा नरनारायण और उनके भाई चिलाराय ने सन् 1565 ई. में करवाया था।
(ङ) कामाख्या मंदिर में आषाढ़ महिने में किस मेले का आयोजन किया जाता है ?
उत्तर : कामाख्या मंदिर में आषाढ़ महिने में ‘अम्बुबाची मेला का आयोजन कि जाता है।
प्रश्न – २ : सम्यक् उत्तर दो :
(क) कामाख्या मंदिर के निर्माण के संबंध में कौन सा लोग विश्वास प्रचलित है ? स्पष्ट करो।
उत्तर : लोक-विश्वास के अनुसार दक्ष-यज्ञ में अपने पति ‘शिव’ की निंदा सुनकर सती ने यज्ञ की आग में अपनी आहुति दी थी। जब उनके शव को पति शिव ने अपने कंधे पर लादकर विश्व का परिभ्रमण किया था, तब सती के शरीर का एक विशेष अंग यहाँ पर गिरा था। उसी स्थान पर कामाख्या मंदिर निर्मित हुआ।
(ख) कामाख्या मंदिर के निर्माण में दैत्यराज नरकासुर का काम क्यों अधूरा रह गया ?
उत्तर : कामाख्या मंदिर के निर्माण में दैत्यराज नरकासुर का काम अधूरा रह गया क्यों कि देवी ने बुद्धि लगाकर रात होने से पहले ही मुर्गे का बाग बुलवा दिया और सुबह होने का संकेत भी दे दिया।
(ग) कामख्या मंदिर के साथ नरकासुर का नाम क्यों जुड़ा हुआ है ?
उत्तर : कामाख्या देवी के आशीर्वाद से वंचित रहकर राजा नरकासुर अत्याचारी बन गया। भगवान विष्णु उस समय कृष्ण के अवतार में द्वारका में राज करते थे। देवताओं के अनुरोध पर उन्होंने नरकासुर के साथ युद्ध किया और उसका वध कर दिया। इस प्रकार कामाख्या मंदिर के साथ नरकासुर का नाम आज भी जुड़ा हुआ है।
(घ) कामाख्या मंदिर के माहात्म्य का वर्णन अपने शब्दों में करो।
उत्तर : कामाख्या मंदिर भारत का एक विख्यात शक्तिपीठ है। इस मंदिर की महत्ता अनेक है। कामाख्या के दर्शन, स्पर्श तथा चरणामृत-पान से मोक्ष की प्राप्ति होती है। मूल कामाख्या मंदिर के अन्दर किसी देवी की मूर्ति नहीं है। एक गुफा के भीतर अनवरत् जल से धौत एक शिला पर देवी की पूजा होती है। धर्मीय मनोकामना पूर्ण हेतु यहाँ-भैस, बकरी, कबूतर आदि की बलि देने की प्रथा है। सामने सोभाग्यकुंड कुछ दूरी पर भुवनेश्वरी मंदिर है। तंत्र विद्या के साधना-केन्द्र के रूप में भी कामाख्या प्रख्यात है। यहाँ अनेक मंदिरों में दस महाविद्या’ की मंदिर कामाख्या को चारों तरफ से घेड़ कर रखा है। कामाख्या मंदिर 51 शक्तिपीठों में सर्वोपरि है। यहाँ अनके उत्सब मनाये जाते हैं। लेकिन प्रति वर्ष आषाढ महिने में अम्बुबाची मेला’ बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इस मेले में भारत के अन्य प्रान्तों के अलावा विदेशों से भी लाखों की संख्या में श्रद्धालु लोग आते हैं। सभी श्रद्धलुओं के लिए समुचित व्यवस्था यहाँ की सरकार और व्यक्तिगत संस्थान मिल कर करते हैं। यहाँ की प्राकृतिक सौन्दर्य भी अतुलनीय है।
प्रश्न – ३ वाक्य बनाओ :
तीर्थस्थान, परिभ्रमण, पौराणिक, अवतार
उत्तर : तीर्थस्थान : कासी एक तीर्थस्थान है।
परिभ्रमण : सती के शव को अपने कंच्चे पर लादकर शिव ने विश्व का परिभ्रमण किया था।
पौराणिक : पौराणिक आख्यान के अनुसार एक दिन राजा नरकासुर देवी कामाख्या को विवाह का प्रस्ताव दिया था।
अवतार : श्रीकृष्ण विष्णु के अवततार थे।
प्रश्न -४ सही विभक्ति-चिह्नों से खाली जगह भरो :
(क) बन्दर पेड़ __बैठा है।
(ख) भिखारी द्वार __खड़ा है।
(ग) कृष्ण __कंस __मारा था।
(घ) मैंने रस्सी __ साँप समजलिया l
(ङ) रमेश __ मित्र __छोटी बहन आई है l
(च) छत __गिरने __लड़के को बहुत चोट आई।
उत्तर : (क) बन्दर पेड़ पर बैठा है।
(ख) भिखारी द्वार पर खड़ा है।
(ग) कृष्ण ने कंस को मारा था।
(घ) मैंने रस्सी को साँप समझलिया।
(ङ) रमेश के मित्र की छोटी बहन आई है।
(च) छत से गिरने पर लड़के को बहुत चोट आई।
प्रश्न – ५ : समास-विग्रह करके उनके नाम लिखो :
नीलकंठ, पीतांबर, चौराहा, भाई-बहन, चौमासा, राष्ट्रप्रेम, राजमहल, द्विपक्ष, हाथोंहाथ, संसार सागर, चरणकमल, ऊँच-नीच, महावीर, चतुर्भुज, दही बड़ा, जलमग्न
उत्तर :
नीलकंठ : नील के समान कंठ = शिव | कर्मधारय समास । |
पीतांबर : पीत है अंबर जिसका = विष्णु | बहुब्रीहि समास । |
चौराहा : चार राहों का समूह | द्विगु समास । |
भाई-बहन : भाई और बहन | द्वंद्व समास । |
चौमासा : चार मासों का समूह | द्विगु समास । |
राष्ट्रप्रेम : राष्ट्र के लिए प्रेम | तत्पुरुष समास । |
राजमहल : राजा का महल | तत्पुरुष समास । |
द्विपक्ष : दो पक्षों का समूह | द्विगु समास । |
हाथों-हाथ : हाथ और हाथ | द्वंद्व समास । |
संसार सागर : सागर के समान संसार | कर्मधारय समास । |
चरणकमल : कमल के समान चरण | कर्मधारय समास । |
ऊँच-नीच : ऊँच और नीच | द्वंद्व समास । |
महावीर : वीरों में महान – हनुमान | बहुव्रीहि समास l |
चतुर्भुज : चार है भुजा – जिसके विष्णु | बहुब्रीहि समास । |
दही बड़ा : दही और बड़ा | द्वंद्व समास l |
जलमग्न : जल से भरा हुआ | अव्ययीभाव समास l |
प्रश्न – ६ : समास किसे कहते हैं ? इसके कितने भेद हैं ? प्रत्येक का एक एक उदाहरण दो।
उत्तर : एकाधिक शब्दों को संक्षिप्त करके नए शब्द बनाने की प्रक्रिया को समास कहते हैं। ऐसा करते समय कारक-चिह्न अन्य शब्द आदि लुप्त हो जाते हैं। प्रधान है जो मंत्री = प्रधानमंत्री
समास के छः भेद होते हैं जैसे :
(क) अव्ययीभाव समास – जन्म से लेकर = आजन्म ।
(ख) तत्पुरुष समास – गंगा का जल = गंगाजल l
(ग) कर्मधारय समास – कमल के समान नयन = कमलनयन l
(घ) द्विगु समास – चार राहों का समूह = चौराहा।
(ङ) द्वंद्व समास – माता और पिता = माता-पिता l
(च) बहुव्रीहि समास – तीननयन हैं जिसके = त्रिलोचन (महादेव)
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