Class 10 Ambar Bhag 2 Chapter 11 आओ, उद्यमी बनें

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Class 10 Hindi Ambar Bhag 2 Chapter 11 आओ, उद्यमी बनें

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आओ, उद्यमी बनें

पाठ – 11

बोध एवं विचार

1. सही विकल्प का चयन किजिए:

(क) दसवीं कक्षा के वर्गाध्यापक का नाम है:

(i) अरुण गोस्वामी।

(ii) प्रकाश गोस्वामी।

(iii) तापस गोस्वामी।

(iv) बलेन गोस्वामी।

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उत्तर: प्रकाश गोस्वामी।

(ख) कर्मविहीन बेरोजगार व्यक्ति और उद्यमी व्यक्ति के बीच का छोटा – सा अंतर क्या है?

(i) आलस्य।

(ii) लोभ। 

(iii) निराशा।

(iv) संकोच।

उत्तर:- आलस्य।

(ग) वर्गाध्यापक द्वारा चर्चित नया विषय किससे संबंधित था?

(i) सरकारी अधिकारी।

(ii) गैर- सरकारी कर्मचारी।

(iii) उद्यमी।

(iv) बेरोजगार व्यक्ति।

उत्तर:- उद्यमी।

(घ) सफल उद्यमी बनना क्यों कठिन काम है, गुरुजी? – यह प्रश्न किसने किया था?

(i) विजित।

(ii) अर्जुन। 

(iii) प्रतिमा। 

(iv) विदिशा।

उत्तर:- विदिशा।

(ड) ‘सोने का चम्मच मुंह में लेकर जन्म लेना’ – मूहावरे का तात्पर्य है:

(i) सूनार के घर में पैदा होना।

(ii) धनी या संपन्न घर में पैदा होना।

(iii) निर्धन के घर पैदा होना।

(iv) किसी विलासी व्यक्ति के घर पैदा होना।

उत्तर:- धनी या संपन्न घर में पैदा होना 

2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर पूर्ण वाक्य में दीजिए:

(क) ‘क्या तुमलोगो को एक ही दिन में __________ चलाने की कला आयी थी?’  – खाली जगह भरिए।

उत्तर:- साइकिल।

(ख) इंफोसिस कंपनी के प्रतिष्ठाता कौन हैं?

उत्तर:- एन. आर . नारायणमूर्ति।

(ग)  एक अस्पताल या नर्सिंग होम खोलकर सफल उद्यमी  बनने के लिए स्वत्वाधिकारी का क्या होना आवश्यक है?

उत्तर:- डॉक्टर अथवा M.B.B.S की डिग्री होना आवश्यक है।

(घ) इलेक्ट्रॉनिक बल्ब का आविष्कार किसने किया था?

उत्तर:- थॉमस अल्वा एडीसन।

(ड) ” ग्रह – नक्षत्र हमारे भाग्य का निर्धारण नहीं करते, वह हममें ही विद्यमान रहता है।” – यह किसका कथन है?

उत्तर:- विलियम शेक्सपियर।

3. निम्नलिखित प्रश्नों के अति संक्षिप्त उत्तर दीजिए:

(क) एक सफल उद्यमी बनने के लिए किन गुणों की आवश्यकता होती हैं?

उत्तर:- आत्म – विश्वास, इच्छा-शक्ति, चाहत, कौशल और एक स्वतंत्र एवं सर्जनात्मक मन होना आवश्यक है।

(ख) क्रिकेट खेल के बल्लेबाज और एक उद्यमी के बीच किस बात की समानता होती है?

उत्तर:- जिस प्रकार एक अच्छा बल्लेबाज अच्छे गेंदबाज के कारण रन न बना पाने के कारण अपना विकेट सुरक्षित रखता है उसी प्रकार एक उद्यमी को भी धैर्य और एकाग्रता के साथ अवसर की राह देखते हुए उसके आते ही उसका पूरा सदुपयोग करना होगा।

(ग) कैसे व्यक्ति को उद्यमी कहा जाता है?

उत्तर:- उद्यमी ऐसे व्यक्ती को कहा जाता है जो स्वयं ही कोई व्यवसाय या उद्योग शुरू करके किसी सामग्री या सेवा के विक्रय के जरिए अपनी आजीविका कमाने के साथ ही दूसरों को भी आजीविका उपलब्ध कराने में सक्षम होता है।

(घ) मैनेजमेंट शास्त्र के गुरु पीटर ड्राकर ने क्या कहा है?

उत्तर:- मैनेजमेंट शास्त्र के गुरु पीटर ड्राकर का कहना है की:- ज्ञान पर आधारित अर्थनीति में अनलोगो को ही सफलता मिलती है जो खुद को समझता है तथा अपनी शक्ति और मूल्य की पहचान कर सर्वोत्तम प्रस्तुति देता है।

(ड) प्रांभिक अवस्था में एक  उद्यमी को किन बातों के लिए तैयार  रहना पड़ेगा?

उत्तर:- प्रांभिक अवस्था में एक  उद्यमी को जूते की सिलाई से ले कर चण्डी – पाठ तक सब कुछ करने के लिए तैयार रहना पड़ेगा। 

(च) कोका कोला कंपनी का विज्ञापन उद्यमी बनने की चाहत रखने वाले व्यक्ति के लिए क्यों अत्यंत महत्वपूर्ण है?

उत्तर:- उद्यमी बनने की चाहत रखने वाले किसी विद्यार्थी अथवा व्यक्ति के लिए यह विज्ञापन अत्यंत महत्वपूर्ण है। खाते – सोते, उठते – बैठते बिना विराम के उद्यमी व्यक्ति को अपना लक्ष्य या सपना सार्थक बनाने हेतु लगातार काम करते जाना होगा।

(छ) माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स ने गरीबी के संदर्भ में क्या कहा है?

उत्तर:- माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स ने गरीबी के संदर्भ में कहा है की – आप अगर गरीब बनकर जन्मे है तो वह आपकी गलती नही है, परंतु आप अगर गरीब बनकर मरते है, तो वह आपकी गलती है।

(ज) विचार या चिंतन के संदर्भ में धीरूभाई अंबानी ने क्या कहा है?

उत्तर:- विचार या चिंतन के संदर्भ में धीरूभाई अंबानी ने कहा है की, ‘नये विचार या चिंतन पर किसी का एकाधिकार नहीं है। बड़ा सोचो, जल्दी सोचो, दूसरो से पहले सोचो।’

(झ) उत्पादों का विक्रय उद्यमीयो के लिए किसलिए सबसे महत्वपूर्ण एवं संघर्ष भरा अध्याय है ?

उत्तर:- क्योंकि सही ढंग से संप्रेषण या प्रस्तुतिकरण न कर पाने के कारण कई अच्छी चीजों की बिक्री बाजार में नही होती। अतः विक्रय – कौशल किसी भी उद्यमी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

(4) निम्नलिखित प्रश्नों के संक्षिप्त उत्तर दीजिए:

(क) उद्यमी बनने के लिए किस प्रकार की शैक्षिक योग्यता होनी चाहिए?

उत्तर: आप किस क्षेत्र में उद्यमी बनना चाहते है उस पर ही आपको आवश्यक शैक्षिक योग्यता निर्भर है। जैसे की एक ढाबा या सब्जी की दुकान खोलकर स्वावलंबी बनने के लिए विशेष किसी शैक्षिक अर्हता जरूरी नहीं पड़ती। किंतु इन सभी व्यवसायों में भी कामयाब होने के लिए बुद्धि और साधारण ज्ञान की आवश्यकता होती है।

(ख) अलेकजेण्डर ग्राहम बेल से संबंधित प्रसंग का उल्लेख किजिए?

उत्तर: 1976 ई. में एक युवक एक यंत्र का अविष्कार करके मदद हेतु कई लोगों के पास पहुंचा, परंतु सबने उसे निराश किया। आखिरकार उसने अमीरिकी राष्ट्रपति रदरफोर्ड के सामने अपने आविष्कार को प्रस्तुत किया। रदरफोर्ड ने यंत्र को देखकर टिपण्णी की – “ यह आश्चर्यजनक अविष्कार है, पर इसका उपयोग कौन करेगा, इसे कौन लेगा? वह युवक ही था अलेकजेण्डर ग्राहम बेल।

(ग) एक उद्यमी बनने के लिए कितनी पूंजी की जरूरत होती है?

उत्तर: एक उद्यमी बनने के लिए बहुत बड़ी पूंजी की जरूरत नहीं पड़ती है। 

(घ) उद्यमी बनने की चाहत रखने वाले व्यक्तियों के लिए कैसी व्यवस्था है?

उत्तर: उद्यमियों के प्रशिक्षित करने के लिए भारिया उद्यमिता संस्थान नामक एक केंद्र सरकार के संस्थापक की शाखाएं देश के हरेक प्रांत में है। साथ ही स्टार्टअप इंडिया योजना के जरिए उद्यमियों को सुरुआती पूंजी, तकनीकी मदद देने के साथ – साथ प्रशिक्षण की भी व्यवस्था है।

(ड) मुद्रा ऋण पर एक टिप्पणी लिखिए?

उत्तर: मुद्रा ऋण योजना के तहत बिना पूंजी के भी कोई एक उद्यमी अपना व्यवसाय आरंभ कर सकता है। सरकार ने वैसे लोगों के लिए इस योजना के जरिए बिना किसी गिरवी या मार्टगेज के ही काम ब्याज पर बैंक से ऋण उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है। इस योजना की मदद से कई उद्यमी युवक – युवतियों ने प्रगति भी की है। इसी प्रकार भिन्न – भिन्न निवेशकों के जरिए भी व्यवसाय और उद्यमियों के लिए ऋण व्यवस्था है।

(च) शिक्षण – संस्थानों में स्थापित उद्यमी – प्रकोष्ठों की भुमिका स्पष्ट कीजिए?

उत्तर: आजकल बिद्याथर्तीयों को प्रोत्साहित करने के साथ – साथ उनकी मदद करने के लिए अधिकांश महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों और अभियांत्रिक महाविद्यालयों में उद्यमी – प्रकोष्ठ बनाये गये है। ऐसे – उद्यमी – प्रकोष्ठ नियमित रूप से कार्यशाला, प्रशिक्षण आदि का आयोजन करते है। 

(छ) विद्यार्थीयों को क्यों उद्यमी बनने के लिए तैयार रहना चाहिए?

उत्तर: निरंतर बढ़ती आबादी के कारण यह असंभव – सा है की सरकार सबको नौकरी दे सके इसलिए विद्यार्थीयों को उद्यमी बनने के लिए तैयार रहना चहिए।

(5) निम्नलिखित प्रश्नों के सम्यक उत्तर दीजिए: 

(क) संप्रसंग व्याख्या किजिए:

(i) “उद्यमी व्यक्ति सिंह के समान है, आलस्य कापुरुष की निशानी है।”

उत्तर: उक्त पंक्तियां अंबर भाग 2 के “आओ उद्यमी बनें” नामक पाठ से ली गई है इसके लेखक देवजीत भूयां जी है।

इस पंक्ति का आशय यह है की एक उद्यमी व्यक्ति यानी एंटरप्रेन्योर और एक कर्मविहीन बेरोजगार व्यक्ति के बीच का छोटा – सा अंतर है आलस्य। दरअसल सबसे आसान काम है एक एंटरप्रेन्योर बनना क्योंकि इसके लिए किसी बड़ी डिग्री की जरूरी नहीं पड़ती, लेकिन एक सफल उद्यमी बनना कठिन है क्योंकि एक सफल उद्यमी बनने के लिए जरूरत पड़ती है धीरता, एकाग्रता, नियम एवं समय की पाबंदी, आत्मविश्वास और कवि n हार मानने वाली मनोवृति की।

(ii) “उद्यमी बनना आसान है, कामयाब उद्यमी बनना उतना आसान नहीं है।” 

उत्तर: उक्त पंक्तियां अंबर भाग 2 के “आओ उद्यमी बनें” नामक पाठ से ली गई है इसके लेखक देवजीत भूयां जी है।

उक्त पंक्ति के द्वारा लेखन यह कहना चाहते है की, कामयाब उद्यमी बनना आसान नहीं है क्योंकि एक सफल उद्यमी बनने के लिए इंसान में होना पड़ेगा, धिरता, एकाग्रता, नियम एवं समय की पाबंदी, आत्मविश्वास और कभी न हर मानने वाली मनोवृति की। सभी के पास ये गुण नहीं होते। इसलिए कामयाब उद्यमी बनना कठिन है।

(iii) “विद्यार्थीगण अपने को मानसिक रूप से तैयार करके इस स्थिति के लिए प्रस्तुत होंगे तो वह खुद के लिए और साथ ही समाज के लिए भी मंगलकारी होगा।”

उत्तर: उक्त पंक्तियां अंबर भाग 2 के “आओ उद्यमी बनें” नामक पाठ से ली गई है इसके लेखक देवजीत भूयां जी है।

उक्त पंक्ति से लेखक का आशय यह है की, निरंतर बढ़ती आबादी के कारण यह असंभव – सा है की सबको सरकारी नौकरी दे सके। प्रत्येक दस विद्यार्थीयो में से सिर्फ एक को ही सायद सरकारी नौकरी मिल सकेगी, कुछ लोगों को गैर – सरकारी प्रतिष्ठानों में नौकरी मिल जाए, परंतु ज्यादातर लोगों को उद्यमी बनकर अपनी आजीविका कमाने पड़ेगी। 

(ख) आशय स्पष्ट कीजिए:

(i) “एक सफल और एक असफल उद्यमीयो के बीच का अंतर है सिर्फ – दृढ़ता।”

उत्तर: उक्त पंक्तियां अंबर भाग 2 के “आओ उद्यमी बनें” नामक पाठ से ली गई है इसके लेखक देवजीत भूयां जी है।

लेखक यह कहना चाहते है कि उद्यमी बनने की इच्छा रखने वाले व्यक्ति के अंदर दृढ़ता, होनी पड़ेगी, हर दिन खाते पीते सोते जागते उसे उद्यमी बनने के बारे मे सोचना होगा निरंतर प्रयास करना होगा। क्योंकि कई लोग पहली असफलता में ही छोड़ देते है कोई दो बार की असफलता में छोड़ देते है, परंतु जो बिना छोड़े लगे रहते है वह ही एक दिन सफल उद्यमी के रूप में स्थापित होते है।

(ii) “विक्रय – कौशल किसी भी उद्यमी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।”

उत्तर: उक्त पंक्तियां अंबर भाग 2 के “आओ उद्यमी बनें” नामक पाठ से ली गई है इसके लेखक देवजीत भूयां जी है।

इस पंक्ति से कवि का आशय यह है की, किसी उत्पाद के तैयार करना भले ही आसान हो, पर एक नयी चीज बाजार में बेचना आसान नहीं है। सही ढंग से संप्रेषण या प्रस्तुतिकरण न कर पाने के कारण कई अच्छी चीजों की बिक्री बाजार में नही होती। अतः विक्रय – कौशल किसी भी उद्यमी के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।

(iii) “उद्यमी बनना भी साइकिल चलाना सीखने की तरह ही अनवरत् प्रयास का काम है।”

उत्तर: उक्त पंक्तियां अंबर भाग 2 के “आओ उद्यमी बनें” नामक पाठ से ली गई है इसके लेखक देवजीत भूयां जी है।

जिस प्रकार साइकिल चलाना सीखने पर निरंतर प्रयास की जरुर होती है, साइकिल से गिरने पर डर से कोई साइकिल सीखना छोड़ देते है वही कई गिरने के प्रांत भी निरंतन प्रयास करते है वहीं साइकिल सिख पाते है, ठीक उसी प्रकार उद्यमी बनने वाले व्यक्ति को भी निरंतन प्रयास करते रहना होगा एक या दो बार असफल होने के कारण प्रयास करना नही छोड़ना होगा तभी कोई व्यक्ति कामयाब उद्यमी बन सकता है।

(ग) प्रसिद्ध उद्यमी नारायणमूर्ति की सफलता की कहानी पर प्रकाश डालिए?

उत्तर: इंफोसिस कंपनी के संस्थापक एन. आर. नारायणमूर्ति भारतवर्ष तथा विश्व के एक सफल उद्यमी या एंटरप्रेन्योर है। कर्नाटक के एक निम्नधयवित्त परिवार में वह जन्मे थे। बचपन से एक उद्यमी बनने की तीव्र चाहत और इच्छा उनमें थी। इसलिए अभियांत्रिक की शिक्षा समाप्त करके कुछ दिन नौकरी करने के पश्चात उसे छोड़कर उन्होंने सॉफ्ट्रोनिक्स नामक एक कम्पनी की स्थापना की।परंतु स्थापना के डेढ़ वर्ष ही दिवालियेपन के चलते कंपनी बंद हो गई। कंपनी के बंद हो जाने के पश्चात यद्धपि नारायण मूर्ति जी ने पून: नौकरी ज्वाइन की, पर अंततोगत्वा नौकरी से इस्तीफा देकर कुछ दोस्तो के साथ मिलकर इस बार इंफोसिस नामक कंपनी शुरू की। इस कंपनी खोलने के लिए नारायणमूर्ति को उनकी पत्नी ने अपनी बचत में से दस हजार रूपए दे दिए।अपने घर से प्राप्त दस हजार रूपए की पूंजी के साथ शुरू किए गए इंफोसिस को यद्धपि प्रांभिक अवस्था में अनेक बाधा – विघ्नों का सामना करना पड़ा था, परंतु नब्बे के दशक में तत्कालीन वित्तमंत्री ने भारतीय अर्थनीति को मुक्त कर दी तो इंफोसिस के हाथो मे असीमित अवसर आ गए। सही समय पर सही कदम उठाने के पश्चात नारायण मूर्ति और उनकी कंपनी को पीछे घूमकर देखना नही पड़ा। धैर्य और एकाग्रता के साथ सही अवसर का इंतजार करके सही समय पर सही कदम उठाने के कारण आज नारायण मूर्ति विश्वभर में एक सफल उद्यमी के रूप में प्रतिष्ठित है।

(घ) प्रसिद्ध उद्यमी धीरूभाई अंबानी को किस प्रकार सफलता प्राप्त हुई थी – उसका खुलासा कीजिए।

उत्तर: भारत के सफल उद्यमी धीरूभाई अम्बानी के हाथो में न तो पूंजी ही थी और न अच्छी सौशिक अर्हता ही। मैट्रिक के स्तर पर ही पढ़ाई समाप्त करने वाले धीरूभाई शुरू – शुरू में एक पेट्रोल डिपो में तेल भरने का काम करते थे और बाद में अपने अच्छे काम के लिए उन्हें उस डिपो के मैनेजर के पद तक पदोन्नित प्राप्त हुई थी। परंतु उद्यमी के रूप में अपने को स्थापित करने की तीव्र चाहत के कारण उन्होंने नौकरी से इस्तीफा देकर व्यवसाय शुरू करने का निर्णय लिया। कहा चाह वहा राह। अपने पास पूंजी न होने के कारण उन्होंने वैसा ही किया, धीरूभाई ने व्यवसाय के लिए लोगों से धन लिए, कपड़े तैयार करके पुनः लोगों को ही बेचे, उससे जो मुनाफा कमाया उसके अंश पूंजी के हिस्सेदारों के बीच भी वितरित किए। पूंजी के अभाव उद्यमी बनने की राह में कवि भी बाधा या रुकावट नहीं बन सकता। पेट्रोल पंप की नौकरी छोड़कर मुंबई के 350 वार्गफीट के कमरे से धीरूभाई अंबानी ने कपड़े का व्यवसाय शुरू किया। कमरे में सामग्री के नाम पर थी – तीन कुर्सियां, एक मेज और एक टेलीफोन। वहीं से उन्होंने ‘रिलायंस कमर्शियल कॉरपोरेशन ‘ की स्थापाकी और परवर्ती समय में यही मशहूर रिलायंस इंडस्ट्रीज बनी। धीरूभाई अंबानी ने कहा था – नए विचार या चिंतन पर किसी का एकाधिकार नहीं है। बड़ा सोचो जल्दी सोचो, दूसरे से पहले सोचो।

(ड) पाठ में उल्लेखित असम के सफल उद्यमीयो पर चर्चा कीजिए?

उत्तर: पाठ में उल्लेखित असम के सफल उद्यमी की चर्चा पाठ में की गई है: 

(i) जुबिन गार्ग का जन्म 18 नवंबर 1972 में हुआ था, भारतीय प्रसिद्ध और असम के सबसे बड़े गायक, अभिनेता, संगीतकार और गीतकार है, जुबिन एक सफल उद्यमी है जिन्होंने असामिया, हिंदी, बंगला, कन्नड़, उड़िया, तमिल आदि फिल्मों में गए चुके है।

(ii) अंगराग पापन महन्त भारत के राज्य असम से आने वाले एक संगीतकार, गायक और रिकॉर्ड निर्माता है।

(iii) असम के स्वस्थ क्षेत्र में सेवा देकर, अस्पताल खोलकर सफल उद्यमी बनने वाले जी. एन. आर. सी. अस्पताल के स्वत्वाधिकारी श्री नोमल चंद्र बोरा, डाउन टाउन अस्पताल के स्वत्वाधिकारी श्री नरेंद्र नाथ दत्त, नेमकेयर अस्पताल के स्वत्वाधिकारी श्री हितेश बरुवा – है कोई एक एक चिकित्सक है। इस प्रकार असम एयर प्रोडक्शन, प्रीमियर क्रयोजेनिक इत्यादि उद्योगों के मालिक श्री अभिजीत बरुवा और प्रसिद्ध गृह – निर्माता अथवा बिल्डर श्री जे. एन. खाटनियार एक एक इंजिनियर है।

भाषा एवं व्याकरण

1. निम्नलिखित मुहावरों का का अर्थ लिखकर वाक्य में प्रयोग कीजिए:

श्री गणेश करना, खून – पसीना एक करना, गांठ में बंधना, दौड़ – धूप करना, जान पर खेलना, जमीन पर पैर न पड़ना।

मूहावरे अर्थ वाक्य 
श्री गणेश करनाकिसी काम का आरंभ करना।पंडित जी के पूजा संपन्न करने के बाद कंपनी के काम का श्री गणेश हुआ।
खून-पसीना एक करनाबहुत मेहनत करना।अर्जुन खून – पसीना एक कर के एग्जाम में फर्स्ट आया है।
गांठ में बंधना किसी बात को अच्छी तरह से याद रखना।वह मजाक में कही बातों को गांठ बांध कर मुझसे नाराज़ है।
दौड़ – धूप करनाकिसी काम के लिए इधर – उधर दौड़ना।श्याम में नौकरी पाने के लिए बहुत दौड़ – धूप किया है।
जान – पर खेलनाबहुत बड़े संकट में आना।राजू ने जान पर खेल कर बाढ़ में फंसे लोगों की मदद की।
जमीन पैर न पड़ना अत्यधिक प्रसन्न होना।रीना क्लास में फर्स्ट आई है इसलिए उसके पैर जमीन पर नहीं है।

2. निम्नलिखित लोकोक्तियां के भाव स्पष्ट कीजिए:

(i) जहा चाह वहा राह।

(ii) हथेली पर दही नहीं जमता।

(iii) होनहार बिरवान के होत चिकने पात।

(iv) जिन ढूंढा तीन पाइयां गहरे पानी पैठ।

लोकोक्ति भाव
जहा चाह वहा राह।यदि किसी कार्य को करने की दृढ़ इच्छा और शक्ति हो तो कार्य का रास्ता निकल ही आता है।
हथेली पर दही नहीं जमता।कार्य के लिए समय चाहिए, जब चाहो तब काम नहीं हो सकता।
होनहार बिरवान के होत चिकने पात।होनहार के लक्षण पहले से ही दिखायी पढ़ने लगते है।
जिन ढूंढा तीन पाइयां गहरे पानी पैठ।जो प्रत्यान करते है, वे कुछ न कुछ वैसे ही पा ही लेते है, जैसे कोई मेहनत करने वाला गोताखोर गहरे पानी में जाता है और कुछ ले कर आता है।

4. समास – विग्रह करके समास का नाम बताइए:

पिता – माता, आजीवन, विद्यालय, सतसई, पीताम्बर।

शब्द सामस – विग्रह समास का नाम 
पिता – माता पिता च माता च द्वंद्व समास।
आजीवन जीवन भर अव्ययीभाव समास।
विद्यालय विद्या का आलय तत्पुरुष समास।
सतसईसात सौ का समाहार व्दिगु समास।
पीताम्बर पीत है अंबर जिसका अर्थात “कृष्ण”कर्मधारय समास।

5. निम्नलिखित शब्दों के लिंग परिवर्तन कीजिए:

अध्यापक, शिक्षक, महोदय, पत्नी, ननद, युक्ति, भेड़, भैंस।

शब्द लिंग परिवर्तन 
अध्यापकअध्यापिका।
शिक्षकशिक्षिका।
महोदयमहोदया।
पत्नी पति।
ननदननदोई।
युक्ति यूवक।
भेड़ भेड़।
भैंसभैंसा।

लेखक संबंधित प्रश्न उत्तर

(1) आओ उद्यमी बनें पाठ के लेखक का नाम क्या है?

उत्तर: देवजीत भूयां।

(2) लेखक का जन्म कहा हुआ था?

उत्तर: लेखक का जन्म तेजपुर के मिशन चारिआली के निकटस्थल के केतेकीबारी में हुआ था।

(3) लेखक के माता पिता का नाम क्या था?

उत्तर: पिता का नाम दिवंगत सुरेंद्र नाथ भूयां और माता का नाम मनोरमा भूयां।

(4) लेखक के कार्य का उल्लेख किजिए?

उत्तर: लेखक अभियंता, कैरियर परामर्शदाता, अधिवक्ता, राजनीतिक समीक्षक एवं जनप्रिय लेखक थे।

(5) लेखक के शिक्षा पर टिप्पणि कीजिए?

उत्तर: 1976 ई. में रहा उच्च माध्यमिक विद्यालय से मैट्रिक की परीक्षा अच्छे अंकों के साथ उत्तीर्ण होने के पश्चात भूयां जी ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। 1984ई. में असम अभियांत्रिक महाविद्यालय से इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग शाखा में बी. ए. की डिग्री हासिल करने के बाद लेखक ने बंगाईगांव शोधनागर में अभियंता के रूप में योगदान दिया। कालांतर में इलेक्ट्रॉनिक विभाग के मैनेजर के पद पर आसीन होकर लेखक 2001ई. को वही से अवकाश प्राप्त किया।

(6) लेखक द्वारा रचित असमिया ग्रंथो के नाम लिखिए?

उत्तर: लेखक द्वारा रचित असमिया ग्रंथो के नाम है:

(i) बुलेट चलोवा छोवालीजनी।

(ii) कबितार आकाश।

(iii) जुबिन गार्ग जिंदाबाद।

(iv) नतून नायिका हिमा।

(v) सफल यायावर।

(vi) शिशु होबर मन जाय।

(vii) एनिशार कविता।

(viii) एदिनर कविता।

(ix) जय आई असम।

(x) लाहे लाहेर देश इत्यादि तीस ग्रंथ प्रकाशित हो चुके हैं।

(7) लेखक द्वारा रचित अंग्रेजी ग्रंथो के नाम लिखिए?

उत्तर: लेखक द्वारा रचित अंग्रेजी ग्रंथो के नाम है:

(i) Butterfly.

(ii) Me too.

(iii) The black hole.

(iv) The world I want to see.

(v) Winning profile.

(vi) Let us bloom together.

(vii) One night’s guest.

(viii) Multiple career choices.

(ix) Big Bang to Bill gates इत्यादि उनकी अंग्रेजी ग्रंथ भी प्रकाशित हो चुके है।

(8) इन ग्रंथो के अलावा उनके लेखों के बारे में लिखिए?

उत्तर: इन ग्रंथो के अलावा उनके छह ई. – माध्यम के ग्रंथो तक कई लोकप्रिय पत्र – पत्रिकाओं में उनके कई लेखों का प्रकाशन भी हो चुका है।

अतिरिक्त प्रश्न उत्तर

(1) बल्ब का आविष्कार किसने किया था तथा अपने प्रयास में असफल होने पर उन्होंने क्या टिपण्णी की थी?

उत्तर: बल्ब का आविष्कार थॉमस अल्वा एडिसन ने किया था। तथा जब बल्ब बनने के प्रयास में वह असफल हुए थे तब उन्होंने टिपण्णी की थी – मैं असफल नही हुआ हूं। सिर्फ इतना समझ पाया हूं की 10000 प्रकार से यह काम नही करता।

(2) चेस्टर कार्लसन की सफलता पर चर्चा कीजिए?

उत्तर: 1940 ई.  में दूसरे एक आविष्कार – कर्ता चेस्टर कार्लसन अपने आविष्कार को बीस कंपनियों के सामने प्रस्तुत करते हुए थक गये, परंतु एक भी कंपनी उस आविष्कार को ग्रहण करने हेतु तैयार नहीं हुए। सात वर्ष बाद 1947ई. में न्यूवर्क की हेलयड नामक एक छोटी कंपनी ने उनके आविष्कार का स्वत्वाधिकारी खरीदने को राजी हुई। कालान्तर में हेलयड कंपनी जेरॉक्स कॉरपोरेशन नाम से मशहूर हुई। आज भी मशीन के जरिए की जाने वाली फोटोकॉपी की जेरॉक्स ही कहते है।

(3) कुछ लोगो की मान्यता है की उद्यमी बनने का गुण जन्मजात है, उद्यमी बनाये नही जा सकते, क्या यह सही है स्पष्ट कीजिए?

उत्तर: यह एक गलत विचार है। सही प्रशिक्षण और अभिप्रेरण से उद्यमी तैयार किए जा सकते है। इसके लिए व्यक्ति में रहने होंगे आत्मा – विश्वास, इच्छा – शक्ति, चाहत, कौशल और एक स्वतंत्र एवं सर्जनात्मक मन। 

सही विकल्प का चयन कीजिए:

(1) लेखक का जन्म कब हुआ था?

(i) 24 अप्रैल 1962

(ii) 25 अप्रैल 1961

(iii) 24 अप्रैल 1961

(iv) 25 अप्रैल 1962

उत्तर: 24 अप्रैल 1961

(2) प्रकाश गोस्वामी कितने कक्षा के छात्र को पढ़ा रहे थे?

(i) आठवीं।

(ii) सातवीं।

(iii) दसवीं।

(iv) पांचवीं।

उत्तर: दसवीं।

(3) विदिशा ने गुरु जी से क्या प्रश्न किया?

(i) उद्यमी बनने के लिए कितनी पुंजी चाहिए?

(ii) उद्यमी बनने के लिए कितनी शिक्षा की जरूरत होती है?

(iii) उद्यमी बनने के लिए कौन सा गुण होना चाहिए?

(iv) सफल उद्यमी बनना क्यों कठिन है?

उत्तर: सफल उद्यमी बनना क्यों कठिन है?

(4) सफल उद्यमी बनने के लिए कौन सा गुण नही होना चाहिए?

(i) आलस्य।

(ii) धीर्ता।

(iii) एकाग्रता।

(iv) नियम एवं समय की पाबंदी।

उत्तर: आलस्य।

(5) साइकिल चलाना किसे आता है अपने हाथ खड़े करे __________ बिद्यार्थी को छोड़ कर ज्यादातर विद्यार्थी ने अपने हाथ खड़े किए?

(i) दो – तीन।

(ii) तीन – चार।

(iii) चार -पांच।

(iv) पांच – छह।

उत्तर: चार -पांच।

(6) क्या तुम लोगों को _________ ही दिन में साइकिल चलाने की कला आई थी?

(i) दो।

(ii) एक।

(iii) तीन।

(iv) चार।

उत्तर: एक।

(7) उद्यमी बनना भी _________ चलाना सीखने के समान ही निरंतन प्रयास का काम है?

(i) क्रिकेट।

(ii) फुटबॉल।

(iii) साइकिल।

(iv) उपरोक्त सभी।

उत्तर: साइकिल।

(8) Eat cricket, sleep cricket, dream cricket, drink cricket यह कौन सा कम्पनी का विज्ञापन है?

(i) मिरिंडा।

(ii) फांटा।

(iii) कोको – कोला।

(iv) माजा।

उत्तर: कोको – कोला।

(9) एन. आर. नारायणमूर्ति किस कंपनी के मालिक है?

(i) रिलायंस।

(ii) टाटा।

(iii) इंफोसिस।

(iv) इनेक्ट्रोनिक।

उत्तर: इंफोसिस।

(10) एन. आर. नारायणमूर्ति की सॉफ्ट्रोनिक नामक कंपनी कितने वर्ष बाद बंद हो गई थी?

(i) एक वर्ष।

(ii) डेढ़ वर्ष।

(iii) दो वर्ष।

(iv) तीन वर्ष।

उत्तर: डेढ़ वर्ष।

(11) इंफोसिस कंपनी खोलने के लिए एन. आर. नारायणमूर्ति की पत्नी से उन्हे कितने रुपए बचत के मिले?

(i) 20 हजार।

(ii) 10 हजार।

(iii) 15 हजार।

(iv) 25 हजार।

उत्तर: 10 हजार।

(12) उद्यमी की परिभाषा देने वाले विद्यार्थी का नाम क्या था ?

(i) प्रितम।

(ii) विजित।

(iii) विदिशा।

(iv) अर्जुन।

उत्तर: विजित।

(13) अर्जुन ने अध्यापक से क्या प्रश्न किया?

(i) उद्यमी बनने के लिए कितनी पुंजी चाहिए?

(ii) उद्यमी बनने के लिए कितनी शिक्षा की जरूरत होती है?

(iii) उद्यमी बनने के लिए कौन सा गुण होना चाहिए?

(iv)सफल उद्यमी बनना क्यों कठिन है?

उत्तर: उद्यमी बनने के लिए कितनी पुंजी चाहिए?

(14) पेट्रोल पंप में तेल भरने का काम कौन करते थे?

(i) एन. आर. नारायणमूर्ति।

(ii) धीरूभाई अम्बानी।

(iii) जुबिन।

(iv) नरेंद्र नाथ दत्त।

उत्तर: धीरूभाई अम्बानी।

(15) चेस्टर कार्लसन अपने आविष्कार को ले कर कितने कंपनियों के पास गए थे?

(i) दस।

(ii) पांच।

(iii) तीस।

(iv) बीस।

उत्तर: बीस।

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