Assam Jatiya Bidyalay Class 6 Hindi Chapter 11 हमारे उत्सव

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हमारे उत्सव

Chapter – 11

অসম জাতীয় বিদ্যালয়

পাঠভিত্তিক ক্রিয়াকলাপৰ প্রশ্নোত্তৰ


প্রস্তুত পাঠটিত উত্তৰ পূৰ্ব ভাৰতৰ কিছুমান উৎসৱৰ বিষয়ে সংক্ষেপে চৰ্চা কৰা হৈছে। ইয়াত মূলত সীমাপ্রান্তত থকা ভাই-ভনীসকলৰ জাতীয় উৎসৱৰ বিষয়ে কোৱা হৈছে।

বিহু আমাৰ জাতীয় উৎসৱ। ইয়াৰ মূলতঃ অসমীয়া জন-জীৱনৰ কৃষিৰ সৈতে ঘনিষ্ঠ সম্বন্ধ আছে। বিহু তিনিটা, যাক আমি ৰঙালী, কঙালী আৰু ভোগালী নামেৰে পালন কৰো। বিহুৰ বিষয়ে তোমালোকে আগতে পঢ়ি আহিছা। আমি ইয়াত উত্তৰ-পূব ভাৰতৰ কিছুমান উৎসৱৰ বিষয়ে আলোচনা কৰিম।

আমাৰ উত্তৰ-পূব ভাৰত উৎসৱবোৰৰ মিলনভূমি। ইয়াত প্ৰত্যেক ৰাজ্যৰ ভিন্ন ভিন্ন উৎসব ভিন্ন-ভিন্ন উপায়েৰে পালন কৰা হয়। 

মেঘালয় অসমৰ দক্ষিণ দিশত অৱস্থিত। তাত খাচী, জয়ন্তীয়া, গাৰো আদি সম্প্ৰদায়ৰ লোকে বাস কৰে। ইয়াৰ প্ৰত্যেক উৎসৱ নৃত্য-গীতেৰে পৰিপূৰ্ণ। ‘নংক্রেম’ থাচী জয়ন্তীয়া লোকৰ সকলোতকৈ মহত্বপূর্ণ আৰু প্রাচীন উৎসৱ। এই উৎসৱ পাঁচদিনলৈকে পালন কৰা হয়। এই উৎসৱৰ প্ৰথম দিনাখন ‘ঢোল’ আৰু ‘ডবা’ বজাই উৎসৱৰ প্ৰাৰম্ভ কৰা হয়। দ্বিতীয় দিনাখন দেৱীৰ আৰাধনা কৰা হয়। তৃতীয় দিনাখন দেৱীৰ বাবে ছাগলী বলি দিয়া হয়। চতুর্থ দিনাখন তিৰোতাসকলে নৃত্য কৰে আৰু পঞ্চম দিনাখন গোটেই ৰাতি নিজৰ উপাস্য দেৱতাক উপাসনা কৰে।

গাৰো লোকসকলৰ উৎসৱ কৃষিৰ লগত সম্বন্ধযুক্ত। এই সকল লোকে শস্য লগোৱাৰ আগতে ‘ৰন্ধুমালা’ আৰু ‘গিণ্ডিগালা’ উৎসৱ পালন কৰে আৰু শস্য কটাৰ সময়ত ‘বাংগালা’ বা ‘গুৰেৱাটা’ উৎসব পালন কৰে।

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মণিপুৰী লোকসকল বৈষ্ণৱ ধৰ্মৰ দ্বাৰ৷ প্ৰভাৱিত। এওঁলোকে ‘কৃষ্ণ-জন্ম’ উৎসৱ বব হর্ষোল্লাসেবে পালন কৰে। ভাদ মাহৰ অষ্টমী তিথিত এই উৎসব পালন করা। হয়। ইয়াৰ থাওল চাংগৱা, লাই হাৰোৱাবা আদি নৃত্য বিশ্ব প্রসিদ্ধ। অসমৰ দৰে মণিপুৰতো ‘ৰাসলীলা’, ‘কৃষ্ণলীলা’ উৎসৱ বৰ মহত্ত্বপূর্ণ।

অৰুণাচলতো বিবিধ গোষ্ঠীয় বা সম্প্ৰদায়ৰ লোকে বসতি কৰে। ইয়াত বৌদ্ধ ধৰ্ম মনা লোকো আছে। ‘লোচাৰ’ ইয়াৰ মহত্ত্বপূৰ্ণ আৰু উল্লেখনীয় উৎসৱ। ‘মোনপা আৰু ‘শ্বেবদুকূপেন’ জনজাতিৰ লোকে ইয়াক পালন কৰে। প্রত্যেক বছৰে জানুৱাৰী ফেব্ৰুৱাৰী মাহত ইয়াক পালন কৰা হয়। ‘মিজি’ জনজাতিৰ প্ৰিয় উৎসৱ ফাংগ মিলন’ ছয় দিনলৈকে পালন কৰা হয়। মূলতঃ অপশক্তির বিনাসৰ বাবে চন্দ্ৰমা আৰু সূৰ্যৰ উপাসনা কৰা হয়।

ভাৰতৰ উত্তৰ-পূব দিশত নাগালে। অৱস্থিত। ইয়াত বিবিধ জনজাতিৰ লোকে বস-বাস কৰে। এইকাৰণে ইয়াৰ উৎসৱা বিভিন্ন প্ৰকাৰৰ। ইয়াৰ আঙ্গামী জনজাতিৰ প্রধান উৎসৱ হ’ল ‘শ্বিকেনপী’। এইটো কৃষিমূলক উৎসৱ। ইয়াক ফেব্ৰুৱাৰী মাহত পালন কৰা হয়। ‘গোভী’ এওঁলোকৰ আন এটা মহত্ত্বপূর্ণ উৎসৱ। ইয়াক এপ্রিল যাহত পালন কৰা হয়। ইয়াৰ ‘কনপা’ লোকসকলে আউলিং, মনয়ুং লোভা জনজাতিৰ লোকসকলে ‘টথুইমাং’ আদি উৎসৱ পালন কৰে।

এইদৰে ত্ৰিপুৰাৰ ‘খাৰচ্চি’ উৎসৱ যাক ‘চতুৰ্দশ’ বুলিও কোৱা হয়। এই চতুর্দশ দেৱতা ত্ৰিপুৰাৰ স্বাধীন শাসকবর্গ। আহাৰ মাহত এই উৎসব পালন কৰা হয়। সাতদিন ধৰি চলা কাৰণে ইয়াক ‘খাৰাচ্চি পূজা’ বুলি কোৱা হয়। ইয়াৰ অন্য উল্লেখনীয় উৎসৱবোৰ হ’ল— কাৰ উৎসৱ, ডমৰু মেলা, বনবিহাৰ মেলা, বিচুকেনি আদি।

মিজোৰামৰ সামূহিক উৎসৱক ‘কুট’ বুলি কোৱা হয়। ইয়াক পাউল কুট, চপচৰ কুট, কিম কুট আদি নামেৰে জনা যায়।

शब्द (শব্দ)अर्थ (অর্থ)
उपासनाआराधना, पूजाপূজা
सीमाप्रांतसीमांत प्रदेशসীমান্ত প্রদেশ
तरीकाढंग, प्रकारউপায়
घनिष्ठगहराগভীৰ
कहावतलोकोक्तिলোককথা
बलिदेवता पर चढ़ाई गई वस्तुবলি
अपशक्तिअशुभ शक्तिঅশুভ শক্তি
चतुर्दशचौदहচৈধ্য, চৌদ্ধ

प्रश्न- अभ्यास (প্ৰশ্ন অভ্যাস)

प्रश्न : 1. उत्तर-पूर्वांचल उत्सवों की रम्यभूमि है। चर्चा करो। (উত্তৰ পূৰ্বাঞ্চল উৎসৱৰ ৰম্যভূমি। আলোচনা কৰা)

उत्तर : उत्तर-पूर्वांचल में बहुत सारे त्योहारें हैं। उत्तर-पूर्वी भारत उत्सवो की मिलनभूमि है। यहाँ हर राज्य भिन्न-भिन्न तरीके से भिन्न-भिन्न उत्सव मनाये जाते हैं। इसलिए उत्तर-पूर्वांचल उत्सवों की रम्यभूमि है।

प्रश्न : 2. कक्षा में अपने प्रिय किसी एक उत्सव के बारे में सुनाओ। (শ্রেণীত নিজৰ পছন্দ মতে যিকোনো এটা উৎসৱৰ বিষয়ে শুনোৱা) 

उत्तर : हमारा प्रिय उत्सव है बिहु। यह मूलतः असमीया जनजीवन की कृषि के साथ घनिष्ठ संबंध रखनेवाला उत्सव है। बिहु तीन हैं, जिन्हें हम रंगाली, कंगाली और भोगाली नाम से मनाते है। बहाग माह के बिहु को रंगाली, काति माह के बिहू को कंगाली और माघ महीने के बिहु को भोगाली बिहु कहा जाता है। रंगाली बिहुमें हम रंग करते हैं। बिहु नृत्य और विहुगीत से असमीया समाज मस्त मगन हो जाते हैं।

माघ महीने के संक्रान्ति में माघ बिहु होते हैं। इस बिहु में असमीया लोग लारु, पीठा और चिरा दही खाते हैं। विभिन्न पकोवान से लोगों को आप्यायित करते हैं।

कार्तिक महीने के संक्रान्ति के दिन काति बिहु या कंगाली बिहु मनाते हैं। इस उत्सव में खेत में दिया जलाते हैं। आकाशवन्ति भी लगाते हैं। बिहु मनाकर हम दूसरों के साथ मिलाप्रीति बढ़ाते हैं।

प्रश्न : 3. पाठ में उल्लिखित कौन-सा उत्सव तुम्हें अधिक पसंद है? कारण बताओ। (পাঠত উল্লেখিত উৎসৱৰ ভিতৰত কোনটো উৎসৱ তুমি বেছি পছদ কৰা। কাৰণ দৰ্শোৱা) 

उत्तर : रंगाली बिहु हमारा पसंद का है कारण इस बिहु में अधिक रंग मिलते हैं। प्रकृति भी नदन-वदन हो उठती है। और सारों ओर आनन्दमय दृश्य देखा जाता है।

प्रश्न : 4. रंगाली बिहु के समय तुम क्या-क्या करते हो ? संक्षेप में बताओ। (ৰঙালী বিহুৰ সময়ত তুমি কি কি কৰা? সংক্ষেপতে বর্ণনা কৰা)

उत्तर : रंगाली बिहु के समय हम बिहु नृत्य करते हैं और बिहु गीत गाते हैं। विहु के दिन बड़ों को प्रणाम करते हैं। मेहमानों को बिहुवान भेंट करते हैं। आजकल मंच बनाकर संग्रीतानुष्ठान का आयोजन करते हैं।

प्रश्न : 5 प्रश्नों के उत्तर दो : (প্ৰশ্ন উত্তৰ দিয়া)

(i) बिहु कितने प्रकार के हैं? उनके नाम लिखो।

उत्तर : बिहु तीन प्रकार के हैं- रंगाली बिहु, भोगाली बिहु और कंगाली बिहु ৷ 

(ii) मेघालय में किन संप्रदायों के लोग रहते हैं ? 

उत्तर : मेघालय में खासी, जयन्तीया, गारो आदि सम्प्रदायों के लोग रहते हैं ? 

(iii) ‘नंक्रेम’ उत्सव खासी लोग कैसे मनाते हैं ?

उत्तर : ‘नंक्रेम’ उत्सव खासी लोग ‘ढोल’ और ‘डबा’ बजाते हुए उत्सव का प्रारंभ किया जाता है। दूसरे दिन नृत्य के द्वारा देवी की आराधना की जाती है। तीसरे दिन देवी के लिए बकरी की बलि चढ़ायी जाती है। चौथे दिन स्त्रियाँ नृत्य करती है तथा पाँचवे दिन पूरी रात अपने उपास्य की उपासना करती है। 

(iv) मणिपुरी लोगों के उत्सव खासकर किस धर्म से प्रभावित है ? उन लोगों के प्रसिद्ध नृत्य क्या-क्या हैं ? 

उत्तर : मणिपुरी लोग खासकर वैष्णव धर्म से प्रभावित है। उन लोगों के प्रसिद्ध नृत्य थावल चोंगवा, लाय हराओवा, रासलीला, कृष्णलीला आदि।

(v) ‘लोचार’ उत्सव कहाँ मनाया जाता है ? किस जनजाति के लोग इसे मनाते हैं ?

उत्तर : अरुणाचल में ‘लोचार’ उत्सव मनाया जाता है।

‘मोनपा’ और ‘श्वेरदुक्पेन’ जनजाति के लोग ‘लोचार’ उत्सव मनाते हैं।

प्रश्न : 6. रेखा खींचकर मिलाओ : (ৰেখা টানি মিলোৱা)

उत्तर :

‘क’‘ख’
मणिपुरलाय हरा ओवा
अरुणाचलफांग मिलन
मिजोरामकूट
त्रिपूराडमरु मेला
मेघालयनंक्रम
नागालैण्डगोभी
असमबिहु

प्रश्न : 7. तालिका की पूर्ति करो : (তালিকা পূৰণ কৰা)

उत्तर :

आंचलिक उत्सवदेशीय उत्सवअन्तर्राष्ट्रीय उत्सव
(i) कूट(i) दुर्गापूजा(i) ईद
(ii) बिहु(ii) दिवाली(ii) बड़दिन
(iii) लाइहारोओवा(iii) दशहरा(iii) नववर्ष
(iv) जन्माष्टमी(iv) होली(iv) 31 दिसम्बर

प्रश्न : 8.

(i) मैंने भात खाया था

उत्तर : भूतकाल

(ii) वह भात खाता है

उत्तर : वर्तमान काल

(iii) वह भात खायेगी

 उत्तर : भविष्यत काल

प्रश्न : 9. वाक्य बनाओ (বাক‍্য সাজা) 

सम्बन्ध, प्रसिद्ध, सम्प्रदाय, तरह, प्राचीन, आराधना

उत्तर : सम्बन्ध- बिहु असमीया जन-जीवन की कृषि के साथ सम्वन्ध रखता है।

प्रसिद्ध- हयग्रीव माधव मन्दिर प्रसिद्ध मन्दिर है। 

सम्प्रदाय- असम में विभिन्न सम्प्रदाय के लोग हैं।

तरह- भारत में सभी तरह के लोग रहते हैं।

प्राचीन- प्राचीन भारत में बहुत सारे ऋषि-मूणि रहते थे।

आराधना- देवी की आराधना बड़ा ही प्राचीन प्रथा है।

प्रश्न :10. आओ जान ले : (আহা জানি লোৱা)

उत्तर : 

राज्यराजधानीमातृभाषा
असमदिशपुर (गुवाहाटी)असमीया
मेघालयशिलंगखासी, गारो
अरुणाचल प्रदेशइटानगरअरुणाचली भाषाएँ
मिजोरामआइजॉलमिजो
त्रिपुराआगरतलाबंगाली
मणिपुरइम्फलमणिपुरी
नागालैण्डकोहिमानगा भाषाएँ

प्रश्न : 11. असम के जातीय उत्सव के बारे में कम से कम पन्द्रह पंक्तियाँ लिखो। (অসমৰ জাতীয় উৎসৱৰ বিষয়ে পোন্ধৰ শাৰী লিখা)

उत्तर : (असम के जातीय उत्सव बिहु के बारे में 2 नम्बर प्रश्न उत्तर देखो।)

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