Assam Jatiya Bidyalay Class 6 Hindi Chapter 6 रहो बरे के संग, Assam Jatiya Vidyalaya | অসম জাতীয় বিদ্যালয় হিন্দী Class 6 Question Answer to each chapter is provided in the list of SEBA so that you can easily browse through different chapters and select needs one. Assam Jatiya Bidyalay Chapter 6 रहो बरे के संग Class 6 Hindi Question Answer can be of great value to excel in the examination.
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रहो बरे के संग
Chapter – 6
অসম জাতীয় বিদ্যালয়
পাঠভিত্তিক ক্রিয়াকলাপৰ প্রশ্নোত্তৰ
যদি তুমি ফুলৰ লগত খেলা
তেতিয়া ফুলৰ সুগন্ধি পাবা।
যদি তুমি ধূলিৰ সৈতে খেলা
তেতিয়া তুমি লেতেৰা হৈ যাবা।
কাউৰীৰ লগত যদি সম্পর্ক কৰা
তেতিয়া তোমাৰ মাত কর্কশ হব।
কুলিৰ লগত যদি সম্পর্ক কৰা
তেতিয়া তুমি মিঠা মাতৰ
অধিকাৰী হবা
তুমি যেনেকুৱা ৰং লগাব বিচাৰা
তেনেকুৱা ৰং মিহলোৱা
যদি তুমি ডাঙৰ হ’ব বিচাৰা
তেতিয়া তুমি ডাঙৰৰ সৈতে থাকা।
सबदर्थ :
कडुए – कटु, शुष्क (ককর্শ, শুকান)
मिश्री – रुर, मीठी वोली (মিঠাই, ইয়াত মৃদুভাব বুজাইছে)
बड़े के सांग – बड़े उर्थात ज्ञानीजनों के सांग। (জ্ঞানী মানুহৰ সঙ্গ)
अभ्यास माला
प्रश्न – १ : प्रस्तुत कविता को दोहराओ और कण्ठस्थ लिखो।
उत्तर : छात्र खुद करें।
पशन – २ : क्षेप उतर दो :
(i) फूल से खेल से या होना है ?
उत्तर : फूल से खेलने से सुगन्ध मिलता है।
(ii) धूल से खेलने से क्या होता है ?
उत्तर : धूल से खेलने से मन और कपड़े गन्दे होते हैं।
(iii) कौए का साथ देने पर कैसी बोली बोलनी पड़ती है ?
उत्तर : कौए का साथ देने पर कडुए बोली बोलनी पड़ती है।
(iv) कोयल का साथ देने पर लोग कैसी बोली बोलते हैं ?
उत्तर : कोयल का साथ देने पर लोग मिठी बोली बोलते हैं।
(v) बड़े बनने के लिए किसके साथ रहना चाहिए ?
उत्तर : बड़े बनने के लिए बड़े लोगों के साथ रहना चाहिए।
(vi) प्रस्तुत कविता में ‘बड़े के संग रहने’ का मतलब क्या है ?
उत्तर : प्रस्तुत कविता में ‘बड़े के संग रहने’ का मतलव है- ज्ञानीजनों का संग करना, उनके आदर्शों को मानना।
प्रश्न- ३ : गद्य भाषा में लिखो :
(i) खेलोगे तुम अगर फूल से,
तो सुगन्ध पा जाओगे।
खेलोगे तुम अगर धूल से,
तो गन्दे हो जाओगे।
उत्तर : तुम अगर फूल से खेलो गे, तो तुम्हें सुगन्ध मिलेगा। तुम अगर धूल से खेलोगे, तो तुम गन्दे हो जाओगे।
(ii) कौए का यदि साथ करोगे,
तो बोलोगे कड्डुए बोल।
कोयल का यदि साथ करोगे,
तो दोगे तुम मिश्री घोल ।
उत्तर : यदि तुम कौए के साथ रहोगे, तो कौए के जैसे कडुए बोली बोलोगे। यदि कोयल के साथ रहोगे, तो कोयल जैसी ही बोली में मधुरता आ जाएगी।
प्रश्न- ४ : आशय स्पष्ट करो :
जैसा भी रंग रंगना चाहो,
घोलो वैसा ही रंग।
अगर तुम बड़ें बनना चाहो,
तो तुम रहो बड़े के संग ৷
उत्तर : यह ‘रहो बड़े के संग’ कविता से ली गयी है। यहाँ कहा गया है कि तुम्हें जैसा रंग रंगना हो वैसा ही हंग घोलो। जैसे-यदि तुम्हें बड़ा बनना है, तो बड़ों के संग तुम्हें रहना होगा। वैसा ही विचार अपने मन में लाना होगा।
प्रश्न- ५ : सही उत्तर चुनकर लिखो :
(i) कोयल के साथ रहने पर हमारी बोली–
(क) कड्डुए होती है।
(ख) मीठी होती है।
(ग) खट्टी होती है।
(घ) सुन्दर होती है।
उत्तर : (ख) मीठी होती है।
(ii) बड़े बनने के लिए रहना चाहिए–
(क) फूलों के साथ।
(ख) धूल के साथ।
(ग) कोयल के साथ
(घ) बड़ों के साथ।
उत्तर : (घ) बड़ों के साथ ৷
(iii) सुगन्ध पाने के लिए रहना चाहिए–
(क) कोयल के साथ।
(ख) गंदकी के साथ।
(ग) फूलों के साथ।
(घ) सबके के साथ।
उत्तर : (ग) फूलों के साथ।
प्रश्न -६ : तुम किसके साथ रहना पसन्द करते हो ? और क्यों ?
उत्तर : छात्र खूद करें।
प्रश्न- ७ भाषा-अध्ययन :
(क) पर्यायवाची शब्द लिखो :
कोयल, फूल, धूल, गंदगी, चाह
उत्तर : कोयल– कोकिला, पिक, कोकिल
फूल– पुष्प, कुसुम, सुमन
धूल– रज, वालु के कण
गंदगी– मैल, अव्यवस्थित
चाह– इच्छा, पाना
(ख) लिंग- निर्णय करो :
फूल, बोली, कौआ, कोयल, बात
उत्तर : फूल (पुलिंग) वागों में फूल खिला है।
बोली (स्त्रीलिंग) मीठी बोली बोलना चाहिए।
कौआ (पुलिंग) कौआ का- काँ करता है।
कोयल (स्त्रीलिंग) कोयल की- बोली मिठी होती है।
बात (स्त्रीलिंग) तुम्हारी बातें सुनकर मुझे विशवास नहीं होता।
(ग) वाक्य बनाओ :
मीठी, कडुआ, साथ, संगति, सहायता
उत्तर : मीठी– कोयल की बोली मिठी होती है।
कडुआ– कडुआ बोली नहीं बोलनी चाहिए।
साथ– सदा गुणवालों के साथ रहना चाहिए।
संगति– बुरी संगति से दूर रहना हितकर है।
सहायता– असहायों को सहायता करनी चाहिए।
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