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NCERT Class 12 Geography Chapter 16 मानव विकास
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मानव विकास
Chapter: 16
मानव भूगोल के मूल सिद्धांत
अभ्यास
1. नीचे दिए गए चार विकल्पों में से सही उत्तर चुनिए:
(i) निम्नलिखित में से कौन-सा विकास का सर्वोत्तम वर्णन करता है।
(क) आकार में वृद्धि।
(ख) गुण में धनात्मक परिवर्तन।
(ग) आकार में स्थिरता।
(घ) गुण में साधारण परिवर्तन।
उत्तर: (ख) गुण में धनात्मक परिवर्तन।
(ii) मानव विकास की अवधारणा निम्नलिखित में से किस विद्वान की देन है।
(क) प्रो. अमर्त्य सेन।
(ख) डॉ. महबूब-उल-हक।
(ग) एलन सी. सेम्पुत।
(घ) रैटजेल।
उत्तर: (ख) डॉ. महबूब-उल-हक।
2. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए:
(i) मानव विकास के तीन मूलभूत क्षेत्र कौन-से है?
उत्तर: मानव विकास के तीन मूलभूत क्षेत्र निम्नलिखित है-
1. शिक्षा: शिक्षा ज्ञान प्राप्त करने की क्षमता देता है (उदाहरण: साक्षरता दर)।
2. स्वास्थ्य: स्वास्थ्य हमे दीर्घ और स्वस्थ्य रहने के लिए क्षमता प्रदान करता है (उदाहरण: जीवन प्रत्याशा)।
3. मानक जीवन स्तर: एक सभ्य और साधारण जीवन जीने के लिए आवस्यक संसाधनो तक पहुँचाता है (उदाहरण: प्रति व्यक्ति के आय)।
(ii) मानव विकास के चार प्रमुख घटकों के नाम लिखिए।
उत्तर: मानव विकास के चार प्रमुख घटकों के नाम है-
1. समता: समता का आशय यह है कि प्रत्येक व्यक्ति को उपलब्ध अवसरों के लिए समान पहुँच की व्यवस्था। अर्थात सभी लोगों को उपलब्ध अवसर लिंग, प्रजाति, के लिए समान अधिकार प्रदान करता है।
2. सतत पोषणीयता: अर्थात पर्यावरण या परिवेश को नुकसान पहुंचाए बिना आर्थिक विकास करना और भविष्य की आने वाली पिढीयो की जरूरतो को पूरा करना।
3. उत्पादकता: उत्पादकता का मतलब है किसी विशिष्ट क्षेत्र अथवा स्थान में प्राकृतिक संसाधनों के मदद से वस्तुओं ओर सेवाओं का उत्पादन करने की क्षमता।
4. सशक्तीकरण: सशक्तीकरण अपने विकल्प चुनने के लिए शक्ति प्राप्त करना। ऐसी शक्ति बढ़ती हुई स्वतंत्रता और क्षमता से आती है। मतलब अपनी पसंद करने ओर अपने जीवन पर नियंत्रण रखने के लिए ताकत हासिल करना।
(iii) मानव विकास सूचकांक के आधार पर देशों का वर्गीकरण किस प्रकार किया जाता है?
उत्तर: मानव विकास सूचकांक के आधार पर देशों का वर्गीकरण चार श्रेणीयो में किया जाता है- अति उच्च, उच्च, मध्यम और निम्न। जो स्वास्थ्य, शिक्षा और आय पर आधारित है।
3. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर 150 शब्दों से अधिक में न दीजिए:
(i) मानव विकास शब्द से आपका क्या अभिप्राय है?
उत्तर: मानव विकास से अभिप्राय उस प्रक्रिया से है जिसमें मनुष्यों की क्षमताओं, योग्यताओं और जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाया जाता है। इसका उद्देश्य केवल आर्थिक वृद्धि नहीं होता, बल्कि यह लोगों के जीवन में व्यापक और सकारात्मक परिवर्तन लाने पर केंद्रित होता है। मानव विकास का मुख्य उद्देश्य लोगों को बेहतर स्वास्थ्य, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और एक सम्मानजनक जीवन स्तर उपलब्ध कराना है, जिससे वे अपने जीवन के महत्वपूर्ण निर्णय स्वयं ले सकें और अपनी संभावनाओं का पूरा उपयोग कर सकें।
मानव विकास की अवधारणा को सबसे पहले डॉ. महबूब-उल-हक ने प्रस्तुत किया और प्रो. अमर्त्य सेन ने इसे सैद्धांतिक रूप से बल प्रदान किया। इसके तीन मूलभूत आयाम हैं: स्वास्थ्य, शिक्षा, और मानक जीवन स्तर। मानव विकास सूचकांक (HDI) के माध्यम से विभिन्न देशों के बीच मानव विकास की तुलना की जाती है। यह सूचकांक इस बात का संकेतक है कि कोई देश अपने नागरिकों के लिए कितने अवसर प्रदान करता है।
(ii) मानव विकास अवधारणा के अंतर्गत समता और सतत पोषणीयता से आप क्या समझते हैं?
उत्तर: मानव विकास की अवधारणा में समता (Equity) और सतत पोषणीयता (Sustainability) दो अत्यंत महत्वपूर्ण घटक हैं-
1. समता (Equity) से अभिप्राय यह है कि समाज के सभी वर्गों को विकास के समान अवसर मिलें। चाहे व्यक्ति किसी भी जाति, धर्म, लिंग, क्षेत्र या आर्थिक स्थिति से संबंधित हो, उसे शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएँ, रोज़गार और अन्य संसाधनों तक समान पहुँच मिलनी चाहिए। समता से सामाजिक न्याय सुनिश्चित होता है और असमानता को कम किया जा सकता है।
2. सतत पोषणीयता (Sustainability) का अर्थ है कि विकास इस प्रकार होना चाहिए जिससे वर्तमान पीढ़ी की आवश्यकताएँ पूरी हों, लेकिन भविष्य की पीढ़ियों के संसाधनों से समझौता न हो। यह प्राकृतिक संसाधनों का विवेकपूर्ण उपयोग और पर्यावरण की रक्षा सुनिश्चित करता है।
इन दोनों सिद्धांतों के बिना मानव विकास असंतुलित और अल्पकालिक हो सकता है। इसलिए, एक न्यायसंगत और स्थायी समाज के निर्माण में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका है।

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