Class 9 Ambar Bhag 1 Chapter 16 पिपलांत्री : एक आदर्श गाँव

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Class 9 Hindi (MIL) Ambar Bhag 1 Chapter 16 पिपलांत्री : एक आदर्श गाँव

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पिपलांत्री : एक आदर्श गाँव

पाठ – 16

Group – B: पद्य खंड

लेखक – परिचय:

ज्योतिप्रसाद बुढ़ागोहाँई पेशे से पत्रकार हैं। इनका जन्म धेमाजी जिले के विषय माछखोवा तहसील के बरबाम गाँव में हुआ। स्थानीय विद्यालय में शिक्षा प्राप्त करने के बाद ज्योतिप्रसाद ने धेमाजी महाविद्यालय से समाजशास्त्र विषय में एम. ए. की डिग्री हासिल की है। धेमाजी के मरितल महाविद्यालय में ठेके पर दो वर्षों तक आपने अध्यापन कार्य किया। वर्तमान समय में ज्योतिप्रसाद बुढ़ागोहाई असम के प्रसिद्ध असमीया दैनिक समाचार–पत्र ‘आमार असम’ के वरिष्ठ उपसंपादक के रूप में कार्यरत हैं। समाचार पत्र में इनके कई लेख प्रकाशित हो चुके हैं।

लेखक–संबंधी प्रशन एवं उत्तर:

1. ज्योतिप्रसाद बुढ़ागोहाँई किस पेशे से जुड़े हैं?

उत्तर: ज्योतिप्रसाद बुढ़ागोहाँई पत्रकारिता के पेशे से जुड़े हैं।

2. ज्योतिप्रसाद बुढ़ागोहाँई का जन्म कहाँ हुआ? 

उत्तर: ज्योतिप्रसाद बुढ़ागोहाई का जन्म धेमाजी जिले के बरबाम गाँव में हुआ।

3. ज्योतिप्रसाद ने किस महाविद्यालय से और किस विषय में एम. ए. की डिग्री प्राप्त की?

उत्तर: ज्योतिप्रसाद ने धेमाजी महाविद्यालय से समाज शास्त्र में एम. ए. की डिग्री हासिल की।

4. ज्योतिप्रसाद ने किस विद्यालय में अध्यापन कार्य किया है?

उत्तर: ज्योतिप्रसाद ने धेमाजी के मरितल महाविद्यालय में अध्यापन कार्य किया है।

5. वर्तमान समय में ज्योतिप्रसाद कहाँ और किस पद पर कार्यरत हैं? 

उत्तर: वर्तमान समय में ज्योतिप्रसाद’ आमार असम’ नामक असमीया दैनिक समाचार–पत्र के उपसंपादक पद पर कार्यरत हैं।

सारांश:

‘पिपलांत्री: एक आदर्श गाँव’ नामक पाठ रिपोर्ट शैली में लिखा गया एक प्रेरणास्पद निबंध है। इसमें राजस्थान के एक समस्याग्रस्त साधारण गाँव के प्रगति करने और देश के एक आदर्श गाँव में चमकने का वर्णन है।

पिपलांत्री जयपुर से 350 कि. मा.  दूर बसा एक गाँव है। यह गाँव कभी प्रदूषण एवं जलाभाव जैसी समस्याओं से ग्रस्त था। परन्तु जब से श्यामसुन्दर पालीवाल ने गाँव के प्रधान का दायित्व संभाला, तब से पिपलांत्री गाँव का कायापलट हो गया। वहाँ तरह–तरह की विकास योजनाएँ शुरू हो गई। गाँववासियों ने भी जमकर परिश्रम किया तथा विभिन्न अवसरों पर वृक्षारोपण कार्यक्रम ने गाँव की स्थिति सुधार दी। सन् 2005 से 2010 तक गाँव के मुखिया के रूप में कार्य करके श्यामसुन्दर पालीवाल द्वारा किए गए अनूठे एवं एकल प्रयास ने गाँव को एक नया जीवन प्रदान किया। उन्होंने प्रत्येक गाँववासियों को चार दायित्व सौंपे तथा सबने ईमानदारीपूर्वक अपने दायित्वों का पालन किया। उनके प्रयास से गाँव हरा–भरा हो गया, खेतों की उर्वराशक्ति बढ़ गई तथा भूजल–स्तर में बढ़ोत्तरी होने से कृषि पैदावार में वृद्धि हो गई।

पिपलांत्री गाँव में 8000 से भी अधिक लोग रहते हैं। वहाँ लड़की के जन्म पर 111 पेड़ लगाने तथा उसके नाम से 31,000 रुपये बैंक में सावधि जमा के रूप में जमा किए जाते हैं। गाँव में तरह–तरह के पक्षियों को उन्मुक्त विचरण करते हुए देखने के लिए सैलानी आते हैं। अनेक विदेशी सैलानी भी आने लगे हैं। राजस्थान के मुख्यमंत्री, शिक्षामंत्री तथा अन्य मंत्रीगण पिपलांत्री गाँव का दौरा कर चुके हैं। गाँव को अनेक राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्रदान किए गए हैं। यूट्यूब, फेसबुक आदि पर पिपलांत्री गाँव के बारे में तमाम जानकारियाँ उपलब्ध हैं। राजस्थान में सातवीं एवं आठवीं कक्षा की पुस्तकों में पिपलांत्री गाँव के बारे में पाठ शामिल किए गए हैं। गाँव के विकास के लिए बहुत सारी योजनाएँ चल रही हैं। यदि पिपलांत्री गाँव के आदर्शों को अपनाया जाए तो प्रत्येक गाँव समृद्धशाली बन सकता है।

शब्दार्थ: 

विख्यात : प्रसिद्ध

नाज : गर्व

एकाग्रता : स्थिर मन, शंत मन

नियमबद्ध : नियमों को मारकर काम करना 

समृद्धशाली : खुशहाल, धन–धान्य से संपन्न

जूझना : लड़ना, संघर्ष करना

दयनीय : दया के पात्र, अत्यंत कमजोर

संपदा : संपत्ति, संसाधन

वृहत् पैमाने पर : बड़ी मात्रा में

संगमरमर : एक प्रकार का पत्थर 

आरंभ : शुरूआत

परिवेश : आस–पास की अवस्था, वातावरण 

दूषित : जहरीला, अस्वास्थ्यकर 

खनन : खुदाई का काम, खान से खोदकर निकालने का कार्य 

भूमिगत जल : जमीन के नीचे बहने वाला जल 

उर्वराशक्ति : फसल उपजाना की शक्ति 

निजात पाना : समाधान खोजना, छुटकारा पाना

खाई : गडढा

विकास : उन्नति

सोपान : सीढ़ी

कायापलट : पूरी तरह बदल देना

अथक : बगैर थके

उत्तरदायित्व : जिम्मेदारी

तदनुरुप : उसी अनुसार

वृत्तचित्र : किसी सत्य घटना पर बनाई गई लघु फिल्म (डाॅक्यूमेंटरी फिल्म)

मातृसुख : माँ से मिलने वाला प्यार एवं आनंद

वंचित : अलग, से बच जाना 

अन्यत्र : दूसरी जगह

दुखद : दुःख पहुँचाने वाली

छवि : चित्र

परिदृश्य : आस–पास का नजारा, दृश्य

अकाल : असमय, बिना समय का

शोकाकुल : शोकग्रस्त, शोक या दुःख से व्याकुल

स्मृति : याद

सर्वसम्मति : सभी लोगों की राय से, सबके मत से

निर्णय : परिणाम, फैसला

सार्वजनिक : सामूहिक तौर पर

निधि : कोष, खजाना, धन

अनूठा : अनोखा, अदभुत 

एकल : एक व्यक्ति का, अकेले

संरक्षण करना : बचाना, भविष्य के लिए बचाकर रखना

संतान : पुत्र–पुत्री

तत्परता : पूरी तैयारी के साथ

आहिस्ता–आहिस्ता : धीरे–धीरे, क्रमशः

शत–प्रतिशत : सौ प्रतिशत

शुष्क–प्रदेश : सूखाग्रस्त प्रदेश या भूभाग

दोहरा : दो प्रकार से, दो तरफ से

पैदावार : उपज, उत्पाद, फसल

परिणत कराना : परिवर्तित कराना, बदलना

उपेक्षा : अनादर, अवहेलना

भ्रूणहत्या : गर्भ में ही संतान को मार डालना

अपराध : कानूनी नियमों का उल्लंघन 

गर्भस्थ : माँ के गर्भ में स्थित

शिशु : बच्चा

लिंग–परीक्षण : मेडिकल जाँच घर में इस बात की जाँच कराना कि गर्भ में पल रहा बच्चा लड़का है या लड़की

गर्भपात : गर्भ नष्ट हो जाना।

मानसिकता : दिमागी हालत

बाल्यकाल : बचपन

बाकायदा : विधिवत, नियमानुसार

स्टाम्प पेपर : मुद्रांक कागज

मियाद : समय, अवधि

धनराशि : रुपये

प्राणवायु : ऑक्सीजन

मूल्यवान : कीमती

प्रजाति : नशल, प्रकार

निष्ठा : ईमानदारी, लगन

कामना : इच्छा, अभिलाषा

स्वच्छंद : उन्मुक्त, बगैर किसी बाधा या रुकावट के

प्रकोप : प्रतिकूल प्रभाव

अवैध : गैर–कानूनी

रक्षासूत्र : रक्षा रूपी धागा

रक्षाबंधन : हिंदुओं का महत्वपूर्ण त्योहार, जिसमें बहन भाई की कलाई पर रक्षासूत्र (राखी) बांधती है

सैलानी : पर्यटक, यात्री

अनुसंधानकर्ता : किसी महत्वपूर्ण विषय पर शोध (खोज/परीक्षण) करने वाला

निदान : समाधान, हल करना

पूर्णतया : पूरी तरह

क्रियान्वयन : लागू करना

स्वच्छता : सफाई

भ्रमण : घूमना–फिरना, देशाटन

विलासिता पूर्ण जीवन : ऐशो–आराम की जिंदगी

आह्वान करना : आमंत्रित करना, बुलाना

कार्य–पद्धतियाँ : काम करने के तरीके

पाठ्यपुस्तक संबंधित प्रशन एवं उत्तर:

बोध एवं विचार:

(क) पिपलांत्री गाँव राजस्थान के किस जिले में स्थित है?

(i) जयपुर।

 (ii) बीकानेर।

(iii) राजसमंद।

(iv) श्रीगंगानगर।

उत्तर: (i) जयपुर।

(ख) पिपलांत्री गाँव का नाम ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में क्यों दर्ज हुआ है? 

(i) आदर्श गाँव होने के कारण।

(ii) पर्यावरण संरक्षण के लिए।

(iii) संगमरमर पत्थर के लिए।

(iv) 111 वृक्ष लगाने के लिए।

उत्तर: (i) आदर्श गाँव होने के कारण।

(ग) किस भाषा में ‘ पिपलांत्री’ नामक एक सिनेमा भी बना है? 

(i) अंग्रेजी।

(ii) हिंदी। 

(iii) असमीया। 

(iv) बांग्ला।

उत्तर: (ii) हिंदी। 

(घ) यूनियन बैंक आॅफ इंडिया ने पिपलांत्री गाँव के लड़के–लड़कियों की पढ़ाई के लिए कितने रुपये दिये हैं।

(i) 40 लाख।

(ii) 50 लाख।

(iii) 60 लाख।

(iv) 70 लाख।

उत्तर: (iii) 60 लाख।

2. पर्ण वाक्य में उत्तर दीजिए:

(क) पिपलांत्री गाँव जयपुर से कितनी दूरी पर स्थित है?

उत्तर: पिपलांत्री गाँव जयपुर से 350 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

(ख) महाराणा प्रताप को जन्मस्थान का क्या नाम है?

उत्तर: महाराणा प्रताप के जन्मस्थान का नाम उदपुर है।

(ग) ‘ट्री सिस्टर्स’ नामक सिनेमा का निर्माण किसे द्वारा हुआ है?

उत्तर: ‘ट्री सिस्टर्स’ नामक सिनेमा का निर्माण अर्जेंटीना के सिनेमा बनाने वाले दल द्वारा हुआ है।

(घ) श्यामसुंदर पालीवाल की माता जी का देहांत कब हुआ था? 

उत्तर: श्यामसुंदर पालीवाल के जन्म लेने के छह वर्ष की अवस्था में उनकी माता जी का देहांत हुआ था। 

(ङ) श्यामसुंदर पालीवाल ने पिपलांत्री गांव के मुखिया का पद कब संभाल? 

उत्तर: श्यामसुंदर पालीवाल ने सन् 2005 में पिपलांत्री गाँव के मुखिया का पद संभाल। 

(च) पिपलांत्री गाँव को राष्ट्रपति पुरस्कार कब मिला?

उत्तर: सन् 2007 में पिपलांत्री गाँव को राष्ट्रपति पुरस्कार मिला।

3. निम्नलिखित प्रशनों के संक्षिप्त उत्तर दीजिए: 

(क) पिपलांत्री गाँव की अवस्थिति के बारे में आप क्या जानते हैं?

उत्तर: पिपलांत्री गाँव राजस्थान की राजधानी जयपुर से लगभग 350 किलोमीटर की दूरी पर बसा हुआ है।

(ख) पिपलांत्री गाँव पहले किन समस्याओं से ग्रस्त था?

उत्तर: पिपलांत्री गाँव पहले प्रदूषण एवं जल की समस्याओं से ग्रस्त था। भूजल–स्तर बहुत नीचे चला गया था। ऊपर से संगमरमर की खुदाई से पर्यावरण नष्ट हो गया था। लोग तरह–तरह की बीमारियों के शिकार होने लगे थे।

(ग) पिपलांत्री गाँव की उपलब्धियों को किन–किन कक्षाओं के पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है?

उत्तर: पिपलांत्री गाँव की उपलब्धियों को डेनमार्क की प्राथमिक शिक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। राजस्थान सरकार ने भी इस गाँव की उपलब्धियाँ को सातवीं एवं आठवीं कक्षा के पाठ्यक्रम में शामिल किया है।

(घ) ‘किरण निधि योजना’ क्या है और इसकी शुरुआत कैसे हुई?

उत्तर: पिपलांत्री गाँव में प्रत्येक लड़की के जन्म लेने पर 111 पेड़ लगाने का नियम है। ‘किरण–निधि योजना’ के तहत ये कार्य किए जाते हैं। इसकी शुरुआत यों हुई। गाँव के मुखिया श्यामसुंदर पालीवाल की लड़की किरण की अकाल मृत्यु पर इसे ईश्वर की इच्छा समझकर उन्होंने एक पेड़ लगाया।

(ङ) श्यामसुंदर पालीवाल ने गाँववासियों को कौन–कौन–से दायित्व सौंपे?

उत्तर: श्यामसुंदर पालीवाल ने गाँववासियों को चार दायित्व सौंपे–

(i) पुत्री का पालन–पोषण पुत्र के समान करना।

(ii) जल का संरक्षण करना।

(iii) पेड़–पौधे लगाना एवं अपनी संतान की तरह उसकी देखभाल करना तथा। 

(iv) कृषि कार्य के द्वारा अपनी–अपनी जरूरतों को पूरा करना।

(च) पिपलांत्री गाँव में लड़की के जन्म पर लोग क्या करते हैं? 

उत्तर: पिपलांत्री गाँव में लड़की के जन्म पर लोग उत्सव मनाते हैं तथा उसके नाम पर गाँव में 111 पेड़ लगाते हैं। गाँववाले मिलकर 21,000 रुपये जमा करते हैं तथा लड़की के माता–पिता से भी 10,000 रुपये लिए जाते हैं। इस प्रकार कुल 31,000 रुपये फिक्स्ड डिपोजिट के रूप में लड़की के नाम से बैंक में जमा किए जाते हैं।

(छ) पिपलांत्री गाँव में रक्षाबंधन का त्योहार किस प्रकार मनाया जाता है? 

उत्तर: रक्षाबंधन के दिन गाँव की महिलाएँ एवं लड़कियाँ वृक्षों को रक्षासूत्र (राखी) बाँधकर उसकी सुरक्षा की कामना करती हैं। इससे वृक्ष एवं मनुष्य का संबंध प्रगाढ़ होता है।

(ज) जल संरक्षण से क्या लाभ है?

उत्तर: जल संरक्षण से दोहरा लाभ होते हैं। पहला यह कि हम जल को पुनः उपयोग में ला सकते हैं। दूसरा इससे भूमिगत जल का स्तर बढ़ता है।

(झ) पिपलांत्री गाँव संगमरमर पत्थर की खुदाई का क्या प्रभाव पड़ा? 

उत्तर: संगमरमर पत्थर की खुदाई का पिपलांत्री गाँव पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा। एक ओर पर्यावरण नष्ट होने लगा तो दूसरी ओर प्राकृतिक संपदाओं पर व्यापारियों ने अधिकार जमा लिया। इससे गाँव का परिवेश दूषित होने लगा। पेड़–पौधे काटे जाने लगे। लोगों को खेती–बाड़ी करने के लिए जल मिलना मुश्किल हो गया।

(ञ) पिपलांत्री गाँव में सरकारी सहायता से क्या–क्या बनाया गया है? 

उत्तर: पिपलांत्री गाँव में सहायता से विद्यालय की स्थापना करवाई गई है। ग्राम पंचायत एवं आंगनबाड़ी का कार्यालय बनवाया गया है। शुद्ध पेयजल, की व्यवस्था की गई है।

4. निम्नलिखित प्रशनों के सम्यक् उत्तर दीजिए:

(क) प्राकृतिक संपदाओं में धनी होने के बावजूद पिपलांत्री गाँव के लोग बड़ी कठिनाई से जीवन–यापन करते थे, क्यों?

उत्तर: उपजाऊ भूमि एवं प्राकृतिक संपदा वाला पिपलांत्री गाँव अनेक समस्याओं से जूझ रहा था। वहाँ संगमरमर पत्थर की भरमार है। लेकिन लोगों के अज्ञानता और व्यापारियों द्वारा संगमरमर पत्थर के खदानों के दोहन के कारण वहाँ का पर्यावरण नष्ट हो गया था। बचा–खुचा जल प्रदूषित हो गया था। खेती के लिए पानी उपलब्ध नहीं था। इसलिए प्राकृतिक संपदाओं में धनी होते हुए भी पिपलांत्री गाँव के लोग बड़ी कठिनाई से जीवन–यापन करते थे।

(ख) श्यामसुंदर पालीवाल ने पिपलांत्री गाँव का कायापलट कैसे किया? 

उत्तर: सन् 2005 के पहले पिपलांत्री गाँव की स्थिति अत्यंत दयनीय थी। गरीबी, भुखमरी एवं प्रदूषण की मार झेल रहे गाँववासी गाँव छोड़कर अन्यथ चले गए थे। परंतु 2005 में श्यामसुंदर पालीवाल के गाँव के मुखिया बनते ही स्थिति में बहुत सुधार होने लगी। श्यामसुंदर पालीवाल ने ‘किरण–निधि ‘योजना’ की शुरुआत की तथा प्रत्येक लड़की के जन्म पर गाँववासियों को 111 वृक्ष लगाने का नियम बनाया। फिर प्रत्येक गाँववासी को चार दायित्व सौंपे। सबने अपने उत्तरदायित्व का ईमानदारी एवं तत्परता से पालन किया। अन्य कई योजनाएँ शुरू की गईं। देखते–ही–देखते पिपलांत्री गाँव का कायापलट हो गया।

(ग) पिपलांत्री गाँव में लड़कियों के जन्म और लालन–पालन के संबंध में क्या–क्या नियम हैं और इसका अनुपालन किस प्रकार किया जाता है? 

उत्तर: पिपलांत्री गाँव में लड़कियों के जन्म और लालन–पालन के संबंध में कई नियम हैं। लड़की के जन्म पर 111 पेड़ लगाने और उसके नाम पर 31,000 रुपये बैंक में फिक्स्ड डिपोजिट के रूप में जमा कराए जाते हैं। लड़की का पालन–पोषण लड़का के समान किया जाता है। लड़की के जन्म पर गाँव भर में उत्सव मनाया जाता है।

(घ) हमारे देश में लड़का–लड़की के अनुपात में अंतर होने के क्या कारण है? 

उत्तर: हमारे देश में आज भी लड़कियों के प्रति उपेक्षा की भावना देखी जाती है। कुछ लोग जन्म लेते ही लड़की को जंगल–झाड़ियों में फेंक देना चाहते हैं। कुछ लोग लड़कियों को गर्भ में ही मार देना चाहते है। लिंग परीक्षण कराकर गर्भपात करा देते हैं। इसका परिणाम यह हो रहा है कि कुछ राज्यों में जनसंख्या की दृष्टि से लड़का–लड़की के अनुपात में बहुत अंतर पाया जाता है।

(ङ) ‘पिपलांत्री: एक आदर्श गाँव’ पाठ से आपको क्या शिक्षा मिलती है? 

उत्तरः इस पाठ को पढ़कर सबके मन में अपने–अपने गाँव को पिपलांत्री गाँव की तरह बनाने की प्रेरणा जागृत होती है। गाँव को देखने पर यह स्पष्ट हो जाता है कि मनुष्य यदि चाहे तो सबकुछ कर सकता है। मनुष्य में इच्छा–शक्ति एवं परिकल्पना ही काफी है। धैर्य, एकाग्रता एवं नियमबद्ध तरीकों से किया गया कठिन एवं असंभव काम भी आसानी से संपन्न हो जाता है। वहाँ के कार्य–कलापों एवं महान आदर्शों को अपने जीवन में उतारने की प्रेरणा मिलती है।

5. आशय स्पष्ट कीजिए:

(क) धैर्य, एकाग्रता, साहस एवं नियमबद्ध तरीके से किया गया कठिन और असंभव काम भी आसानी से संपन्न हो जाता है।

उत्तर: ये पंक्तियाँ ‘पिपलांत्री: एक आदर्श गाँव’ नामक पाठ की है। इसके लेखक ज्योतिप्रसाद बुढ़ागोहाँई हैं। लेखक एक पत्रकार हैं और यह बताना चाहते हैं कि मनुष्य चाहे तो असंभव कार्य भी संभव कर सकता है।

इन पंक्तियों का आशय यह है कि मनुष्य यदि चाहे तो वह असंभव कार्य को भी संभव कर सकता है। बस आवश्यकता है उसके अंदर धैर्य, एकाग्रता, साहस एवं नियमबद्धता आदि गुणों का होना। ये सभी गुण मनुष्य को जीवन में सफल भी बनाते हैं और उसे महानता के उच्च शिखर पर भी पहुँचाते हैं।

(ख) परंतु विनाश की खाई से विकास के सोपान पर कदम बढ़ाने वाला यह पिपलांत्री गाँव आज संसार के लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।

उत्तर: ये पंक्तियाँ ‘पिपलांत्री: एक आदर्श गाँव’ नामक पाठ की हैं। इसके लेखक ज्योतिप्रसाद बुढ़ागोहाई हैं। इन पंक्तियों के माध्यम से लेखक ने यह बताने का प्रयास किया है कि राजस्थान का यह पिपलांत्री गाँव विकट परिस्थितियों से उबरकर किस प्रकारएक विकसित एवं आदर्श गाँव के रूप में परिणत हो गया।

इन पंक्तियों का आशय यह है कि संगमरमर जैसे खनिज संपदा का दोहन करके व्यापारियों ने पिपलांत्री गाँव को कंगाल बना दिया था। वहाँ का परिवेश नष्ट हो गया था। जल का अभाव हो गया था। प्रदूषण इतना फैल गया था कि लोग तरह–तरह की बीमारियों का शिकार होने लगे थे। खेती–बाड़ी एवं रोजगार के अभाव के कारण लोग गाँव छोड़कर दूसरे राज्यों में जाने लगे थे। परंतु परिस्थितियाँ बदलीं और गाँववालों के सामूहिक प्रयास से यह गाँव विकास की सीढ़ियाँ चढ़ते गया और आज दुनिया भर के लोग उसे देखने आते हैं।

(ग) पेड़ लगा देने मात्र से ही हम प्रकृति को नहीं बचा सकते – अपनी संतान की तरह उसका पालन–पोषण करना तथा जल–संरक्षण जैसे कार्यों पर भी बल देना आवश्यक है।

उत्तर: ये पंक्तियाँ ‘पिपलांत्री: एक आदर्श गाँव’ नामक पाठ से ली गई हैं। इसके लेखक ज्योतिप्रसाद बुढ़ागोहाँई हैं। लेखक ने यहाँ यह समझाने का प्रयास किया है कि केवल पेड़ लगा देने से ही हमारा कार्य पूरा नहीं हो जाता। 

इन पंक्तियों का आशय यह है कि केवल पेड़ लगाकर ही हम पर्यावरण या प्रकृति की रक्षा नहीं कर सकते। उसका उचित देखभाल भी करना आवश्यक है। अपने पुत्र–पुत्रियों की तरह हमें पेड़ों का पालन–पोषण एवं देखभाल करना पड़ेगा। तभी पेड़ बचेंगे और हरियाली बढ़ेगी। समय पर वर्षा होगी। उसके अतिरिक्त पानी बचाना और उसका संरक्षण करना अत्यावश्यक है ताकि अन्य कार्यों के लिए पानी का भंडार बचा रहे।

भाषा एवं व्याकरण:

1. निम्नलिखित मुहावरों से वाक्य बनाइए:

हाथ फैलाना, कायापलट होना, हाथ पर हाथ धरकर बैठना, मुँह ताकना, फूला न समाना हाथ फैलाना

उत्तर: हाथ फैलाना: (दूसरे को सहायता लेना या माँगना) रुपये के लिए रवि हमेशा दूसरों के सामने हाथ फैलाता है।

कायापलट होना: (पूरी तरह बदल जाना) देखते–ही–देखते दिल्ली की कायापलट हो गई।

हाथ पर हाथ: (कुछ न करना) मेहनत करो, इस तरह हाथ पर हाथ 

धरकर बैठना: धरकर बैठने से कुछ नहीं होगा।

मुँह ताकना: (दूसरे से मदद की उम्मीद रखना) वह रुपये के लिए हमेशा दूसरों का मुँह ताकता है।

फूला न समाना: (बहुत खुश होना) कक्षा में प्रथम आकर महेश फूला नहीं समा रहा है।

2. निम्नलिखित सामासिक शब्दों का विग्रह करते हुए समास–भेद भी लिखिए:

जिलांतर्गत, महाराणा, नियमबद्ध, विश्वविद्यालय, जल–स्तर, गाँववासी, भ्रूणहत्या, पालन–पोषण, लड़का–लड़की, रक्षासूत्र, प्राणवायु, महाराष्ट्र, शोकाकुल, नवयुवक

उत्तर:

3. निम्नलिखित शब्दों के एक–एक समानार्थी (पर्यायवाची) शब्द लिखिए:

मनुष्य, पत्थर, साहस, संघर्ष, नदी, जलाशय, वृक्ष, जल, हवा, जंगल

उत्तर: 

1. प्रस्तुत पाठ हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रवर्तित योजना ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ को पूरी तरह उजागर करता दिखता है। आप इस बात से कितना सहमत हैं?

उत्तर: विद्यार्थीगण स्वयं करें।

2. आप अपने गाँव को पिपलांत्री गाँव की तरह खुशहाल बनाने के लिए क्या करेंगे?

उत्तर: विद्यार्थीगण स्वयं करें।

3. सरकार गाँवों के विकास के लिए अनेक योजनाएँ चला रही है। उनमें से कुछ योजनाओं के नाम बताइए और किसी एक के बारे में लिखकर अपने शिक्षक को दिखाइए।

उत्तर : विद्यार्थीगण स्वयं करें।

अतिरिक्त प्रशन एवं उत्तर:

1. निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर दीजिए:

(क) पिपलांत्री गाँव उदयपुर से कितनी दूर है? 

उत्तर: पिपलांत्री गाँव उदयपुर से सात किलोमीटर दूर है।

(ख) किन गुणों के बल पर मनुष्य असंभव कार्य को भी संभव बना सकता है?

उत्तर: इच्छाशक्ति, परिकल्पना, धैर्य, एकाग्रता, साहस एवं नियमबद्धता के बल पर मनुष्य असंभव कार्य को भी संभव बना सकता है।

(ग) पिपलांत्री गाँव का परिवेश मुख्य रूप से किस कारण से दूषित हो गया था?

उत्तर: दिन–रात हो रहे संगमरमर पत्थर की खुदाई से पिपलांत्री गाँव का परिवेश दूषित हो गया था।

(घ) पिपलांत्री गाँव में लड़की के जन्म पर कितने वृक्ष लगाने का नियम है? 

उत्तर: पिपलांत्री गाँव में लड़की के जन्म पर 111 वृक्ष लगाने का नियम है।

(ङ) लड़की के जन्म पर गाँववासी कितने रुपये जमा करते हैं? 

उत्तर: लड़की के जन्म पर गाँववासी 21,000 रुपये जमा करते हैं।

(च) दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया कितने दिनों तक पिपलांत्री गाँव में रहे थे? 

उत्तर: दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सात दिनों तक पिपलांत्री गाँव में रहे थे।

(छ) आज भी जब पिपलांत्री गाँव में कोई मरता है तो कितने वृक्ष लगाने का नियम है?

उत्तर: आज भी जब कोई पिपलांत्री गाँव में मरता है तो 11 वृक्ष लगाने का नियम है।

(ज) ‘पिपलांत्री: एक आदर्श गाँव’ के लेखक कौन हैं?

उत्तर: ‘पिपलांत्री: एक आदर्श गाँव’ के लेखक ज्योतिप्रसाद बुढ़ागोहाई हैं।

(झ) ‘पिपलांत्री: एक आदर्श गाँव’ किस तरह का लेख है? 

उत्तर: ‘पिपलांत्री: एक आदर्श गाँव’ सूचनावर्द्धक, रोचक एवं प्रेरणास्पद निबंध है।

(ञ) संगमरमर के कारण पिपलांत्री गाँव का नाम कहाँ दर्ज हुआ? 

उत्तर: संगमरमर पत्थर के कारण पिपलांत्री गाँव का नाम ‘गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड’ में दर्ज हुआ।

(ट) पिपलांत्री गाँव के पर्यावरण का विनाश क्यों हो रहा था? 

उत्तर: संगमरमर की खुदाई के कारण पिपलांत्री गाँव के पर्यावरण का विनाश हो रहा था।

(ठ) पिपलांत्री गाँव की प्राकृतिक संपदाओं पर किसने अधिकार जमा लिया? 

उत्तर: पिपलांत्री गाँव की प्राकृतिक संपदाओं पर व्यापारियों ने अधिकार जमा लिया।

(ड) पिपलांत्री गाँव का कायापलट किसने किया?

उत्तर: पिपलांत्री गाँव का कायापलट श्यामसुंदर पालीवाल ने किया।

(ण) डेनमार्क की प्राथमिक शिक्षा के पाठ्यक्रम में पिपलांत्री गाँव को क्यों शामिल किया गया?

उत्तर: पिपलांत्री गाँव की सफलता एवं कार्यकलापों से जुड़ी जानकारियाँ प्राप्त करने के लिए डेनमार्क की प्राथमिक शिक्षा के पाठ्यक्रम में पिपलांत्री गाँव को शामिल किया गया।

(प) पिपलांत्री गाँव पर अर्जेंटिना ने कौन–सी फिल्म बनाई? 

उत्तर: पिपलांत्री गाँव के ऊपर अर्जेंटिना ने ‘ट्री सिस्टर्स’ (Tree Sisters) नामक एक फिल्म बनाई।

(फ) ‘पिपलांत्री’ नामक सिनेमा का निर्माण किस भाषा में किया गया?

उत्तर: ‘पिपलांत्री’ नामक सिनेमा का निर्माण हिंदी भाषा में किया गया।

(ब) श्यामसुंदर पालीवाल ने पिपलांत्री गाँव में मुखिया का पद कब संभाला? 

उत्तरः श्यामसुंदर पालीवाल ने पिपलांत्री गाँव में मुखिया का पद सन् 2005 में संभाला।

(भ) पिपलांत्री गाँव में लड़कियों के जन्म होने पर कितने पेड़ लगाए जाते हैं?

उत्तर: पिपलांत्री गाँव में लड़कियों के जन्म लेने पर 111 पेड़ लगाए जाते हैं।

2. प्रशनों के उत्तर दीजिए: 

(क) पिपलांत्री गाँव की स्थिति दयनीय क्यों हो गई थी?

उत्तर: संगमरमर की खुदाई के कारण गाँव का पर्यावरण प्रदूषित हो गया था। जल भी प्रदूषित हो गया था। पेड़–पौधों की संख्या घटने लगी। वर्षा की मात्रा कम हो गई। भूमिगत जल–स्तर बहुत नीचे चला गया। धरती की उर्वराशक्ति कम हो गई। प्रदूषित वातावरण के कारण लोग तरह–तरह की बीमारियों के शिकार होने लगे। पक्षियों एवं अन्य जीव–जंतुओं की संख्या घट गई। गाँव के नवयुवक गरीबी से निजात पाने के लिए काम–धंधे की तलाश में गाँव से बाहर जाने लगे। उस वक्त गाँव की स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई थी।

(ख) पिपलांत्री गाँव को आदर्श गाँव क्यों कहा गया?

उत्तर: प्राकृतिक संपदाओं के धनी होने के कारण पिपलांत्री गाँव को आदर्श गाँव कहा गया है। प्रत्येक वर्ष संसार के विभिन्न भागों से लोग इस गाँव को देखने आते हैं।

(ग) पिपलांत्री गाँव में पेड़ लगाने का नियम कब से शुरू हुआ?

उत्तर: श्यामसुंदर पालीपाल की पुत्री किरण की मृत्यु पर उसके शोकाकुल परिवार ने इसे ईशवर की इच्छा समझकर उसकी स्मृति में एक पेड़ लगाए। उसी दिन से गाँव में पेड़ लगाने का नियम शुरू हुआ।

(घ) ‘किरण निधि योजना’ के तहत कौन–सा कार्य आरम्भ हुआ?

उत्तर: ‘किरण निधि योजना’ के तहत यह कार्य आरम्भ हुआ कि गाँव में जन्म लेने वाली प्रत्येक लड़की के नाम पर सार्वजनिक तौर पर 111 पेड़ लगाए जाएँगे।

(ङ) पिपलांत्री गाँव की खुशहाली फिर कैसे लौट आई? 

उत्तर: सन् 2005 में जब से पिपलांत्री गाँव के लोगों द्वारा लड़की के जन्म लेने पर 111 मूल्यवान प्रजाति के वृक्ष लगाने का काम शुरू हुआ, उसी दिन से गाँव की खुशहाली शुरू हो गई। धीरे–धीरे गाँव हरा–भरा होने लगा। पेड़–पौधों की संख्या बढ़ने और हरियाली फैलने से गाँव में पशु–पक्षियों का आगमन शुरू हुआ। दूषित वायु की जगह शुद्ध एवं स्वच्छंद हवाएँ चलने लगीं। गर्मी का प्रकोप कम हो गया। समय पर वर्षा होने लगी, जिसमें भूमिगत जल–स्तर में वृद्धि हुई। तालाब एवं जलाशय पानी से भर गए। अब गाँव के किसानों को खेती करने के लिए पर्याप्त जल मिलने लगा और तब गाँव की खुशहाली फिर से लौट आई।

(च) पिपलांत्री गाँव को कौन–सा पुरस्कार मिला है?

उत्तर: पिपलांत्री गाँव को सन् 2007 में डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम ने राष्ट्रपति पुरस्कार प्रदान किया था। इसके अतिरिक्त राजस्थान सरकार द्वारा अनेक पुरस्कार दिए गए हैं।

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